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तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2022 में आई हुई TRUE CRIME और DRAMA MOVIE Delhi Crime Season 2 के बारे में इस सीरीज में कुल मिलाकर 5 एपिसोड है और हर एपिसोड 35 से 55 मिनट के बीच का

यह कहानी रियल घटना से प्रेरित है आज से कुछ साल पहले दिल्ली में रात के समय कच्छा बनियान गैंग बूढ़े और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाया करते थे और उनके घर का सारा माल लूट कर ले जाया करते थे और उस लूट के चक्कर में बुजुर्गों की निर्मम हत्या कर देते थे जिसे देखकर पूरी दिल्ली हैरान थी कहा जाता है दिल्ली दिल वालों की है मगर जिनके पास दिल है वह अमीरों की सेवा करने में लगे हुए हैं वह अमीर जो देश के प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से सबसे ज्यादा पैसा कमाते हैं और ऐसे शहर की निगरानी रखना बहुत मुश्किल का काम है क्योंकि पुलिस अमीरों की लाइफ स्टाइल पर नजर नहीं रख सकती है और ना ही गरीबों के सपनों पर और इन सभी के बीच आप और हम जैसे ही दिखने वाले कभी-कभी ऐसे गुनाह और गुनहगारों का चेहरा दिख जाता है जो पुलिस के समझ से बाहर होता है तो प्लीज इस वीडियो को पूरा देखें फिर आपको मालूम चलेगा की दिल्ली में चड्डी बनियान गैंग का कितना खौफ हुआ करता था

इस मूवी के स्टार कास्ट की बात करें तो Shefali Shah है इस WEB SERIES में जिन्हें DCP Vartika Chaturvedi के नाम से जानेंगे

Rasika Dugal है इस WEB SERIES में जिन्हें Neeti Singh के नाम से जानेंगे

Anurag Arora है इस WEB SERIES में जिन्हें Sub-Inspector Jairaj Singh के नाम से जानेंगे

Rajesh Tailang है इस WEB SERIES में Inspector Bhupendra Singh के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस WEB SERIES में दिखाई देंगे

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2022 में आई हुई TRUE CRIME और DRAMA MOVIE Delhi Crime Season 2 के बारे में



यह कहानी रियल घटना से प्रेरित है आज से कुछ साल पहले दिल्ली में रात के समय कच्छा बनियान गैंग बूढ़े और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाया करते थे और उनके घर का सारा माल लूट कर ले जाया करते थे और उस लूट के चक्कर में बुजुर्गों की निर्मम हत्या कर देते थे जिसे देखकर पूरी दिल्ली हैरान थी कहा जाता है दिल्ली दिल वालों की है मगर जिनके पास दिल है वह अमीरों की सेवा करने में लगे हुए हैं वह अमीर जो देश के प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से सबसे ज्यादा पैसा कमाते हैं और ऐसे शहर की निगरानी रखना बहुत मुश्किल का काम है क्योंकि पुलिस अमीरों की लाइफ स्टाइल पर नजर नहीं रख सकती है और ना ही गरीबों के सपनों पर और इन सभी के बीच आप और हम जैसे ही दिखने वाले कभी-कभी ऐसे गुनाह और गुनहगारों का चेहरा दिख जाता है जो पुलिस के समझ से बाहर होता है तो प्लीज इस वीडियो को पूरा देखें फिर आपको मालूम चलेगा की दिल्ली में चड्डी बनियान गैंग का कितना खौफ हुआ करता था

फ्रेंड्स यह वीडियो दिल्ली क्राइम का सीजन 2 है अगर आपने दिल्ली क्राइम का सीजन 1 नहीं देखा है जिसमें की रात में एक अकेली लड़की के साथ बस वाले उसके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और उसे नगन अवस्था में हाईवे के नीचे फेंक देते हैं उन दरिंदों का यहां तक मन नहीं भरता जबकि लड़की के प्राइवेट पार्ट में हाथ घुस कर उसकी अत्रियों को खींच देते हैं अगर अपने दिल दहला देने वाली ऐसे वेब सीरीज को नहीं देखा है तो ऊपर ए बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में आपको लिंक मिल जाएगा जिसमें कि आप जान पाएंगे कि हमारे देश की महिला कितनी सुरक्षित है


दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 1

इस सीरीज की स्टार्टिंग रात के समय से होती है और उस रात बारिश भी काफी तेज हो रही थी जहां पर एक बुजुर्ग फैमिली अपने गेस्ट के साथ बातचीत कर रहे थे फिर जब बारिश तेज हुई तो गेस्ट ऊपर चले गए घर की मेड भी साफ सफाई करके अपने घर चली गई अब रात का समय था सभी लोग सोने के लिए चले गए थे तभी वहां कच्छा बनियान पहनकर लुटेरे आते हैं और घर में आकर वारदात को अंजाम दे देते हैं

अगली सुबह डीसीपी वर्तिका चतुर्वेदी जब अपनी बेटी के साथ बात कर रही थी जो कि विदेश में रहती है तब वहां एक हवालदार आकर बताता है कि एसएचओ सुभाष का फोन आया था 302 का मामला है फिर घर से निकलते समय मैडम एसएचओ भूपेंद्र को फोन करती है और भूपेंद्र नीती सिंह के पास फोन करता है हवालदार नीती सिंह को बताता है कि आपकी कार सासू मां लेकर गई है सब्जी लेने के लिए फिर वह अपने पति को कहती है कि सरकार ने यह गाड़ी मुझे सब्जी लाने के लिए नहीं दी मां का यह हर रोज का काम हो गया है फिर उसका पति बाइक पर उसको मोकाई वारदात पर छोड़ने के लिए जाता है क्राइम सीन पर डीसीपी मैडम के पहुंचने से पहले ही प्रेस रिपोर्टर पहुंच चुके थे फिर एसएचओ सुभाष मैडम को बताता है कि इस घर की दो एंट्री है एक आगे से एक पीछे से इस घर में दो बुजुर्ग रहते हैं राकेश और रोमिला अरोड़ा एम्स के रिटायर्ड डॉक्टर थे सुबह जब उनकी मेड मीना आई तो दरवाजे खुले पड़े थे उसीने हमें इस वारदात की सूचना दी थी फिर मैडम अंदर जाकर डेड बॉडीज को देखती है भूपेंद्र कहता है बड़ी ही बेरहमी से मारा गया है नाक और कान की ज्वेलरी खींच कर उतारी गई है ड्रावर में से भी सारा सामान गायब है ऊपर उनके गेस्ट भी थे उनको भी मार दिया गया है

मैडम कहती है यहां के सारे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकालो जय राज सिंह जब छत पर छानबीन कर रहा था तभी पीछे की गली में उसे एक आदमी खड़ा हुआ दिखता है फिर जब वह उससे पूछताछ करने के लिए जाता है तो वह बताता है कि मैं कल रात 2:00 बजे के करीब बाथरूम जाने के लिए उठा था तब मैंने सामने वाली छत पर किसी को देखा था उसने कच्छा बनियान पहन रखा था मैंने सोचा घर का ही कोई होगा तभी वहां अनीता अरोड़ा अपने बच्चे के साथ आती है पुलिस वाला उसे पीछे हटने के लिए कहता है लेकिन वह कहती है कि यह मेरा ही घर है फिर उसको अंदर जाने दिया जाता है वह सुभाष से पूछती है कि यहां क्या हुआ है वह कहता है आप अंदर चलिए बताते हैं

भूपेंद्र गेस्ट रूम की छानबीन कर रहा था वो मैडम को बताता है कि किलर्स ने तेल लगाया हुआ था क्योंकि मिस्टर मैनन जब अपनी वाइफ को बचाने के लिए गए तब किलर की बॉडी से उनके हाथ पर तेल लग गया फिर सुभाष आकर बताता है कि विक्टिम की बेटी अनीता अरोड़ा अपने बेटे के साथ आई है फिर जब मैडम उसके पास जाती है तो अनीता पूछती है यहां क्या हुआ है क्या मुझे कोई बताएगा फिर मैडम भूपेंद्र को इशारा करके उसके बेटे को वहां से ले जाने को कहती है क्योंकि उसका बेटा महज 10 से 12 साल का होगा इतने में वहां फॉरेंसिक टीम भी आ जाती है

फिर डी सी पी मैडम अनीता को बताती है कि आपके पेरेंट्स की हत्या हो गई है और साथ में आपके गेस्ट की भी अब आपका यह घर क्राइम सीन बन गया है और आप अंदर नहीं जा सकती तभी मैडम का ध्यान जाता है कि एक प्रेस रिपोर्टर दीवार पर चढ़कर अंदर की फोटो खींच रहा था फिर मैडम उसको पकड़ने के लिए कहती है इतने में अनीता अंदर जाने लगती है लेकिन मैडम उसे कहती है कि आप अंदर नहीं जा सकती है प्लीज आप मेरे साथ चलिए इतने में वहां नीती सिंह आ जाती है मैडम नीती सिंह को अनीता अरोड़ा का ख्याल रखने के लिए कहती है फिर मैडम भूपेंद्र को इस परिवार की कोई भी क्रिमिनल हिस्ट्री पारिवारिक रंजिश या एंप्लॉई के साथ कोई पैसों की समस्या सब चीजों का पता लगाने के लिए कहती है और यही सब कुछ उनके गेस्ट के बारे में भी

वह लोग देखते हैं घर के अंदर टेबल पर खाने का सामान बिखरा पड़ा था फिर मैडम मेड को बुलाने के लिए कहती है है पूछने पर मेड बताती है कि मैं जाने से पहले खाना फ्रिज में रख कर गई थी पता नहीं किसने बाहर निकाला रात को साहब सफेद कलर की वाइन पी रहे थे खाली बोतल मैंने ही डस्टबिन में फेंकी थी फिर भूपेंद्र कहता है कि बिखरा हुआ खाना और खाली शराब की बोतलें यह सब तो कच्छा बनियान गैंग का सिग्नेचर स्टाइल है फिर मैडम अनीता अरोड़ा के पास जाती है जो कि अपनी कार में बैठी थी और उसे कहती है कि अगर आप चाहो तो अपने पेरेंट्स के साथ एंबुलेंस में जा सकते हो लेकिन उनका चेहरा मत देखना आप अपने पेरेंट्स की आखिरी यादें ऐसी नहीं रखना चाहोगी यह सब जिसने भी किया है मैं वादा करती हूं हम जल्द ही उन्हें पकड़ लेंगे फिर जब अनीता एंबुलेंस में बैठी थी तो उसे बिना चेहरा देखे रहा नहीं जाता और वह उनका चेहरा देख लेती है तभी जयराज सिंह सीसीटीवी फुटेज निकाल लेता है और जाकर मैडम और भूपेंद्र को दिखाता है भूपेंद्र कहता है कि मैडम कच्छा बनियान गैंग फिर से एक्टिव हो गया है मैडम कहती है यह गैंग 1990 के दशक में अपराध किया करते थे फिर मैडम भूपेंद्र को साउथ दिल्ली की सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए कहती है सभी सड़कें फुटपाथ और सिग्नल हर जगह कोई भी सस्पिशंस दिखे उसे पूछताछ करो

इस एरिया के सभी बुजुर्गों की लिस्ट बनाओ अनीता का स्टेटमेंट लो और इस सारे एरिया की सीसीटीवी चेक करो ये क्रिमिनल आजाद घूम रहे हैं अगला शिकार जरूर करेंगे इस केस के बारे में कोई भी खबर बाहर नहीं जानी चाहिए वरना शहर में अफरातफरी मत जाएगी फिर मैडम कमिश्नर कुमार विजय को कच्छा बनियान गैंग के बारे में रिपोर्ट करती है कमिश्नर कहते हैं कि मीडिया को कुछ भी पता नहीं चलना चाहिए फिर नीति सिंह यह बात अपने हस्बैंड को बता देती है वो कहता है छोड़ो कच्छा बनियान को हमारी छुट्टी तो कैंसिल नहीं हो जाएगी ना हमें घूमने के लिए मसूरी जाना ही जाना है फिर जब मैडम अपने घर जाती है तो अपने हस्बैंड को बताती है कि यह काम कच्छा बनियान गैंग का लग रहा है उसके हस्बैंड बताते हैं कि यह गैंग बहुत ही क्रूर है यह केस तुम्हारे लिए मुश्किल होने वाला है 1990 में मैं भी इस केस पर काम कर रहा था मैडम कहती है मुझे कुछ गड़बड़ लग रही है उन्होंने जानबूझकर सीसीटीवी कैमरा में फुटेज छोड़ी है फिर उसका पति कहता है कि हो सकता है यह उस गैंग की नई जनरेशन हो ज्यादा आक्रमक और ज्यादा क्रूर

