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2 घंटे 30 मिनट की इस मूवी में आप जान पायेंगे की की एक आदमी को परिवार के लिए सरीफ बनना परता है और समय आने पर उसी परिवार के लिए हथियार भी उठाना पड़ता है किसी ने कहा है कि यह दुनिया शरीफों को जीने नहीं देती है और अगर आप शरीफ हैं तो कोई आपको कमजोर समझ कर दबाने की कोशिश करेगा और इसीलिए इस दुनिया में तो जीना है तो बुरे के साथ बुरा ही बनना पड़ेगा

इस मूवी के स्टार कास्ट की बात करें तो Manoj Bajpayee है मूवी में जिन्हें Bhaiyya Ji / Ram Charan के नाम से जानेंगे

Zoya Hussain है मूवी में जिन्हें Mitali के नाम से जानेंगे

Suvinder Vicky है मूवी में जिन्हें Chandrabhan Singh के नाम से जानेंगे

Jatin Goswami है मूवी में जिन्हें Abhimanyu के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे

इस मूवी के डायरेक्टर Apoorv Singh Karki है और राइटर Apoorv Singh Karki और Deepak Kingrani है

इस मूवी की शुरुआत में हम देखते हैं की रामचरण की घर पर शादी की तैयारी हो रही थी रामचरण की शादी मिताली नाम की लड़की से जो कि शूटिंग में गोल्ड चैंपियन है उनके साथ होने वाली है रामचरण यानी कि भैया जी उसके बाद मिताली के पास रामचरण के छोटे भाई वेदांत का फोन आता है और बोलता है भाभी जी प्रणाम आप कैसी हो मैं जल्दी ही आने वाला हूं और भैया आप चिंता मत करो मैं दिल्ली से निकल चुका हूं वेदांत अपने घर से दूर दिल्ली में पढ़ाई कर रहा था उसके भैया बोलते हैं कि अपना लोकेशन दो तो वेदांत कहता है कि भैया टेंशन मत लो मैं दिल्ली में निकल चुका हूं जल्दी पहुंच जाऊंगा आपके पास शादी के प्रोग्राम से पहले ही उसके बाद वेदांत अपनी भाभी से मजाक करता है और पूछता है कि भाभी जी आप मुझे यह बताओ आप तो गोल्ड चैंपियन हो कहां इस आदमी के चक्कर में पड़ गई जिसे कुछ भी नहीं आता है

भैया जी गुस्सा हो जाते हैं बोलते हैं साले तेरी टंग काट दूंगा मिताली बोलती है क्या कर रहे हो यह तो मजाक कर रहा है बच्चा है हमारा उसके बाद वेदांत बोलता है मैं आपको कॉल करता रहूंगा और फोन कट जाता है उसके बाद शादी का माहौल है तो डांस तो होनी ही है उसके बाद शादी की खुशी में भैया जी नाचने लगते हैं तभी भैया जी मिताली के पास चले जाते हैं जो कि लेडीज रूम में थी मेरा मतलब कि वहां पर उसे रूम में सिर्फ लेडिस ही थी भैया जी उसे देखने लगते हैं और हाथ पकड़ते तभी अम्मा जी आ जाती हैं मतलब भैया जी की मां और बोलती है बेवकूफ यहां पर क्यों आया है यह लड़कियों का रूम है अगर सही उम्र में तेरी शादी हो जाती तो तुझे यह हरकत नहीं करनी पड़ती

उसके बाद भैया जी शर्माते हुए चले जाते हैं तभी हमें दूसरी तरफ दिखाए जाता है एक विलन को जिसके आदमी एक लड़की के परिवार को पकड़ कर लाते हैं जिसका नाम भानु प्रताप होता है भानु प्रताप वकील से बोलता है इसने मेरे बेटे अभिमन्यू पर केस किया है किस वजह से बताना तो वकील बताता है कि यह लड़की कॉलेज से आ रही थी तब अभिमन्यु साहब ने अपनी गाड़ी में उठा लिया और उसके कपड़े फाड़ दिए तो भानु प्रताप बोलता है अरे बस कपड़े फारे ना रेप तो नहीं किया ये तो गलत है तभी लड़की बोलती है मैं तेरे बेटे को सजा दिलवाकर रहूंगी चाहे कुछ भी हो जाए मैं हाई कोर्ट जाऊंगी तू मुझे जानता नहीं है मैं छोडूंगी नहीं तेरे बेटे को भानु प्रताप बोलता है चुप हो जा लेकिन लड़की बोलती ही जा रही थी इस वजह से भानु प्रताप चाकू उठाता है और तीनों को मार डालता है

दूसरी ओर हम देखते हैं कि भैया जी ने अपने दो आदमियों भोला और यश को भेजा था वेदांत को लाने के लिए मगर उन्हें वेदांत कहीं भी नहीं दिखता है इसलिए वो भैया जी को फोन करते हैं भैया जी से बोलते हैं भैया जी यहां पर तो वेदांत है ही नहीं उनका फोन भी नहीं लग रहा है भैया जी बोलते फोन नहीं लग रहा है मतलब उसके बाद भैया जी खुद ही वेदांत के फोन पर फोन करके देखते हैं लेकिन फोन नहीं लगता है उसके बाद भैया जी अपनी अलमारी को खोलते हैं और उसमें से एक डायरी निकालकर वेदांत के सारे दोस्तों को कॉल करने की कोशिश करते हैं मगर इस बात की खबर वेदांत के किसी भी दोस्त को नहीं थी

 

