Serial Killer, Crime & Thriller Movie Brinda, Trisha Krishnan, Thriller New Web series Brinda Season 1 All Episode Story Explained in Hindi
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम बात करने वाले हैं CRIME MOVIE Brinda के बारे में
यह वेब सीरीज 2 AUGUST 2024 को JioTV और सोनी लिव पर स्ट्रीमिंग कर दी गयी थी इस वेब सीरीज में कुल मिलाकर 8 एपिसोड है और हर एपिसोड 45 से 60 मिनट के बीच का है इस सीरीज की स्टोरी अपने ना ही कहीं सुनी होगी और ना ही कहीं देखी होगी कहानी स्टार्ट तो होती है भूत प्रेत से और खत्म हो जाती है भगवान को न मानने वालों पर और इस बीच कई सारे सीरियल कलिंग भी हो रहे थे अब पुलिस को यह पता करना था कि यह मर्डर आखिर कर कौन रहा है और भगवान को न मानने वालों से आखिर इसकी क्या दुश्मनी है अगर आप इस शानदार वेब सीरीज की स्टोरी को सुनना चाहते हैं तो वीडियो के और तक बन रहे और इस वेब सीरीज की स्टोरी को हम डे बाय डे पर पोस्ट करेंगे तो आप हमारे चैनल पर बने रहें तभी इस वेब सीरीज की स्टोरी को आप समझ पाएंगे
इस मूवी के कलाकार की बात करें तो Trisha Krishnan है जिन्हें इस मूवी में हम SI Brinda के नाम से जानेंगे
Ravindra Vijay है जिन्हें इस मूवी में हम SI Sarathi के नाम से जानेंगे
Anand Sami है जिन्हें इस मूवी में हम Thakur के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे
इस मूवी के डायरेक्टर और राइटर Surya Manoj Vangala है

Brinda S1.E1 ∙ The Chosen One
इस वेब सीरीज की शुरुआत गंगावराम नाम के जंगल से होती है और यह समय था 1996 का इस जंगल में हम एक छोटी सी बच्ची को देखते हैं जिसका नाम चिन्नी था चिन्नी अपनी भाई सच्ची को ढूंढ रही थी और उसे आवाज लगा रही थी व जोर-जोर से चीख रही होती है और अपने भाई को पुकारती है पर उसके भाई उसे कहीं भी नहीं मिलता कुछ दूर जाने के बाद साची उसे एक जगह पर लेटा हुआ मिलता है चिन्नी को लगता है कि उसे कुछ हो गया है वो भागते हुए अपने भाई के पास जाती है और वो रोने लगती है तभी सच्ची अपनी आंख खोलता है वह कहता है कि मुझे कुछ नहीं हुआ मैं तो बस मजाक कर रहा था तुझे डरा रहा था चीनी तब तक रो ही रही थी उसका भाई बोलता है कि मैं तुझे छोड़ के कभी कहीं भी नहीं जाऊंगा और देख तेरे लिए मैंने आज ही एक लकड़ी का गुड़िया बनाया है चीनी ये देख के बहुत ही खुश होती है फिर वो दोनों गांव में जाते हैं
उसके बाद हम एक गांव को देखते हैं और उस गांव में मानो महामारी फैला हुआ था लोग मर रहे थे बारिश से भीगे हुए जो लकड़ियां थे वो सूख नहीं रहे थे जिसके कारण वो लोग खाना भी नहीं बना पा रहे थे और ऐसा लग रहा था मानो पूरे जंगल में हरियाली तो है पर उनके लिए मानो एक श्राप था बहुत लोग मर रहे थे और हम एक आदमी को मरा हुआ देखते हैं और उसे गांव के पुजारी के पास लाया जाता है उस मरे हुए आदमी का जब हम आंख देखते हैं तो समझ में आता है कि उसकी आंख लाल है और पूरी बॉडी काली पड़ चुकी है और जगह-जगह मार्क्स है गांव के सारे लोग पुजारी जी से मदद मांगते हैं तब पुजारी जी बोलते हैं यह माता का प्रकोप है हमसे कोई भूल हुई है और माता हमसे क्रोधित है माता को खुश करने के लिए हमें बली चढ़ाने होगी नहीं तो सब ऐसे ही मारे जाएंगे फिर वो किसी तरह का जादू टोना करता है और चिन्नी की तरफ उंगली करके कहता है कि बली के लिए माता ने चिन्नी को चुना है जिस पर चिन्नी की मां रोने लगती है वो कहती है कि इसके बदले मेरी बली ले लो लेकिन मेरी बच्ची को जाने दो वो सबसे मिन्नत करती है लेकिन कोई भी पुजारी के खिलाफ नहीं जाता है
उसका भाई साची भी बहुत रोता है कि मैं अपने बहन को कुछ भी नहीं होने दूंगा गांव वालों के सामने उनकी मां भी बेवस थी वो कुछ नहीं कर पाई रात में ये लोग बलि की तैयारी करते हैं और इधर साची अपनी मां से पूछता है क्या वो चिन्नी को सच में मार देंगे उसकी मां कहती है कि वो चिन्नी को कुछ नहीं होने देगी और अपने दोनों बच्चों को साथ लेकर इस जंगल से भागने लगती है कुछ दूर भागते-भागते चीनी के हाथ से उसके भाई सांची का दिया हुआ डॉल गिर जाता है दूसरी तरफ गांव वालों को भी पता चल चुका था कि वह लोग भाग चुके हैं और वह लोग भी उसके पीछे पड़े हुए थे
सांची जब देखा है कि उसकी बहन के हाथ में डाल गिर चुका है तो वह लेने के लिए जाता है और उसकी मां चीनी को लेकर भागती है और उसे भागदौड़ में सांची बढ़ जाता है और चीनी की मां चीनी को एक ट्रक में बिठा देता है और वह खुद चैट नहीं पाती है जिसके कारण गांव वाले उसकी मां को पकड़ लेते हैं और वह ट्रक चली जाती है और चीनी बिछड़ जाती है वह अपने भाई और मां को पुकारती रहती है दूसरी तरफ सांची जंगल में खो चुका था
अब कहानी प्रेजेंट समय में आ जाती है जहां पर हम वृंदा नाम की एक लड़की को देखते हैं जो कि हैदराबाद में रहती है और उसे रातों में एक अजीबो गरीब ख्याल आते हैं और ऐसा लगता है कि वह पिछला सब कुछ भूल चुकी है और उसे याद करने की कोशिश कर रही है बस कुछ धुंधली सी यादें हैं वृंदा अपनी फैमिली के साथ रहती है उसके पिता की मौत हो चुकी है उसकी फैमिली में बस उसकी मॉम और की छोटी बहन छुटकी रहती है
वह अपने बेड पर लेटी हुई थी और अलाम बजे जा रहा था बृंदा के टेबल पर उसके पापा और उसकी फोटो रखी हुई थी फिर हम उसकी मां को देखते हैं जो कि अपनी छोटी बेटी छुटकी को बुला रही थी क्योंकि स्कूल का टाइम हो चुका है और वो फोन में लगी हुई थी लेकिन छुटकी बृंदा को बिल्कुल भी पसंद नहीं करती है छुटकी को मैनर्स बिल्कुल नहीं थी की कैसे अच्छे से अपने मां से बात करे तब वृंदा बोलती है मम्मी जो बोल रही है उसको सुन लो पर छुटकी उसको एकदम भाव नहीं देती है और उठकर बाहर कुछ लड़कों के साथ स्कूल बाइक से चली जाती है और बाइक का नंबर वृंदा नोट कर लेती है
उसके बाद हम तेलंगाना डिपार्टमेंट का एक पुलिस स्टेशन को देखते हैं जहां पर सारथी अपने कांस्टेबल के साथ काम कर था और वह एक एसआई होता है फिर पुलिस स्टेशन पर बृंदा आती है बृंदा के फादर पुलिस में थे और उन्हीं के नक्शे कदम पर चलकर वृंदा ने भी डिपार्टमेंट जॉइन कर लिया वह भी इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट में एसआई की पोस्ट पर काम करती है पुलिस स्टेशन में वृंदा के एस ए पोस्ट के वजह से सभी लोग उसके सामने इज्जत करते थे मगर बिंद्रा के पीछे ये लोग बहुत बुराई करते हैं
बृंदा अपने कलीग से ज्यादा बात-बात नहीं करती है और बस अपने काम से मतलब रखती है जिसके चलते डिपार्टमेंट में सब उसे अकडू बुलाते हैं और कोई भी उसे पसंद नहीं करता है बिंद्रा बहुत शांत दिमाग की थी वो किसी से भी कभी झगड़ा नहीं करती है अपने सीट पर बैठकर सबसे पहले वह छुटकी जिस बाइक में बैठी थी उस बाइक का नंबर चेक करती है फिर हम देखते हैं ऑफिस में इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट का सीनियर सोलोमन सर आते हैं जिसको देखकर सारे लोग खड़े हो जाते हैं और सलूट करते हैं पर वृंदा बैठी हुई थी तो बृंदा के सामने जाके वो थोड़ा खांसते हैं बृंदा उसकी रिस्पेक्ट रखने के लिए वो खड़ी हो जाती है वो एक नंबर का घूसखोर, कामचोर और टोटली करप्ट पुलिस ऑफिसर है इसी के साथ उनका बाहर एक चक्कर भी चल रहा है तभी पुलिस स्टेशन का इलेक्ट्रिक लाइन खराब हो जाता है सोलोमन बोलता है कि हो सकता है फ्यूज चला गया हो इलेक्ट्रीशियन को बुला लो जिसके बाद हम देखते हैं कि वृंदा खुद ही उसको ठीक कर देती है
उसके बाद दूसरी तरफ हम देखते हैं कि एक दूध वाला दूध देने के लिए कहीं जा रहा था मगर रास्ते में गाड़ी रोक कर पेशाब करता है और वह देखता है की नदी के किनारे पर पर कुछ तो तैर रहा है जब वो उस नदी के पास जाता है वो देखता है कि डेड बॉडी पानी में तैर रहा होता है और वह पुलिस को इन्फॉर्म करता है पुलिस आती है और उस जगह को सील कर दिया जाता है उससे पुलिस वाले पूछताछ कर रहे थे उसके बाद सोलोमन बोलता है कि यह सुसाइड है दारू पी के पानी में गिर गया है इसलिए वह मर गया ओपन एंड शट केस है और वह इस कैस को भी एक सुसाइड केस बताकर रफा दफा करने को कहता है वृंदा का कलीग सारथी उससे कहता है कि मैडम आप यहां क्या कर रही है जाकर भीड़ को संभालिए और बृंदा वहां से चली जाती है प्रेस और सिविलियन लोगों से पीछे जाने के लिए बोलती है और कहती है कि अभी इस जगह को सील कर दिया गया है इन्वेस्टिगेशन होगा तभी आप लोग उधर जा सकते हो इससे पहले डेड बॉडी के पास जाना मना है तभी फॉरेंसिक टीम लाश को लेकर जाने लगती है वृंदा को लाश ध्यान से देखने पर यह पता चलता है कि डेड बॉडी पे अलग-अलग जगह मार्क्स बने हुए थे बॉडी पर गड्ढे बने हुए थे मानो किसी जानवर ने उसको नोच के खाया है
फिर रात को इन्वेस्टिगेशन एरिया से जब सारे पुलिस ऑफिसर लौट रहे होते हैं सत्या और बाकी कांस्टेबल चाय पी रहे थे तबी वृंदा भी आकर उनको जॉइन करती है तभी कांस्टेबल सत्या सर से पूछते हैं सर मुझे मालूम नहीं ये लोग क्यों दारू पी के नाली में ही गिरते हैं नाले को भी दुर्गंध बनाते हैं और हमारा काम भी बढ़ा देते हैं तभी बृंदा कहती है कि सुसाइड नहीं है प्लान मर्डर है बॉडी पर मैंने चोट के निशान देखे थे रस्सियों के भी निशान थे और कोई जानवर ने उसको नोच के खाया है मुझे लगता है कि किसी ने उसे मारकर एक बड़े बोरी में ईटों के साथ डालकर फेंक दिया होगा उसके बाद चूहे ने उस बोड़ी को काटा इसलिए बॉडी ऊपर तैर रही थी जिस पर सारथी और बाकी सब उसका मजाक बनाते हैं कि लगता है मैडम ने पहली बार किसी डेड बॉडी को इतने करीब से देखा है इसलिए कुछ ज्यादा ही सोच रही हैं आप जिस पर बिंदा बोलती है कि नहीं पहली बार नहीं देखा मेरे पिता का भी मर्डर हुआ था
अब इसके दो दिन बाद में पुलिस वालों के साथ-साथ स्टेशन के हेड को भी बुलाया जाता है जिस पर सोलोमन सत्या को कहता है की मेरा आना जरूरी है क्या तो सत्या बोलता है हां सर जो पोस्टमार्टम कर रहा है वो स्टेशन के हेड को बुला रहे थे फिर वो मोर्चरी के अंदर लेकर जाते हैं और बोलते हैं इस आदमी का मर्डर हुआ है सर पर किसी रोड से मारा गया है जिससे स्कल टूट गया है बैक बोन पर तीन बार चाकू मारा है और दिल के पास 16 बार चाकू मारा है और एक अजीब सा निशान भी है जिसका पता नहीं चल रहा कि यह क्या है इस आदमी को मारकर बॉडी को बोरी में ईटों के साथ डालकर फेंक दिया है चूहे ने बोरे को काटा होगा जिससे बॉडी बाहर आ गई सारथी यह सुनकर दंग रह जाता है उसे रिलाइज होता है कि बृंदा सही कह रही थी
फिर सत्या स्टेशन पहुंचता है और सारे मिसिंग केसेस को अपने कांस्टेबल को छाटने के लिए बोलता है इतनी मिसिंग केसेस हो गए थे कि पूरा रूम भर चुका था फिर सत्या बृंदा के पास जाता है और बोलता है तुमने सही बोला था हम इसी केस के ऊपर काम कर रहे हैं तुम चाहो तो हमें जॉइन कर सकते हो फिर हम देखते हैं कि बृंदा भी उन लोगों को जॉइन करती है और एक-एक करके फाइल देखने लगती है फिर उस आदमी की आइडेंटिटी पता लगाने के लिए पुलिस पिछले एक महीने में लापता हुए लोगों की मिसिंग केस की फाइल निकालती है
बृंदा रात को घर जाने से पहले सत्या को बोलती है कि मैं इन्वेस्टिगेशन के फाइल लेकर जा सकती हूँ क्या सत्या बोलता है हां तुम कर जा सकती हो बस एक सिग्नेचर करके जाना पड़ेगा फिर बृंदा पोस्टमार्टम वाली फाइल अपने साथ ले जाती है और घर जाकर उसे बारीकी से स्टडी करती है और एक-एक करके पॉइंट को वो नोट डाउन करती है अगले दिन वो थाने पहुंचती है वो सत्या को बोलती है सारे ऐसे-ऐसे लोगों की मिसिंग रिपोर्ट निकालो जो कि कोल माइन में या रेलवे में काम करता है क्योंकि रिपोर्ट के अकॉर्डिंग उस आदमी के नाखूनों में कोल ग्रेनाइट के ट्रेसज मिले हैं
और ऊपर से पैरों में छोटे-छोटे चोट के निशान हैं जो कि कोल माइन में या रेलवे ट्रैक में काम करने में ही आ सकता है फिर उधर से सारा नाम को शॉर्टलिस्ट किया जाता है और कुल 32 नामों को वो लोग देखते हैं जो कि कोल माइन में और रेलवे ट्रैक में काम करते हैं एक-एक करके सारे विक्टिम के परिवार को बुलाया जाता है इसमें से एक परिवार उस बॉडी को पहचान लेता है उस आदमी का नाम तिलक था फिर वो लोग उसकी पत्नी से पूछते हैं कि क्या तिलक का कोई दुश्मन था या आपको किसी पर शक है जिसने यह सब किया होगा लेकिन वो कहती है कि ऐसा तो कोई भी नहीं है मुझे पता नहीं क्या हो गया है यह हमसे बहुत प्यार करते थे पर कुछ दिन पहले वो काम के लिए बाहर तो निकले थे फिर घर ही नहीं लौटे इतना सब कुछ सुनने के बाद जब वो लोग बाहर आते हैं तब सीआई सोलोमन सर आते हैं और बोलते हैं गुड जॉब बिंद्रा तुमने अच्छे से काम किया तुमने सारे डिटेल्स ढूंढ लिया पर इस केस को हमको बंद करना पड़ेगा क्योंकि हमारे पास कोई एविडेंस नहीं है ना कोई चेहरा है ना कोई सबूत है अगर ऐसे केस को हम ओपन रखेंगे तो स्टेशन की ही बदनामी होगी इसलिए फालतू में सर दर्द क्यों ले केस को यहीं बंद करते हैं यह बोलकर सोलोमन वहां से चला जाता है