अगले दिन मैडम अपनी पूरी टीम को बताती है कि लास्ट टाइम इस गैंग ने 2003 में वारदात को अंजाम दिया था वे हथियार के रूप में आयरन रोड हथोड़ी और चाकू का इस्तेमाल किया करते थे अपने पूरे बदन पर तेल लगा कर रखते थे ताकि कोई भी पकड़ने की कोशिश करे तो उन्हें पकड़ ना पाए वह लोग क्राइम सीन पर जो भी खाना मिलता था वह लोग खा पी कर ही जाते थे पुरानी फाइलों को निकालो और उनमें से कुछ भी काम का मिले तो उसे उठा लो फिर एक पुलिस वाला अनीता का बयान लेने जाता है अनीता अपने पेरेंट्स के पास कितना कैश कितना सोना था वो सब कुछ पुलिस वाले को लिखवा रही थी तभी वह टीवी न्यूज़ में अपने पेरेंट्स के घर की फुटेज देखती है और गुस्सा हो जाती है फिर जब यह बात मैडम को पता चलती है तो मैडम भी न्यूज़ सुनती है उस टीवी न्यूज़ का रिपोर्टर बताता है कि जब यह गैंग वारदात को अंजाम दे रही थी दिल्ली पुलिस चैन की नींद सो रही थी मेरा सवाल है दिल्ली पुलिस से कि कब तक वह अपनी नींद से जागेगी और इस तरह की घटनाओं को होने से रोकेगी मैडम कहती है जयराज अभी के अभी पता करो यह फुटेज उन तक कैसे पहुंची और उस न्यूज़ रिपोर्टर का भी नंबर लाकर दो तभी कमिश्नर साहब का फोन आता है वो कहते हैं क्या तुमने न्यूज़ देखी यह न्यूज़ पूरी दिल्ली में फैल चुकी है यह क्या हो रहा है मुझे जवाब चाहिए तभी कमिश्नर साहब के पास होम मिनिस्टर का फोन आता है वो कहते हैं कि तुम्हारी नाक नीचे ये क्या हो रहा है मुझे जल्द से जल्द इसका जवाब चाहिए फिर कमिश्नर साहब दोबारा वर्तिका मैडम के पास फोन करते हैं और कहते हैं कि इससे पहले कि मेरे ऊपर बिजली गिरे इस पूरे मामले को सुलझाओ और इन सब चीजों में तुम्हारी एक आदमी मदद कर सकता है तुम रिटायर एसएचओ वीरेन चड्डा की मदद को जिसने पहले भी ये चड्डी बनियान गैंग बालों को काबू किया था फिर मैडम भूपेंद्र और जयराज सिंह को कहती है रिटायर एसएचओ वीरेन चड्डा के पास जाओ उसने पहले भी ये केस हैंडल किया है फिर वह लोग वीरेन चड्डा के घर जाते हैं उसका घर और घर का सामान बहुत ही आलीशान था तभी वहां चड्डा आता है और पूछता है कैसे आना हुआ भूपेंद्र कहता है कि चड्डा जी कच्छा बनियान गैंग फिर से एक्टिव हो गया है हमें आपके एक्सपीरियंस की जरूरत पड़ गई चड्डा पूछता है मुझे मेडल मिलेगा क्या जयराज सिंह कहता है सर ड्यूटी भी अपने आप में मेडल ही है फिर चड्डा कहता है ड्यूटी करने से रोटी भी पूरी नहीं होती मैंने अपनी पूरी जिंदगी ड्यूटी की है जो इज्जत मिलनी चाहिए थी वह भी नहीं मिली मुझे कुछ नहीं चाहिए मेरी सालों की पेंशन रुकी पड़ी है बस वो दिला दो एक रिटायर आदमी बिना पेंशन के कैसे गुजारा करेगा पहले बात पक्की करो पेंशन कब मिलेगी फिर हेल्प करूंगा

फिर भूपेंद्र बाहर जाकर मैडम से बात करता है और कहता है की चड्ढा जी कह रहे हैं पेंशन अटकी हुई है जब तक मिलेगी नहीं तब तक यह हिलेगा नहीं मैडम कहती है यहां लोग मर रहे हैं इसको पेंशन की पड़ी है इसको यहां लेकर आओ मैं दिलवा दूंगी पेंशन उस समय चड्डा जी का नौकर उनकी मर्सिडीज़ गाड़ी को साफ कर रहा था और इससे उनकी ईमानदारी साफ-साफ झलक रही थी फिर रात को पुलिस कंट्रोल रूम में एक फोन आता है और वहां की पुलिस इंस्पेक्टर कॉल की रिकॉर्डिंग डी सी पी मैडम को सुनाती है रिकॉर्डिंग में एक आदमी की आवाज थी और उसमें कहा जा रहा था कि कक्षा बनियान गैंग का टोला शहर में आ गया है तुम सारे ठुल्ले अपनी औकात में रहना वरना तेल लगाकर ऐसी मारेंगे की नानी याद आ जाएगी फिर मैडम कहती है इस कॉल को ट्रेस करो पुलिस वाली बताती है मैडम यह पीसीओ से किया गया था तभी मैडम के पास भूपेंद्र का फोन आता है वो कहता है कि साकेत पुलिस स्टेशन से फोन आया था एक और मर्डर हुआ है और वो भी कच्छा बनियान गैंग के स्टाइल में और यहीं पर दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 1 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स कैसी लगी आपको दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 1 की स्टोरी नेक्स्ट डे इस सीजन का एपिसोड 2 पब्लिश किया जाएगा तो आप आगे की स्टोरी में बने रहे फ्रेंड्स अगर आपने दिल्ली क्राइम सीजन 1 अभी तक नहीं देखा है तो आप उसे जरूर वॉच करें जिसमें आपको पता चल पाएगा की एक दिल्ली में आधी रात को एक लड़की के साथ एक बस के अंदर छह लोग मिलकर रेप कर देते हैं और उसे नग्न अवस्था में हाईवे के नीचे फेंक देते हैं उसके बाद उसे कहानी में क्या-क्या हुआ वह आपको वीडियो देखने के बाद पता चलेगा मैंने डिस्क्रिप्शन में उस वेब सीरीज का लिंक pin कर दिया है आप जरूर वॉच करें और साथ ही हमें कमेंट करें आप कौन सी मूवी की स्टोरी को सुनना चाहते हैं तो फ्रेंड्स मिलते हैं दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 2 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

 

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2022 में आई हुई TRUE CRIME और DRAMA MOVIE Delhi Crime Season 2 के बारे में

यह कहानी रियल घटना से प्रेरित है आज से कुछ साल पहले दिल्ली में रात के समय कच्छा बनियान गैंग बूढ़े और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाया करते थे और उनके घर का सारा माल लूट कर ले जाया करते थे और उस लूट के चक्कर में बुजुर्गों की निर्मम हत्या कर देते थे जिसे देखकर पूरी दिल्ली हैरान थी कहा जाता है दिल्ली दिल वालों की है मगर जिनके पास दिल है वह अमीरों की सेवा करने में लगे हुए हैं वह अमीर जो देश के प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से सबसे ज्यादा पैसा कमाते हैं और ऐसे शहर की निगरानी रखना बहुत मुश्किल का काम है क्योंकि पुलिस अमीरों की लाइफ स्टाइल पर नजर नहीं रख सकती है और ना ही गरीबों के सपनों पर और इन सभी के बीच आप और हम जैसे ही दिखने वाले कभी-कभी ऐसे गुनाह और गुनहगारों का चेहरा दिख जाता है जो पुलिस के समझ से बाहर होता है तो प्लीज इस वीडियो को पूरा देखें फिर आपको मालूम चलेगा की दिल्ली में चड्डी बनियान गैंग का कितना खौफ हुआ करता था

Delhi Crime Season 2 episode 1 में हमने देखा था रात के समय एक बुजुर्ग फैमिली के घर में घुसकर कक्षा बनियान गैंग वालों ने बड़ी ही बेहरमी से उनकी हत्या करके घर में लूट पाट किया उसके बाद मौके पर डी सी पी मैडम वर्तिका चतुर्वेदी और उनकी टीम मेंबर पहुंच जाती है और देखते ही देखते यह न्यूज़ पूरी दिल्ली शहर को हिला कर रख देती है उस टीवी न्यूज़ का रिपोर्टर बताता है कि जब यह गैंग वारदात को अंजाम दे रही थी दिल्ली पुलिस चैन की नींद सो रही थी मेरा सवाल है दिल्ली पुलिस से कि कब तक वह अपनी नींद से जागेगी और इस तरह की घटनाओं को होने से रोकेगी

कमिश्नर साहब वर्तिका मैडम के पास फोन करते हैं और कहते हैं कि इससे पहले कि मेरे ऊपर बिजली गिरे इस पूरे मामले को सुलझाओ और इन सब चीजों में तुम्हारी एक आदमी मदद कर सकता है तुम रिटायर एसएचओ वीरेन चड्डा की मदद लो जिसने पहले भी ये चड्डी बनियान गैंग बालों को काबू किया था एक दिन रात को पुलिस कंट्रोल रूम में एक फोन आता है और वहां की पुलिस इंस्पेक्टर कॉल की रिकॉर्डिंग डी सी पी मैडम को सुनाती है रिकॉर्डिंग में एक आदमी की आवाज थी और उसमें कहा जा रहा था कि कक्षा बनियान गैंग का टोला शहर में आ गया है तुम सारे ठुल्ले अपनी औकात में रहना वरना तेल लगाकर ऐसी मारेंगे की नानी याद आ जाएगी फिर मैडम कहती है इस कॉल को ट्रेस करो पुलिस वाली बताती है मैडम यह पीसीओ से किया गया था तभी मैडम के पास भूपेंद्र का फोन आता है वो कहता है कि साकेत पुलिस स्टेशन से फोन आया था एक और मर्डर हुआ है और वो भी कच्छा बनियान गैंग के स्टाइल में

फ्रेंड्स यह वीडियो दिल्ली क्राइम का सीजन 2 है अगर आपने दिल्ली क्राइम का सीजन 1 नहीं देखा है जिसमें की रात में एक अकेली लड़की के साथ बस वाले उसके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और उसे नगन अवस्था में हाईवे के नीचे फेंक देते हैं उन दरिंदों का यहां तक मन नहीं भरता जबकि लड़की के प्राइवेट पार्ट में हाथ घुस कर उसकी अत्रियों को खींच देते हैं अगर अपने दिल दहला देने वाली ऐसे वेब सीरीज को नहीं देखा है तो ऊपर ए बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में आपको लिंक मिल जाएगा जिसमें कि आप जान पाएंगे कि हमारे देश की महिला कितनी सुरक्षित है



दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 2

इस एपिसोड की शुरुआत में हम देखते हैं जब मैडम वारदात वाली जगह पर जब पहुंचती है तो एक औरत को हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था नीति सिंह बताती है कि यह लड़की उस घायल औरत की पोती है इसका नाम रितिका है डीसीपी मैडम रितिका को कहती है कि तुम घबराओ मत उनको बेस्ट ट्रीटमेंट मिलेगा फिर जब मैडम अंदर जाती है तो SHO सुभाष मैडम को बताता है कि पीड़िता का नाम डिंपी मोंगा है उनके बचने की उम्मीद कम है उनके हस्बैंड का नाम मनीष मोंगा है लेकिन उनकी डेथ हो चुकी है इनके एक पड़ोसी ने रितिका के चिल्लाने की आवाज सुनी फिर वह घर से बाहर निकला उसने इनके फ्रंट गेट से कच्छे बनियान पहने हुए एक आदमी को भागते हुए देखा इनके एक और पड़ोसी ने बड़ी तेजी से गाड़ी की ब्रेक की आवाज सुनी यह बात सुनकर मैडम चौक जाती है कि वे गाड़ी में आए थे फिर मैडम रूम के अंदर जाकर मनीष मोंगा की बॉडी को देखती है फिर मैडम अपनी टीम को इकट्ठा करके कहती है मुझे यह सब अपराधी अरोड़ा केस वाले ही लग रहे हैं मुझे इस परिवार की सारी डिटेल्स चाहिए आसपास जहां भी सीसीटीवी कैमरा दिखाई दे उसकी फुटेज को चेक करो शायद किसी ना किसी कैमरा में तो वे भागते हुए दिखे ही होंगे पड़ोसियों से बात करो अगर गाड़ी की डिटेल्स मिली तो हम पीसीआर को भेज देंगे मुझे इस केस में कोई भी गड़बड़ नहीं चाहिए फिर मैडम रीतिका से पूछताछ करने जाती है कि एगजैक्टली रात को हुआ क्या था