उसके बाद में अम्मा जी बोलती है क्या हुआ वेदांत को भैया जी बोलते अरे कुछ नहीं हुआ मोबाइल चोरी हो गया होगा या फिर गिर गया होगा आप चिंता मत करो मिल जाएगा टेंशन मत लो आ जाएगा हमारा वेदांत बच्चा नहीं है बड़ा हो चुका है बड़ों जैसा बात करता है तभी भैया जी मतलब रामचरण के पास कॉल आता है पुलिस वाले का बोलता है मैं दिल्ली से बोल रहा हूं आप आ सकते हो क्या मुझे नंबर मिला है एक लड़के के पास से उसका एक्सीडेंट हो गया है छोटा मोटा रामचरण बोलता है छोटा मोटा उसके बाद भैया जी बोलते हैं ठीक है मैं आ रहा हूं दिल्ली इसके बाद भैया जी भोला और यश के साथ निकल पड़ते हैं दिल्ली की ओर

उसके बाद वेदांत की मम्मी आ जाती है जिसे कि भैया जी छोटी अम्मा कह कर बुलाते हैं वह कहती है क्या हुआ मेरे बच्चे को भैया जी बोलते हैं कुछ नहीं एक्सीडेंट हो गया है छोटा मोटा टेंशन मत लो खरोच वाला एक्सीडेंट हुआ है मैं लेके आ रहा हूं ना तुम डरो मत चिंता मत करो उसके बाद भैया जी अपने होने वाली बीवी मिताली से कहते हैं की मैं आता हूं लेके अपने भाई को तुम अम्मा जी को संभालना उसके बाद में भैया जी मतलब रामचरण पहुंच जाते हैं दिल्ली पुलिस वाले के पास और बोलते हैं हां भाई साहब क्या हुआ मेरे भाई को पुलिस वाला मगन बोलता है आपके भाई का एक्सीडेंट हो गया उसने दारू पी रखी थी और रास्ते के बीच में आ गया था तभी मगन एक आदमी को बुलाता है और कहता है कि इसी के गाड़ी से आपके भाई का एक्सीडेंट हुआ है वो बताने लगता है तो मैं गाड़ी ले जा रहा था खुला रास्ता था मैं तेज चला रहा था तभी दारू पीके एक आदमी आ गया और ठुक गया भैया जी ये बात मानने के लिए तैयार नहीं थे मगन से बोलते हैं कि सर जी मेरी बात तो मेरे भाई से हो रही थी रास्ते में उसने मुझे बताया था कि मैं छोले भटूरे खाने के लिए स्टेशन के पास रुका हूं भूख लगी है इसीलिए और मैं ट्रेन से आ रहा हूं

भैया जी यह सब सुनकर काफी परेशान हो चुके थे तभी ऑफिसर कांस्टेबल को बोलता है कि जाओ उस लड़के का कपड़ा लेकर आओ ऑफिसर कहता है यह उस बॉडी से सामान मिला है तो भैया जी बोलते हैं मतलब मेरा भाई मर गया नहीं हो सकता मैं मानूंगा ही नहीं तभी भोला उसे समान को देखता है और भोला बोलता है भैया जी सामान तो वेदांत भैया का ही है इस वजह से भैया जी चिल्ला कर बोलते हैं कि चुप हो जा हमारा वेदांत नहीं है उसके बाद में भैया जी गुस्सा होकर बाहर चले जाते है फिर उसके बाद वह वापस आते हैं और ऑफिसर से पूछते हैं कहां है मेरा भाई ऑफिसर बताता है की मुर्दा घर में

क्योंकि जो मर जाते हैं उसे मुर्दा घर में ही रखा जाता है इसके बाद भैया जी को पुलिस वाला गगन वाह लेकर जाता है तो पता चलता है की मार्क में से बॉडी ही गायब है जिस वजह से भैया जी के आदमी मार्क में काम करने वाले उसे आदमी को पीट देते हैं और बोलते कि बॉडी कहां है वह आदमी बताता है कि शायद भैया हड़बड़ी में कोई और ही उसे बॉडी को लेकर गया है और वह बॉडी का अंतिम संस्कार भी करने ही वाला है भैया जी के आदमी कहते हैं की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई बॉडी को किसी और के हाथ में दे देने की वह कहता है गलती हो गई साहब

जो पुरानी बॉडी हो जाती है जिससे कोई क्लेम नहीं करता है तो उसे अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया जाता है और उसी में आपके भैया की बॉडी भी गलती से चली गई उसके बाद रामचरण को याद आता है कि जब वह घुस रहा था तो उसने देखा था कोई बॉडी को लेकर जा रहा था पर रामचरण ने उस पर ध्यान नहीं दिया क्योंकि उसको तो वेदांत से मिलने की उम्मीद थी जिसके बाद रामचरण पहुंच जाता है शमशान घाट पर वहां पर रामचरण भागते हुए जाता है कि अपने भाई की आखरी बार शक्ल तो देख ले

दूसरी तरफ हम देखते हैं कि वेदांत की बॉडी को भानु प्रताप और अभिमन्यु क्लेम करते हैं जहां हम देखते हैं कि वेदांत चिता पर लेटा हुआ था और उसकी सांसे चल रही थी तभी अभिमन्यु अपने डैड को बोलता है की इसकी तो सांसें चल रही हैं भानु प्रताप बोलता है कोई बात नहीं अभी मर जाएगा और उसे जिंदा ही श्मशान घाट वाले इलेक्ट्रिक मशीन में डाल देते हैं जैसे कि मिर्जापुर में मुन्ना भैया मशीन में डाल दिया गया था जहां पर की घंटे में ही बॉडी राख में बदल जाती है उसके बाद वह लोग वहां से चले जाते हैं