उसे समय सारथी भी कुछ कह नहीं पता है और बस वृंदा सारथी के तरफ देखती रहती है वृंदा सोलोमन की बात नहीं मानती है फिर हम देखते हैं कि बृंदा पुलिस स्टेशन जाती है और अपना ड्रेस चेंज करके वो नॉर्मल ड्रेस पहन लेती है और पुलिस जीप की गाड़ी लेके वो खुद ही इन्वेस्टिगेशन करने के लिए निकल जाती है
वह सीवरेज लाइन मैप की हेल्प से अंदाजा लगाने की कोशिश करती है कि लाश को किस जगह से फेंका गया होगा वो पहले उस नदी के छोड़ में जाती है पर उधर उसे कुछ भी नहीं मिलता वो फिर कैलकुलेट करती है कि हो सकता है कि बहाव की वजह से वो इधर आ गया हो इसलिए वो नदी के दूसरे छोड़ पर भी जाती है जो कि बॉर्डर एरिया था वो फिर उस नदी के दूसरे छोड़ में ढूंढते ढूंढते थक जाती है और उसकी यह तलाश कंकाडू लेक पर जाकर खत्म होती है
लेक के पास उसे एक चिड़िया का पंख मिलता है और बृंदा उसे पंख की पिक्चर गूगल पर डालकर जब सर्च करती है तो उसे पता चलता है कि यह पंख कैटरस टामो नाम की एक चिड़िया का पंख है यह चिड़िया इंडोनेशिया से माइग्रेट होकर हिमालय आती है और यह चिड़िया मांसाहारी होती है यहां तक की इंसानों तक को भी खा जाती है इसके काटने से एक अजीब सा निशान भी बनता है
दूसरी तरफ एक सुनसान जगह पर हम एक आदमी को देखते हैं जो किसी के लिए खाना लाया था और उससे बातें कर रहा था और बोलता है झांजी तुम अगर अच्छे से खाना नहीं खाओगे तो तुम काम कैसे करोगे तुम्हारी उम्र मुझसे बहुत ज्यादा है और तुम्हें तो पता है मैं तुमसे कितना प्यार करता हूं फिर हमको दिखाया जाता है झांजी कोई इंसान नहीं हैं यह वही चिड़िया थी जिसका पंख बृंदा को मिला था फिर उस आदमी के पास हम वही डॉल को देखते हैं जो साची ने चिन्नी को दिया था वो डॉल को ही चिन्नी मानकर उससे बातें कर रहा था वह आदमी उस डॉल को उठाता है अपनी गोदी में रखकर उसको सहलाता है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 1 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के नेक्स्ट एपिसोड 2 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 2 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 1 में हमने देखा था की एक दूध वाला दूध देने के लिए कहीं जा रहा था मगर रास्ते में गाड़ी रोक कर पेशाब करता है और वह देखता है की नदी के किनारे पर पर कुछ तो तैर रहा है जब वो उस नदी के पास जाता है वो देखता है कि डेड बॉडी पानी में तैर रहा होता है और वह पुलिस को इन्फॉर्म करता है बृंदा पुलिस स्टेशन जाती है और पुलिस की गाड़ी लेके वो खुद ही इन्वेस्टिगेशन करने के लिए निकल जाती है
वह सीवरेज लाइन मैप की हेल्प से अंदाजा लगाने की कोशिश करती है कि लाश को किस जगह से फेंका गया होगा नदी के दूसरे छोड़ पर भी जाती है जो कि बॉर्डर एरिया था वो फिर उस नदी के दूसरे छोड़ में ढूंढते ढूंढते थक जाती है और उसकी यह तलाश कंकाडू लेक पर जाकर खत्म होती है
लेक के पास उसे एक चिड़िया का पंख मिलता है और बृंदा उसे पंख की पिक्चर गूगल पर डालकर जब सर्च करती है तो उसे पता चलता है कि यह पंख कैटरस टामो नाम की एक चिड़िया का पंख है यह चिड़िया इंडोनेशिया से माइग्रेट होकर हिमालय आती है और यह चिड़िया मांसाहारी होती है यहां तक की इंसानों तक को भी खा जाती है इसके काटने से एक अजीब सा निशान भी बनता है
दूसरी तरफ एक सुनसान जगह पर हम एक आदमी को देखते हैं जो किसी के लिए खाना लाया था और उससे बातें कर रहा था और बोलता है झांजी तुम अगर अच्छे से खाना नहीं खाओगे तो तुम काम कैसे करोगे तुम्हारी उम्र मुझसे बहुत ज्यादा है फिर हमको दिखाया जाता है झांजी कोई इंसान नहीं हैं यह वही चिड़िया थी जिसका पंख बृंदा को मिला था फिर उस आदमी के पास हम वही डॉल को देखते हैं जो साची ने चिन्नी को दिया था वो डॉल को ही चिन्नी मानकर उससे बातें कर रहा था वह आदमी उस डॉल को उठाता है अपनी गोदी में रखकर उसको सहलाता है
BRINDA S1.E2 ∙ A Little Deeper
इस एपिसोड की शुरुआत फ्लैशबैक से होती है और हम जानते हैं कि असल में उस रात साची और उसकी मां के साथ क्या हुआ था असलियत में जब साची की मां ने अपनी बेटी चीनी को भगा दिया था और साची जंगल में खो गया था उस वक्त गांव वाले मिलकर उसकी मां को पकड़ के पुजारी जी के सामने लाते हैं और उसको सब लोग पीट रहे होते हैं तब एक आदमी आता है और बोलता है अब इसके जगह मेरी बेटी की बली ले लो पुजारी जी फिर उसके बाद पुजारी इस बात को मान जाता है और बोलता है माता को भोग को तो चढ़ता ही पड़ेगा फिर वो उस बच्चे को ले आते हैं और बांध देते हैं फिर उसके ऊपर तेल छिड़का जाता है और जादू टोना किया जाता है इतनी देर में गांव वाले की आवाज सुनके साची उधर आ जाता है और हम देखते हैं कि तब तक उस बच्चे को आग लगा दिया गया था साची को लगता है कि ये उसकी बहन है वो पूरा शौक हो जाता है फिर पुजारी जी बोलते हैं इस औरत को भी हम जिंदा नहीं छोड़ सकते है इसने भगवान के साथ दूससाहस किया है और उसका गला भी वो लोग काट देते हैं तभी वहां पर चंद्रग्रहण भी लग जाता है फिर पुजारी जी बोलते हैं कि आज जंगल में माता आएंगी तो सब लोग अपने-अपने घर चले जाओ
लेकिन साची उधर ही बैठा हुआ था वो देखता है कि उसकी बहन की बॉडी जल के खाक हो चुकी है उसकी मां भी मर चुकी है थोड़ी देर बाद वो शौक से जागता है और उसका गुस्सा फूट पड़ता है वो भगवान के ऊपर से पूरा विश्वास खो देता है और अपने गले का लॉकेट नीचे फेंक देता है फिर वो एक मशाल लेता है और उस भगवान की मूर्ति को भी जला देता है और गांव के हर एक घर को भी उस रात तरप तरप के जंगल में 32 लोग मरे थे गांव से दूर एक ब्राह्मण नदी में डुबकी लगा रहा था उससे कोई दिव्य ज्योति जलती हुई दिख रही थी मगर असल में वह पूरा गांव जल रहा था
उसके बाद प्रेजेंट समय में सारथी का घर दिखाया जाता है जहां पर उसकी वाइफ खाना बना रही होती है और उसकी मां उसको ताने दे रही थी कि तुम लोग डॉक्टर क्यों नहीं दिखा लेते इतने साल मैरिज को हो चुका है तुम लोगों को बच्चा क्यों नहीं हो रहा है सारथी अपनी मां की बात को अनसुना करके ऑफिस के लिए निकलता है और उन दोनों में थोड़ा बहस हो जाता है बच्चे को लेके फिर हम देखते हैं स्टेशन में पहले से ही बिंद्रा मौजूद थी वृंदा सारथी को आकर सब बताती है और कहती है कि बॉडी पर मिले निशान और इस चिड़िया के काटने पर जो निशान बनता है वह दोनों से है और से ऐसा ही निशान तिलक की बॉडी पर भी था कुछ तो अजीब हो रहा है एक बार इस बर्ड एंगल को ट्राई करके देखते हैं शायद किलर का कुछ पता चल जाए लेकिन सारथी बिंद्रा की बात को सीरियसली नहीं लेता है तभी सीआई सोलोमन आ जाता है और केस की स्टेटस पूछता है सारथी बोलता है कि केस तो क्लोज हो चुका है सोलोमन के जाने के बाद सारथी वृंदा से कहता है कि सोलोमन सर ने ये केस बंद करने को कहा है इसलिए आप केस छोड़ दीजिए मैडम
लेकिन बंदा कहां मानने वाली थी वो खोजबीन करना चालू कर देती है कि ये पक्षी क्या इधर मिलता है या कैसे लाया जा सकता है वो अलग-अलग जगह जाती है जब उसको कुछ भी पता नहीं चलता है फिर वो तिलक के घर जाती है और उसकी वाइफ से पूछती है कि तिलक कब गायब हुआ था तो बताती है कि जॉब पर जाने के बाद से ही तिलक घर वापस नहीं आया था फिर बिंदा उससे पूछती है कि क्या तिलक कभी इंडोनेशिया या हिमालय गया था तो उसकी वाइफ कहती है कि नहीं फिर बृंदा उसे उस चिड़िया की फोटो दिखाकर पूछती है कि क्या आपको उसके बारे में कुछ पता है तो कहती है कि नहीं
दूसरी ओर एक जगह पर वृंदा की बहन छुटकी को देखते हैं जो कि गलत संगत में जा रही थी वो ड्रिंक करना शुरू कर देती है उसमें से एक लड़का उसको पसंद भी करने लगा था फिर जब वो लेट घर में आती है तो उसकी मां पूछती है कि इतनी लेट घर आने का क्या तरीका है तुम्हारा और इस सवाल से वह चीक पड़ती है बोलती है तुम यह सारे सवाल अपनी बड़ी बेटी से जाकर पूछो मुझसे नहीं फिर बिंदा स्टेशन जाकर बात करती है उसे पता चलता है कि तिलक स्टेशन से घर के लिए निकला तो था लेकिन घर नहीं पहुंचा
बस स्टैंड पर हम उस किलर को देखते हैं तभी एक रोड पर बैठे भविष्य करने वाले पंडित जी उसे अपने पास बुलाकर कहते है कि वह उसका भविष्य बताएगा वो कहता है कि तुम्हें जीत मिलेगी लेकिन थोड़ा कष्ट भी होगा उसे उपाय बताता है कि तुम्हें भगवान की पूजा करनी होगी लेकिन वह कहता है कि मैं भगवान को नहीं मानता और वहां से चला जाता है आगे चलकर वह एक ढाबे में बिरयानी लेकर खाता है और चिकन के पीस अपने चिड़िया के लिए रख देता है वो थोड़ा अजीब बिहेव करता है उसके आसपास के लोग भी उसके तरफ देख रहे होते हैं तभी ढाबे वाला बोलता है कि तुमने जिस बस के बारे में बोला था वो बस आ चुका है तभी हम देखते हैं कि बस का ड्राइवर नीचे उतरता है और सारे लोग उससे बात कर रहे होते हैं तब वो किलर बस उस ड्राइवर को बड़ी अजीब तरह से घूरने लगता है
दूसरी और हम वृंदा को देखते हैं जो कि सपने में एक गांव को जलता हुआ देख रही थी असलियत में चीनी ही बिंदा थी जो कि गाड़ी से अपने गांव से भागी थी एक चेकपोस्ट में उसे ट्रक वाले को पकड़ लिया जाता है तभी कृष्णा मूर्ति नाम का एक पुलिस ऑफिसर जब चेकिंग करता है उसको वो बच्ची मिलती है मतलब वृंदा फिर वृंदा को वो अपने घर में लेके आता है
फिर से कहानी प्रेजेंट समय में आ जाती है और हम देखते हैं कि वृंदा अपने साइकोलॉजिस्ट से मिलती है और बोलती है कि अभी भी मुझे वो सपने आ रहे हैं आप मुझे मेडिसिन प्रोवाइड करें साइकोलॉजिस्ट बोलते हैं कि यह कोई सपना नहीं है यह तुम्हारा पास्ट है जिससे तुम भाग रही हो
फिर हम देखते हैं कि पुलिस स्टेशन में सारथी आके वृंदा से माफी मांगता है और यह बोलता है उस दिन सीआई सर के सामने मुझे बोलना पड़ा नहीं तो सिचुएशन और भी क्रिटिकल हो जाता मुझको आगे अपना प्रमोशन भी देखना है फिर उसके बाद वह दोनों चाय पीने के लिए बाहर चले जाते हैं चाय पीते टाइम उसे सारथी समझा रहा होता है कि सीआई सर इस चीजों को नहीं मानते हैं वो इतने अच्छे ऑफिसर नहीं है तभी बृंदा नोटिस करती है की जो चाय वाला है वह कफ को बिना देखे ही उसमें चाय डाल रहा था उसके बाद वृंदा कोई कुल्लू मिलता है वह सारथी को बोलता है कि किलर ने एक ही जगह 16 बार स्ट्रैप किया है यह कोई ऐसा ही किलर कर सकता है जिसे की एक्सपीरियंस हो मतलब आगे उसने बहुत खून किए होंगे तभी ये पॉसिबल है हमको अपने डेटाबेस में ऐसे लिस्ट ढूंढने हैं जो कि मल्टीपल स्ट्रैप की वजह से मरे हैं वह भी एक ही जगह पर फिर वृंदा लग जाती है अपनी काम में और एक के बाद एक वो लिस्ट निकालती रहती है और स्टेट के अलग-अलग पुलिस स्टेशन में जाके वो डाटा इकट्ठी करती है सीआई सर को सारथी इधर मैनेज कर रहा होता है और बोलता है कि उनकी तबीयत खराब है एक दिन बोल देता है कि वो लीव पर हैं पर बिंदा अपना काम किए जा रही थी और सारथी उसकी हेल्प कर रहा था फिर कुछ दिन बाद जब बृंदा पुलिस स्टेशन आती है वो देखती है कि सारे पुलिस स्टाफ के साथ ही सीआई सोलोमन सर भी बैठे हुए थे वो बृंदा को टोंट मार कर केस के बारे में पूछता है बृंदा जब बताने के लिए जाती है वो बोलता है मैंने बोला था कि केस बंद करने को वो जब लीड मिलने की बात बोलने के लिए गई थी तब वो चीक पड़ते है और यह बोलते हैं कि स्टेशन में एक लेडी एसआई की जरूरत है इसलिए तुम हो इससे ज्यादा तुम्हारा कोई काम नहीं है टेबल पर चुपचाप बैठे रहो मैं आऊ तो सलूट करो लोगों के लिए खाना लाओ ज्यादा मन करे तो बाहर जाकर रंगोली बनाओ इससे ज्यादा तुम्हारा कोई काम नहीं है इतना कह कर वो बाथरूम चले जाते हैं और उसके अंदर जाते ही बिंद्रा गुस्से से वो बाथरूम का लाइट बंद करके कुंडी लगा देती है तभी सारथी आता है और बोलता है बिंद्रा मैम आप क्या कर रहे हो हमारे नौकरी खतरे में आ जाएगी और सोलोमन अंदर से चीक रहा होता है क्योंकि बाथरूम से बदबू आती थी और लाइन बंद होने से सोलोमन की फटने लगी थी बहुत रिक्वेस्ट करने के बाद वृंदा अपने टेबल पर बैठती है और सारथी जाकर दरवाजा खोल देता है और कहता है कि शॉर्ट सर्किट हुआ था इसीलिए लाइट ऑफ हो गई थी
दूसरी ओर वह किलर उस ड्राइवर और उसकी फैमिली को फॉलो कर रहा था हम एक पार्क में उस ड्राइवर के बच्चे को देखते हैं जो कि झूला झूल रहा था वह किलर उसके सामने आता है और उसे एक टॉय गिफ्ट करता है और बोलता है तुम स्कूल जाना अगर तुम्हारे पापा घर नहीं आए तो पापा से तुम बहुत प्यार करते हो मुझे पता है पर मेरे बारे में पापा को मत बताना ये बोलते ही हम देखते हैं कि वो आदमी जो बस ड्राइवर होता है वो आ जाता है और उतनी देर में ही वो किलर उधर से भाग जाता है