वो बताती है कि कल मैं अपने दादा-दादी के घर छुट्टी मनाने गई थी हमने रात के 9:30 बजे तक डिनर कर लिया था जब मैं सो रही थी तो मैंने दादी के चिल्लाने की आवाज सुनी जब मैं आवाज सुनकर बाहर जाने लगी तो दादी तेजी से भागती हुई अंदर आई उन्होंने दरवाजा बंद करके कुंडी लगा ली जब मैंने लाइट ऑन की तो मैंने देखा दादी का पूरा मुंह खून से भरा पड़ा था मैं डर गई और विंडो खोल के जोर-जोर से चिल्लाने लगी मैं अपनी ही दादी की मदद नहीं कर पाई फिर मैडम उसे हौसला देती है अगले दिन फिर से न्यूज़ आती है कि दिल्ली मैं अरोड़ा परिवार पर हुए हमले से उभरने की कोशिश कर ही रही थी दिल्ली पुलिस कि फिर से दिल्ली में मोंगा परिवार के साथ हुई बेहरमी घटना के कारण फिर से दहशत में है दिल्ली यह घटना भी कच्छा बनियान गैंग की ही लग रही है पुलिस की तरफ से अभी तक कोई भी ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं आई है तभी वीरेन चड्डा पुलिस स्टेशन में आकर मैडम से मिलता है वह कहता है मैं इन हरामियों की रग-रग से वाकिफ हूं ब्रिटिश राज में इनको क्रिमिनल ट्राइब्स कहा जाता था इन लोगों को देखते ही हिरासत में लेने के ऑर्डर थे फिर आजादी के बाद इनका क्रिमिनल स्टेटस खत्म कर दिया गया पर इंसान की फितरत थोड़ी ना बदलती है

जितने भी क्राइम होती है जैसे चैन खींचना पॉकेट मारी लूटपाट सब यही करते हैं फिर मैडम कहती है केवल फैक्ट्स पर बात करो वीरेंद्र चड्डा कहता है मैडम इन लोगों की शक्ल देखो आंखों देखो बिल्कुल हैवन जैसी इन लोगों की हथियार देखो मैडम पूरे दिल्ली में नहीं हर तरफ उनकी गैंग है फिर मैडम चढ़ा से पूछता है कि कैसे पकड़ेंगे इन लोगों को तो चड्ढा कहता है कि मैडम की आपस में सभी लोग कनेक्ट है इनकी मां पर चोरी करके भागती है तो आप ट्रेन में गले काट कर भागता है तो उनके बच्चे भी तो कर ही निकलेंगे ना इन ट्राइब्स बालों का एक भी बच्चा आपको सीधा दिख जाए तो मैं अपनी पेंशन छोड़ दूंगा

मैं इनको तब से जानता हूं जब यह बकरे की बली चढ़ाकर चोरी करने निकलते थे ताकि जेल पुलिस और कचहरी सब बला बकरे के साथ ही कट जाए यह तो पैदायशी अपराधी है मैडम, मैडम कहती है कोई भी पैदायशी अपराधी नहीं होता अब यह बताओ कहां से शुरू करें चड्डा कहता है शहादरा से शुरू करते हैं फिर मैडम सबको टीम बनाने के लिए कहती है चड्डा कहता है मैडम क्यों परेशान हो रहे हो यह केस मुझे दे दो देखो कैसे हैंडल करके दिखाता हूं फिर मैडम कहती है ठीक है लेकिन प्लीज जो भी करो प्रॉपर प्रोसीजर के हिसाब से करना फिर वो कहता है मैडम जी आप हमारी पेंशन दिलवा दो मैडम कहती है हां मैं देख लूंगी फिर चड्ढा के जाने के बाद मैडम कहती है मुझे विश्वास नहीं होता कितना बड़ा जातिवादी इंसान है फिर पुलिस की टीम शहादरा पहुंच जाती है वीरेन चड्डा बहुत काम का पुलिस वाला था लेकिन करप्ट था शहादरा जाकर वो बताता है कि यह माचिस लेन है यहां वो लोग रहते हैं जो अटैची ब्रीफ केस सूटकेस बस स्टैंड रेलवे स्टेशन से उठाकर लाते हैं डालो उठाकर सबको वैन में साथ वाली गली में सब नकली दारू का धंधा करते हैं और उससे अगली गली है घर फोड़ी लोग रहते हैं जो की दुकानों घरों का ताला तोड़कर लूटपाट करते हैं सालों ने इस काम में भी डिपार्टमेंट बांट रखे हैं फिर एक घर के अंदर जाकर वह कहता है उठाओ तीनों को मैं औरत और मर्द में भेदभाव नहीं करता मैं इन दोनों औरतों को बहुत दिनों से जानता हूं लेकर चलो इनको

वीरेन चड्डा यहां रहने वाले हर इंसान को नाम से जानता था फिर वो हवालदार को कहता है कि इस लिस्ट में से कोई भी रह गया हो तो उसे पकड़ कर लाओ जो ना मिले उसके घर वालों को पकड़ कर लाओ फिर एक घर में जाकर चड्डा स्कूल बैग उतारता है और कहता है कि इनकी किताबों में ज्ञान नहीं बल्कि माल होता है छोटे बच्चों से भी उल्टे सीधे काम करवाते हैं फिर वहां से भी वे सभी मेंबर्स को अरेस्ट कर लेते हैं क्या छोटे क्या बड़े क्या बूढ़े क्या बच्चे वीरेंद्र चड्डा सबको उठा लेता है उनमें से एक आदमी पीछे के रास्ते से भाग कर जा रहा था लेकिन हवालदार ने उसे पकड़ लिया था उसके बैग में कैश भी था दूसरी तरफ मैडम अपने टेक्नीशियन राजेश को बुलाकर पूछती है वो सीसीटीवी फुटेज किसने लीक किया था उसका पता चला राजेश कहता है मैडम मैं जल्दी पता लगा लूंगा फिर मैडम अपनी पूरी टीम को एक वॉइस नोट भेजती है जिसमें वह कहती है कि सीसीटीवी फुटेज लीक होना कोई छोटी बात नहीं है अब कई दिन तक यह टीवी न्यूज़ वाले पूरी दिल्ली को डराते रहेंगे अगर मेरी टीम में से किसी ने यह गलती की हो तो मुझे बता दो वरना बाद में मैं उसे माफ नहीं करूंगी फिर नीति सिंह अपने हस्बैंड को फोन करके इस बारे में पूछती है लेकिन वो उल्टा ही नीति सिंह पर गुस्सा हो जाता है और फोन कट कर देता है

अब पुलिस स्टेशन में मेला लग जाता है हर एक आदमी और औरत से पूछताछ की जाती है सबको अलग-अलग कमरों में भर दिया जाता है फिर चड्डा वहां आकर कहता है कि चोरी तक तो ठीक था लेकिन अब बात मर्डर पर आ गई है जब तक तुम मुझे ये नहीं बता देते कि कच्छा बनियान गैंग में कौन-कौन शामिल है सबको तोडूंगा फिर वो उनमें से दो बंदों को उठा लेता है जिनका नाम आजाद और जुगनू था और उनको साइड में ले जाकर पूछताछ करता है जुगनू कहता है अब हम क्रिमिनल्स नहीं हैं हम लोग मेहनत की अब खाते हैं फिर चड्डा उसे कहता है साले बाप को ज्ञान देता है मैडम अपने रूम में खड़ी सब कुछ देख रही थी जब उसकी नजर दो बच्चों पर पड़ती है तो वह पूछती है कि इनको क्यों उठाकर लाए जयराज सिंह कहता है कि मैडम जब पूरी फैमिली को ही उठा लिया है तो बच्चे कहां रहते वैसे हमने इनके रिश्तेदारों को बता दिया है वो रात होने से पहले बच्चों को ले जाएंगे फिर मैडम चड्डा के पास जाती है चड्डा बताता है मैडम यह चंदा है यह अपने घाघरे में जो मिलता है छुपा कर ले आती है यह राजेश कबूतर है यह घर फोड़ी है मैडम दुकानों और घरों के ताले तोड़कर लूटपाट करता है यह अजूबा और मनसुख है यह सुबह निकलते हैं और शाम को चोरी करके वापस यह 30 हजारी के पास सुबह-सुबह एफिडेविट बनाता है और शाम को देसी शराब की तस्करी करता है फिर चंदा कहती है मैडम हम लोगों ने कुछ नहीं किया चड्डा कहता है देखना अब यह बेहोश होने वाली है इतने में ही चंदा बेहोश हो जाती है मैडम कहती है कोई इसके लिए पानी लेकर आओ चड्डा कहता है मैडम 50 बार इसको अरेस्ट कर चुका हूं बेहोश होने में माहिर है हर बार बेहोश होती है बंदर कितना भी बूढ़ा हो जाए गुलाटी खाना नहीं भूलता तभी वहां राजेश आता है वह बताता है कि मैडम इन सब में से दो लोग ऐसे हैं जिनकी लोकेशन अरोड़ा के घर के पास देखी गई है वारदात होने के दो दिन पहले फिर मैडम कहती है कि उन लोगों को इंटेरोगेशन रूम में लेकर आओ फिर आजाद कहता है कि हम पहले चोरी करते थे लेकिन अब छोड़ दी है अब मैं वॉचमैन की नौकरी करता हूं

फिर जुगनू कहता है कि हमारे यहां से कोई भी कच्छा बनियान गैंग से नहीं है मैडम पूछती है तुम दोनों की लोकेशन मिली है वहां क्या करने गए थे तभी वहां जयराज सिंह आता है और उन दोनों की सीसीटीवी फुटेज दिखाता है जो अरोड़ा हाउस के बिल्कुल पास में थी फिर जयराज सिंह उनको सीसीटीवी फुटेज दिखाकर पूछता है हां भाई तू ही है ना जुगनू कहता है कि कहां कैमरा होता है कहां नहीं होता मुझे सब पता होता है मैं चोर हूं इनके जैसे चुटिया नहीं आजाद कहता है हम लोग बेकसूर हैं पीछे से वीरेन कहता है कि मैडम 5 मिनट का टाइम दो तोते की तरह बोलने लगेंगे ये लोग फिर मैडम नीति सिंह से कहती है इनकी मेडिकल जांच करवाओ फिर वो चड्डा को कहती है कि इनको एक भी खरोच नहीं आनी चाहिए जब मैडम अपने ऑफिस में बैठी थी तब राजेश मैडम को एक हवालदार की कॉल डिटेल्स निकाल कर देता है वो कई दिनों से एक रिपोर्टर से बात कर रहा था फिर मैडम गुस्से में उसके पास जाती है और उसे सीसीटीवी फुटेज लीक करने के जुर्म में सस्पेंड कर देती है फिर वह कमिश्नर साहब को फोन करके बताती है जिसने भी सीसीटीवी फुटेज लीक की थी वो मिल गया है फिर कमिश्नर पूछते हैं वीरेन चड्डा सही काम कर रहा है ना मैडम कहती है सर वो बड़ा ही सिर दर्द है लेकिन हमें दो आदमी ऐसे मिले हैं जिनकी मोबाइल लोकेशन उस घर के आसपास देखी गई है