तभी वहां पर भागते हुए रामचरण पहुंच जाता है और तब तक उसे मशीन का दरवाजा लग चुका था जिससे रामचरण फूट फूट के रोने लगता है और चीखता क्योंकि इसका भाई तो चला गया और इसके बाद में वो अस्थियों को कलश में भरकर चल पड़ता है घर की ओर तभी वो याद करता है बीते हुए कुछ पलों को जिसमें उसकी मां मतलब छोटी मां और वेदांत और भैया जी तीनों बात कर रहे थे भैया जी बोल रहे थे देखा छोटी मां यह पैसों की बर्बादी करता है मतलब थोड़ा सा दूर ही तो है दिल्ली मगर यह बाबू साहब प्लेन से जा रहा है जिसमें वेदांत कहता है की भैया मैं प्लेन से 1 घंटे में पहुंच जाऊंगा और ट्रेन से जाने में मुझे 7 घंटे लग जाएंगे आप नहीं समझोगे टाइम इस मनी भैया जी बोलते मनी की वेस्टिंग है समझने की कोशिश कर भैया जी बोलते हैं तुझे पता है बड़ा कौन है मैं हूं तो फिर मेरी बात माना करो हर समय अपनी बात मत चलाया करो

उसके बाद मूवी फ्लैशबैक से निकलकर प्रेजेंट में आती है भैया जी मतलब रामचरण के पास मैसेज आता है वेदांत के दोस्त मोहन और अभिषेक का उसमें लिखा था भैया जी प्लीज हमें आपसे बात करनी है वेदांत के बारे में जिसे सुनकर भैया जी बोलते हैं अभी तुम हो कहां वह लोग कहते हैं कि मैं स्टेशन पर ही हूं भैया जी कहते हैं ठीक है मैं स्टेशन पर आ रहा हूं वही मिलो मुझसे

 

वेदांत के दोस्त बोलते हैं भैया जी बहुत मारा उन लोगों ने वेदांत को भैया जी बोलते मारा मतलब उसका दोस्त बताता है कि हम स्टेशन पर पराठा खाने के लिए रुके थे उसके बाद मूवी फ्लैशबैक में जाती है वेदांत का फोन बजता है वेदांत भैया जी से बात कर रहा था कि भूख लगी है हम स्टेशन के पास खाना खाने के लिए रुके हैं जल्दी आ जाएंगे तो भैया जी कहते हैं कि कुछ पैक करा लेना रास्ते में काम आएंगे और फोन कट हो जाता है तभी मोहन बोलता है की पेशाब करने के लिए भी अपने भाई से पूछ कर करता है क्या वेदांत कहता है नहीं यार मेरे भैया को चिंता रहती है मेरी मुझसे बहुत ज्यादा प्यार करते हैं ना इसलिए

तभी वहां पर अभिमन्यु आ जाता है और उसके आदमी वेदांत से पराठे के लिए बहस करने लगते हैं जिस्म की वेदांत का पराठा छीन लेते हैं और उसे मारने लगते हैं वेदांत सिर्फ अपने दोस्तों को बचाने की कोशिश कर रहा था जिस वजह से अभिमन्यु का चेहरा जल गया जिस वजह से अभिमन्यु को गुस्सा आ गया और उसने गाड़ी से वेदांत के ऊपर गाड़ी को चढ़ा दिया

इसके बाद कहानी प्रेजेंट में आ जाती है वेदांत के दोस्त भैया जी से पूछते हैं की वेदांत ठीक तो है ना रामचरण बोलता हैं ये देखो तेरा तुम्हारा हट्टा कट्टा दोस्त एक कलसे में जा रहा है देखो ठीक है वह उसके बाद भैया जी रोने लगते हैं और कहते हैं अब तुम जाओ यहां से भागो बहुत अच्छी दोस्ती निभाई तुमने मरने के लिए छोड़ दिया उसे उसके बाद में रामचरण अपने आदमी से बोलता है पुलिस वाले ने कहा था कि एक्सीडेंट हुआ है मगर यहां तो मेरे भाई का मर्डर हो गया उसके बाद में ये जाने लगते हैं तभी यस के पास में कॉल आता है मिताली का मिताली बोलती है कोई भी फोन नहीं उठा रहा है क्या चक्कर है बताओ तो सही क्या हुआ वेदांत कहां है और भैया कहां है तुम्हारे मुझे बात करनी है उनसे यस मिताली को बताता है वेदांत भैया अब नहीं रहे दुनिया में वेदांत मारा गया इस बात से मिताली सोच में पड़ जाती है इसके बाद सभी गांव वालों को इस बारे में पता चल जाता है उसके बाद भैया जी पहुंच जाते हैं कलसे को हाथ में लेकर अपने गांव में सभी रोने लगते हैं तभी छोटी मां आती है और भैया जी को मारने लगती है और बोलती है सौतेला भाई था ना तेरा इसलिए तूने नहीं बचाया अगर सगा होता तो तेरा खून खोलता मुझे इसका बदला चाहिए तभी मेरे बच्चे की आत्मा को शांति मिलेगी जा उन सबको मार दे रामचंद्र बोलता है नहीं छोटी अम्मा नहीं संभालो अपने आप को मैं पहले अपने भाई का अंतिम संस्कार करूंगा उसे पिंडदान करूंगा उसके बाद मैं देखूंगा