इधर वृंदा हमेशा की तरह शाम को रनिंग कर रही थी तभी एक आइसक्रीम वाला वहां आइसक्रीम बेचने आता है उसका गंजा सर देखकर को कुछ याद आता है वो घर जाकर सभी विक्टिम्स के फोटो को देखती है उन सभी के बाल कटे हुए थे उन लोगों की फैमिली से पूछने पर यह पता चलता है कि इनके सर पर बाल था मतलब किलर ने इसको पहले अगवा किया फिर मुंडन किया फिर उन लोगों को मारा ये एक सीरियल किलर का ही काम हो सकता है अगले दिन वृंदा ये सब ले जाकर सार्थी को दिखाती है व कहती है कि उसे तिलक जैसे कई केसेस मिले हैं सभी का मर्डर सेम पैटर्न से किया है मर्डर से पहले सभी का मुंडन किया गया है और सभी को एक ही तरह से कई बार चाकू खोपा गया है और यह किसी सीरियल किलर का काम है और हम इसे हल्के में नहीं ले सकते और तब जाकर इस केस को सीरियसली लिया जाता है बात एसीपी तक पहुंच जाती है जिसके बाद व एसआईटी टीम बनाता है और लीड सोलोमन को मिलती है सोलोमन सारथी को भी टीम में ले लेता है लेकिन वृंदा को इग्नोर कर देता है और सारथी को बृंदा के लिए बुरा लगता है क्योंकि सारी मेहनत तो बृंदा ने ही की थी
वृंदा को कोई भी सोलोमन क्रेडिट नहीं देता है सारथी सोलोमन से कहता है कि उनको भी थोड़ा क्रेडिट मिलना चाहिए वो उसको गाली दे देता है अभी ये पूरे केस को एसआईटी हैंडल करेगा
उसके बाद उसे रात को हम देखते हैं कि वह किलर सड़क पे होता है और हाथ में चोट लगने की बहाने से उसी ड्राइवर से मदद मांगता है बक्से को गाड़ी में डालने के लिए वो आदमी खुशी-खुशी मदद करता है और मदद करते ही वो किलर उसके सर पर रोड से हमला कर देता है और उसको गाड़ी में भरके अपने अड्डे पे लेके जाता है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 2 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के नेक्स्ट एपिसोड 3 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 3 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 2 में हमने देखा था की साची और उसकी मां के साथ क्या हुआ था असलियत में जब साची की मां ने अपनी बेटी चीनी को भगा दिया था और साची जंगल में खो गया था उस वक्त गांव वाले मिलकर उसकी मां को पकड़ के पुजारी जी के सामने लाते हैं और उसको सब लोग पीट रहे होते हैं तब एक आदमी आता है और बोलता है अब इसके जगह मेरी बेटी की बली ले लो पुजारी जी फिर उसके बाद पुजारी इस बात को मान जाता है और बोलता है माता को भोग को तो चढ़ता ही पड़ेगा फिर वो उस बच्चे को ले आते हैं और बांध देते हैं फिर उसके ऊपर तेल छिड़का जाता है और जादू टोना किया जाता है इतनी देर में गांव वाले की आवाज सुनके साची उधर आ जाता है और हम देखते हैं कि तब तक उस बच्चे को आग लगा दिया गया था साची को लगता है कि ये उसकी बहन है पुजारी जी बोलते हैं इस औरत को भी हम जिंदा नहीं छोड़ सकते है इसने भगवान के साथ दूससाहस किया है और उसका गला भी वो लोग काट देते हैं साची उधर ही बैठा हुआ था वो देखता है कि उसकी बहन की बॉडी जल के खाक हो चुकी है उसकी मां भी मर चुकी है वो भगवान के ऊपर से पूरा विश्वास खो देता है और वो एक मशाल लेता है और उस भगवान की मूर्ति को भी जला देता है और गांव के हर एक घर को भी उस रात तरप तरप के जंगल में 32 लोग मरे थे
दूसरी ओर प्रेजेंट समय में हम देखते हैं कि किलर सड़क पे होता है और हाथ में चोट लगने की बहाने से ड्राइवर से मदद मांगता है बक्से को गाड़ी में डालने के लिए वो आदमी खुशी-खुशी मदद करता है और मदद करते ही वो किलर उसके सर पर रोड से हमला कर देता है और उसको गाड़ी में भरके अपने अड्डे पे लेके जाता है
BRINDA S1.E3 ∙ Hit and Miss
इस एपिसोड की शुरुआत में फिर से हम फ्लैशबैक में साची को देखते हैं जो कि एक जेल में है सांची भगवान को नहीं मानता है वार्डन आए दिन उसको मारते हैं पीटते हैं भगवान को मानने के लिए क्योंकि हर दिन जेल में प्रेयर होता है जहां पर सांची चुपचाप खड़ा रहता है और वार्डन भगवान को बहुत मानता है
उसके बाद फिर से हम प्रेजेंट डे में आ जाते हैं जहां पर हम उस किलर को देखते हैं जिसके हाथ में रोड था और वह ड्राइवर का वेट कर रहा था उसके आते ही वह रोड को साइड में रख देता है और हाथ में प्लास्टर पहन लेता है फिर वह उसे रोक कर कहता है कि भाई साहब मेरे हाथ में चोट लगी है क्या आप यह सामान उठा देंगे प्लीज और ड्राइवर सामान उठाकर उसे समान को चढ़ने लगता है तभी पीछे से किलर्स उस ड्राइवर के सर पर जोर से रोड मारकर उसे बेहोश कर देता है और उसे ड्राइवर को गाड़ी में लोड करके उसे एक दूसरी जगह ले जाता है सामने दीवार पर भगवान का कैलेंडर लगा हुआ था जिसे वो उल्टा कर देता है उसे ड्राइवर को होश आता है तो वह बोलता है मुझे तुम्हारी बस चाहिए वो बस ड्राइवर मान जाता है और बोलता है मुझे छोड़ दो वो किलर बोलता है मैं तुमको छोड़ नहीं सकता तब वो ड्राइवर भगवान का नाम लेता है कि उसके लिए मुझे छोड़ दो तब वो किलर अपना कान बंद कर लेता है उस आदमी को बांधकर उसका मुंडन करता है और फेस पर एक मास्क लगा देता है और फिर चेस्ट पर 16 बार स्टैप करके उसको जान से मार देता है और उस पक्षी को खाने के लिए छोड़ देता है फिर वो पक्षी उस ड्राइवर के मांसपेशी को नोच नोच कर खाती है
फिर फ्लैशबैक में हम सांची को देखते हैं जो कि एक जुविनाइल स्कूल में था जो लोग छोटी उम्र में कतल वगैरह करते हैं उन लोगों को इधर रखा जाता है तभी वहां एक बच्चे की तबीयत खराब हो जाती है और टीचर सब बच्चों से कहता है कि सब गॉड से इसके लिए प्रे करें गॉड उसे ठीक कर देगा लेकिन सांची प्रे करने से मना कर देता है व कहता है कि वह भगवान को नहीं मानता है वार्डन आए दिन उसको मारते हैं पीटते हैं भगवान को मानने के लिए क्योंकि हर दिन सेंटर में प्रेयर होता है जहां पर सांची चुपचाप खड़ा रहता है और वार्डन भगवान को बहुत मानता है जिसके बाद उसे बुरी तरह से पीटा जाता है और एक अंधेरे कमरे में बंद कर दिया जाता है
दूसरी और फिर हम एसआईटी ऑफिस को देखते हैं सारथी एसीपी से वृंदा की सिफारिश करता है वो कहता है कि टीम में वृंदा का होना जरूरी है सोलोमन सर और मैंने तो कुछ भी नहीं किया इस केस के सभी लीड्स वृंदा ने ही ढूंढे हैं और सोलोमन सर तो इसके बारे में कुछ पता ही नहीं कर पाए पर सर इसको कंप्लेन की तरह नहीं लीजिएगा इसको फीडबैक की तरह लीजिएगा इसके बाद एसीपी सोलोमन को कॉल करता है एसीपी उससे पूछता है कि उस मर्डर केस में तीनों विक्टिम्स के नाम क्या थे तो सोलोमन फाइल देखने लगता है कि सर अभी देखकर बताता हूं तो एसीपी कहता है कि रहने दो सोलोमन तुम्हारी चौकी में ऑलरेडी कई सारे केसेस पेंडिंग पड़े हैं इसलिए अभी तुम उन पर काम करो और इस केस को मैं तुम्हारी जगह बृंदा को अप्वॉइंट कर रहा हूं तुम्हारे यहां एक नया एसआई जॉइन हुआ है उसको मेरे टीम में भेज दो तुम बहुत सीनियर ऑफिसर हो सोलोमन इस केस के लिए हम काफी है तुम स्टेशन के बाकी कामों को देखो अप्रूवल मिलने के बाद सारथी बृंदा को कॉल करके सब कुछ बता देता है और सोलोमन को भी शक हो जाता है कि सारथी ने ही इंफॉर्मेशन एसीपी सर को दिया होगा
फिर बृंदा आकर टीम को जवाइन करती है इन्वेस्टिगेशन नए सीरे से स्टार्ट होती है और तिलक जैसे 16 विक्टिम्स के बारे में पुलिस को पता चलता है जिसमें से एक विक्टिम के पहचान अननोन थी जिसने अपनी किडनी डोनेट की थी एक-एक करके वो लोग सबूत और इंफॉर्मेशन इकट्ठे कर रहे होते हैं फिर एक साइकोलॉजी एक्सपर्ट उनके डिपार्टमेंट पे आता है और बोलता है ऐसे सीरियल किलर का मोटिव यही होता है उनके मन में कोई बात हो जो कि मानते हैं कि गलत है या कोई भी उसे चीज के लिए ड्रामा कर रहा होगा पास्ट में इसलिए वो लोग इतने हिंसक हो जाते हैं और ऐसे-ऐसे काम करते हैं
दूसरी जगह फिर से हम उस किलर को देखते हैं जो कि इस बार भी उस बॉडी को बोड़ी से बांधकर तालाब में डुबा देता है थोड़ी देर बाद जब उधर से वो लौट रहा होता है तब दो पुलिस ऑफिसर उधर पेट्रोलिंग के लिए आए थे वो लोग पैसे खाने के लिए उससे अनाप शनाप क्वेश्चन पूछने लगते हैं तुम इधर क्या कर रहे हो ये ट्रक में क्या है किलर थोड़ा अब नॉर्मल टाइप का था वो अनाप शनाप जवाब देने लगता है कि मैं एक ड्राइवर हूं मैंने उसे बोरे में डालकर फेंक दिया उसका बच्चा स्कूल जाता है और मैंने उसे खिलौना भी दिया था उसकी अजीब सी बातें सुनकर पुलिस को उस पर शक होता है और वह उसके साथ देखने जाते हैं कि उसने क्या फेंका है तो जमीन पर उन्हें गांजा मिलता है
तभी उसे पुलिस अपने साथ थाने लेकर जाते हैं फिर उस दिन रात को वृंदा सारथी के घर जाति है खाना खाने के लिए फिर वो तीनों में अच्छे से बातचीत होता है वृंदा भी थोड़ा कंफर्टेबल होती है वो ज्यादा किसी के साथ उतना बात नहीं करती थी खाना खाके जब वो लोग लौट रहे होते थे तो सारथी बृंदा से अपने फैमिली के बारे में पूछता है वृंदा तब बताती है जब मैं 3 साल की थी तो मेरे फादर ने मुझे अडॉप्ट कर लिया था मैं उन्हें एक ट्रक में मिली थी वह मुझे घर लेकर आए अभी यही लोग मेरे फैमिली है फिर हम लोगों को वृंदा का पास्ट दिखाया जाता है जहां पर हम कृष्ण मूर्ति को देखते हैं जो कि अपनी छोटी बेटी के साथ बृंदा को भी रखते है वो चाहते है कि बृंदा भी इधर रहे उसके वाइफ को भी कोई प्रॉब्लम नहीं थी पर आए दिन वृंदा बोलती थी कि मुझे मेरी फैमिली के पास भेज दो क्योंकि उसे भी थोड़ा-थोड़ा याद था कि उसके साथ क्या हुआ है उसके मां के साथ क्या हुआ उसके भाई के साथ क्या हुआ है पर कृष्णमूर्ति उसे हमेशा लाइफ में आगे बढ़ने की हौसला देते हैं ना कि पास्ट में देखने की फिर भी वो कोशिश करते रहे कि वृंदा के कोई तो फैमिली मेंबर उससे मिलने के लिए आए
उसके बाद फिर से कहानी प्रेजेंट समय में आ जाती है और हम देखते हैं कि वृंदा उस चिड़िया के बारे में पता करने एक बर्ड शॉप पर जाती है वहां का शॉपकीपर उसे बताता है कि हम इसे कटायों बुलाते हैं लेकिन यह प्रजाति तो इंडिया से विलुप्त हो चुकी है शायद कोई इसे बाहर से लाया होगा इस पक्षी को लेकर कुछ बातें भी है यह पक्षी पहले ट्राइब जाति के पास रहा करता था असलियत में ये लोग रिचुअल में इसको यूज किया करते थे वह एक पुरानी बुक निकालकर उसे बताता है कि उत्तर प्रदेश के ककली जनजाति के लोग इस पक्षी में महाकाली को देखा करते थे जब उनमें से किसी की मौत होती थी तो उसके मांस का एक छोटा टुकड़ा यह लोग कटायों को भोग चढ़ाते थे उनका मानना था कि ऐसा करने से मरने वालों को मोक्ष की प्राप्ति होगी
फिर बृंदा उधर से सारा डाटा लेकर इस टीम को देती है इसके बाद इस केस में एक गॉड एंगल आ जाता है एसीपी वृंदा से पूछता है कि ट्राइब के लोग हमें कहां मिलेंगे वृंदा कहती है कि इस ट्राइब के लोग तो सालों से दिखे नहीं है पता नहीं कि वह लोग बचे भी हैं या नहीं यह मर्डर नरबली के साथ साथ बहुत सारे रिचुअल भी इस मर्डर केसेस जुड़े हुए हैं उसके बाद बृंदा बोलती है कि सर हमें पुराने केसेस पर नहीं बल्कि नए केसेस देखने चाहिए जो कि अभी मिसिंग है फिर वो लोग सारे मिसिंग केसेस को शॉर्ट लिस्ट करने लग जाते हैं और 15 दिनों तक इन्वेस्टिगेशन चलती है
इसी बीच घूम फिर के वृंदा के हाथ उसी ड्राइवर के मिसिंग केस की फाइल लग जाती है इसका नाम था अब्दुल वृंदा अब्दुल के घर जाकर उसकी वाइफ से बात करती है उसकी वाइफ बताती है कि अब्दुल ड्राइवरी करने गया था फिर घड़ नहीं लौटा मुझे बोला कि 10 मिनट बाद ही मैं लौट आऊंगा लास्ट कॉल उसकी बात दो हफ्ते पहले काम से लौटते वक्त हुई थी लेकिन वह घर आया ही नहीं
फिर बिंदा वहां से चली जाती है ऑटो वाला जो था वह अब्दुल का ही पड़ोसी था और उसे अच्छे से जानता था ऑटो ड्राइवर बोलता है कि उसका औरत उसके ऊपर शक करती है अब्दुल बहुत ही अच्छा लड़का था बृंदा फिर उससे पूछती है कि अब्दुल रोज किस रास्ते से घर आता था वह उसे उस रास्ते से लेकर जाए जिस रास्ते से अब्दुल काम से लौटता था ऑटो ड्राइवर बोलता है उधर ज्यादा कोई जाता नहीं है और खासकर रात में तो कोई भी नहीं जाता है फिर बृंदा उस एरिया के सबसे सुनसान जगह पर ऑटो को रुकवा देती है और आसपास कोई सुराग ढूंढने लगती है और इसी चक्कर में वह काफी दूर निकल जाती है और फाइनली वह उसी जगह पर पहुंच जाती है जहां पर अब्दुल को मारा गया था बृंदा को वहां कुछ कटे हुए बाल और सूखे खून के निशान मिलते हैं
इसके बाद वृंदा अपनी एसआईटी टीम को वहां पर बुलाती है फॉरेंसिक वालों को लेकर वृंदा बताती हैं कि इसकी मौत दो दिन पहले हुई है इसी बीच वृंदा को जमीन पर एक एटीएम स्लिप मिलती है जो कि ठीक दो दिन पहले का था जब ये अब्दुल मिसिंग हुआ था वो एटीएम स्लिप लेक सर से परमिशन मांगती है कि इस स्लिप का डाटा चेक किया जाए तो पता चलता है कि कोई कबीर आनंद का बैंक अकाउंट है इसका डाटा बिल्कुल क्लीन है एसपी सर बोलते हैं की वह कॉलेज में एक लेक्चरर है और एनजीओ चलाता है वह किलर नहीं हो सकता लेकिन वृंदा कहती है कि उसने कबीर आनंद के कॉल रिकॉर्ड्स निकलवाए हैं और उसकी लोकेशन क्राइम सीन के आसपास की ही है हमें उसे इंटेरोगेट करना चाहिए अगर वह कोई भी झूठ बोलेगा तो हम पकड़ सकते हैं और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 3 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के एपिसोड 4 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 4 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 3 में हमने देखा था की जेल में है सांची भगवान को नहीं मानता है वार्डन आए दिन उसको मारते हैं पीटते हैं भगवान को मानने के लिए क्योंकि हर दिन जेल में प्रेयर होता है जहां पर सांची चुपचाप खड़ा रहता है और वार्डन भगवान को बहुत मानता है