कमिश्नर कहता है जितनी जल्दी हो सके उनको मीडिया के सामने पेश करो मैडम कहती है मेरी जांच खत्म होते ही मैं कर दूंगी तभी वहां एंट्री होती है दिल्ली के जानेमाने वकील विनीत सिंह की विनीत सिंह जाकर मैडम से मिलता है और कहता है कि मैडम मैं यहां डीएनटी की कानूनी हेल्प करने के लिए आया हूं आपने उन्हें किस बेस पर अरेस्ट किया है खाली इस बेस पर कि वो डीएनटी हैं मैडम कहती है हमारे पास सबूत भी हैं विनीत सिंह कहता है जिसके खिलाफ सबूत है तो उसे रखो और बाकियों को जाने दो मैडम कहती है जैसे ही हमारी इन्वेस्टिगेशन खत्म हो जाएगी मैं उनको छोड़ दूंगी विनीत सिंह कहता है कि मैडम ट्राइब्स के जो लोग नौकरियां कर रहे हैं वॉचमैन क्लीनर्स ऑफिस बॉय क्लर्क असिस्टेंट मैनेजर इन सब को लोग डर के कारण नौकरियों से फायर कर रहे हैं हो सकता है इनमें से कुछ क्रिमिनल्स हो लेकिन सब तो नहीं है ना फिर मैडम कहती है कि हमारी पूछताछ के बाद जिन पर भी हम एफआईआर दर्ज करेंगे आप उनको कोर्ट में रिप्रेजेंट कर सकते हैं उसके बाद वकील वहां से चला जाता है फिर मैडम भूपेंद्र से पूछती है सभी वकीलों को छोड़कर इसको ही क्यों इस ट्राइब्स की चिंता होने लगी फिर भूपेंद्र बताता है कि मैडम यह भी इसी कम्युनिटी से बिलोंग करता है

प्रैक्टिस से पहले इसने अपना नाम चेंज कर लिया था फिर रात को आजाद और जुगनू को हॉस्पिटल ले जाया जाता है ताकि उनकी मेडिकल जांच करवा सकें रास्ते में नीती सिंह अपने हस्बैंड को मैसेज कर देती है कि आज रात मैं घर नहीं आऊंगी फिर उनको हॉस्पिटल के अंदर ले जाया जाता है जब वे अंदर जाते हैं तो नीती सिंह के हस्बैंड का फोन आता है वह पूछता है आज रात क्यों नहीं आओगी बस इतना बता दो इतने में जुगनू और आजाद पुलिस को धक्का देकर वहां से भाग जाते हैं नीति सिंह भी उनके पीछे-पीछे भागती है लेकिन वे दोनों हाथ से निकल जाते हैं और यहीं पर दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 2 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स कैसी लगी आपको दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 2 की स्टोरी फ्रेंड्स अगर आपने इस सीजन का फर्स्ट एपिसोड नहीं देखा है तो नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक और ऊपर i बटन में लिंक मिल जाएगा आप जरूर वॉच करें और साथ ही दिल्ली क्राइम सीजन 1 दिल्ली रेप केस के बारे में जानना चाहते हैं तो उसका भी लिंक आपको मिल जाएगा और साथ ही हमें कमेंट करें आप कौन सी मूवी की स्टोरी को सुनना चाहते हैं तो फ्रेंड्स मिलते हैं दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 3 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
 


तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2022 में आई हुई TRUE CRIME और DRAMA MOVIE Delhi Crime Season 2 के बारे में

यह कहानी रियल घटना से प्रेरित है आज से कुछ साल पहले दिल्ली में रात के समय कच्छा बनियान गैंग बूढ़े और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाया करते थे और उनके घर का सारा माल लूट कर ले जाया करते थे और उस लूट के चक्कर में बुजुर्गों की निर्मम हत्या कर देते थे जिसे देखकर पूरी दिल्ली हैरान थी कहा जाता है दिल्ली दिल वालों की है मगर जिनके पास दिल है वह अमीरों की सेवा करने में लगे हुए हैं वह अमीर जो देश के प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से सबसे ज्यादा पैसा कमाते हैं और ऐसे शहर की निगरानी रखना बहुत मुश्किल का काम है क्योंकि पुलिस अमीरों की लाइफ स्टाइल पर नजर नहीं रख सकती है और ना ही गरीबों के सपनों पर और इन सभी के बीच आप और हम जैसे ही दिखने वाले कभी-कभी ऐसे गुनाह और गुनहगारों का चेहरा दिख जाता है जो पुलिस के समझ से बाहर होता है तो प्लीज इस वीडियो को पूरा देखें फिर आपको मालूम चलेगा की दिल्ली में चड्डी बनियान गैंग का कितना खौफ हुआ करता था
Delhi Crime Season 2 episode 2 में हमने देखा था वीरेन चड्डा पुलिस स्टेशन में आकर मैडम से मिलता है वह कहता है मैं इन हरामियों की रग-रग से वाकिफ हूं ब्रिटिश राज में इनको क्रिमिनल ट्राइब्स कहा जाता था इन लोगों को देखते ही हिरासत में लेने के ऑर्डर थे फिर आजादी के बाद इनका क्रिमिनल स्टेटस खत्म कर दिया गया पर इंसान की फितरत थोड़ी ना बदलती है जितने भी क्राइम होती है जैसे चैन खींचना पॉकेट मारी लूटपाट सब यही करते हैं फिर मैडम कहती है केवल फैक्ट्स पर बात करो वीरेंद्र चड्डा कहता है मैडम इन लोगों की शक्ल देखो आंखों देखो बिल्कुल हैवन जैसी इन लोगों की हथियार देखो मैडम पूरे दिल्ली में नहीं हर तरफ उनकी गैंग है मैडम पूछती है कि कैसे पकड़ेंगे इन लोगों को तो चड्ढा कहता है कि मैडम की आपस में सभी लोग कनेक्ट है इनकी मां पर चोरी करके भागती है तो आप ट्रेन में गले काट कर भागता है तो उनके बच्चे भी तो करेंगे ना इन ट्राइब्स बालों का एक भी बच्चा आपको सीधा नहीं दिखेगा मैं इनको तब से जानता हूं जब यह बकरे की बली चढ़ाकर चोरी करने निकलते थे ताकि जेल पुलिस और कचहरी सब बला बकरे के साथ ही कट जाए यह तो पैदायशी अपराधी है

फिर उसके बाद चड्ढा की मदद से ट्राइब्स के सारे लोगों को पकड़ लिया जाता है जिसमें आजाद और जुगनू कल लोकेशन वही क्राइम सीन का होता है जहां पर की लूट पाठ हुई थी तो उन दोनों को हॉस्पिटल ले जाया जाता है ताकि उनकी मेडिकल जांच करवा सकें रास्ते में नीती सिंह अपने हस्बैंड को मैसेज कर देती है कि आज रात मैं घर नहीं आऊंगी फिर उनको हॉस्पिटल के अंदर ले जाया जाता है जब वे अंदर जाते हैं तो नीती सिंह के हस्बैंड नीति को कॉल बैक करता है और पूछता है की आज रात क्यों नहीं आओगी बस इतना बता दो इतने में जुगनू और आजाद पुलिस को धक्का देकर वहां से भाग जाते हैं नीति सिंह भी उनके पीछे-पीछे भागती है लेकिन वे दोनों हाथ से निकल जाते हैं

फ्रेंड्स यह वीडियो दिल्ली क्राइम का सीजन 2 है अगर आपने दिल्ली क्राइम का सीजन 1 नहीं देखा है जिसमें की रात में एक अकेली लड़की के साथ बस वाले उसके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और उसे नगन अवस्था में हाईवे के नीचे फेंक देते हैं उन दरिंदों का यहां तक मन नहीं भरता जबकि लड़की के प्राइवेट पार्ट में हाथ घुस कर उसकी अत्रियों को खींच देते हैं अगर अपने दिल दहला देने वाली ऐसे वेब सीरीज को नहीं देखा है तो ऊपर ए बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में आपको लिंक मिल जाएगा जिसमें कि आप जान पाएंगे कि हमारे देश की महिला कितनी सुरक्षित है



दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 3

इस एपिसोड की शुरुआत में हम देखते हैं कि दिल्ली में एक और ओल्ड कपल का मर्डर हो जाता है फिर भूपेंद्र और जय राज सिंह आपस में बात करते हैं कि इनको मारने का तरीका भी बिल्कुल वही है घर के बाकी मेंबर्स बाहर गए हुए थे जरूर किसी ने उनको खबर दी होगी शायद नौकर ने लेकिन नौकर की भी तो बॉड़ी मिली है व पिछले 10 सालों से यहीं रहता था अब इन दोनों का शक आजाद और जुगनू पर ही था पुलिस स्टेशन में सुभाष एक लड़के को पकड़ लेता है और उससे पूछता है कि बता वे दोनों कहां है व कहता है कि साहब मुझे नहीं पता टीवी में फिर से न्यूज़ आती है कि कल दो कातिल पुलिस की चंगुल से भाग निकले और रात को फिर से उन्होंने दर्दनाक हत्या कर दी यह पुलिस की नाकामयाबी है फिर मैडम नीती सिंह को बुलाती है लेकिन वो डरी हुई थी मैडम पूछती है जब वे भागे तो तुम क्या कर रही थी निधि सिंह बताती है कि मैं उस समय फोन पर बात कर रही थी मैडम कहती है कि तुम्हारी कस्टडी से भागकर उन्होंने फिर से तीन लोगों की हत्या कर दी क्या तुम्हारा फोन इतना जरूरी था इस बात के लिए तुम्हें सस्पेंड कर देना चाहिए मेरे सामने से दफा हो जाओ और पूरा दिन शक्ल मत दिखाना मैं तुम्हारी छुट्टी की एप्लीकेशन भी कैंसिल कर रही हूं फिर भूपेंद्र मैडम को बताता है कि वहां तीन लोगों के पैर के निशान मिले हैं एक बंदा कार में भी बैठा होगा इसका मतलब गैंग में चार से पांच लोग हैं अब दिल्ली के लोग इतने डरे हुए हैं कि प्राइवेट सिक्योरिटीज को हायर कर रहे हैं अब दिल्ली के लोग प्रोटेस्ट पर उतर आते हैं सब लोग यह सारा ब्लेम दिल्ली पुलिस पर ही डाल रहे थे जब मैडम पुलिस स्टेशन से बाहर जाती है तो मीडिया वाले उनको घेर लेते हैं और सवाल पूछते लग जाते हैं अगले सीन में हम देखते हैं कि अनीता अरोड़ा पुलिस वाले को सामान लिखवा रही थी जो उसकी मॉम के घर से चोरी हुआ था उसमें एक लॉकेट भी था जो वह हर वक्त अपने गले में पहना करती थी फिर वो पुलिस वाले को अपनी मॉम के गले का लॉकेट भी दिखाती है पुलिस वाला इस फोटो को अपने मोबाइल पर भेजने को कहता है पुलिस स्टेशन में डीएनटी के लोगों की सुताई चल रही थी उनसे पूछा जा रहा था कि आजाद और जुगनू कहां मिलेंगे फिर उस लड़के का बाप उसे अपनी भाषा में कहता है कि मार खा लेना पर मुंह मत खोलना चड्डा को उनकी भाषा आती थी इसलिए वो उसकी भी ठुकाई करता है फिर अपने बाप की ठुकाई होते देखकर वो लड़का बता देता है कि आजाद की एक बहन भी है तभी होम मिनिस्टर सीपी कुमार विजय को कहते हैं कि कुछ भी करके उन गुंडों को पकड़ो तुम्हारे पास 24 घंटे का समय है फिर सीपी कुमार विजय और डीसीपी वर्तिका को कहते हैं कि कुछ भी करके उनको पकड़ो यह बिजली अब मेरे ऊपर गिरने वाली है

दूसरी तरफ सुभाष और वीरेन चड्डा आजाद की बहन के ससुराल पहुंच जाते हैं वहां पर जाकर वे उस घर के चप्पे-चप्पे की छानबीन करते हैं फिर चड्डा उसकी बहन से आजाद के बारे में पूछता है लेकिन उसे तो कुछ पता ही नहीं था फिर चड्डा पूरी फैमिली को उठा लेता है नीति सिंह का पति उससे मिलने आता है क्योंकि लास्ट नाइट व घर पर नहीं आई थी फिर नीति सिंह बताती है लास्ट नाइट अरोड़ा मर्डर केस के दो अपराधी मेरी कस्टडी से भाग गए हैं इसलिए मैडम ने मेरी लीव कैंसिल कर दी है उसका पति कहता है ऐसे कैसे कैंसिल कर दी जाके मैडम से बात करो मैं फौज से छुट्टियां लेकर आया हूं ताकि हम घूमने जा सकें इससे अच्छा तो मैडम तुमको सस्पेंड कर देती नीति सिंह कहती है वर्दी तुम भी पहनते हो लेकिन तुम्हें वर्दी की कदर नहीं है तुम्हारे कारण ही यह सब कुछ हुआ है तुम बार-बार मुझे फोन करते रहते हो इस बात पर उसका पति नाराज होकर वहां से चला जाता है दूसरी तरफ सुभाष और वीरेन चड्डा आजाद की बहन और जीजा से पूछताछ कर रहे थे फिर सही जवाब ना देने पर वे पूरी फैमिली की सुताई कर देते हैं फिर रात को आजाद की बहन लेडी कांस्टेबल को कहती है कि मुझे वॉशरूम जाना है फिर वो उसे वॉशरूम लेकर जाती है फिर लेडी कांस्टेबल भी फोन पर बात करने लगती है और मौका देकर आजाद की बहन वहां से भाग जाती है लेकिन वो लेडी कांस्टेबल उसे पकड़ लेती है फिर वो उसे डीसीपी मैम के पास लेकर जाती है उस समय डीसीपी मैम अपनी बेटी से बात कर रही थी इसलिए वो गुस्सा हो जाती है और उन दोनों को वहां से बाहर जाने के लिए कहती है आजाद की बहन बार-बार एक ही बात कहती है मैम प्लीज मेरी बात सुन लीजिए फिर जब मैडम का गुस्सा ठंडा होता है तो वह उस लड़की को अपने ऑफिस में बुलाती है वो लड़की बताती है कि आजाद मेरे बहुत दूर का रिश्तेदार है और मेरे बैकग्राउंड की वजह से यह लोग मेरी पूरी फैमिली को उठा लाए हैं