उसके बाद में रामचरण अपने भाई का अंतिम संस्कार करता है अस्थियों को विसर्जित करता है उसके बाद पिंडदान होता है और एक प्लेट में पिंड को रखा जाता है जिसमें कौवा को उस पिंड को खाना होता है लेकिन कौवा आता तो है मगर वह नहीं खाता है छोटी अम्मा बोलती है रामचरण देख नहीं खाया कौवे ने पिंड को भी मेरे बेटे को शांति नहीं मिली प्रतिशोध चाहिए मुझे समझा तू तूने कहा था मेरे बेटे को शांति मिल जाएगी लेकिन नहीं मिल पाई रे रामचरण जिंदा में कुछ नहीं कर पाया तो कम से कम मरने पर तो कुछ कर उसके बाद में हम देखते हैं भैया जी को गुस्सा आ गया इसके बाद वह एक कमरे में जाता है और उसे कमरे को देखकर ऐसा लग रहा था कि सालों से उसे कमरे में कोई नहीं गया और उसे कमरे में से एक फावड़े को निकलता है उसे फावड़े को देखकर सभी गांव वाले कहते हैं कि शैतान जाग गया है इस मुसीबत को किसने बुला ली

उसके बाद हम रामचरण के फ्लैशबैक को देखते हैं रामचरण ने न जाने कितने लोगों को मारा है वह अपनों के लिए एक अच्छा इंसान बनकर रह रहा था वह कहता है मेरी इस जंग ने मेरे ही अपनों की जान ले ली अब मुझे फिर से वही पहले वाला भैया जी बनने पर मजबूर किया गया है जितने भी अपराधी हैं मैं किसी को छोडूंगा नहीं मैं प्रतिशोध लूंगा उसके बाद में अम्मा जाती है और संदूक खोलती है और रामचरण के पिताजी के मूर्ति में एक बिल्ला रखा हुआ था और उसे बिल्ली को उसकी अम्मा देती है और वह बिल्ला शहर में घुमाया जाता है भैया जी के लोग जहां-जहां उसे बिलले को लेकर जा रहे थे तो दुकानों किस शटर बंद और सभी लोग हथियार निकाल कर भैया जी के पास पहुंच जाते हैं

जिसे देखकर बड़े-बड़े अधिकारी की मूत निकल गई थी यह सब देखकर हमें पता चल रहा था की भैया जी की पुरानी स्टोरी बहुत ही भयंकर है और इस मूवी में पुरानी स्टोरी का जिक्र नहीं किया गया है हो सकता है की भैया जी द कंक्लुजन मेंकर बनाने की कोशिश कर रहे होंगे उसके बाद भैया जी छोटी अम्मा को बोलते हैं की अम्मा मैं उन्हें छोडूंगा नहीं तुम चिंता मत करो उसके बाद भैया जी पहुंच जाते हैं दिल्ली

दिल्ली पहुंच कर सबसे पहले वह वहीं पुलिस ऑफिसर मगन को उठा लेते हैं जब वह देखता है भैया जी को तो वह कहता है की अरे आप तो मुझे गांव के शरीफ से इंसान लगे थे ऐसा काम भी करोगे क्या आप ये तो गलत बात है फिर मगन बोलता है अब आप मुझे मारोगे टॉर्चर करोगे मैं कहूंगा मुझे नहीं पता फिर आप और ज्यादा मारोगे मैं बोलूंगा मुझे नहीं पता सच्ची में फिर उसके बाद आप मुझे छोड़ दोगे मुझे ऐसे मुझे मार खाने का शौक नहीं है मैं सिर्फ रिश्वत खाता हूं मार नहीं खाता हूं मैं सीधी बात तुमसे पूछता हूं आखिर क्या चाहते हो तुम मुझसे यही ना तुम्हारे भैया को किसने मारा बताता हूं ना तुम्हारे भाई को भानु प्रताप ने मारा है जो दिल्ली का सबसे बड़ा गैंगस्टर है तुम उसका कुछ भी बिगाड़ नहीं सकते हो बुरा सपना समझ कर भूल जाओ वरना अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठोगे उसके बाद रामचरण एक फोन निकाल कर देता है और कहता है उसे फोन करो जिससे कि पुलिस ऑफिसर भी समझ गया था कि यह भी कोई कम नहीं है और उससे फोन करना पड़ता है भैया जी कहते हैं तुमसे मुलाकात बहुत जल्द मेरी होगी

 