प्रेजेंट टाइम में उस ड्राइवर को होश आता है तो वह बोलता है मुझे तुम्हारी बस चाहिए वो बस ड्राइवर मान जाता है और बोलता है मुझे छोड़ दो वो किलर बोलता है मैं तुमको छोड़ नहीं सकता तब वो ड्राइवर भगवान का नाम लेता है कि उसके लिए मुझे छोड़ दो तब वो किलर अपना कान बंद कर लेता है उस आदमी को बांधकर उसका मुंडन करता है और फेस पर एक मास्क लगा देता है और फिर चेस्ट पर 16 बार स्टैप करके उसको जान से मार देता है और उस पक्षी को खाने के लिए छोड़ देता है फिर वो पक्षी उस ड्राइवर के मांसपेशी को नोच नोच कर खाती है
इसके बाद वृंदा अपनी एसआईटी टीम को वहां पर बुलाती है फॉरेंसिक वालों को लेकर वृंदा बताती हैं कि इसकी मौत दो दिन पहले हुई है इसी बीच वृंदा को जमीन पर एक एटीएम स्लिप मिलती है जो कि ठीक दो दिन पहले का था जब ये अब्दुल मिसिंग हुआ था वो एटीएम स्लिप लेक सर से परमिशन मांगती है कि इस स्लिप का डाटा चेक किया जाए तो पता चलता है कि कोई कबीर आनंद का बैंक अकाउंट है इसका डाटा बिल्कुल क्लीन है एसपी सर बोलते हैं की वह कॉलेज में एक लेक्चरर है और एनजीओ चलाता है वह किलर नहीं हो सकता लेकिन वृंदा कहती है कि उसने कबीर आनंद के कॉल रिकॉर्ड्स निकलवाए हैं और उसकी लोकेशन क्राइम सीन के आसपास की ही है हमें उसे इंटेरोगेट करना चाहिए अगर वह कोई भी झूठ बोलेगा तो हम पकड़ सकते हैं
BRINDA S1.E4 ∙ The Bridge in Between
इस सीरीज की स्टार्टिंग में जो मर्डर हुआ था उसके लिए एसपी सर परमिशन दे देते हैं और बोलते हैं बहुत ही आराम से क्योंकि एटीएम स्लिप कोई भी ब्रेक थ्रू प्रूफ नहीं हो सकता है फिर हम कबीर आनंद को देखते हैं जो कि बहुत ही शांत स्वभाव का होता है
और उसके बाद इंटेरोगेशन के लिए उसे पुलिस स्टेशन बुलाया जाता है और सारथी उसे जाकर पूछता है की आप 13 जून को कहां पर थे आनंद बहुत ही कैजुअली बोलता है कि देखिए मैं एक लेक्चरर हूं तो जून 13 को मैं या तो मैं अपने कॉलेज में होऊंगा या फिर खाली टाइम में मैं अपने घर पर या फिर अपने एनजीओ में ही रहता हूं थोड़े से एनजीओ के काम किया उसके बाद ऐसे ही टाइम बीत जाता है जिस पर सारथी कहता है कि अपने एटीएम से 10000 विड्रोल किए थे आपको तो याद होगा ही आनंद कहता है कि हां मैंने विड्रोल किया होगा मुझे पैसे की जरूरत थी इसीलिए और वापस मैं ngo आ गया सारथी कहता है कि आपका एटीएम स्लिप आपके घर के 20 किलोमीटर दूर एक मर्डर स्पॉट पर क्या कर रहा था आप ज्यादातर अपने एटीएम स्लिप को संभाल के रखते हैं या क्या करते हैं जिस पर कबीर भड़क जाता है वो कहता है कि आप एक एटीएम स्लिप के चलते मुझे मर्डर सस्पेक्ट बना रहे हैं आपको क्या लगता है कि मैंने मर्डर किया एटीएम स्लिप कौन संभाल के रखता है एटीएम से हम पैसा निकालते हैं फिर उस स्लिप का क्या होता है हमको भी नहीं पता और वहां से जाने लगता है लेकिन बृंदा कहती कि आप ऐसे बीच में नहीं जा सकते लेकिन उस वक्त एसीपी सर आ जाते हैं और बोलते हैं सर आप जा सकते हो क्योंकि उनके पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है जाने से पहले वृंदा कबीर को विक्टिम्स की फोटो दिखाकर पूछती कि क्या आप इनमें से किसी को जानते हैं जिस पर कबीर कहता है कि वह इनमें से किसी को भी नहीं जानता है लेकिन वृंदा को बिल्कुल भी विश्वास नहीं था आनंद की बात पर और वह उसे पर नजर रखने लगती है कि वह कहां जाता है किसी से मिलता है सब कुछ वृंदा उसे हर जगह फॉलो करती है फिर उसके बाद वह उससे बात करने के लिए उसके कॉलेज जाती है लेकिन कबीर बात करने से मना कर देता है
फिर उस दिन रात छुटकी एक लड़के के साथ वीडियो कॉल पर बात कर रही होती है उन दोनों का आपस में अफेयर था और छुटकी दरवाजा लॉक करके उसे लड़के से इंटिमेट बात कर रही थी और वृंदा बाहर खड़ी हुई थी वृंदा उससे स्कूल के बारे में पूछती है कि तुम स्कूल अटेंड क्यों नहीं कर रही हो उसके बाद चुटकी चीखने लगती है अपनी मम्मी को बोलती है कि ये क्यों मुझे ज्ञान देती है उसके बाद वृंदा कुछ भी नहीं बोलता है और वहां से चली जाती है ये दो बहनों में बिल्कुल भी नहीं बनती थी
फिर हम देखते हैं सारथी केस में एक चीज नोटिस करता है कि हर एक आदमी को मारने के बाद तालाब में बहाया जाता है जैसे गांधीनगर में अब्दुल की मिसिंग केस मिला है तो हो सकता है उसके आसपास जो एरिया होंगी उसने तालाब में ही उसको मार के डुबाया होगा उसके बाद सारथी गाड़ी लेकर जाता है तालाब को चेक करने के लिए गांधीनगर के आसपास
दूसरी तरफ वृंदा आनंद के एनजीओ में पहुंच जाती है उससे बात करने के लिए वृंदा कहती कि मैं आपको दो दिन से फॉलो कर रही हूं जब तक मेरे सवालों का जवाब आप दे नहीं दोगे तब तक मैं आपका पीछा नहीं छोडूंगी जिसके बाद आनंद वृंदा से बात करने के लिए राजी हो जाता है वो कहता है कि तो इन दो दिनों में आपने मेरे बारे में क्या-क्या पता किया है वृंदा कहती है कि आपके फादर कमल आनंद ने अपने करियर में ढेर सारे पैसे कमाए लेकिन कभी चैरिटी नहीं की यहां तक कि 2003 में उन्होंने एक चैरिटी के अगेंस्ट भी केस लड़ा था और रही बात आपकी तो आप तो बड़े वाले दानवीर हैं ऐसा कैसे कबीर कहता है कि मेरे डेड गलत थे लेकिन बाद में उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ स्टोक के बाद जब वह पैरालाइज्ड हुए तो मैंने उनकी आंखों में व गिल्ट देखा था और तब से ही मैंने चैरिटी करनी शुरू कर दी जिससे मेरे फादर को सुकून मिल सके फिर वृंदा उससे आखिरी सवाल पूछती है कि क्या आप भगवान में मानते हैं कबीर कहता है कि नहीं मैं नहीं मानता मेरे फादर मानते हैं मुझे भगवान पर उतना विश्वास नहीं है मुझे सिर्फ अपने कर्मों पर विश्वास है और मैं अपने फादर के कारण उनके लिए थोड़ा माथा टेक लेता हूं कि उनके मन को खुशी मिले
इधर सारथी सारे कुलु को जोड़कर एक थ्योरी बनाता है कि किलर पहले विक्टिम के सर पर रॉड मारता है फिर वह उस आदमी को किसी सुनसान एरिया पर ले जाकर उस पर रिचुअल वगैरह करता है और उसको मारकर लाश को पास के ही तालाब में डंप करता है अब्दुल का मर्डर नंदीग्राम में हुआ था तो किलर ने उसकी बॉडी नंदीग्राम के लेक में ही डाली होगी उसके बाद सारथी नंदीग्राम लेक जाता है लाश ढूंढने लेकिन वहां उनका सामना वहां के लोकल लोगो से होता है वह पुलिस को तालाब से दूर रहने को कहते हैं वो कहते हैं कि इस तालाब से उनकी आस्था जुड़ी हुई है और यह तालाब उनके भगवान का है सारथी कहता कि हम यहां एक लाश को ढूंढ रहे हैं और यह पुलिस केस है इसलिए हमें अपना काम करने दो इस पर गांव वाले भड़क जाते हैं और पुलिस को धमकी देते हैं कि इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा
दूसरी ओर गांधीनगर के पुलिस स्टेशन में हम इस कातिल को देखते हैं जिस की पुलिस स्टेशन लाया गया था पुलिस जब उसका बैग चेक करती है तो उसके अंदर से उसे एक अस्तुरा खिलौना और चिन्नी वाली गुड़िया मिलती जो कि सांची ने चिन्नी को दिया था गुड़िया को देखकर ऑफिसर कहता है कि काला जादू करता है क्या किलर कहता है कि यह चिन्नी है और गुड़िया उसे मांगता है लेकिन ऑफिसर उसे गुड़िया नहीं देता तो व एकदम से पागल हो जाता है चीखने और चिल्लाने और रोने लगता है ऑफिसर को लगता है कि इस आदमी की मानसिक हालत ठीक नहीं है तो वह उसका सामान लौटा कर उसे छोड़ दिया जाता है
फिर हम वृंदा को देखते हैं जो कि आनंद के क्लासेस के बाहर उसका लेक्चर सुन रही होती है और लेक्चर खत्म होने के बाद उसके घर चली जाती है और उसको अपना पास्ट याद आता है जहां पर कृष्णमूर्ति जी उसे समझा रहे होते हैं कि हमेशा सच के रास्ते पर चलो तुम्हारे पास अगर अपॉर्चुनिटी है तुम्हारे पास अगर साधन है तो लोगों की मदद करो अन्याय कितना भी बड़ा हो उसका महल जितना भी बड़ा हो उसको जलाने के लिए एक सच्चाई की तीली ही काफी है फिर बृंदा कृष्णा मूर्ति जी से कन्फेस करती है कि आज उसने अपने पापा के पास से पैसे चुराए हैं तब कृष्णा मूर्ति जी बोलते हैं आज तुम्हारे सच को तुमने जीतने दिया तुमने यह सच मुझे बता दिया अगर तुम नहीं बताती तो झूठ जीत जाता और ऐसे ही कृष्णमूर्ति अपनी बेटी वृंदा को सिखाते रहते थे और वृंदा भी धीरे-धीरे उनके करीब होते गई और उनको पापा बुलाने लगी फिर हम पास्ट में यह भी देखते हैं एक दिन उनके घर में खबर आता है कि उनके पापा गुजर चुके हैं मतलब कृष्णमूर्ति जी अब इस दुनिया में नहीं रहे उन्होंने एक और लड़के को अडॉप्ट किया था उसके साथ उनका भी बॉडी मिला वो लड़का घायल है पर उसके पापा मर चुके हैं उन्होंने एक जाति के विरुद्ध किसी को बचाने की कोशिश किया था इसलिए उन्होंने उसको मार दिया फिर वो सारे मर्चरी पहुंचते हैं और देखते हैं कि उनके पापा मरे हुए थे दोनों बेटी और उनकी मां बहुत फूट-फूट के रोने लगती है
उसके बाद वृंदा जब पेस्ट से बाहर आती है तो वृंदा आनंद के साथ बहुत फ्री हो रही थी उसको लग रहा था कि आनंद बहुत ही अच्छा आदमी है वो केस में हेल्प कर पाएगा उस समय कबीर अपने पिता को खाना खिला रहा था कि तभी अचानक उन्हें दौड़ा पड़ जाता है और कबीर तुरंत उन्हें इंजेक्शन देकर ठीक करता है और बृंदा से कहता है कि नए लोगों को देखने से इन्हें कभी-कभी एंजाइटी हो जाती है फिर बिंदा वहां से चली जाती है तभी कबीर के घर के बाहर हम उसी किलर को देखते हैं
उसके बाद हम देखते हैं कि नंदीग्राम लेक में पुलिस अब्दुल की लाश को ढूंढ रही थी तभी गांव वाले इकट्ठा होकर पुलिस पर अटैक करने आते हैं तो सारथी उन्हें रोकने के लिए हवा में फायर करके कहता है कि आगे मत बढ़ना नहीं तो एक एक को शूट कर दूंगा और तभी उसे मैसेज आता है कि लाश का पता चल गया है अगली सुबह वृंदा भी नंदीग्राम लेख पर आती है वो लोग वहां के एसआई से सीसीटीवी फुटेज की मांग करते हैं लेकिन एसआई कहता है कि यह बहुत ही पिछड़ा इलाका है यहां सीसीटीवी कैमरा नहीं है तभी वृंदा को कॉल आता है और वह तुरंत कबीर के घर जाती है जहां पर उसे पता चलता है कि किलर ने कबीर के फादर को भी मार दिया उनका भी सिर मुंडा हुआ था और चेस्ट पर मल्टीपल स्टेप्स के निशान थे बृंदा को कबीर के लिए बुरा लगता है बृंदा खुद को कोसने लगती है क्योंकि आनंद के ऊपर उसका शक था कि यही सस्पेक्ट है पर वही आज विक्टिम हो गया उसके फादर की लाश उसके सामने पड़ी हुई है और वो खुद को ब्लेम करती है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 4 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के एपिसोड 5 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 5 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 4 में हमने देखा था की आनंद को इंटेरोगेशन के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया जाता है और सारथी उससे जाकर पूछता है की आप 13 जून को कहां पर थे आनंद बहुत ही कैजुअली बोलता है कि देखिए मैं एक लेक्चरर हूं तो जून 13 को मैं या तो मैं अपने कॉलेज में होऊंगा या फिर खाली टाइम में मैं अपने घर पर या फिर अपने एनजीओ में ही रहता हूं थोड़े से एनजीओ के काम किया उसके बाद ऐसे ही टाइम बीत जाता है जिस पर सारथी कहता है कि अपने एटीएम से 10000 विड्रोल किए थे आपको तो याद होगा ही आनंद कहता है कि हां मैंने विड्रोल किया होगा मुझे पैसे की जरूरत थी इसीलिए और वापस मैं ngo आ गया सारथी कहता है कि आपका एटीएम स्लिप आपके घर के 20 किलोमीटर दूर एक मर्डर स्पॉट पर क्या कर रहा था
उसके बाद हम देखते हैं कि नंदीग्राम लेक में पुलिस अब्दुल की लाश को ढूंढ रही थी तभी गांव वाले इकट्ठा होकर पुलिस पर अटैक करने आते हैं तो सारथी उन्हें रोकने के लिए हवा में फायर करके कहता है कि आगे मत बढ़ना नहीं तो एक एक को शूट कर दूंगा अगली सुबह वृंदा भी नंदीग्राम लेख पर आती है वो लोग वहां के एसआई से सीसीटीवी फुटेज की मांग करते हैं लेकिन एसआई कहता है कि यह बहुत ही पिछड़ा इलाका है यहां सीसीटीवी कैमरा नहीं है तभी वृंदा को कॉल आता है और वह तुरंत कबीर के घर जाती है जहां पर उसे पता चलता है कि किलर ने कबीर के फादर को भी मार दिया उनका भी सिर मुंडा हुआ था और चेस्ट पर मल्टीपल स्टेप्स के निशान थे बृंदा को कबीर के लिए बुरा लगता है बृंदा खुद को कोसने लगती है क्योंकि आनंद के ऊपर उसका शक था कि यही सस्पेक्ट है पर वही आज विक्टिम हो गया उसके फादर की लाश उसके सामने पड़ी हुई है और वो खुद को ब्लेम करती है
S1.E5 ∙ Light at the End of the Tunnel