मेरे सास ससुर मारपीट बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे फिर मैडम कहती है कि कोई भी उन पर हाथ नहीं उठाएगा फिर वो बताती है कि मैडम चड्डा सर हमारी ही लैंग्वेज में हमको धमकी देते हैं कि जो लोग 15000 देंगे उनका नाम चड्डी बनियान गैंग से हटा दिया जाएगा यह बात सुनकर मैडम सीधा चड्डा के पास जाती है और पूछती है कि आप उन लोगों से रिश्वत ले रहे हैं चड्डा इस बात को नाकार देता है मैडम कहती है हम सब लोग जानते हैं कि सरकारी नौकरी पर होते हुए भी तुमने कितना माल जमा कर रखा है चड्डा कहता है मैडम मैं तो पेंशन के लिए मारा मारा फिर रहा हूं फिर मैडम कहती है कि आपसे जितनी भी हेल्प चाहिए थी वो हमें मिल गई अब आप जाइए यहां से चड्डा कहता है मैडम मेरे बिना ये सारे लोग आपको बेच खाएंगे फिर मैडम कहती है अगर आप यहां रहे तो आप भी हमको बेच खाएंगे जाने से पहले जिन-जिन लोगों से आपने पैसे लिए हैं लौटा कर जाना

तभी वहां एडवोकेट विनीत सिंह आजाद और जुगनू को लेकर आता है पुलिस स्टेशन में जाकर वह भूपेंद्र को कहता है यह सरेंडर करने आए हैं फिर मैडम के पास जाकर विनीत कहता है कि यह दोनों बेकसूर हैं ये डर गए थे इसलिए यहां से भागे थे कि कहीं पुलिस केस सॉल्व करने के चक्कर में इनको फांसी पर ना चढ़ा दे फिर मैंने इनको समझाया और कन्वेंस करके सीधा यहां ले आया मैडम प्लीज आप इस बात को समझिए यह अल्पसंख्यक हैं इनकी बली चढ़ाना आसान है लेकिन मैं हरगिज इनको वह सजा नहीं भुगतने दूंगा जो अपराध इन्होंने किया ही नहीं फिर वह मैडम को सीसीटीवी फुटेज दिखाता है यह लोग हॉस्पिटल से भागकर सीधा वकील के ऑफिस में ही गए थे और अरोड़ा केस के वक्त भी यह दिल्ली में नहीं थे यह बाहर गए हुए थे विश्वास नहीं आता तो इनके होटल के पास एक एटीएम है उसके बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा था उसकी फुटेज से आप चेक कर लीजिए आपको पता लग जाएगा कि कब यह उस होटल में घुसे और कब बाहर निकले फिर वकील उन दोनों को कहता है कि सच-सच बताओ अरोड़ा हाउस के पास तुम लोग क्या करने गए थे फिर जुगनू कहता है कि हमें रिपोर्ट मिली थी वहां एक घर में बहुत सारे रुपए आने वाले हैं बस उसी घर में चोरी का प्लान बना रहे थे लेकिन वो घर अरोड़ा हाउस का नहीं था भूपेंद्र कहता है कि वहां से लूटपाट की कोई भी रिपोर्ट नहीं आई आजाद बताता है कि वह दो नंबर का पैसा था इसलिए उस घर के मालिक ने रिपोर्ट नहीं लिखवाई होगी भूपेंद्र पूछता है कितना कैश लूटा वे बताते हैं पूरे 30 लाख

फिर भूपेंद्र उस घर में पूछताछ के लिए जाता है पहले तो वहां का मालिक मना कर देता है फिर भूपेंद्र उस बादाम के व्यापारी को समझाता है कि बादाम खाने से चाहे यादाश्त तेज हो या ना हो लेकिन एक झापड़ से सब कुछ याद आ जाता है यह बात सुनकर वह व्यापारी मान जाता है कि यहां चोरी हुई थी दूसरी तरफ जयराज सिंह राजेश के पास जाता है और उस होटल के एंट्रेंस की फुटेज निकालने के लिए कहता है तभी वहां मैडम भी आ जाती है वे देखते हैं कि वाकई में यह दोनों वारदात के टाइम उस होटल में ही थे और अगले दिन दोपहर को वहां से बाहर निकले थे इतने में भूपेंद्र भी वहां आ जाता है वो कहता है कि ये लोग सही कह रहे हैं वहां 30 लाख की चोरी हुई थी वह साड़ी की साड़ी ब्लैक मनी थी इसलिए उसने रिपोर्ट नहीं लिखवाई फिर मैडम अंदर जाकर विनीत को कहती है कि आपने जो कुछ भी कहा था वह सही था लेकिन फिर भी मैं इनको छोड़ नहीं सकती मुझे पहले हाई कमांड से अनुमति लेनी होगी जुगनू कहता है मैडम अगर सच में कोई कच्छा बनियान गैंग होता तो हमें खबर जरूर होती फिर मैडम सीपी सर को फोन करती है और बताती है कि यह अपराधी नहीं है सीपी सर कहते हैं कि मीडिया को पहले ही खबर लग गई थी और लोग जशन मना रहे हैं कि पुलिस के हाथ दो अपराधी लगे हैं अब कोर्ट को फैसला करने दो यह बात होम मिनिस्टर तक पहुंच गई है मैडम कहती है सर लेकिन यह लोग तो अपराधी नहीं है और किसी निर्दोष को तो मैं इस तरह फांसी नहीं चढ़ने दूंगी कमिश्नर कहता है यह मेरा ऑर्डर है तुम रात को ही प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाओगी और सारा इल्जाम इनके ऊपर डालोगी यह सब मेरे हाथों में नहीं है ऑर्डर ऊपर से आए हैं अब मैडम धर्म संकट में फंस गई थी क्योंकि उसे दो चोरों के ऊपर मर्डर के इल्जाम डालने थे फिर मैडम भूपेंद्र के पास जाती है और बताती है कि मुझे ऑर्डर मिले हैं कॉन्फ्रेंस मीटिंग में हम आजाद और जुगनू के ऊपर इजाम डालना है तैयार रहो अब यह दोनों भी धर्म संकट में फंस गए थे फिर मैडम सुभाष के पास जाकर कहती है कि बाकी सब लोगों को घर जाने दो सुभाष उन सबको आजाद कर देता है और कहता है कि जाओ भाई छुट्टी हो गई तुम्हारी

फिर भूपेंद्र मैडम से पूछता है कि सबको छोड़ दिया है अब जुगनू और आजाद का क्या करना है फिर मैडम प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाती है प्रेस में लोग मैडम से तरह-तरह के सवाल पूछते हैं कमिश्नर भी यह प्रेस कॉन्फ्रेंस टीवी पर देख रहे थे फिर मैडम सोच समझकर यह जवाब देती है कि यह दोनों ना ही कच्छा बनियान गैंग में है और ना ही इन्होंने कुछ इस तरह का अपराध किया है दिल्ली पुलिस के पास इस बात के पूरे सबूत हैं दिल्ली के हर सिटीजन की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है और पुलिस 24 घंटे काम कर रही है ताकि ऐसी दुर्घटना दोबारा ना हो जल्द से जल्द हम इन क्रिमिनल्स को पकड़ लेंगे और इनको कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी इस बात से कमिश्नर खुश नहीं थे फिर भूपेंद्र आजाद और जुगनू को उनके इलाके में छोड़ने जाता है और कहता है कि जहां तुमने चोरी की थी उन्होंने कंप्लेंट करने से मना कर दिया इसीलिए तुम लोगों को छोड़ा जा रहा है शरीफ बनो छोड़ो यह चोरी चकारी चलो जाओ

उसके बाद हम कच्छा बनियान गैंग मेंबर्स को देखते हैं वे अपने शरीर पर तेल लगा रहे थे इस गैंग में एक लड़की भी शामिल थी फिर यह कार में बैठकर जहां इन्हें लूटपाट करनी थी उस बिल्डिंग के बाहर जाते हैं वहां बहुत से लोग थे वह लड़की कहती है कि हम है ना सबको मार देंगे लेकिन उसके साथ चोरी कर रहे लोग मना कर देते हैं उसका बॉयफ्रेंड कहता है कि अगर तू पकड़ी गई ना तो सबको ले डूबेगी फिर वे वहां से लौट जाते हैं और आज वारदात को अंजाम ना दे पाने के कारण इस सनकी लड़की को अफसोस था और यहीं पर दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 3 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स कैसी लगी आपको दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 3 की स्टोरी फ्रेंड्स अगर आपने इस सीजन का फर्स्ट & second एपिसोड नहीं देखा है तो नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक और ऊपर i बटन में लिंक मिल जाएगा आप जरूर वॉच करें और साथ ही दिल्ली क्राइम सीजन 1 दिल्ली रेप केस के बारे में जानना चाहते हैं तो उसका भी लिंक आपको मिल जाएगा और साथ ही हमें कमेंट करें आप कौन सी मूवी की स्टोरी को सुनना चाहते हैं तो फ्रेंड्स मिलते हैं दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 4 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2022 में आई हुई TRUE CRIME और DRAMA MOVIE Delhi Crime Season 2 के बारे में

यह कहानी रियल घटना से प्रेरित है आज से कुछ साल पहले दिल्ली में रात के समय कच्छा बनियान गैंग बूढ़े और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाया करते थे और उनके घर का सारा माल लूट कर ले जाया करते थे और उस लूट के चक्कर में बुजुर्गों की निर्मम हत्या कर देते थे जिसे देखकर पूरी दिल्ली हैरान थी कहा जाता है दिल्ली दिल वालों की है मगर जिनके पास दिल है वह अमीरों की सेवा करने में लगे हुए हैं वह अमीर जो देश के प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से सबसे ज्यादा पैसा कमाते हैं और ऐसे शहर की निगरानी रखना बहुत मुश्किल का काम है क्योंकि पुलिस अमीरों की लाइफ स्टाइल पर नजर नहीं रख सकती है और ना ही गरीबों के सपनों पर और इन सभी के बीच आप और हम जैसे ही दिखने वाले कभी-कभी ऐसे गुनाह और गुनहगारों का चेहरा दिख जाता है जो पुलिस के समझ से बाहर होता है तो प्लीज इस वीडियो को पूरा देखें फिर आपको मालूम चलेगा की दिल्ली में चड्डी बनियान गैंग का कितना खौफ हुआ करता था

Delhi Crime Season 2 episode 3 में हमने देखा था फिर से एक ओल्ड कपल का मर्डर हो जाता है और सभी को शक था कि इनको मारने का तरीका भी बिल्कुल वही है घर के बाकी मेंबर्स बाहर गए हुए थे नौकर की भी तो बॉड़ी मिली है व पिछले 10 सालों से यहीं रहता था अब शक आजाद और जुगनू पर जाता है टीवी में फिर से न्यूज़ आती है कि कल दो कातिल पुलिस की चंगुल से भाग निकले और रात को फिर से उन्होंने दर्दनाक हत्या कर दी यह पुलिस की नाकामयाबी है फिर मैडम नीती सिंह को बुलाती है लेकिन वो डरी हुई थी मैडम पूछती है जब वे भागे तो तुम क्या कर रही थी निधि सिंह बताती है कि मैं उस समय फोन पर बात कर रही थी मैडम कहती है कि तुम्हारी कस्टडी से भागकर उन्होंने फिर से तीन लोगों की हत्या कर दी क्या तुम्हारा फोन पर बात करना इतना जरूरी था इस बात के लिए तुम्हें सस्पेंड कर देना चाहिए मेरे सामने से दफा हो जाओ और तुम्हारी छुट्टी की एप्लीकेशन भी कैंसिल हो गई है