पुलिस वाला भानु प्रताप कि घर पहुंच जाता है और वह भानु प्रताप को कहता है भाई साहब मैंने सब कुछ बता दिया भैया जी को भानु प्रताप कहता है यह भैया जी कौन है मगन कहता है जिस लड़के को मारा था ना अभिमन्यु ने उसका बड़ा भाई है उससे मैंने सब कुछ बता दिया भानु प्रताप कहता है की क्यों बता दिया बेवकूफ किस बात के पैसे लेता है तू मुझसे मगन कहता है कनपटी पर बंदूक रखी है बहुत डर लग रहा है यह लोग तो फवारा लेकर घूम रहे हैं उसके बाद में भानु प्रताप अपने आदमियों से पूछता है जानता है कि कौन है भैया जी तभी पंडित जी आते हैं और यह नाम सुनकर कांप जाते हैं क्या आपने अभी भैया जी का नाम लिया भानु प्रताप कहता है तेरे पसीने क्यों छूट गए पंडित जी कहते हैं अगर आप जी भैया जी की बात कर रहे हैं और जिस बारे में मैं सोच रहा हूं अगर वह दोनों एक ही आदमी है तो महासंग्राम होने वाली है उसका शेर का कलेजा है बड़ा डेंजर आदमी है वह और उसके बाप ने कई बुरे लोगों को समसान घाट पहुंचाया है मैंने उसे देखा है और उसकी आवाज भी सुनी है तभी अभिमन्यु के पास कॉल आता है मगन बोलता है उसी का होगा भैया जी का उठा लो पंडित बोलता है उठाओ स्पीकर पर डाल देना मुझे उसकी आवाज सुननी है भैया जी बोलते हैं हेलो भानु प्रताप भैया जी बोल रहे हैं पंडित जी कहता है फोन काटो जल्दी से या वही भैया जी है अभिमन्यु कहता है की डैडी उसे मसल कर रख देंगे आने दो उसको उसके बाद भानु प्रताप के घर में गाड़ियों की लाइन लग जाती है जिस गाड़ी के आगे शेर का बिल्ला लगा हुआ था उसके बाद पंडित जी भानु प्रताप को कहते हैं की भैया जी तो पूरे गांव को लेकर आ गए हैं उसके बाद में भैया जी मतलब रामचरण आते हैं और भानु प्रताप से बात करते हैं और भानु प्रताप भैया जी के दर से अभिमन्यु को दूसरे रूम में छुपा देता है भानु प्रताप का आदमी अभिमन्यु को वीडियो कॉल करता है कि यह देख यही भैया जी हैं जिससे कि अभिमन्यु देख ले की वहां क्या हो रहा है

उसके बाद भैया जी बोलते हैं सरकार आपके बेटे ने मेरी नन्ही सी चिड़िया को उड़ा दी मतलब की मार दिया मेरे भाई की आत्मा भटक रही है आपका बेटा मुझे चाहिए ताकि मैं उसको मार कर अपने भाई की आत्मा को शांति दिला पाऊं उसके बाद भानु प्रताप कहता है की देखिए जो भी कुछ हुआ वह गलती से हुआ है इसलिए मैं आपसे हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं प्लीज मेरे बच्चे को छोड़ दीजिए तो भैया जी कहते हैं ऐसे कैसे छोड़ देंगे देखो मेरा भाई आपके पीछे ही खड़ा है उसको अभी तक मुक्ति नहीं मिली है भटक रहा है बेचारा आप प्लीज आप अपना बेटा मुझे सौंप दो

उसके बाद भानु प्रताप कहता है मेरा बेटा छोड़कर तुम चाहे जो मांग लो मैं तुम्हें दे दूंगा मैं तुम्हारे बेटी की कीमत में 50 लाख दूंगा उसे लो और वापस यहां से चले जाओ भैया जी कहते हैं हम आपको 2 करोड़ देते हैं आप अपने बेटे को दे दीजिए

भानु प्रताप जान चुका था कि सामने खड़ी पार्टी कोई आम आदमी नहीं है वह कहता है कि देखो मैं तुमसे अभी तक प्यार से पेश आ रहा था क्योंकि तुम्हारा भाई मर गया लेकिन तुम तो मेरे बेटे को लेने के लिए आए हो और ऐसा हरगिज नहीं हो सकता है भैया जी बोलते हैं देखो तुम्हारे बेटे को तो हम मार ही देंगे और हां एक मर्द बनने की कोशिश करना अपने बेटे को विदेश मत भेज देना उसके बाद भैया जी वहां से चले जाते हैं भैया जी के साथ में गांव के सभी लोग यहां तक की बूढ़े बुजुर्ग भी दिल्ली पहुंच गए थे भैया जी उन सभी को जाने के लिए बोलते हैं मगर बूढ़े लोग कहते हैं कि हम आपके साथ हैं हम उन्हें छोड़ेंगे नहीं जिंदा मार देंगे आप टेंशन मत लीजिए भैया जी बोलते हैं आप लोग की एक पैर तो ऑलरेडी कबड़ में लटकी हुई है आप लोग कुछ भी नहीं कर सकते हैं तो उसमें से एक बूढ़ा आदमी बोलता है तुम्हे पता नहीं है जवानी में क्या-क्या किया हमने भैया जी बोलते है समझने की कोशिश कीजिए आप लोग घर जाइए अम्मा जी घर पर अकेली है भैया जी भोला और शिबू को बोलते हैं कि इन सभी को घर छोड़कर आओ तभी उसमें से एक बूढ़ा आदमी कहता है मेरे पास प्लान है सभी लोग कहते हैं प्लान क्या है

उसके बाद हम देखते हैं की अभिमन्यु अपने दोस्तों के साथ बैठा हुआ था उसके दोस्त कह रहे थे मुझे तो ऐसा लगता है भैया जी आएंगे हमें मार देंगे तभी एक को भैया जी दिखते हैं और उनके हाथ में फावड़ा थी तभी अभिमन्यु कहता है कि यह भैया जी भैया जी कहकर मेरी जान खा चुका है

 

उसके बाद मिताली छोटी अम्मा के लिए खाना बना के लाती है बोलती है अम्मा जी खाना खा लीजिए अम्मा खाना खाती है और बोलती है अम्मा जी एक बात पूछूं अम्मा कहती है पूछ बेटा अम्मा जी आपको भी लगता है कि मैं अब शगुन हूं गांव के सभी लोग कह रहे हैं आते ही घर के छोटे बेटे को खो गई अम्मा जी बोलती है नहीं उसका जाना तो नियति में था इसमें तेरा क्या दोस् तू लोगों की बात पर ध्यान मत दे तू भैया जी की पत्नी है तुझे साम्राज्य संभालना है अगर तू ऐसे टूट जाएगी तो लोग तुझे बर्बाद कर देंगे अपनी मुट्ठी को बंद कर रख तभी तो ताकत मिलेगी उसके बाद मिताली कहती है आप रामचरण को जाने से रोक सकती थी अब न जाने क्या पता कि क्या हो जाए छोटी अम्मा कहती है नहीं ऐसा कुछ नहीं होगा