इस एपिसोड की शुरुआत में हम देखते हैं कि एसीपी प्रेस कान्फ्रेंस करके कहता है कि यह काम एक सीरियल किलर का है अब तक उसने 16 लोहो को मारा है कमल आनंद का मर्डर भी उसी ने किया है मीडिया वाले कहते हैं कितो पुलिस कर क्या रही है हमने सुना कि आपका एक ऑफिसर बृंदा कबीर आनंद को फॉलो भी कर रही थी फिर भी या मर्डर हो गया बृंदा के चक्कर में एसीपी को बहुत सुनाया जाता है उसे डीआईजी से भी डांट पड़ती है कि तुम लोग कैसे काम कर रहे हो एक मर्डर सस्पेक्ट खुद विक्टिम बन जाता है मजाक चल रहा है क्या बिंदा उधर क्या कर रही थी जब तुमने बोल दिया था कि आनंद के साथ कोई पूछताछ नहीं करने को वो क्यों कर रही तुम्हारे जूनियर तुम्हारे ऑर्डर नहीं मान रहे है
दूसरी और हम देखते हैं कि ट्रैफिक चेकिंग चल रही थी जहां पर बृंदा की बहन चुटकी अपने बॉयफ्रेंड के साथ थोड़ा ड्रिंक करके और गाड़ी में ड्रग्स भी था और उसे समय वहां पर सीआई सोलोमन था जब उसकी गाड़ी को रोका जाता है तो उसका बॉयफ्रेंड कहता है कि तुम जानते नहीं हो कि इसकी बहन कौन है जब सोलोमन के कानों में बृंदा का नाम सुनाई देता है तो उसको भी मौका मिल जाता है वृंदा को जलील करने का इसलिए वो दोनों को थाने में लेकर चले जाते हैं जब वृंदा को पता लगता है की चुटकी पुलिस स्टेशन में है तो वह पुलिस स्टेशन जाती है और सोलोमन सर से माफी मांगती है वो कहती है कि कोई गलतफहमी हुआ होगा सर ये मेरी बहन है पर सोलोमन उसकी एक भी बात नहीं सुनता है और उसे जलील कर रहा था वह कहता है कि तुम तो इतने बड़े ऑफिसर हो और तुम्हारी बहन नशे मैं धंधा करती है और इतना सुनने के बाद वृंदा अपने आप खो देती है और सुलेमान के गिरेबान पकड़ लेती है और उसके साथ हाथापाई करने लगती है फिर एसीपी दोनों से बात करता है जहां सोलोमन कहता है कि सर मैं तो अपनी ड्यूटी कर रहा था इसी ने मुझ पर अटैक किया एपी कहता है कि मुझे पता है कि तुम्हें बृंदा से प्रॉब्लम है एसआईटी में आना चाहते हो तो जवाइन करो लेकिन बृंदा की बहन को छोड़ना होगा
फिर एसीपी बृंदा से कहता है कि मैंने तुम्हें कबीर आनंद को फॉलो करने से मना किया था लेकिन तुम सुनती कहां हो और बृंदा को अपने सीनियर का ऑर्डर ना मानने और एक सीनियर से मिसबिहेव करने के लिए दो हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है वह बोलते हैं कि तुम्हें काम करना सीखना पड़ेगा कैसे सिस्टम में रहकर सीनियर्स की इज्जत की जाती है सब चीजों का एक ही हल नहीं होता है गुस्से को कंट्रोल करना यह तुम्हें सीखना होगा और इसकी सजा यही है उसके बाद वहां से रोते हुए निकल जाती है तब सारथी उसके पीछे जाता है वृंदा सारथी के ऊपर भी चीख देती है और बोलती है कि तुम्हारा सीआई सर तुम्हारे डिपार्टमेंट में आ चुके हैं मेरे बिना केस सॉल्व कर लोगे ना तुम तुम तो अपने प्रमोशन के लिए उनके आगे पीछे घूमते हो और भी बहुत कुछ बोल देती है उसे वृंदा जब घर पहुंचती है फिर वृद्धा की बहन चुटकी भी उसके ऊपर चीक देती है ये बोलकर किसने कहा था तुमको पुलिस स्टेशन आने के लिए बृंदा तब बोलती है कभी तो दूसरों के बारे में सोच लिया करो वृंदा इन सब के चलते हुए बहुत फ्रस्ट्रेट हो चुकी थी वो अपने कमरे में जाकर सारे केस फाइल्स को अपने टेबल से उठाकर फेंक देती है
फिर उसके बाद वृंदा कबीर के घर जाकर उससे माफी मांगती है और उसे सब कुछ बताती है की उसे सस्पेंड कर दिया गया है और उसके पापा के लिए भी वो माफी मांगती है कि मैं अगर होती तो तुम्हारे पापा को बचा लेती मेरा शक गलत था तुम्हारे ऊपर फिर उधर से लौटते टाइम वो ऑटो लेकर लौट रही थी तब वह देखती है कि रेलवे स्टेशन के गेट पर कैमरा लगा हुआ था तो नंदीग्राम के रेलवे फाटक में भी कैमरा होगा तब वो सारथी को कॉल करती है और बोलती है कि नंदीग्राम पहुंचो लेकिन सारथी उससे नाराज था वो बोलता है तुम जाओ मैं थोड़ी देर बाद पहुंच जाऊंगा फिर वृंदा और सारथी जब रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं उन्हें पता चलता है कि कि एक गाड़ी रेगुलरली उधर मूव हो रहा था जहां पर वो मर्डर हुए थे दो दिन पहले और अब भी और वह देखते हैं कि उसे गाड़ी की ड्राइवर को पुलिस वालों ने अरेस्ट भी किया था फिर वो पुलिस स्टेशन आते हैं पर पुलिस स्टेशन में आकर उनको पता लगता है कि वो एक पागल था उसको देखने से नहीं लग रहा था कि वह सीरियल किलर है इसीलिए उसे छोड़ दिया गया था वृंदा पूछती है कि उसका नाम या एड्रेस रजिस्टर किया था आपने हवलदार कहता है कि ऐसा तो कुछ रिकॉर्ड नहीं है हमारे पास लेकिन उसके फिंगरप्रिंट लिए थे नाम वो अपना बता ही नहीं रहा था तो एलेग्जेंडर नाम लिख दिया था फिंगरप्रिंट को जब क्रिमिनल डाटा बेस में डालकर सर्च किया जाता है उनको पता लगता है कि ये फिंगरप्रिंट किसी ठाकुर के नाम का है जो कि लालापुर गांव में रहता है और उसके पास्ट में बहुत मर्डर केसेस भी है फ वो लोग रात में लालापुर गांव पहुंचते हैं उन्हें यह भी पता चल जाता है कि ठाकुर ने 16 साल की उम्र में अपनी दादी का मर्डर किया था फिर इस ठाकुर के बारे में जानने के लिए दोनों उसके गांव जाते हैं और गांव के सरपंच से ठाकुर के बारे में पूछते हैं लेकिन ठाकुर का नाम सुनते ही सरपंच भड़क जाता है व कहता है कि वह किसी ठाकुर को नहीं जानता और उन्हें वहां से तुरंत जाने के लिए कहता है तो वो लोग वहां से चले जाते हैं फिर बाकी गांव वालों से ठाकुर के बारे में पूछते हैं लेकिन ठाकुर का नाम सुनकर हर कोई ऐसा रिएक्ट करता है जैसे उन्होंने किसी भूत के बारे में पूछ लिया हो और कोई भी उन्हें कुछ नहीं बताता कि उसके बाद सरपंच के बगल में जो आदमी खड़ा था वो उन लोगों से मिलने आता है वो कहता है कि इस गांव में ठाकुर के बारे में आपको कोई नहीं बताएगा क्योंकि यहां सब उसे एक राक्षस मानते हैं और उससे डरते हैं
आज से 19 साल पहले ठाकुर ने पैदा होते ही अपनी मां को खा गया जब उसकी नानी ने उसकी कुंडली दिखाई तो पुजारी ने बताया कि ठाकुर एक शैतान है पिछले जन्म में उसने 12 लोगों की हत्या की थी इसके कर्मों की सजा पूरे गांव को मिलेगी इस चीज से बचने के लिए ठाकुर से कई तरह के जादू टोना करवाए जाते थे गांव में कुछ भी गलत होता था यहां तक की किसी को सांप भी काट या किसी की मौत भी होती थी तो उसका जिम्मेदार ठाकुर को ही समझा जाता था और गांव वाले ठाकुर के घर जाकर उसकी नानी से झगड़ा किया करते थे इन सबसे परेशान होकर उसकी नानी ठाकुर को पीटा करती थी वह उसे पूछती थी कि शैतान तूने जिन 12 लोगों को मारा था एक दिन उन्हीं में से कोई एक इस जन्म में तुझे मारेगा तभी हमारा पीछा छूटेगा पूरा गांव ठाकुर से नफरत करता था सिर्फ उसके नाना ठाकुर से प्यार करते थे और उसका ध्यान रखते थे फिर एक बार गांव में कुछ ऐसा हुआ जिससे गुस्सा होकर ठाकुर की नानी ने उसे घर से बाहर रखने का फैसला किया उसे जंजीरों से बांध कर रखा जाता था जैसे वह कोई जानवर हो
उसके नाना भी अब उसके लिए कुछ नहीं कर पा रहे थे ठाकुर को दूसरे बच्चों के साथ घुलने मिलने या खेलने का कभी मौका ही नहीं मिला इसलिए ठाकुर ने जानवरों और परिंदों को ही अपना दोस्त मान लिया फिर एक बार गांव में एक महामारी फैल गई और इसी बीच ठाकुर के नाना की भी मौत हो गई और उसकी नानी ने इसका जिम्मेदार भी ठाकुर को ही ठहराया गांव के कुछ लोगों का मानना था कि गांव पर लगा दोष ठाकुर की बलि देने से ही हटेगा उसकी नानी ने ठाकुर को उन लोगों के हवाले कर दिया जहां हम देखते हैं कि वह लोग ठाकुर पर जादू टोना कर रहे थे वह ककली जनजाति के ही लोग थे और उनके पास वही कैटरस टामो नाम की चिड़िया थी ठाकुर को मारने के बाद वह उसी चिड़िया को उसका मास खिलाने वाले थे लेकिन ठाकुर किसी तरह वहां से भागकर अपने घर आ जाता है और नानी से मदद मांगता है लेकिन नानी ठाकुर को ही गाली देने लगती है और गांव वालों को बुलाने लगती है और गुस्से में आकर ठाकुर ने अपनी नानी को ही मार दिया था और अपने गांव में आग लगा कर वहां से भाग गया फिर पुलिस ने उसे पकड़ कर उसे जेल ले गई फिर वो आदमी उन्हें ठाकुर के केस वाले न्यूज़पेपर दिखाता है और सारे फोटोस उनको दे देता है फिर वो दोनों शहर लौट आते हैं
वृंदा देखती है कि इन लोगों के भी सिर मुंडे हुए हैं पास्ट में ठाकुर के साथ जो भी हुआ था मर्डर में सेम वही पैटर्न का यूज अभी तक के मर्डर में हुई है जैसे की वह लोहे की चीज से सर पर वार करता था जैसे उसने अपनी नानी को मारा था फिर उन्हें वैसे ही मारता है जैसे उसकी बलि दी जानी थी उनके ऊपर वही सब रिचुअल करता है विक्टिम को उन्हीं के जैसे लुक देता है और मर्डर के बाद उसी चिड़िया को मांस खिलाता है सारथी कहता है कि वह ऐसे ही रैंडम लोगों को मार रहा है या इनको मारने के पीछे उसका कोई मोटिव भी है
उसके बाद वृंदा जब फ्रेश होकर रूम में आती है तो वो देखती है उसकी मां उसके रूम के बिखरे हुए सामान और फाइलों को ठीक कर रही थी जो कि पिछली रात वृंदा ने सभी फाइलों को फेंक दिया था वह कहती है की बेटी तू इतनी स्ट्रेस क्यों लेती है फिर विंदा बातचीत करते-करते कुछ डेट पे नोट करती है उसकी नजर एक पुराने न्यूज़पेपर पर पड़ती है जिसमें एक आश्रम में 48 लोगों की मौत की न्यूज़ थी तभी उसे याद आता है कि इस आश्रम में तो अपना एक विक्टिम भी काम करता था रिसर्च करने पर बृंदा को इसी तरह के सिमिलर केसेस मिले और ये सब जाकर वह सारथी को बताती है कि और उसे भी समझती है कि कोई भी मिसिंग होता है और उस जगह वो किलर आकर जॉइन हो जाता है वह सारथी को बताती है कि कई सारे धार्मिक प्रोग्राम में जो दुर्घटनाएं हुई हैं उसमें ठाकुर का ही हाथ है उसने जिनको भी मारा है फिर उसी जगह पर दुर्घटनाएं हुई हैं जहां पर विक्टिम काम करता था ठाकुर सिर्फ सीरियल किलिंग नहीं कर रहा है वो मास मर्डर कर रहा है और उन सबको मार रहा है जो लोग भगवान को मानते हैं यही उसका मोटिव है वो पूरी प्लानिंग के साथ ये सब कर रहा है मतलब अगली दुर्घटना नंदीग्राम में होने वाली है
फिर हम ठाकुर को देखते हैं जो कि एक भरी हुई बस को ड्राइव कर रहा था जहां पर सारे लोग हज पर जा रहे होते हैं और हम देखते हैं कि वो रात को ही उस बस को ब्रिज से नीचे गिरा देता हैं जहां पर सारे लोग मारे जाते हैं मगर ठाकुर पूरा भीग हुआ बैठा होता है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 5 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
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नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 6 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 5 में हमने देखा था की एसीपी प्रेस कान्फ्रेंस करके कहता है कि यह काम एक सीरियल किलर का है अब तक उसने 16 लोहो को मारा है कमल आनंद का मर्डर भी उसी ने किया है मीडिया वाले कहते हैं कितो पुलिस कर क्या रही है हमने सुना कि आपका एक ऑफिसर बृंदा कबीर आनंद को फॉलो भी कर रही थी फिर भी या मर्डर हो गया इस बात पर बृंदा को सस्पेंड कर दिया जाता है मगर वह उनका बात नहीं मानती है और इस केस को सॉल्व करने में लग जाती है वह सारथी को बताती है कि कई सारे धार्मिक प्रोग्राम में जो दुर्घटनाएं हुई हैं उसमें ठाकुर का ही हाथ है उसने जिनको भी मारा है फिर उसी जगह पर दुर्घटनाएं हुई हैं जहां पर विक्टिम काम करता था ठाकुर सिर्फ सीरियल किलिंग नहीं कर रहा है वो मास मर्डर कर रहा है और उन सबको मार रहा है जो लोग भगवान को मानते हैं यही उसका मोटिव है वो पूरी प्लानिंग के साथ ये सब कर रहा है मतलब अगली दुर्घटना नंदीग्राम में होने वाली है फिर हम ठाकुर को देखते हैं जो कि एक भरी हुई बस को ड्राइव कर रहा था जहां पर सारे लोग हज पर जा रहे होते हैं और हम देखते हैं कि वो रात को ही उस बस को ब्रिज से नीचे गिरा देता हैं जहां पर सारे लोग मारे जाते हैं

BRINDA S1.E6 ∙ The Beginning of the End
इस एपिसोड की शुरुआत फ्लैशबैक से होती है और हमें जुविनाइल का सीन दिखाया जाता है जहां पर हम आनंद उर्फ सत्या को देखते हैं वो पेपर पढ़ रहा होता है और उसके गांव के इंसिडेंट के बारे में पेपर में लिखा हुआ था कैसे उसने अपने बहन को खोया और उसे जला दिया गया रिचुअल की वजह से उसकी मां मारी गई और उसने कैसे गांव वालों को जला दिया सब कुछ पेपर में लिखा हुआ था