उसके बाद मैडम को पता चलता है की आजाद और जुगनू दोनों ही बेकसूर है उनका इन मर्डर केस से कोई भी तालुकात नहीं है मैडम प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाती है प्रेस में लोग मैडम से तरह-तरह के सवाल पूछते हैं कमिश्नर भी यह प्रेस कॉन्फ्रेंस टीवी पर देख रहे थे फिर मैडम यह जवाब देती है कि यह दोनों कच्छा बनियान गैंग के नहीं है है दिल्ली पुलिस के पास इस बात के पूरे सबूत हैं इन्होंने कुछ इस तरह का कोई भी अपराध नहीं किया है दिल्ली के हर सिटीजन की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है और पुलिस 24 घंटे काम कर रही है ताकि ऐसी दुर्घटना दोबारा ना हो जल्द से जल्द हम इन क्रिमिनल्स को पकड़ लेंगे

उसके बाद हम कच्छा बनियान गैंग मेंबर्स को देखते हैं वे अपने शरीर पर तेल लगा रहे थे इस गैंग में एक लड़की भी शामिल थी वह लोग एक बिल्डिंग के बाहर जाते हैं जहां पर उनको आज चोरी करनी थी मगर वहां काफी सारे लोग इकट्ठा थे जिससे उनको प्लान ड्रॉप आउट करना पड़ता है मगर हम देख रहे थे उसे गैंग की लड़की थोड़ी जिद्दी और गुस्सैल थी वह लड़की कहती है कि हम है ना सबको मार देंगे लेकिन उसके साथ चोरी कर रहे लोग मना कर देते हैं उसका बॉयफ्रेंड कहता है कि अगर तू पकड़ी गई ना तो सबको ले डूबेगी जिसके कारण वह लोग लौट जाते हैं और यह प्लान कैंसिल करना पड़ता है

फ्रेंड्स यह वीडियो दिल्ली क्राइम का सीजन 2 है अगर आपने दिल्ली क्राइम का सीजन 1 नहीं देखा है जिसमें की रात में एक अकेली लड़की के साथ बस वाले उसके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और उसे नगन अवस्था में हाईवे के नीचे फेंक देते हैं उन दरिंदों का यहां तक मन नहीं भरता जबकि लड़की के प्राइवेट पार्ट में हाथ घुस कर उसकी अत्रियों को खींच देते हैं अगर अपने दिल दहला देने वाली ऐसे वेब सीरीज को नहीं देखा है तो ऊपर ए बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में आपको लिंक मिल जाएगा जिसमें कि आप जान पाएंगे कि हमारे देश की महिला कितनी सुरक्षित है


दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 4

इस एपिसोड की शुरुआत में हम देखते हैं कि हर टीवी चैनल में एक ही न्यूज़ चल रही थी कि डीसीपी वर्तिका चतुर्वेदी ने पूरे ट्राइब्स वाले लोगों को छोड़ दिया है अब अगर दिल्ली में दोबारा इस तरह की घटना हुई तो क्या हम पुलिस पर निर्भर रह सकते हैं या हमें ही कुछ करना होगा फिर कमिश्नर साहब डीसीपी मैम से पूछते हैं अब मैं अपने सीनियर्स को क्या जवाब दूंगा आज पहली बार तुम्हारे कारण शर्मिंदा हुआ हूं तुमने मेरा भरोसा तोड़ा है फिर मैडम कहती है सर मैं जानती हूं मैंने आपका भरोसा तोड़ा है लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाना चाहती हूं कि मैं जल्द ही इस केस को सुलझा लूंगी कमिश्नर साहब कहते हैं हैं कि केस को जल्दी खत्म करो वरना अब की बार मैं तुम्हें बचा नहीं पाऊंगा उसके बाद मैडम अपनी टीम के पास जाती है और पूछती है कि इस केस के रिलेटेड कोई और जानकारी मिली जयराज सिंह कहता है मैडम हमारा एक इनफॉर्मर है जगत बीस्ट उसका फोन आया था मैं आज ही उससे मिलता हूं मैडम कहती है यह किलर्स बहुत ही स्मार्ट हैं यह जिसको भी चुन रहे हैं बहुत सोच समझकर चुनते हैं पिछले कुछ दिनों में जिनके घर पर भी यह वारदात हुई अब हमें उन सब में कोई कॉमन लिंक ढूंढना होगा उन्होंने कहीं ना कहीं कोई गलती जरूर की होगी बस हमें उसका ही पता लगाना है फिर अपने ऑफिस में जाकर नीति सिंह उस इलाके के सभी रेस्टोरेंट और सभी ब्यूटी पार्लर के नाम को टिक मार्क करती है फिर वो उन सभी जगह पर जाकर पूछताछ करती है उसे पता चलता है कि मिसेस अरोड़ा जिस ब्यूटी पार्लर में जाया करती थी वहां करीना नाम की एक लड़की उनका मेनीक्योर और पेडीक्योर किया करती थी वो उनके काफी क्लोज थी लेकिन फिलहाल वह जॉब छोड़कर चली गई है और यह इस लाइन में कॉमन सी बात है क्योंकि वह खुद का एक ब्यूटी पार्लर खोलना चाहती थी करीना खुद के शॉप के लिए एक साइट देखने जाती है ताकि वो अपना खुद का ब्यूटी पार्लर खोल सके वो जगह अंडर कंस्ट्रक्शन थी फिर करीना वहां खड़ी होकर इमेजिनेशन करती है कि इस जगह की पोजीशन मिल गई है लेकिन यह जगह काफी एक्सपेंसिव थी अगले सीन में हम देखते हैं कि जय राज सिंह और प्रकाश अपने इनफॉर्मर जगत बीस्ट से मिलने जाते हैं जगत उनको एक ज्वेलर के पास लेकर जाता है ज्वेलर बताता है कि जगत भाई साहब ने हमें जो लॉकेट की फोटो दिखाई है एक बुजुर्ग महिला वो लॉकेट हमें ही बेच कर गई थी उसको पैसों की जरूरत थी फिर वे लॉकेट को फोटो से मैच करके देखते हैं वो बिल्कुल वही लॉकेट था फिर जयराज सिंह अपनी पेन ड्राइव देकर उसमें सीसीटीवी फुटेज डालने को कहता है अब इनको इस केस से जुड़ी एक कड़ी हाथ लग गई थी फिर जयराज सिंह उस लॉकेट को और पेन ड्राइव को अपने साथ ले लेता है फिर बाहर जाकर वह भूपेंद्र के पास फोन करता है भूपेंद्र कहता है और दुकानों पर भी पता करो शायद वह कहीं और भी माल बेचने गई होगी फिर वे उस मार्केट में अलग-अलग ज्वेलरी की दुकानों पर जाकर पूछताछ करते हैं लेकिन कोई भी हां नहीं कहता है लेकिन एक ज्वेलर था जिसके पास वह काफी सारे जेवर बेच कर गई थी

फिर जयराज सिंह वे सारे जेवर ले ले लेता है और कहता है कि अब से यह पुलिस की प्रॉपर्टी है फिर दुकानदार बताता है कि उस बुढ़िया को उस दिन मेरा छोटू ऑटो स्टैंड तक छोड़ने गया था फिर ठंडा पिलाने के बाद वह छोटू से पूछताछ करते हैं छोटू बताता है कि ऑटो स्टैंड से उन्होंने जंगपूरा के लिए ऑटो लिया था

उसके बाद हम गुड्डू को देखते हैं जो की कच्छा बनियान गैंग का मेंबर है फिर यह अपने साथियों के पास जाता है और उनको नोटों से भरा हुआ बैग देता है यह सारे पैसे लूटकर लाए हुए जेवर को बेच कर आए थे फिर बबलू अपनी गर्लफ्रेंड करीना को कहता है यह हमारी आखिरी चोरी थी अब हम सभी अपने-अपने रास्ते कोई किसी से नहीं मिलेगा लेकिन वह सनकी लड़की कहती है बस एक बार और

उसके बाद भूपेंद्र मैडम के पास जाकर कहता है मैडम जंगपुरा से एक बुढ़िया की लोकेशन मिली है मैं और निधि मैडम दोनों वहां जा रहे हैं अब वे सभी जंगपुरा में पहुंच जाते हैं लेकिन उनको घर का एड्रेस नहीं पता था फिर वे वहां के सभी मेडिकल स्टोर में उस बुढ़िया की फोटो दिखाकर उसके बारे में पूछते हैं क्योंकि बूढ़ी है तो कोई ना कोई बीमारी भी होगी तभी एक मेडिकल वाला उस बुढ़िया को पहचान जाता है और बताता है कि यह पास की झुग्गी में अपने पौते गुड्डू के साथ रहती है वो अक्सर हमारे पास से ही दवा लेती है फिर वो आदमी उस बुढ़िया का प्रॉपर एड्रेस बताता है फिर वे सभी इकट्ठा होकर उस बुढ़िया के घर जाते हैं वो बहुत ही खडूस बुढ़िया थी सभी पुलिस वाले को गाली देती है जब पुलिस वाले जबरदस्ती उसके घर में घुसते हैं तो वो कहती है तुम सबकी टांगे तोड़कर तुम्हारे हाथ में दे दूंगी उस समय प्रकाश वहां छानबीन कर रहा था और उसे स्टील के डब्बे में गहने पड़े हुए मिल जाते हैं वो अपने साथियों को बताता है कि ज्वेलरी मिल गई है बुढ़िया कहती है ये तुम्हारे बाप के गहने नहीं है ये मुझे मेरी मां ने दिए थे फिर जयराज सिंह कहता है अम्मा तू तो प्यार से नहीं मानेगी ना तो यह तुझे इंजेक्शन लगा देंगे बड़ा जालिम इंजेक्शन है 48 घंटे तक सोती रहेगी तू और 6 दिन तक पिछवाड़ा भी दुखता रहेगा फिर अम्मा डर जाती है और उनके साथ चलने के लिए तैयार हो जाती है फिर वो कहती है मुझे वकील चाहिए

दूसरी तरफ करीना और बबलू अभी भी इस मुद्दे पर अड़े हुए थे कि अब कोई और चोरी नहीं करनी लेकिन करीना मानने को तैयार ही नहीं थी व कहती है कि दिल्ली के लोगों के पास बहुत पैसा है ये लोग सर से लेकर पांव तक घी में डूबे हैं जितना अब तक लूटा है ना उससे भी डबल एक ही घर में मिल सकता है इसके बाद हम देखते हैं कि पुलिस वाले बुढ़िया को पुलिस स्टेशन ले आते हैं बुढ़िया नीति सिंह से बोलती है की बता चुड़ैल मेरा वकील कहां है फिर नीति सिंह पूछती है जो जेवर तुमने बेचे थे वो कहां से मिले वे चोरी के जेवर थे बुढ़िया कहती है तूने ही रखे होंगे मेरे घर में मुझे फंसाने के लिए यह बुढ़िया गुड्डू की दादी थी फिर राजेश गुड्डू की डिटेल निकलवा है नीति सिंह मैडम को जाकर बताती है कि गुड्डू का असली नाम पवन गुलाटी है हमें उसका नंबर मिल गया है फिर मैडम उस नंबर को ट्रैक करने के लिए कहती है फिर मैडम खुद बुढ़िया से जाकर पूछती है कि जो जेवर तूने बेचे थे क्या वो तुम्हें तुम्हारे पोते ने दिए थे बुढ़िया कहती है तुमसे मतलब मैडम कहती है तुम्हारा पोता सिर्फ चोरी भी कर सकता था लेकिन उसने आठ लोगों का खून किया है फिर बुढ़िया कहती है मेरा गुड्डू कभी भी ऐसा नहीं कर सकता मेरा बच्चा कभी भी कत्ल नहीं कर सकता