उसके बाद हम देखते हैं की एक गुंडे के पास कॉल आता है की एक आदमी को मारना है वह आदमी कहता है हो जाएगा भैया जी अब यह भैया जी किसको कह रहा था इसके बारे में हमें आगे पता चलेगा उसके बाद में हम देखते हैं अभिमन्यु अपने आदमियों के साथ निकल चुका है एयरपोर्ट जाने के लिए दूसरी ओर भैया जी को मालूम चल जाती है की अभिमन्यु देश छोड़कर बाहर जा रहा है क्योंकि भानु प्रताप के महल में काम करने वाला एक आदमी इस बात की खबर भैया जी को देता है उसके बाद भैया जी अभिमन्यु को पकड़ने के लिए और वो गुंडा भी अभिमन्यु के पीछे पड़ जाता है उसे मारने के लिए भगता है तही वहां पर रामचरण आ जाता है और उसे अपने पास बुलाता है और कहता है कि तुम्हें यह चाहिए क्या मेरा इससे कुछ हिसाब है मुझे पहले पूरा कर लेने दो उसके बाद वहां पहुंच जाता है भानु प्रताप और यहां पर बात पता चलती है कि इस गुंडे को भानु प्रताप में ही कॉल किया था वह गुंडा भानु प्रताप के पेड़ को छूता है उसके बाद भानु प्रताप कहता है कि मैं तेरे भाई को जिंदा जला दिया था अब तुझे जिंदा जलाऊंगा

उसके बाद बारिश स्टार्ट हो जाती है भोला और यश कहीं दूर खड़े थे भोला यश को बोलता है कि चलो यहां से हम भैया की मदद करते हैं मगर यश कहता है कि नहीं भैया जी ने हमें यही पर खड़ा रहने के लिए कहा है वहां नहीं जाना है उसके बाद भैया जी के सामने सारे गुंडे खड़े हो जाते हैं भैया जी को मारने के लिए भानु प्रताप कहता है कि फंस गया ना मेरे प्लान में अब तुझे कौन बचाएगा उसके बाद रामचरण अपने गमछे को कमर से बांध लेता है और अपना फावड़ा निकाल लेता है और सभी गुंडो की हालत टाइट कर देता है और कुछ समय बाद वक्त ऐसा आता है कि भैया जी का फावड़ा अभिमन्यु के गर्दन पर लगने ही वाला था मगर भानु प्रताप गोली चलाता है और भैया जी उसे पुल से नीचे पानी में गिर जाता है उसके बाद भानु प्रताप के आदमी भी पानी में गोली मारते हैं भानु प्रताप कहता है कि कुछ भी हो उसकी बॉडी मिलनी चाहिए उसके बाद सभी लोग ढूंढने लगते हैं भोला और यश तो पहले से ही तैयार थे वह पानी में से भैया जी की बॉडी को बाहर लेकर पहुंच गए थे एक जगह पर और वह फोन करते हैं मिताली को और बताते हैं की भाभी जी गलत हो गया भैया जी को गोली लग गई है और हम लोग छुपाते फिर रहे हैं क्योंकि भानु प्रताप के आदमी चारों तरफ फैले हुए हैं और हम भैया जी का इलाज भी नहीं कर पा रहे हैं

यह बात जैसे ही अम्मा जी को पता चलती है वह निकल पड़ती है तुरंत मिताली के साथ में उसके बाद मिताली अपने घर जाती है और उसके घर वाले बोलते हैं कि क्या जरूरत है उसे आदमी के पीछे पढ़ने की तेरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी अभी सिर्फ सगाई हुई है उसे तोड़ भी सकती है तेरी शादी दूसरे से कर देंगे समझने की कोशिश कर मिताली बोलती है क्या अगर मेरी शादी हो जाती दो बच्चे हो जाते हैं उसके बाद भी आप ऐसा ही कहते आपको शर्म नहीं आती मैं उसे आदमी को कैसे छोड़ सकती हूं जिससे मैं बहुत प्यार करती हूं मैं उसे नहीं छोडूंगी मैं जा रही हूं उसके पास में उसके बाद अम्मा जी और मिताली दोनों पहुंच जाते हैं रामचरण के पास में भोला और यश बताते हैं कि भैया जी को लेकर कैसे हॉस्पिटल जाएंगे अम्मा जी उसके बाद मिताली और अम्मा जी एक डॉक्टर को लेकर आती हैं और भैया जी का गोली निकलती है कुछ समय बाद भैया जी को थोड़ा-थोड़ा होश आता है तो भैया जी मिताली से बोलते हैं देखो तुम एक काम करो दूसरी जगह शादी कर लो मेरी जिंदगी खतरे में है हमको कोई भी मार देगा मैं नहीं चाहता हूं कि तुम्हारी जिंदगी खराब हो जाए मिताली रहती है आप सबके लिए होंगे भैया जी मगर मेरे लिए नहीं और हां अगर ज्यादा बोल ना तो टैंक लेंगे उधेर ऐसा कभी सोचा भी मत कभी तुम्हारे भाई के लिए कभी अम्मा जी के लिए कभी गांव के लिए 15 साल से इंतजार कर रही हूं मैं तुम्हारा अब शादी मेरी तुमसे ही होगी चाहे कुछ भी हो जाए समझे