और हमें यह भी पता चलता है कि सत्या ही असल में सांची है इन दोनों की दोस्ती जुविनाइल में हुई थी और सत्या ने ही वह चिन्नी वाली डॉल ठाकुर को दी थी सत्या ने अपने जैसे लोगों का ग्रुप बना रखा है जिनके साथ अंधविश्वास के नाम पर या भगवान के नाम पर अन्याय हुआ है फिर हम देखते हैं जुवेनाइल में और एक नया लड़का आया है जो कि बाथरूम में खुद को लॉक करके रख रहा है सारे लड़के और गार्ड भी उसे बहुत तंग कर रहे हैं और उसे बाहर बुला रहे हैं पर वो नहीं आ रहा वो बोल रहा है अगर मैं बाहर आया तुम लोग मुझे बहुत मारोगे सत्या कहता है कि तू भगवान है क्या ठाकुर कहता है कि नहीं सत्या कहता है तो फिर मैं तुझे नहीं मारूंगा और ठाकुर बाहर आ जाता है फिर सत्या उससे पूछता है कि तूने किया क्या है वो बोलता है मैंने 16 खून गए हैं पिछले जन्म में इसलिए मैं ये पाप ढो रहा हूं और मैंने मेरी दादी जी को भी मार डाला और गांव वालों को भी सत्या फिर मुस्कुराता है और बोलता है तुझे कैसे से पता पिछले जन्म में तूने 16 खून किए हैं वो बोलता है कि पुजारी जी ने बोला है सत्य कहता है यह सब एक अंधविश्वास है तुझे मारने कोई नहीं आएगा और तू कोई पनौती भी नहीं है अगर कोई तुझे मारने आएगा तो उसके सामने मैं खड़ा रहूंगा इस तरह से उन दोनों की दोस्ती की शुरुआत होती है
फिर प्रेजेंट समय में देखते हैं कि जहां पर ठाकुर ने बस एक्सीडेंट कराया था उधर एसआईटी के सारे लोग पहुंचते हैं और बोलते हैं कि वृंदा ने जैसा अनुमान लगाया था वैसा ही हो रहा है उसकी जगह कोई और ले रहा है और मास मर्डर कर रहा है तब एसपी सर बोलते हैं बिंदा तुम टीम को लीड करो और अपनी गलती के लिए माफी भी मांगते हैं फिर वृंदा और सत्या के हाथ में जो ठाकुर का पुराना फोटो हाथ लगा था उसको मॉडिफाई करके एडल्ट बना दिया जाता है और जगह-जगह सर्कुलेट कर दिया गया था जब वो हर जगह जाकर पूछताछ करने लगते हैं और वह बस डिपो पहुंच जाते हैं तभी वहां के बस का मालिक बताता हैं की जल्दी-जल्दी में हमने एक को भर्ती कर लिया था हमने पूरा क्रॉस चेक भी नहीं किया था
दूसरे जगह हम आनंद को देखते हैं जो कि अपने एनजीओ किन लोगों को रेडी कर रहा था कुछ बड़ा करने के लिए उसने बोला मेरे बहन को मेरे आंखों के सामने जला दिया गया मेरी मां को मार दिया गया और आप लोग भी आज मेरे साथ इस मुहिम में इसलिए जुड़े हुए हो कि आपके साथ भी भगवान के नाम पर कुछ ना कुछ गलत किया गया है उसके एनजीओ के बाकी लोग भी इस काम से बहुत खुश थे और उसके साथ आनंद उर्फ सत्या भी बोलता है हमारा और एक काम पूरा हो गया है आनंद बोलता है जो लोग भी आज मरे वो भगवान को मानते थे क्या उनका भगवान आया उनको बचाने के लिए हम तब तक यह करेंगे जब तक दुनिया में कोई भी रहेगा जो भगवान को मानता है फिर हम लोग डिसाइड करेंगे कि भगवान है या नहीं है उसी रात हम देखते हैं कि आनंद और ठाकुर एक साथ खाना खा रहे होते हैं और ठाकुर आनंद से माफी मांगता है और यह बोलता है कि तुम्हारा एटीएम का स्लिप मैं लेकर गया था और अगर मैं नहीं लेकर जाता तो वह लोग तुम तक नहीं पहुंच पाते
आनंद बोलता है हम जिस मुहिम में हैं हमको कोई भी कभी भी नहीं पकड़ पाएगा मैं नहीं रहा तो दूसरा कोई शुरू करेगा ये एक मुहिम है एक जंग है वो लोग बातचीत कर ही रहे होते हैं तभी उनका एक आदमी बोलता है कि वृंदा आपसे मिलने के लिए आई हैं तब ठाकुर भी सोचता है कि कहीं उसको अरेस्ट करने के लिए यहां तो नहीं आई है और वह इस बात से उत्तेजित हो जाता है पर आनंद उसे शांत करता है वो बोलता है इसको अंदर ले जाओ जब तक हम नहीं बोलेंगे तब तक उसको कुछ भी नहीं पता लगेगा वृंदा जाकर आनंद को सब कुछ बताती है कैसे ये किलर एक-एक करके मास मर्डर कर रहा है वो बोलती है कि तुम्हारे फादर को मारने का मोटिव समझ में नहीं आया क्योंकि इसके बाद कोई मास मर्डर हुआ ही नहीं तुम्हारे फादर को क्या तुम कोई तीर्थ पर लेकर जाने वाले थे आनंद तब बोलता है मुझे कुछ याद नहीं आ रहा और बहुत रात भी हो चुका है मुझे एनजीओ का काम भी देखना है वृंदा इस बात पे थोड़ा जोर देती है और फिर आनंद बोल देता है कि हां मैं लेकर जाने वाला था बाबा जगन्नाथ टेंपल की तीर्थ यात्रा में उसका टिकट भी मैंने कराया था पर पापा की मौत की वजह से वो कैंसिल हो गया फिर वृंदा थैंक यू बोल के उधर से चली जाती है आनंद कोशिश कर रहा था कि इसको थोड़ा डायवर्ट कर दे तभी सत्य का आदमी श्रीनाथ कहता है कि यह लड़की सब कुछ पता लगा रही है इसका कुछ करना पड़ेगा लेकिन सत्या कहता है कि मैं इसे मारना नहीं चाहता पता नहीं क्यों
दूसरी और हम छुटकी को देखते हैं जो की एक पब में थी और उसका बॉयफ्रेंड उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश कर रहा था और छुटकी उसको फिजिकल नहीं होने दे रही थी फिर उसका बॉयफ्रेंड उसके ऊपर चीख पड़ता है और उसे थप्पड़ भी मारता है और जान से मारने की धमकी देता है वह बोलता है कि यह मत सोचना कि तुम्हारी दीदी से मैं डरता हूं जब यह बात वृंदा को पता लगती है वो तुरंत बार में आती है और उस लड़के को घसीटते हुए बाहर लाती है और गाड़ी की बोनट को खोल कर उससे बोलती है कि अभी तेरा मुंह जला दूंगी और आज के बाद मेरी बहन से मिलना मत यह बोलकर वो अपने बहन को लेकर अपने घर चली जाती है छुटकी को भी अपनी गलती का रिलाइज होता है और वृंदा से माफी मांगती है और उसको बहन की दर्जा देती है
फिर हम एसआईटी टीम को एसीपी सर बोल रहे थे कि जगन्नाथ टेंपल के पास हमें कोई क्लू नहीं मिला ये केस क्या हम डीजीपी सर को ट्रांसफर कर दें तो वृंदा एक आईडिया देती है वो बोलती है कि हमको एक प्रेस रिलीज करना चाहिए वो अपने ऊपर सब कुछ ले लेती है मीडिया में वह बोल देती है कि मुझे सब कुछ पता है ठाकुर के बारे में आ रही हूं पुनर्जन्म लेकर जिन 16 लोगों को तुमने पिछले जन्म में मारा था उनमें से ही मैं एक हूं और मैं तुम्हें छोडूंगी नहीं वो अपने फैमिली मेंबर्स को अपने घर से अंडरग्राउंड कर देती है और पूरे पुलिस फोर्स को अपने घर के बाहर लगा देती है और खुद घर के अंदर रहती है जब यह न्यूज़ ठाकुर आनंद के एनजीओ पर देखता है तो वो गुस्सा हो जाता है और टीवी तोड़ कर चीखने लगता है और सोचने लगता है कि पिछले जन्म में जिन 16 लोगों को उसने मारा था उनमें से ही एक वृंदा है जो कि लौट कर आई है उसको खत्म करने के लिए उसका पूराना मेमोरी ट्रिगर होने लगता है जब वो छोटा था उसके गांव वाले उससे यही बात बोला करते थे आनंद ये सब कुछ देखते हुए उसको शांत करता है और बाकी लोगों को बोल देता है कि इसको हमारे एनजीओ से दूर लेकर जाना पड़ेगा नहीं तो पुलिस का शक हमारे ऊपर ही आएगा और हमारा पूरा प्लान चौपट हो जाएगा सत्य को लगता है कि ठाकुर को भी उसने समझा दिया है और रात को जब दूसरा आदमी ठाकुर को लेकर दूसरी जगह जा रहा था तो ढाबा से खाना पैक करने के लिए ड्राइवर नीचे उतरता है लेकिन ठाकुर टेंपो लेकर भाग जाता है क्योंकि उसके दिमाग में तो खून सवार था और डर था कि वृंदा उन्हीं में से कोई एक है जिन 16 लोगों का मर्डर पिछले जन्म में उसने किया था अगर वृंदा को वो खत्म नहीं करेगा तो वृंदा उसे जान से मार देगी
दूसरी ओर आनंद को भी यह बात पता चल चुकी थी की ठाकुर भाग चुका है वो भी गाड़ी लेके निकल जाता है ठाकुर को देखते ही सब के सब अलर्ट हो जाते हैं लेकिन सोलोमन फोन पर लगा था तो सारथी भागकर उसे अलर्ट करने जाता है जिस चक्कर में उसका वाकी टॉकी गिर जाता है इधर ठाकुर घर के गेट तक पहुंच जाता है और अपना चाकू निकाल लेता है लेकिन तभी गड़बड़ हो जाती है जमीन पर पड़े वॉकी टॉकी से ठाकुर पुलिस की बातें सुन लेता है व सब समझ जाता है और वहां से भागने लगता है सारथी भागते हुए ठाकुर को सूट करता है लेकिन ठाकुर वहां से भाग जाता है और सब उसे पकड़ने जाते हैं लेकिन वह अकेला सब पर भारी पड़ रहा था और किसी के भी पकड़ में नहीं आ रहा था भागते-भागते वो लोग एक कंस्ट्रक्शन एरिया में पहुंचते हैं और ठाकुर के हाथ से उसका बैग गिर जाता है उसके बाद जैसे तैसे कर के पुलिस वाले पकड़ लेते हैं मगर फिर भी वह वहां से भी भाग जाता है और लास्ट मूमेंट में वृंदा और ठाकुर आमने-सामने होते हैं बृंदा जब उसे पकड़ने जाती है तो उसे भी घायल कर देता है वो कहता है कि तुम हमारे पीछे क्यों पड़ी हो और रोड से उसे मारने आता है लेकिन तभी सारथी उसे गोली मार देता है मरते टाइम ठाकुर बोल रहा था की तुम हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हुए हो वृंदा यह लास्ट वर्ड सुनने के बाद बेहोश हो जाती है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 6 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के एपिसोड 7 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 7 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 6 में हमने देखा था की जुविनाइल में आनंद उर्फ सत्या को देखते हैं वो पेपर पढ़ रहा होता है और उसके गांव के इंसिडेंट के बारे में पेपर में लिखा हुआ था कैसे उसने अपने बहन को खोया और उसे जला दिया गया रिचुअल की वजह से उसकी मां मारी गई और उसने कैसे गांव वालों को जला दिया सब कुछ पेपर में लिखा हुआ था और हमें यह भी पता चलता है कि सत्या ही असल में सांची है इन दोनों की दोस्ती जुविनाइल में हुई थी और सत्या ने ही वह चिन्नी वाली डॉल ठाकुर को दी थी सत्या ने अपने जैसे लोगों का ग्रुप बना रखा है जिनके साथ अंधविश्वास के नाम पर या भगवान के नाम पर अन्याय हुआ है
वृंदा एक आईडिया देती है वो बोलती है कि हमको एक प्रेस रिलीज करना चाहिए वो अपने ऊपर सब कुछ ले लेती है मीडिया में वह बोल देती है कि मुझे सब कुछ पता है ठाकुर के बारे में आ रही हूं पुनर्जन्म लेकर जिन 16 लोगों को तुमने पिछले जन्म में मारा था उनमें से ही मैं एक हूं और मैं तुम्हें छोडूंगी नहीं जब यह न्यूज़ ठाकुर आनंद के एनजीओ पर देखता है तो वो गुस्सा हो जाता है और टीवी तोड़ कर चीखने लगता है और सोचने लगता है कि पिछले जन्म में जिन 16 लोगों को उसने मारा था उनमें से ही एक वृंदा है जो कि लौट कर आई है उसको खत्म करने के लिए उसका पूराना मेमोरी ट्रिगर होने लगता है
ठाकुर वृंदा के घर तक पहुंच जाता है और अपना चाकू निकाल लेता है लेकिन तभी गड़बड़ हो जाती है जमीन पर पड़े वॉकी टॉकी से ठाकुर पुलिस की बातें सुन लेता है व सब समझ जाता है और वहां से भागने लगता है सारथी भागते हुए ठाकुर को सूट करता है और लास्ट मूमेंट में वृंदा और ठाकुर आमने-सामने होते हैं बृंदा जब उसे पकड़ने जाती है तो उसे भी घायल कर देता है वो कहता है कि तुम हमारे पीछे क्यों पड़ी हो और रोड से उसे मारने आता है लेकिन तभी सारथी उसे गोली मार देता है मरते टाइम ठाकुर बोल रहा था की तुम हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हुए हो वृंदा यह लास्ट वर्ड सुनने के बाद बेहोश हो जाती है

BRINDA S1.E7 ∙ The Holy Past
इस एपिसोड की में हम देखते हैं कि ठाकुर के एनकाउंटर के साथ ही पुलिस केस को बंद कर देती है और बृंदा की हर तरफ तारीफ होती है लेकिन जब सारथी और बिंद्रा ठाकुर का सामान लेने जाती है तो मोर्चरी में ठाकुर के पॉकेट से एक फोन मिलता है जो कि मर्डर के एकदम दो-तीन मिनट पहले ही उसे कॉल किया गया था इसका मतलब कोई ना कोई उसे इंस्ट्रक्शन दे रहा था वृंदा सारथी को बेहोश होने से पहले ठाकुर का लास्ट वर्ड बताती है कि हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हो मतलब ये एक नहीं है बहुत लोग हैं फिर वृंदा एक चीज और नोटिस करती है कि ठाकुर के छाती पर सत्य नाम का एक टैटू भी होता है उसे यह सब देखकर अजीब लगता है वो कहती है कि ठाकुर के नाना के सिवा तो इस दुनिया में उसका कोई था ही नहीं तो फिर यह सत्या कौन है सारथी कहता है कि अपनी नानी का मर्डर करने के बाद ठाकुर जुविनाइल गया था
शायद वहीं वह सत्या से मिला हो फिर दोनों जुविनाइल जाकर सत्या के बारे में पूछते हैं जहां पर उन्हें पता चलता है कि 11 साल की उम्र में सत्या ने 32 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया था क्योंकि उन लोगों ने उसकी मां और बहन की बलि दी थी जुविनाइल में वर्डन और बाकी सबसे झगड़ा करता था कि भगवान नहीं है और यह सब अंधविश्वास है यहां तक कि उसने काउंसलिंग में कहा था कि जब भगवान को मानने वाले नहीं रहेंगे तभी इस दुनिया का सुधार होगा और इन सब बातों से दोनों को समझ आ जाता है कि इन मडर्स का असली मास्टर माइंड सत्या है ठाकुर तो बस उसका मोहरा था फिर उन्हें पता चलता है कि सालों पहले कोई सत्या का गार्जियन बनके उसे ले गया था और उसका नाम था रघुराम कृष्णन और यह नाम जानकर वृंदा को बड़ा झटका लगता है क्योंकि रघुराम कृष्णन वृंदा के ही पिता है
इतना जानने के बाद वो अपने घर जाती है और अपनी मां से पूछती है कि मां सत्या कौन है पापा ने इसे क्यों अडॉप्ट किया था उसकी मां पहले कुछ भी नहीं बताती पर बृंदा के प्रेशर देने पर वह बताती है कि सत्या और कोई नहीं तुम्हारा ही भाई है पर मैं नहीं चाहती था कि उसका साया तुम्हारे ऊपर पड़े क्योंकि तुम्हारे पापा के डेथ के टाइम वह वहीं पर था मैं जानती हूं कि वही जिम्मेदार है तुम्हारे पापा की मौत के लिए असलियत में तुम्हारे पापा को तुम्हारा भाई मिल चुका था लेकिन वो क्रिमिनल था उसने गांव वालों को जला दिया था इसलिए मैंने मना कर दिया कि तुम्हें उसके बारे में कुछ भी बताने के लिए