दूसरी तरफ थर्मल अपने मामा बबलू को समझाता है कि तुम्हारी गर्लफ्रेंड बहुत लालच कर रही है वह हम सबको मरवाएगी एक काम करते हैं उसको ठोक कर सारा माल ले चलते हैं इतने में करीना वहां आ जाती है व उन दोनों को कहती है चलें फिर काम पर तभी पुलिस स्टेशन में राजेश गुड्डू की लाइव लोकेशन पता करता है वर्तिका मैडम कहती है चलो इसे पकड़ते हैं फिर पुलिस की गाड़ियां उसे पकड़ने के लिए निकल पड़ती हैं राजेश फोन पर गाइड कर रहा था कि किस तरफ मुड़ना है गुड्डू उस समय ऑटो में बैठा था फिर वह बाथरूम करने के लिए एक जगह पर रुक जाता है राजेश सबको बताता है कि वो रुक गया है पुलिस वाले उससे 200 मीटर ही दूरी पर थे फिर पुलिस वाले जैसे ही उसके पास जाते हैं वो ऑटो में बैठकर फिर से चल पड़ता है पुलिस वाले समझ जाते हैं कि वह सामने वाले ऑटो में बैठा है फिर वह आगे जाकर एक गैराज में घुस जाता है फिर राजेश के बताने पर पुलिस वाले भी उस लोकेशन पर पहुंच जाते हैं दूसरी तरफ करीना बबलू और थर्मल एक नई वारदात को अंजाम देने के लिए घर से निकल पड़ते हैं और इधर पुलिस वाले उस गैराज में पहुंच जाते हैं वहां पर वह एक आदमी को पकड़ लेते हैं और पूछते हैं गुड्डू कहां है वह आदमी इशारा करके बताता है कि वह अंदर है फिर वह जैसे ही ऊपर से नीचे आता है भूपेंद्र उसको कहता है चल बेटा थाने चलना है फिर गुड्डू अपनी पॉकेट से पिस्तौल निकालता है जैसे ही गोली चलती है उसके पीछे खड़ा जयराज सिंह उसको पकड़ लेता है और उसको जोरदार कान के नीचे लगता है वो गोली भूपेंद्र की बुलेट प्रूफ जैकेट में से आरपार हो गई थी यहां पर इस वाले में पता नहीं की बुलेट प्रूफ जैकेट से गोली हाथ पैर कैसे हो गई फिर सब लोग भूपेंद्र को संभालते हैं सुभाष मैडम को बताता है कि भूपेंद्र सर को गोली लगी है फिर मैडम सबसे नजदीक का अच्छा हॉस्पिटल फाइंड करने के लिए कहती है फिर मैडम खुद भी भूपेंद्र के पास जाने लगती है दूसरी तरफ वे तीनों गुड्डू का इंतजार कर रहे थे और गुड्डू का फोन नंबर भी नहीं मिल रहा था फिर करीना कहती है कैंसिल नहीं करेंगे हम दोनों जाएंगे थर्मल गाड़ी में ही बैठेगा फिर वे दोनों गाड़ी से बाहर निकलते हैं और वारदात को अंजाम देने के लिए घर के अंदर पहुंच जाते हैं उस घर में एक बूढ़ा और बूढ़ी अकेले थे बूढ़े को शक हो गया था कि बाहर जरूर कुछ गड़बड़ है बबलू का अब भी दिल नहीं मान रहा था लेकिन करीना उसे आंखें दिखाती है फिर बूढ़ा फोन उठाता है और पुलिस स्टेशन फोन कर देता है यहीं पर दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 4 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स कैसी लगी आपको दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 4 की स्टोरी फ्रेंड्स अगर आपने इस सीजन का फर्स्ट & second एपिसोड नहीं देखा है तो नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक और ऊपर i बटन में लिंक मिल जाएगा आप जरूर वॉच करें और साथ ही दिल्ली क्राइम सीजन 1 दिल्ली रेप केस के बारे में जानना चाहते हैं तो उसका भी लिंक आपको मिल जाएगा और साथ ही हमें कमेंट करें आप कौन सी मूवी की स्टोरी को सुनना चाहते हैं तो फ्रेंड्स मिलते हैं दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 5 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद



तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2022 में आई हुई TRUE CRIME और DRAMA MOVIE Delhi Crime Season 2 के बारे में

यह कहानी रियल घटना से प्रेरित है आज से कुछ साल पहले दिल्ली में रात के समय कच्छा बनियान गैंग बूढ़े और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाया करते थे और उनके घर का सारा माल लूट कर ले जाया करते थे और उस लूट के चक्कर में बुजुर्गों की निर्मम हत्या कर देते थे जिसे देखकर पूरी दिल्ली हैरान थी कहा जाता है दिल्ली दिल वालों की है मगर जिनके पास दिल है वह अमीरों की सेवा करने में लगे हुए हैं वह अमीर जो देश के प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से सबसे ज्यादा पैसा कमाते हैं और ऐसे शहर की निगरानी रखना बहुत मुश्किल का काम है क्योंकि पुलिस अमीरों की लाइफ स्टाइल पर नजर नहीं रख सकती है और ना ही गरीबों के सपनों पर और इन सभी के बीच आप और हम जैसे ही दिखने वाले कभी-कभी ऐसे गुनाह और गुनहगारों का चेहरा दिख जाता है जो पुलिस के समझ से बाहर होता है तो प्लीज इस वीडियो को पूरा देखें फिर आपको मालूम चलेगा की दिल्ली में चड्डी बनियान गैंग का कितना खौफ हुआ करता था

Delhi Crime Season 2 episode 4 में हमने देखा था डी सी पी मैडम कहती है यह किलर्स बहुत ही स्मार्ट हैं यह जिसको भी चुन रहे हैं बहुत सोच समझकर चुनते हैं पिछले कुछ दिनों में जिनके घर पर भी यह वारदात हुई अब हमें उन सब में कोई कॉमन लिंक ढूंढना होगा उन्होंने कहीं ना कहीं कोई गलती जरूर की होगी बस हमें उसका ही पता लगाना है फिर नीति सिंह उस इलाके के सभी रेस्टोरेंट और सभी ब्यूटी पार्लर के नाम को टिक मार्क करती है फिर वो उन सभी जगह पर जाकर पूछताछ करती है उसे पता चलता है कि मिसेस अरोड़ा जिस ब्यूटी पार्लर में जाया करती थी वहां करीना नाम की एक लड़की उनका मेनीक्योर और पेडीक्योर किया करती थी वो उनके काफी क्लोज थी लेकिन फिलहाल वह जॉब छोड़कर चली गई है

पुलिस स्टेशन में राजेश गुड्डू की लाइव लोकेशन पता कर लेता है गुड्डू आगे जाकर एक गैराज में घुस जाता है फिर राजेश के बताने पर पुलिस वाले भी उस लोकेशन पर पहुंच जाते हैं वहां पर वह एक आदमी को पकड़ लेते हैं और पूछते हैं गुड्डू कहां है वह आदमी इशारा करके बताता है कि वह अंदर है फिर वह जैसे ही ऊपर से नीचे आता है भूपेंद्र उसको कहता है चल बेटा थाने चलना है फिर गुड्डू अपनी पॉकेट से पिस्तौल निकालता है जैसे ही गोली चलती है वो गोली भूपेंद्र की बुलेट प्रूफ जैकेट में से आरपार हो गई थी सब लोग भूपेंद्र को संभालते हैं सुभाष मैडम को बताता है कि भूपेंद्र सर को गोली लगी है फिर मैडम सबसे नजदीक का अच्छा हॉस्पिटल फाइंड करने के लिए कहती है

दूसरी तरफ करीना बबलू और थर्मल एक नई वारदात को अंजाम देने के लिए घर से निकल पड़ते हैं वे तीनों गुड्डू का इंतजार कर रहे थे और गुड्डू का फोन नंबर भी नहीं मिल रहा था फिर करीना कहती है plan कैंसिल नहीं करेंगे हम दोनों जाएंगे थर्मल गाड़ी में ही बैठेगा फिर वे दोनों वारदात को अंजाम देने के लिए गाड़ी से बाहर निकलते हैं उस घर में एक बूढ़ा और बूढ़ी अकेले थे बूढ़े को शक हो गया था कि बाहर जरूर कुछ गड़बड़ है बूढ़ा फोन उठाता है और पुलिस स्टेशन फोन कर देता है

फ्रेंड्स यह वीडियो दिल्ली क्राइम का सीजन 2 का लास्ट एपिसोड है अगर आपने दिल्ली क्राइम का सीजन 1 नहीं देखा है जिसमें की रात में एक अकेली लड़की के साथ बस वाले उसके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और उसे नगन अवस्था में हाईवे के नीचे फेंक देते हैं उन दरिंदों का यहां तक मन नहीं भरता जबकि लड़की के प्राइवेट पार्ट में हाथ घुस कर उसकी अत्रियों को खींच देते हैं अगर अपने दिल दहला देने वाली ऐसे वेब सीरीज को नहीं देखा है तो ऊपर ए बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में आपको लिंक मिल जाएगा जिसमें कि आप जान पाएंगे कि हमारे देश की महिला कितनी सुरक्षित है



दिल्ली क्राइम सीजन 2 एपिसोड 5

इस एपिसोड की शुरुआत में हम देखते हैं कि जब वह बूढ़ा आदमी पुलिस को फोन करता है तो पुलिस तुरंत वहां आने के लिए निकल पड़ती है जब पुलिस की कारें थर्मल के पास से गुजरती हैं तो वह बबलू के पास एसओएस का मैसेज कर देता है फिर बबलू करीना को लेकर तुरंत वहां से भाग जाता है दूसरी तरफ पुलिस वाले भूपेंद्र को लेकर हॉस्पिटल पहुंच जाते हैं ताकि उसकी जान बचाई जा सके अब अपना प्लान चौपट हो जाने के कारण करीना भी गुस्से में थी उसको किसी भी तरह अपना ब्यूटी पार्लर खोलने के लिए पैसे चाहिए थे पुलिस स्टेशन में नीति सिंह गुड्डू से पूछताछ करती है वो कहता है कि मुझे वकील चाहिए मैंने कोई गोली नहीं चलाई फिर जय राज सिंह उसके कान पर एक झापड़ देता है गुड्डू कहता है खून थोड़ी ना किया है किसी का जो मार रहे हो फिर जय राज सिंह उसकी अच्छे से सुताई करता है फिर वह उसको फोटो दिखाकर पूछता है बोल इनका खून नहीं किया तूने गुड्डू मार खा लेता है पर कबूल नहीं करता कि उसने किसी का खून किया है और ना ही वह अपने किसी साथी का नाम बताता है तभी राजेश एक मोबाइल रिपेयर वाले को बुलाता है और गुड्डू का मोबाइल दिखाकर कहता है कि इसमें जो भी डाटा है निकाल कर दो तभी मैडम वहां आती है और जय राज सिंह और नीती सिंह को बाहर बुलाती है वो पूछती है क्यों खुद पर कंट्रोल नहीं रख पाए जय राज सिंह कहता है इसने भूपेंद्र के ऊपर गोली चलाई थी हर बात पर कंट्रोल नहीं होता फिर मैडम खुद उसके पास जाती है वह कहता है मैडम मैंने कुछ भी नहीं किया फिर मैडम नीति सिंह को कहती है कि धारा 302 303 और 304 डालो इस पर फिर गुड्डू कहता है मैडम मैंने कुछ नहीं किया सब कुछ उन लोगों ने ही किया था

फिर वो मैडम को बताता है कि हमारे चार लोगों का ग्रुप है मैं बबलू थर्मल और करीना, करीना का चक्कर बबलू के साथ चल रहा है और थर्मल बबलू का भांजा है करीना ब्यूटी पार्लर में काम करती थी फिर नीति सिंह मैडम को बाहर ले जाकर बताती है कि मेरे पास उस ब्यूटी पार्लर का नंबर है जिसमें करीना काम किया करती थी मैडम कहती है डिटेल्स निकलवाओ उसकी फिर नीति सिंह ब्यूटी पार्लर पर फोन करके उसका एड्रेस और फोन नंबर पता करती है तभी राजेश जयराज सिंह को गुड्डू के फोन के अंदर की तस्वीरें दिखाता है जयराज सिंह उसमें से एक तस्वीर का प्रिंट निकल लेता है