उसके बाद भैया जी स्माइल दे देते हैं उसके बाद में अम्मा जी से बात करते हैं बोलते हैं अम्मा जी आप गांव जाओ मैं कुछ नहीं सुनूंगा भैया जी यश को बोलते हैं अम्मा जी को गांव पहुंचाने का इंतजाम करो अम्मा जी बोलती है बेटा समझने की कोशिश कर भैया जी बोलता है नहीं अम्मा यह प्रण मेरा है मैं अपने भाई को शांति दिलाना चाहता हूं मोक्ष दिलाना चाहता हूं ये लड़ाई मेरी है आप समझने की कोशिश करो आपको कुछ हो गया तो मैं अपने आप को माफ नहीं कर पाऊंगा प्लीज चले जाओ उसके बाद अम्मा जी को गांव पहुंचा दिया जाता है दूसरी तरफ मिताली भैया जी के साथ एक जंगल के पहाड़ी इलाके में बैठी थी क्योंकि भानु प्रताप के आदमी हर जगह भैया जी की तलाश कर रहे थे

 

उसके बाद भानु प्रताप के आदमी आते हैं और कहते हैं कि पूरा जंगल जान मारा मगर भैया जी कहीं नहीं मिला भानु प्रताप का पंडित कहता है कि यह तो गलत हो गया है भैया जी की बॉडी नहीं मिली भानु प्रताप पंडित जी से कहता है कि तुम्हें क्या लगता है कि वह उठकर फिर से मुझे मारेगा अब वह कुछ भी नहीं कर सकता है मर चुका है साला

पंडित जी बोलते हैं कि वह ऐसा आदमी है कि वह मरते मरते भी चार आदमी को मार कर मारेगा उसके बाद पंडित जी एक कहानी बताता है वह कहता है कि एक समय भैया जी ने एक आदमी को करने के लिए 10 साल हॉस्पिटल में रखा उसका हॉस्पिटल का पूरा का पूरा बिल भैया जी ने पे किया और जब वह ठीक हो गया उसके बाद उसे आदमी को मारा उसके बाद अभिमन्यु भड़क जाता है और कहता है क्या भैया जी भैया जी का रट लगा रखा है वह तेरी रिश्तेदार लग रहे हैं क्या वह कहता है कि उसे आदमी को भैया जी नहीं बल्कि कुत्ता कहकर बुलाओ गगन कहता है कि कुत्ता भी तो वफादार होता है ना

उसके बाद यह कहानी पॉलिटिक्स के अंदर घुस जाती है जहां पर की एक मंत्री कहता है कि यह भैया जी का मैटर है इसमें हम लोग ना ही पड़े तो बेटर है भैया जी जानी-मानी हस्ती है और भानु प्रताप भी जानी-मानी हस्ती है इनमें से कोई भी मारेगा तो हमारी पार्टी डूब जाएगी और हम साथ रहे तो भी हम डूब जाएंगे इसीलिए पार्टी के मेंबर भानु प्रताप को कॉल करते हैं और कहते हैं की सर सर भैया जी आपके सामने एक माचिस की डिब्बी के बराबर है और आप हमारी सहायता लगे तो आपकी थूथू हो जाएगी उसके बाद भानु प्रताप टशन में आकर कहता है कि मैं संभाल लूंगा तुम टेंशन मत लो

उसके बाद में हमें दिखाया जाता है कि पंडित जी को पता चल जाता है कि भैया जी कहां पर छुपे हुए हैं भानु प्रताप के आदमी पहुंच जाते हैं उसके बाद मिताली भैया जी को झाड़ी में छुपा देती है और अपना सूटकेस खोलती है और उसमें से एक गण को निकलती है क्योंकि मिताली ने शूटिंग में मेडल जीती है वह एक बहुत बड़ी शूटर है उसके बाद मिताली एक-एक करके भानु प्रताप के सभी आदमियों को मारती है उसके बाद एक समय पर मिताली को भानु प्रताप के आदमी पकड़ लेते हैं और उसे जान से मरने ही वाले थे तभी भैया जी वहां पर पहुंच जाते हैं और फिर वह दोनों मिलकर उसके गुंडे को मारते हैं

दूसरी तरफ हम देखते हैं कि गांव में अम्माजी ने अपने बच्चे वेदांत के लिए वहीं पर खाना रखी थी लेकिन कौवा आता है और आज भी खाना नहीं खाता है अम्मा जी के पास में उसकी पड़ोसन आती है और कहती है कि वेदांत का अभी भी कुछ रह गया है जिसके कारण वह अभी भी भटक रहा है अगर उसकी ऐसी कोई चीज है तो उसे गंगा में विसर्जन कर दो उसके बाद अम्मा जी घर के अंदर जाती है और वेदांत का बल्ला निकाल कर लाती है और उसे बल्ले से जुड़ी हुई थी वेदांत का बचपन उसके बाद विसर्जन करके अम्मा की रोने लग जाती है

दूसरी ओर कुछ बूढ़े लोग अपनी टीम बना रहे थे एक बूढ़ा कहता है कि हमारे पास में प्लान है और वह पंडित जी के पास में जाते हैं वह कहते हैं कि तुम्हें याद है ना कि भैया जी ने तुम्हारी कितनी मदद की थी जब तुम अपने परिवार को इस गांव में लेकर आए थे जब एक बार तेरे पूरे परिवार को किडनैप कर लिया गया था उसे बचाया तो गया था तू बस इतना ही जानता है लेकिन तेरे परिवार को बचाने के चक्कर में भैया जी के पापा ने अपनी जान दे दी उसके बाद पंडित जी कहता है कि हमें भी भैया जी को बचाना होगा