जिसके बाद हम फ्लैशबैक में कृष्णमूर्ति जी को देखते हैं जो कि सत्या से मिलता है और उसे बोलता है तुम पढ़ाई लिखाई में बहुत अच्छे हो यहां से बाहर निकल सकते हो पर सत्या का कोई मन नहीं था यहां से बाहर जाने का तभी ठाकुर समझाता है तुम इतने इंटेलिजेंट हो तुमको बाहर लेकर जाने वाला कोई है तुम अगर बाहर के दुनिया में जाते हो और कामयाब बनते हो तो तुम मुझे भी बाहर लेकर जा सकते हो तुम्हें यह मौका मिल रहा है तो चले जाओ फिर बाद में तुम मुझे भी निकाल लेना और सत्या उसकी बात मान लेता है जानने से पहले सत्य उसे चिन्नी की डॉल देकर कहता है कि ये चिन्नी की है मेरे पास उसकी यादों के सिवा कुछ नहीं है तुम इसे रख लो
फिर सत्या बाहर चला जाता है और कृष्णमूर्ति जी वो उसको अच्छे से कॉलेज में भर्ती कराते हैं उसके लिए कपड़े पैसे वगैरह भिजवाते हैं पर सत्या कुछ भी नहीं लेता था वो नहीं समझ पा रहा था कि अचानक से उसके लिए इतना प्यार इनके मन में जागा क्यों क्या मोटिव है इनका पर कृष्णा मूर्ति जी कुछ नहीं बताते थे क्योंकि सत्या अभी भी एक क्रिमिनल ही था वो सही रास्ते पर नहीं चल रहा था जीवन के हर एक पड़ाव में सत्या ने देखा कैसे भगवान के दूत जो बने हुए हैं वो लोगों का शोषण करते हैं इसलिए भगवान के खिलाफ और उनके दूतों के खिलाफ सत्या के मन में एक नेगेटिव इमेज जन्मा था
सत्य अपने आसपास उसने फिर वही सब चीजें नोटिस की अंधविश्वास और भगवान के नाम पर लोगों को सताया जाना उसके सामने एक आदमी अपनी घायल बेटी के इलाज के लिए आया था उसने कहा कि मेरी बेटी मंदिर गई थी उसके पीरियड चल रहे थे तो पुजारी ने उसे मंदिर में घुसने नहीं दिया और सीडियो से धक्का दे दिया उसके पास इलाज के भी पैसे नहीं है वो डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ा रहा था कि मेरी बेटी को बचा लो तो सत्या ने उसकी मदद करने की सोची रघु सत्या को पैसे भेजा करते थे सत्या व संभाल कर रखता था वो सब पैसे ले जाकर वो उस आदमी को देता है बट स्टिल उस आदमी की बच्ची की मौत हो जाती है डॉक्टर कहते कि पैसे लाने में आपने देर कर दी सॉरी हम बच्ची को नहीं बचा पाए फिर इस आदमी ने कहा कि भगवान तूने मेरी बेटी को मारा है तू हत्यारा है सत्या तो पहले से ही भगवान के नाम से छिड़ था और यह सब देखकर उसकी नफरत और भी बढ़ गई
लेकिन कृष्णमूर्ति जी उससे जब भी मिलते थे उसको लाइफ में आगे बढ़ने की सलाह दिया करते थे धीरे-धीरे उनका बॉन्ड भी सही होने लगा था सत्या भी धीरे-धीरे करके ट्रैक पर आने लगा था उसके बाद वह ग्रेजुएशन पूरा करने वाला था कृष्णमूर्ति जी अपनी पत्नी से बोलते हैं कि है अब सही टाइम आ चुका है वो क्राइम के रास्ते से बाहर आ चुका है उसके लाइफ में जितना भी पश्चाताप करना था उसने कर लिया है अभी सही टाइम आ चुका है भाई बहन को मिलाने का फिर वो सत्या को लेने के लिए कॉलेज चले जाते हैं
सत्या उस समय अपने एक दोस्त से बात कर रहा होता है सत्या का दोस्त एक लड़की से प्यार करता है जो कि शादी से पहले प्रेग्नेंट हो गई थी और उस लड़के की जान खतरे में थी क्योंकि उसके मजहब में यह हराम था उसके गांव वालों को पता चला तो उसे मार देंगे उसकी मां ने सत्या से मदद मांगी थी और रघु भी सत्या के साथ जाता है इधर गांव में उस लड़की को पकड़ लिया जाता है वो लोग उसे ने वाले थे लेकिन तभी सत्या आकर तलवार छीन लेता है और अकेले ही सबको मारता है तभी रघु आकर सत्या से कहता है कि शांत हो जाओ और तलवार छोड़ दो और सत्या उनकी बात मान लेता है फिर रघु उन लोगों को समझाता है कि देखो भाई कोई भी खुदा किसी की जान लेने के लिए नहीं कहता इस बच्ची को छोड़ दो तो व लोग उल्टा रघु को ही मार देते हैं और इतना ही नहीं उस लड़की को और सत्या को भी वह लोग मार देते हैं लेकिन सत्या किसी तरह जिंदा बच जाता है हॉस्पिटल में जब सत्या को रघु की मौत का पता चलता है तो टूट जाता है
उसके बाद बृंदा के परिवार को पता चला है कि उसके फादर मर चुके हैं पुलिस वाले ने कृष्णमूर्ति जी के वाइफ को भी बताया कि उनके साथ-साथ एक सत्य नाम का लड़का भी जख्मी हुआ है जिसका कस्टडी कृष्णमूर्ति जी ने लिया था आप चाहते हो तो उसको हम आपको सौंप सकते हैं पर उसके मां ने मना कर दिया क्योंकि उन्हें लगता है कि सत्य के वजह से ही कृष्णमूर्ति जी की जान गई है
फिर प्रेजेंट में हम आनंद को देखते हैं जो कि चीनी मतलब वृंदा का वही डॉल लेके बैठा हुआ था वो अपने लोगों से बोलता है कुछ बड़ा करने का टाइम आ चुका है भले ही कितने अपने लोग पीछे छूट जाए पर हमको हमारा मकसद नहीं भूलना है
जो भी भगवान से नाखुश है भगवान के दूत से भगवान की पुजारी से किसी का भी कुछ भी नुकसान हुआ है तो वो उसके साथ जुड़ जाए और हम मिलकर बदला लेंगे किसी के साथ जात-पात का भेदभाव हुआ धर्म का भेदभाव हुआ किसी को कुएं से पानी ना पीने देना कोई भी पुजारी किसी के साथ दुष्कर्म करा सारे लोग धीरे-धीरे सत्या के साथ जुड़ने लगे और वो लोग मिलकर एकएक करके प्लान करके जो भी दोषी था उनको मौत के घाट उतारते गए फिर कुछ दिन बाद ठाकुर भी जुविनाइल होम से निकल गया और वो भी सत्या के साथ जुड़ गया
उसके बाद हम देखते हैं कि बिंदा यह सब जानकर रो रही थी क्योंकि जिस किलर को ढूंढ रही थी वो उसका खुद का भाई है इधर श्रीनाथ सत्या से बात करने आता है सालों पहले जिस आदमी की बच्ची की मौत पुजारी के धक्का देने से हुई थी श्रीनाथ वही आदमी है श्रीनाथ कहता है कि ठाकुर की मौत के बाद पुलिस ने इस केस को बंद कर दिया है जब तक मामला ठंडा नहीं हो जाता हमें अपने प्लान को रोक देना चाहिए सत्या कहता है कि पुलिस तो उन्हें हर कदम पर रोकना चाहेगी लेकिन यह जंग नहीं रुकने वाली सत्या का अगला टारगेट था गंगावराम जहां से ये सब शुरू हुआ था और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 7 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के एपिसोड 8 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 8 के बारे में बात करने वाले हैं यह एपिसोड वृंदा सीजन 1 का लास्ट एपिसोड है अगर आप इस वेब सीरीज सारे एपिसोड को एक साथ देखना चाहते हैं और नेक्स्ट डे उसका वीडियो अपलोड किया जाएगा तो आप जरूर वॉच करें
सीजन 1 एपिसोड 7 में हमने देखा था की ठाकुर के एनकाउंटर के साथ ही पुलिस केस को बंद कर देती है और बृंदा की हर तरफ तारीफ होती है लेकिन जब सारथी और बिंद्रा ठाकुर का सामान लेने जाती है तो मोर्चरी में ठाकुर के पॉकेट से एक फोन मिलता है जो कि मर्डर के एकदम दो-तीन मिनट पहले ही उसे कॉल किया गया था इसका मतलब कोई ना कोई उसे इंस्ट्रक्शन दे रहा था
वृंदा सारथी को बेहोश होने से पहले ठाकुर का लास्ट वर्ड बताती है कि हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हो मतलब ये एक नहीं है बहुत लोग हैं फिर वृंदा एक चीज और नोटिस करती है कि ठाकुर के छाती पर सत्य नाम का एक टैटू भी होता है वो कहती है कि ठाकुर के नाना के सिवा तो इस दुनिया में उसका कोई था ही नहीं तो फिर यह सत्या कौन है सारथी कहता है कि अपनी नानी का मर्डर करने के बाद ठाकुर जुविनाइल गया था शायद वहीं वह सत्या से मिला हो फिर दोनों जुविनाइल जाकर सत्या के बारे में पूछते हैं जहां पर उन्हें पता चलता है कि 11 साल की उम्र में सत्या ने 32 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया था क्योंकि उन लोगों ने उसकी मां और बहन की बलि दी थी जुविनाइल में वर्डन और बाकी सबसे झगड़ा करता था कि भगवान नहीं है और यह सब अंधविश्वास है यहां तक कि उसने काउंसलिंग में कहा था कि जब भगवान को मानने वाले नहीं रहेंगे तभी इस दुनिया का सुधार होगा और इन सब बातों से दोनों को समझ आ जाता है कि इन मडर्स का असली मास्टर माइंड सत्या है ठाकुर तो बस उसका मोहरा था
उसके बाद हम देखते हैं कि बिंदा यह सब जानकर रो रही थी क्योंकि जिस किलर को ढूंढ रही थी वो उसका खुद का भाई है सालों पहले जिस आदमी की बच्ची की मौत पुजारी के धक्का देने से हुई थी श्रीनाथ वही आदमी है इधर श्रीनाथ सत्या से बात करने आता है श्रीनाथ कहता है कि ठाकुर की मौत के बाद पुलिस ने इस केस को बंद कर दिया है जब तक मामला ठंडा नहीं हो जाता हमें अपने प्लान को रोक देना चाहिए सत्या कहता है कि पुलिस तो उन्हें हर कदम पर रोकना चाहेगी लेकिन यह जंग नहीं रुकने वाली सत्या का अगला टारगेट था गंगावराम जहां से ये सब शुरू हुआ था

BRINDA S1.E8 ∙ Home Coming
इस एपिसोड में हम फिर से फ्लैशबैक को देखते हैं कृष्णमूर्ति के मर्डर के बाद सत्या को होश आ जाता है और वो जब अपने पापा कृष्णमूर्ति के बारे में डॉक्टर से पूछता है तो उसे पता चलता है कि वो मारे जा चुके हैं फिर सत्य को अपना पूरा लाइफ रिवाइंड होने लगता है की कैसे उसके साथ क्या कुछ हुआ था उसके बहन के साथ उसके मां के साथ उसको फिर से भगवान के ऊपर गुस्सा आने लगा क्योंकि भगवान के कम्युनिटी वाले की वजह से ही आज कृष्णमूर्ति जी उससे छिन गए तभी से वो एक मोहिम शुरू करता है जो भी भगवान से नाखुश है भगवान के दूत से भगवान की पुजारी से किसी का भी कुछ भी नुकसान हुआ है तो वो उसके साथ जुड़ जाए और हम मिलकर बदला लेंगे किसी के साथ जात-पात का भेदभाव हुआ धर्म का भेदभाव हुआ किसी को कुएं से पानी ना पीने देना कोई भी पुजारी किसी के साथ दुष्कर्म किया हो उसके बाद धीरे-धीरे करके सारे लोग सत्या के साथ जुड़ने लगते हैं और वो लोग मिलकर एकएक करके जो भी दोषी था उनको मौत के घाट उतारते गए फिर कुछ दिन बाद ठाकुर भी जुविनाइल होम से निकल गया और वो भी सत्या के साथ जुड़ गया था
फिर प्रेजेंट डे में हम सारथी को देखते हैं जो कि वृंदा को समझा रहा होता है कि आपको इसके खिलाफ लड़ना पड़ेगा बहुत लोगों की जान को खतरा है वो मास मर्डर कर रहा है वृंदा खुद को थोड़ा संभालती है और सीधा ऑफिस पहुंचती है और यह बोलती है कि अभी सत्या कैसा दिखता है हमको वो डाटा चाहिए होगा और दूसरी जगह में आनंद को देखते हैं जो कि एक त्यौहार में मास मर्डर करने के लिए रेडी हो रहा था
कुछ साल पहले रात को जब उस आदमी ने चंद्र ग्रहण पर दिव्य ज्योति देखने की बात कही थी तब से वहां एक मान्यता बन गई थी हर साल भक्त चंद्र ग्रहण पर वहां ज्योति के दर्शन करने के लिए आते हैं लेकिन ज्योति उन्हें नहीं दिखती और सत्य का प्लान है कि इस बार वो भक्तों को ज्योति दिखाएगा जैसे उसने पहले दिखाया था इस धार्मिक इवेंट के आयोजक सत्या के ही लोग थे वो मीडिया में सब जगह इस बात का प्रचार कर देते हैं कि इस साल भक्तों को वह दिव्य ज्योति जरूर दिखाई देगी बस फिर क्या था ज्योति के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लग जाती है इधर वृंदा सत्या को ढूंढ ढूंढ कर परेशान हो गई थी लेकिन उसे सत्या का कुछ पता नहीं चल रहा था फ्रस्ट्रेट होकर वो फाइल वगैरह भी गिरा देती है तभी उसकी नजर उस विक्टिम की रिपोर्ट पर पड़ती है इसकी आइडेंटिटी का पहले पता नहीं था उसने अपनी किडनी डोनेट की थी उस आदमी के रिपोर्ट में नाम था कबीर आनंद उसने अपनी किडनी कमल आनंद को दी थी
वह सोचती है कि ऐसा कैसे हो सकता है जरूर रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ है फिर जब वह क्रॉस चेक करवाती है तो रिपोर्ट की बात बिल्कुल सही थी जिससे वृंदा समझ जाती है कि कबीर ही सत्या है और वृंदा सारथी को यह सब बताती है कि सत्या कबीर आनंद को मार कर उसकी आइडेंटिटी लेकर रह रहा है कमल उसके पिता थे ही नहीं इसलिए उसने कमल को मरवा दिया उसने कहा था कि वो भगवान को नहीं मानता वही सत्य है फिर दोनों सत्य को पकड़ने उसके घर जाते हैं लेकिन ना तो उन्हें वहां सत्य मिलता है और ना ही फाउंडेशन के लोग तभी बृंदा को याद आता है कि पहले जब वो उसे फॉलो कर रही थी तो उसके कार में जीपीएस लगाया था
जिसकी हेल्प से व सत्या को ट्रैक करती है तो उसे पता चलता है कि सत्या गंगावाराम में है फिर वो एसीपी को कॉल करके सत्या के बारे में सब कुछ बताती है कि वही इन सब का मास्टर माइंड है और पूछती है कि गंगावाराम में कोई रिलीजियस इवेंट होने वाला है क्या तो सभी बताते है कि हर साल की तरह चंद्र ग्रहण के दिन मंदिर में लोग दिव्य ज्योति के दर्शन के लिए आते हैं कई सालों से वह ज्योति दिखाई नहीं दी है लेकिन इस साल वो जरूर दिखेगी वृंदा कहती है कि हमें इस इवेंट को रोकना होगा सत्य अगला अटैक यहीं करने वाला है फिर पुलिस इवेंट को रोकने जाती है बृंदा और बाकी सब लोगों से बात करके उन्हें वहां से जाने के लिए कहते हैं लेकिन कोई उनकी नहीं सुनता इधर एसीपी अलाउंस रूम में जाकर यह सब रोकने के लिए कहता है लेकिन वो लोग सत्या के ही लोग थे और वो एसीपी पर ही गंद तान देते हैं इधर बृंदा देखती है कि पानी में डूबी पाइप गुल रही थी वो सारथी से कहती है कि इस पानी में कुछ मिला हुआ है लोग अगर पानी में डुबकी लगाने जाएंगे तो मारे जाएंगे हमें उन्हें पानी में जाने से रोकना होगा वृंदा को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि व ये सब कैसे करेगी फिर वो