दूसरी तरफ थर्मल बबलू को बताता है कि मैंने ₹40 लाख यहीं पर रखे थे लेकिन अब मुझे मिल नहीं रहे एक बार अपनी डार्लिंग से जाकर पूछ मामा कहीं उसके पास तो नहीं है फिर बबलू करीना को बुलाकर 40 लाख के बारे में पूछता है करीना बबलू को कहती है कि पार्लर की जगह पड़ गई थी इसलिए मैंने डाउन पेमेंट के लिए वे पैसे उन्हें दे दिए बबलू कहता है उसमें सबके 10-10 लाख थे करीना कहती है अगली चोरी में एडजस्ट कर लेंगे बबलू कहता है कौन सी अगली चोरी मैं हम लोग कोई चोरी नहीं करने वाला करीना कहती है ब्यूटी पार्लर में आए हुए कस्टमर के कांटेक्ट उनका एड्रेस सब कुछ मैं निकल कर दू सारी मेहनत मैं करूं और हिस्सा सबको बराबर चाहिए बबलू कहता है तो अकेली क्यों नहीं जाती खुद चोरी कर ले और खुद ही जाकर गाड़ी में नजर भी रख और खुद ही ज्वेलरी भी बेचने जा दिहाड़ी वाले मजदूरों को ले जाया कर

तू एड्रेस बता मुझे उस दलाल का मैं अभी जाकर पैसे वापस लेकर आता हूं करीना एड्रेस नहीं बताती फिर वे दोनों उसको पीटने लगते हैं बबलू हथोड़ी दिखाकर उसको डराता है और कहता है कि खोपड़ी खोल दूंगा तेरी जल्दी बता उसका एड्रेस फिर करीना डर के मारे एड्रेस बता देती है उसके बाद थर्मल बबलू को कहता है कि मामा इसको मार क्यों नहीं देते बबलू पूछता है इसकी बॉडी का क्या करेंगे इतने में करीना उसके हाथ से हथोड़ी छीन लेती है और उससे उन दोनों पर ही टूट पड़ती है वो थर्मल और बबलू दोनों की ही जान ले लेती है इसके बाद वह तैयार होकर घर से चली जाती है उसके चेहरे पर बिल्कुल भी अफसोस नहीं था थोड़ी देर बाद वहां पुलिस आ जाती है क्योंकि गुड्डू ने बबलू के घर का एड्रेस बता दिया था फिर जब वे घर के अंदर जाकर देखते हैं तो उनको वहां पर बबलू और थर्मल की बॉडी मिलती है छानबीन करने पर उनको वे हथियार भी मिल जाते हैं जिससे वे वारदात को अंजाम दिया करते थे फिर उनकी बॉडी को वहां से निकाला जाता है तभी मैडम के पास sho सुभाष का फोन आता है वो बताता है कि करीना का फोन नंबर किसी लता कुमारी के नाम से रजिस्टर्ड है और गाजियाबाद में जुडिशियस कस्टडी में उसका रिकॉर्ड भी है उसका घर गाजियाबाद में होगा फिर वे गाजियाबाद में उसके घर का एड्रेस पता कर लेते हैं और वहां पहुंच जाते हैं घर के अंदर वे सब जगह छानबीन करते हैं लेकिन उनको करीना कहीं भी नहीं मिलती फिर वहां बैठा आदमी करीना की फोटो देखकर बताता है कि उसका नाम लता सोलंकी है अब वह यहां नहीं रहती वह मेरी पत्नी थी और जगह-जगह मुंह मारा करती थी उसके सपने बड़े-बड़े थे लेकिन 6 महीने पहले वह अपने बेटे को मेरे पास छोड़कर हमेशा के लिए चली गई फिर मैडम जयराज सिंह को कहती है मुझे नहीं लगता वो यहां वापस आएगी फिर रात को मैडम नीति सिंह को साथ लेकर उस ब्यूटी पार्लर में जाती है जहां पहले वह काम किया करती थी वहां की ओनर बताती है कि 6 महीने पहले वह यहां काम किया करती थी इससे ज्यादा उसको करीना के बारे में कुछ नहीं पता था तभी हम देखते हैं कि करीना अपने नए घर में जाती है इस घर के बारे में उसके साथियों को भी नहीं पता था फिर वह अपनी टेंशन कम करने के लिए दो पैग मारती है

दूसरी तरफ जब नीती सिंह अपने घर जाती है तो देखती है कि उसकी सास और उसका पति सामान पैक कर रहे थे पूछने पर उसका पति बताता है कि मैं कैंप वापस जा रहा हूं घर पर प्रॉपर टाइम ना दे पाने के कारण वे दोनों उससे सीधे मुंह बात भी नहीं करते उस समय मैडम भी बहुत बहुत परेशान थी फिर वह हॉस्पिटल में भूपेंद्र का पता लेने जाती है वो भूपेंद्र को बताती है कि करीना ने अपने साथियों का भी खून कर दिया है और सारे पैसे भी खुद लेकर भाग गई इतना सारा रुपया लेकर वो कहां गई होगी यह केस बहुत पेचीदा होता जा रहा है भूपेंद्र कहता है मैडम कई बार बचने के लिए भागने से ज्यादा सेफ होता है छिपना वो यहीं आसपास में ही कहीं छिपी होगी फिर मैडम राजेश के पास फोन करती है और पूछती है कि उसके फोन की डिटेल्स निकली या नहीं वह बताता है कि बबलू और थर्मल के अलावा उसने एक धोबी और चार रेस्टोरेंट पर फोन किया था ज्यादातर फोन उसने 10 से 11 के बीच में किए हैं लेकिन एक रेस्टोरेंट है जिस पर उसने सुबह 5:00 से लेकर 6:00 के बीच में तीन बार फोन किया है इतनी सुबह तो कोई भी रेस्टोरेंट खुला होना मुश्किल है यह कॉल पहले मर्डर से ठीक एक दिन बाद की गई थी फिर मैडम उस रेस्टोरेंट के मालिक का घर का एड्रेस निकलवाने को कहती है फिर राजेश उस रेस्टोरेंट के मालिक का पता निकालकर सुभाष को देता है जो कि संगम विहार का था

रात को जब करीना टीवी चलाती है तो उसमें न्यूज़ चल रही थी कि पुलिस कच्छा बनियान गैंग के चौथे साथी की तलाश कर रही है तभी सुभाष उस रेस्टोरेंट के ओनर के घर पर जाता है दरवाजा खुलते ही सुभाष उसके कान पर दो थप्पड़ देता है और उसको पकड़कर अपनी जीप में बिठा लेता है फिर पुलिस स्टेशन ले जाने के बाद मैडम उसको करीना की फोटो दिखाकर पूछती है यह कौन है वो आदमी कहता है मैं नहीं जानता रेस्टोरेंट पर इतने लोग आते हैं सबके चेहरे ध्यान में रखना मुश्किल है फिर मैडम पूछती है कौन सा रेस्टोरेंट सुबह 5:00 बजे डिलीवरी करता है सच बोल दे वरना लंबा अंदर जाएगा फिर वह बताता है कि मैंने तो जस्ट उसकी हेल्प की थी उसको अपने रिश्तेदारों के लिए एक घर चाहिए था उसके पास कोई आईडी वगैरह भी भी नहीं थी वो मुझे बार-बार फोन कर रही थी बस मैंने तो उसकी हेल्प की थी फिर मैडम उससे एड्रेस पूछती है और वह बता देता है फिर वे उसके बताए हुए एड्रेस पर जाने लगते हैं

सुभाषनगर पहुंचकर मैडम कहती है तुम इस इलाके की सभी एंट्रीज पर पहरा लगा दो उसे पता नहीं है हम आ रहे हैं सभी अपने फोन साइलेंट कर लो और कोई भी फायर नहीं करेगा उस समय करीना अपने घर पर ही थी फिर वह गौर करती है कि गली में लगातार कुत्ते भोंक रहे हैं फिर वह अपना दरवाजा खोलकर बाहर जाती है और देखती है कि वहां पुलिस आ चुकी थी फिर वह भागकर अंदर चली जाती है फिर पुलिस वाले वहां आकर उसका दरवाजा खोलते हैं फिर अंदर जाकर वे उसके घर को अच्छे से चेक करते हैं लेकिन करीना कहीं भी नहीं थी क्योंकि उस घर का एक दरवाजा पीछे वाली गली में भी खुलता था वो वहीं से भाग गई थी फिर मैडम उसकी गलियों में तलाश करती है करीना अलग-अलग घर के दरवाजे खोलने की कोशिश कर रही थी लेकिन बात नहीं बनती तभी मैडम देखती है कि वह एक घर का दरवाजा खोलकर उसके अंदर चली गई है फिर मैडम भी अपनी टीम के साथ उस घर के अंदर चली जाती है फिर जब मैडम उस घर की छत पर जाती है तो करीना वहां से दूसरी छत पर जाने की कोशिश कर रही थी लेकिन डीसीपी मैडम उसको गन पॉइंट पर ले लेती है और नीति सिंह उसे पकड़ लेती है फिर जिप्सी में बिठाकर मैडम उससे पूछती है क्यों किया यह सब करीना कहती है अगर मैं उनको नहीं मारती तो वह मुझे मार देते मैडम पूछती है मैं उनकी नहीं उन बुजुर्गों की बात कर रही हूं करीना कहती है मैंने उनसे प्यार से पूछा था मैं खूब सेवा करती थी उनकी उन पर खूब भरोसा था मुझे वो कहती थी मैं तुम्हारे पार्लर के लिए पैसे दूंगी फिर एक दिन जब मैंने उनको कहा कि मैडम जी जगह देखकर आई हूं पार्लर के लिए तो उन्होंने कहा बेकार की बातें मत कर मैडम जी मुझे आपके जैसी अच्छी लाइफ चाहिए मुझे मालिक बनना है एंप्लॉई नहीं और ना ही मुझे घर पर रहकर रोटियां सेकनी है

मैडम पूछती है तेरे बच्चे का क्या कसूर था करीना कहती है मुझे तो चाहिए ही नहीं था जिनको चाहिए था उनको ही दे आई मैडम पूछती है पैसे नहीं देंगे तो तू खून करेगी सबका करीना कहती है कि उन्होंने जो मेरे सपनों का खून किया है वो कुछ नहीं दिल्ली में जो चीज मांग कर नहीं मिलती ना वो चीज छीनने पड़ती है फिर मैडम जिप्सी से बाहर चली जाती है और उसको पुलिस स्टेशन भेज देती है फिर मैडम सुभाष को कहती है कि सुबह कोर्ट खोलते ही इसको जज के सामने पेश करना है सुभाष कहता है मैडम सब पेपर्स रेडी हैं फिर डीसीपी मैम अनीता अरोरा के पास फोन करती है और बताती है कि तुम्हारे पेरेंट्स की आखिरी कातिल भी पकड़ी गई और वह एक महिला है जिस पार्लर में तुम्हारी मॉम जाया करती थी वह उसी पार्लर में काम किया करती थी पता नहीं यह अपराधी ऐसे काम क्यों करते हैं जब हम इनसे जवाब मांगते हैं तो इनके पास कोई भी जवाब नहीं होता फिर मैडम प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाती है और बताती है कि हमने केस सॉल्व कर लिया है कच्छा बनियान गैंग के चार अपराधी थे जिनमें से दो के हमें शव मिले हैं और दो हमारी कस्टडी में है दोषियों के स्टेटमेंट देते ही हम उनको मीडिया के सामने पेश कर देंगे

फिर मैडम के पास सीपी कुमार विजय का फोन आता है वह बताते हैं कि मैंने न्यूज़ सुन ली है तुमने बहुत अच्छा काम किया तुम्हारे लिए एक खुशखबरी है मिनिस्ट्री ने तुम्हें डीआईजी के पद पर प्रमोट किया है और साथ में कहीं दूर ट्रांसफर कर दी है हिम्मत की कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी दोस्तों यह वेब सीरीज रियल स्टोरी पर आधारित है दिल्ली क्राइम के सीजन 4 में हम डी सी पी वर्तिका चतुर्वेदी को डीआईजी के रोल में देखेंगे

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स क्या आपको मालूम है सपनों की कीमत क्या होती है एक सपने को पूरा करने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है अगर आपके मन में भी कुछ अधूरे सपने को पूरे करने की इच्छा है तो हम आपको एक ऐसी मूवी को रिकमेंड कर रहे हैं जिसे देखकर आप कभी हर नहीं मानेंगे और आपको प्रेरणा मिलेगी उसे मूवी से मैं भी इस दुनिया को देखने के लिए नहीं बल्कि दिखाने के लिए आया हूं मैंने उसे मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें और हमें जरूर कमेंट करें कि उस मूवी से आपने क्या सीखा

तो फ्रेंड्स मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में फिर किसी और धमाकेदार मूवी के रिव्यु के साथ तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

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