उसके बाद हम देखते हैं कि भानु प्रताप अपने बेटे अभिमन्यु को कहता है कि इलेक्शन के लिए पैसा भिजवाना है इन बक्सों को तो ट्रेन पर पहुंचा दे उसके बाद अभिमन्यु अपने दोस्तों के साथ में चल पड़ता है उसके बाद फिर से उसका दोस्त कहता है कि अरे भैया जी आ गए हैं तो अभिमन्यु कहता है कि तू भैया जी भैया जी का करके मेरा दिमाग खराब कर रहा है हम उनको इतनी इज्जत क्यों दें उसके बाद सच में भैया जी ट्रेन के ऊपर खड़े थे उसके बाद भैया जी अभिमन्यु के सारे आदमी को मारने लगते हैं उसके बाद भैया जी अभिमन्यु को ट्रेन की पटरी पर लिटा कर उसके गर्दन पर अपना पैर रख देते हैं तभी अभिमन्यु के फोन पर भानु प्रताप का फोन आता है और भानु प्रताप वीडियो कॉल करके दिखाता है कि उसने अम्मा जी को पकड़ कर लटका रखा है भैया जी देखते हैं की नीचे आग जल रही है और अम्मा जी ऊपर लटकी हुई है

उसके बाद भैया जी अभिमन्यु को गाड़ी के आगे बांधकर पहुंच जाता है और वहां मारपीट स्टार्ट हो जाती है उसके बाद भानु प्रताप आ जाता है और बोलता है मैं तेरे भाई को जिंदा जलाया था और तुम्हें भी मारूंगा ऐसा लगता है पूरे खानदान को आग की लपटों से बहुत प्यार है उसके बाद अम्मा इस बात को कुछ सुनकर दंग रह जाती है और कहती है कि तूने मेरे बेटे को जिंदा जलाया और कहती है कि रामचरण मुझे बदला चाहिए बेटा कुछ भी हो जाए मुझे बदला चाहिए उसके बाद रामचरण के मन में बदले की भावना जाग उठती है

उसके बाद पंडित जी के बिछाए हुए जाल में भानु प्रताप और अभिमन्यु फस जाता है पंडित जी का प्लान यह था कि घर में जितने भी काम करने वाले हैं सब एक जगह पर कोई हथियार को छुआ देंगे जिससे कि वह सभी हथियार टाइम पर भैया जी के हाथ में पहुंच जाए उसके बाद जितने भी बूढ़े रामचरण के साथ में आए थे जिन्होंने यह प्लान किया था वह अम्मा जी को लेकर वहां से निकल जाते हैं उसके बाद वहां पर मिताली भी पहुंच जाती है और धमाके होने लगते हैं फिर भैया जी का गोली खत्म हो जाता है तभी भैया जी देखता है फ्रिज पर पंजे का निशान मतलब हल्दी का निशान और बाबा का हल्दी का निशान याद करता है और उसके बाद उन सभी को मारने लगते हैं मिताली भी सभी को मार रही थी

 

उसके बाद उन दोनों की गोली खत्म हो जाती है इसीलिए वह दोनों बुग्गी के नीचे घुस जाते हैं और रामचरण उन सभी लोगों को मारता है और अभिमन्यु के ऊपर उस बुग्गी पटक देता है और बग्गी को उठाकर भानु प्रताप के पेट में घुसा देता है और आग में धकेल देता है और वह दोनों जलकर वहीं पर मर जाते हैं उसके बाद हम देखते हैं कि गांव में वेदांत के लिए जो पिंड रखी गई थी वह आज भी वहीं पर पेड़ के नीचे लटका हुआ है और वहां पर कौवा आता है और खाकर चला जाता है इसका मतलब यह हुआ कि वेदांत को मोक्ष मिल गई है उसके बाद रामचरण को वेदांत की एक छवि दिखती है जिसमें की वेदांत हाथ जोड़कर प्रणाम करता है और उसके बाद गायब हो जाता है और यहीं पर यह मूवी खत्म हो जाती है

फ्रेंड्स अगर मैं अपनी ओपिनियन दूं इस मूवी को लेकर तो यह मूवी कुछ अलग है मूवी में काफी इंटरेस्टिंग मोड है जहां पर की आपको यह मूवी रुलाने पर मजबूर कर देगी उसे मां का दर्द आपको दिखाई देगा जिसने अपने बेटे को खो दिया है उसे बीवी का दर्द आपको दिखाई देगा जिसने अपने प्यार से शादी करने के लिए 15 साल इंतजार किया हो और शादी वाले दिन ही उसकी शादी ना हो पाई हो एक भाई जो अपने छोटे भाई की आत्मा को शांति दिलाने के लिए शरीफ बन चुका था वह फिर से एक बुरा इंसान बन जाता है यह मूवी परिवार के साथ भी आप देख सकते हैं

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स क्या आपको मालूम है घर से दूर जाकर अपने सपनों को पूरा करना कितना मुश्किल का काम है एक आदमी जब घर से बाहर जाता है काम करने के लिए तो वह सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि पूरी फैमिली के लिए जाता है और उसी में उसके साथ होने वाली घटनाओं से वह बेखबर होता है अगर आप भी घर से बाहर कहीं दूर जाकर कमाने के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले आप उसे मूवी को देख ले ताकि जो उसे मूवी में गलती हुई है वह गलती शायद आप ना करें मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

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