सारथी से कहती है कि तुम यहां संभालो और मैं जंगल जाती हूं जंगल जाते ही उसकी पुरानी मेमोरी रिफ्रेश हो जाती है उसे सब याद आने लगता है इधर सत्य एक लकड़ी के टावर में आग लगाकर भक्तों को ज्योति दिखाने वाला था लेकिन तभी वृंदा वहां पर आ जाती है और सत्या को सच्ची कहकर बुलाती है सत्या हैरान होकर पूछता है कि तुम्हें कैसे पता वृंदा कहती है क्योंकि मैं तुम्हारी बहन चिन्नी हूं सत्य कहता कि तुम झूठ बोल रही हो जैसे ठाकुर के साथ छल किया था मेरे साथ भी वही करना चाहती हो बृंदा कहती कि सच है मैं ही तुम्हारी चिन्नी हूं
वृंदा बोलती है कि हम दोनों को एक ही आदमी ने पाला और बड़ा किया उन्होंने जो सीख मुझे दी थी वो सीख तुम्हें भी दी गई थी लेकिन मैं अपने रास्ते से नहीं भटका लेकिन तुम भटक चुके हो तुम भी आज वही कर रहे हो जो 20 साल पहले वो लोगों ने हमारे साथ किया था आज इन लोगों की क्या दोष है वो भगवान को मानते हैं सिर्फ यही दोष है इनका
वो हम लोगों को मिलाना चाहते थे तब जाकर सत्य को समझ आता है कि कृष्णमूर्ति उसके लिए इतना सब कुछ क्यों कर रहा था और उसे वृंदा की बात पर यकीन हो जाता है फिर वृंदा सत्या से यह सब रोकने के लिए कहती है लेकिन सत्या कहता है कि यह नहीं रुकेगा भगवान को मानने वालों को मैं ऐसे ही मारता रहूंगा और कोई भगवान उन्हें बचाने नहीं आएगा और जब तक यह लोग मान नहीं लेते कि कोई भगवान नहीं है तब तक यह सब नहीं रुकेगा फिर हमें समझ में आता है कि सत्या एक केमिकल से भरा हुआ टैंक बनाकर रखा हुआ था और उसको वो आग लगाने वाला था जैसे ही यहां पर दिव्याज्योति जलेगी और उधर सारे लोग पानी में उतरेंगे और उनका एक आदमी उधर आग लगा देगा और सारे लोग जल के खत्म हो जाएंगे
वृंदा कहती है कि मुझे रास्ता दिखाने वाले और यहां तक पहुंचाने वाले भगवान ही हैं कृष्णमूर्ति के जरिए उन्होंने तुम्हें भी रास्ता दिखाया था लेकिन तुमने बुराई का रास्ता चुना और मैं बुराई की जीत होने नहीं दूंगी
तुम भी आज वही कर रहे हो जो 20 साल पहले वो लोगों ने हमारे साथ किया था आज इन लोगों की क्या दोष है क्या इन लोगों का यही दोस् है की वो भगवान को मानते हैं पर सत्या कोई बात सुनने को राजी नहीं था तब वृंदा उसके ऊपर गोली चला देता है और उसकी जान ले लेता है फिर वृंदा जलते हुए टावर पर पानी की टंकी गिरा देती है जिसे भक्तों को ज्योति दिखाई नहीं देती और वह लोग पानी में नहीं उतरते और उनकी जान बचाती है मरते टाइम सत्या वो हाथों से बनाया हुआ डॉल चीनी को देता है मतलब वृंदा को देता है और वृंदा को बचपन के सारे फ्लैशबैक याद आ जाते हैं वृंदा मरे हुए सत्या को उठाने लगती है उसे याद आता है कि जब सत्या मरने की एक्टिंग करता था तो वृंदा के कहने पर वह उठ जाता था लेकिन इस बार वह नहीं उठता है और इसी के साथ यह वेब सीरीज खत्म हो जाती है फ्रेंड्स अगर आप इस वेब सीरीज के हर एपिसोड को वॉच करना चाहते हैं आपको नीचे लिंक मिल जाएगा आप एक साथ सभी एपिसोड को वॉच कर पाएंगे
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में फिर किसी और धमाकेदार मूवी के रिव्यु के साथ तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
यह वेब सीरीज 2 AUGUST 2024 को JioTV और सोनी लिव पर स्ट्रीमिंग कर दी गयी थी इस वेब सीरीज में कुल मिलाकर 8 एपिसोड है और हर एपिसोड 45 से 60 मिनट के बीच का है इस सीरीज की स्टोरी अपने ना ही कहीं सुनी होगी और ना ही कहीं देखी होगी कहानी स्टार्ट तो होती है भूत प्रेत से और खत्म हो जाती है भगवान को न मानने वालों पर और इस बीच कई सारे सीरियल कलिंग भी हो रहे थे अब पुलिस को यह पता करना था कि यह मर्डर आखिर कर कौन रहा है और भगवान को न मानने वालों से आखिर इसकी क्या दुश्मनी है अगर आप इस शानदार वेब सीरीज की स्टोरी को सुनना चाहते हैं तो वीडियो के और तक बन रहे और इस वेब सीरीज की स्टोरी को हम डे बाय डे पर पोस्ट करेंगे तो आप हमारे चैनल पर बने रहें तभी इस वेब सीरीज की स्टोरी को आप समझ पाएंगे
इस मूवी के कलाकार की बात करें तो Trisha Krishnan है जिन्हें इस मूवी में हम SI Brinda के नाम से जानेंगे
Ravindra Vijay है जिन्हें इस मूवी में हम SI Sarathi के नाम से जानेंगे
Anand Sami है जिन्हें इस मूवी में हम Thakur के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे
इस मूवी के डायरेक्टर और राइटर Surya Manoj Vangala है

Brinda S1.E1 ∙ The Chosen One
इस वेब सीरीज की शुरुआत गंगावराम नाम के जंगल से होती है और यह समय था 1996 का इस जंगल में हम एक छोटी सी बच्ची को देखते हैं जिसका नाम चिन्नी था चिन्नी अपनी भाई सच्ची को ढूंढ रही थी और उसे आवाज लगा रही थी व जोर-जोर से चीख रही होती है और अपने भाई को पुकारती है पर उसके भाई उसे कहीं भी नहीं मिलता कुछ दूर जाने के बाद साची उसे एक जगह पर लेटा हुआ मिलता है चिन्नी को लगता है कि उसे कुछ हो गया है वो भागते हुए अपने भाई के पास जाती है और वो रोने लगती है तभी सच्ची अपनी आंख खोलता है वह कहता है कि मुझे कुछ नहीं हुआ मैं तो बस मजाक कर रहा था तुझे डरा रहा था चीनी तब तक रो ही रही थी उसका भाई बोलता है कि मैं तुझे छोड़ के कभी कहीं भी नहीं जाऊंगा और देख तेरे लिए मैंने आज ही एक लकड़ी का गुड़िया बनाया है चीनी ये देख के बहुत ही खुश होती है फिर वो दोनों गांव में जाते हैं
उसके बाद हम एक गांव को देखते हैं और उस गांव में मानो महामारी फैला हुआ था लोग मर रहे थे बारिश से भीगे हुए जो लकड़ियां थे वो सूख नहीं रहे थे जिसके कारण वो लोग खाना भी नहीं बना पा रहे थे और ऐसा लग रहा था मानो पूरे जंगल में हरियाली तो है पर उनके लिए मानो एक श्राप था बहुत लोग मर रहे थे और हम एक आदमी को मरा हुआ देखते हैं और उसे गांव के पुजारी के पास लाया जाता है उस मरे हुए आदमी का जब हम आंख देखते हैं तो समझ में आता है कि उसकी आंख लाल है और पूरी बॉडी काली पड़ चुकी है और जगह-जगह मार्क्स है गांव के सारे लोग पुजारी जी से मदद मांगते हैं तब पुजारी जी बोलते हैं यह माता का प्रकोप है हमसे कोई भूल हुई है और माता हमसे क्रोधित है माता को खुश करने के लिए हमें बली चढ़ाने होगी नहीं तो सब ऐसे ही मारे जाएंगे फिर वो किसी तरह का जादू टोना करता है और चिन्नी की तरफ उंगली करके कहता है कि बली के लिए माता ने चिन्नी को चुना है जिस पर चिन्नी की मां रोने लगती है वो कहती है कि इसके बदले मेरी बली ले लो लेकिन मेरी बच्ची को जाने दो वो सबसे मिन्नत करती है लेकिन कोई भी पुजारी के खिलाफ नहीं जाता है
उसका भाई साची भी बहुत रोता है कि मैं अपने बहन को कुछ भी नहीं होने दूंगा गांव वालों के सामने उनकी मां भी बेवस थी वो कुछ नहीं कर पाई रात में ये लोग बलि की तैयारी करते हैं और इधर साची अपनी मां से पूछता है क्या वो चिन्नी को सच में मार देंगे उसकी मां कहती है कि वो चिन्नी को कुछ नहीं होने देगी और अपने दोनों बच्चों को साथ लेकर इस जंगल से भागने लगती है कुछ दूर भागते-भागते चीनी के हाथ से उसके भाई सांची का दिया हुआ डॉल गिर जाता है दूसरी तरफ गांव वालों को भी पता चल चुका था कि वह लोग भाग चुके हैं और वह लोग भी उसके पीछे पड़े हुए थे
सांची जब देखा है कि उसकी बहन के हाथ में डाल गिर चुका है तो वह लेने के लिए जाता है और उसकी मां चीनी को लेकर भागती है और उसे भागदौड़ में सांची बढ़ जाता है और चीनी की मां चीनी को एक ट्रक में बिठा देता है और वह खुद चैट नहीं पाती है जिसके कारण गांव वाले उसकी मां को पकड़ लेते हैं और वह ट्रक चली जाती है और चीनी बिछड़ जाती है वह अपने भाई और मां को पुकारती रहती है दूसरी तरफ सांची जंगल में खो चुका था
अब कहानी प्रेजेंट समय में आ जाती है जहां पर हम वृंदा नाम की एक लड़की को देखते हैं जो कि हैदराबाद में रहती है और उसे रातों में एक अजीबो गरीब ख्याल आते हैं और ऐसा लगता है कि वह पिछला सब कुछ भूल चुकी है और उसे याद करने की कोशिश कर रही है बस कुछ धुंधली सी यादें हैं वृंदा अपनी फैमिली के साथ रहती है उसके पिता की मौत हो चुकी है उसकी फैमिली में बस उसकी मॉम और की छोटी बहन छुटकी रहती है
वह अपने बेड पर लेटी हुई थी और अलाम बजे जा रहा था बृंदा के टेबल पर उसके पापा और उसकी फोटो रखी हुई थी फिर हम उसकी मां को देखते हैं जो कि अपनी छोटी बेटी छुटकी को बुला रही थी क्योंकि स्कूल का टाइम हो चुका है और वो फोन में लगी हुई थी लेकिन छुटकी बृंदा को बिल्कुल भी पसंद नहीं करती है छुटकी को मैनर्स बिल्कुल नहीं थी की कैसे अच्छे से अपने मां से बात करे तब वृंदा बोलती है मम्मी जो बोल रही है उसको सुन लो पर छुटकी उसको एकदम भाव नहीं देती है और उठकर बाहर कुछ लड़कों के साथ स्कूल बाइक से चली जाती है और बाइक का नंबर वृंदा नोट कर लेती है
उसके बाद हम तेलंगाना डिपार्टमेंट का एक पुलिस स्टेशन को देखते हैं जहां पर सारथी अपने कांस्टेबल के साथ काम कर था और वह एक एसआई होता है फिर पुलिस स्टेशन पर बृंदा आती है बृंदा के फादर पुलिस में थे और उन्हीं के नक्शे कदम पर चलकर वृंदा ने भी डिपार्टमेंट जॉइन कर लिया वह भी इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट में एसआई की पोस्ट पर काम करती है पुलिस स्टेशन में वृंदा के एस ए पोस्ट के वजह से सभी लोग उसके सामने इज्जत करते थे मगर बिंद्रा के पीछे ये लोग बहुत बुराई करते हैं
बृंदा अपने कलीग से ज्यादा बात-बात नहीं करती है और बस अपने काम से मतलब रखती है जिसके चलते डिपार्टमेंट में सब उसे अकडू बुलाते हैं और कोई भी उसे पसंद नहीं करता है बिंद्रा बहुत शांत दिमाग की थी वो किसी से भी कभी झगड़ा नहीं करती है अपने सीट पर बैठकर सबसे पहले वह छुटकी जिस बाइक में बैठी थी उस बाइक का नंबर चेक करती है फिर हम देखते हैं ऑफिस में इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट का सीनियर सोलोमन सर आते हैं जिसको देखकर सारे लोग खड़े हो जाते हैं और सलूट करते हैं पर वृंदा बैठी हुई थी तो बृंदा के सामने जाके वो थोड़ा खांसते हैं बृंदा उसकी रिस्पेक्ट रखने के लिए वो खड़ी हो जाती है वो एक नंबर का घूसखोर, कामचोर और टोटली करप्ट पुलिस ऑफिसर है इसी के साथ उनका बाहर एक चक्कर भी चल रहा है तभी पुलिस स्टेशन का इलेक्ट्रिक लाइन खराब हो जाता है सोलोमन बोलता है कि हो सकता है फ्यूज चला गया हो इलेक्ट्रीशियन को बुला लो जिसके बाद हम देखते हैं कि वृंदा खुद ही उसको ठीक कर देती है
उसके बाद दूसरी तरफ हम देखते हैं कि एक दूध वाला दूध देने के लिए कहीं जा रहा था मगर रास्ते में गाड़ी रोक कर पेशाब करता है और वह देखता है की नदी के किनारे पर पर कुछ तो तैर रहा है जब वो उस नदी के पास जाता है वो देखता है कि डेड बॉडी पानी में तैर रहा होता है और वह पुलिस को इन्फॉर्म करता है पुलिस आती है और उस जगह को सील कर दिया जाता है उससे पुलिस वाले पूछताछ कर रहे थे उसके बाद सोलोमन बोलता है कि यह सुसाइड है दारू पी के पानी में गिर गया है इसलिए वह मर गया ओपन एंड शट केस है और वह इस कैस को भी एक सुसाइड केस बताकर रफा दफा करने को कहता है वृंदा का कलीग सारथी उससे कहता है कि मैडम आप यहां क्या कर रही है जाकर भीड़ को संभालिए और बृंदा वहां से चली जाती है प्रेस और सिविलियन लोगों से पीछे जाने के लिए बोलती है और कहती है कि अभी इस जगह को सील कर दिया गया है इन्वेस्टिगेशन होगा तभी आप लोग उधर जा सकते हो इससे पहले डेड बॉडी के पास जाना मना है तभी फॉरेंसिक टीम लाश को लेकर जाने लगती है वृंदा को लाश ध्यान से देखने पर यह पता चलता है कि डेड बॉडी पे अलग-अलग जगह मार्क्स बने हुए थे बॉडी पर गड्ढे बने हुए थे मानो किसी जानवर ने उसको नोच के खाया है
फिर रात को इन्वेस्टिगेशन एरिया से जब सारे पुलिस ऑफिसर लौट रहे होते हैं सत्या और बाकी कांस्टेबल चाय पी रहे थे तबी वृंदा भी आकर उनको जॉइन करती है तभी कांस्टेबल सत्या सर से पूछते हैं सर मुझे मालूम नहीं ये लोग क्यों दारू पी के नाली में ही गिरते हैं नाले को भी दुर्गंध बनाते हैं और हमारा काम भी बढ़ा देते हैं तभी बृंदा कहती है कि सुसाइड नहीं है प्लान मर्डर है बॉडी पर मैंने चोट के निशान देखे थे रस्सियों के भी निशान थे और कोई जानवर ने उसको नोच के खाया है मुझे लगता है कि किसी ने उसे मारकर एक बड़े बोरी में ईटों के साथ डालकर फेंक दिया होगा उसके बाद चूहे ने उस बोड़ी को काटा इसलिए बॉडी ऊपर तैर रही थी जिस पर सारथी और बाकी सब उसका मजाक बनाते हैं कि लगता है मैडम ने पहली बार किसी डेड बॉडी को इतने करीब से देखा है इसलिए कुछ ज्यादा ही सोच रही हैं आप जिस पर बिंदा बोलती है कि नहीं पहली बार नहीं देखा मेरे पिता का भी मर्डर हुआ था
अब इसके दो दिन बाद में पुलिस वालों के साथ-साथ स्टेशन के हेड को भी बुलाया जाता है जिस पर सोलोमन सत्या को कहता है की मेरा आना जरूरी है क्या तो सत्या बोलता है हां सर जो पोस्टमार्टम कर रहा है वो स्टेशन के हेड को बुला रहे थे फिर वो मोर्चरी के अंदर लेकर जाते हैं और बोलते हैं इस आदमी का मर्डर हुआ है सर पर किसी रोड से मारा गया है जिससे स्कल टूट गया है बैक बोन पर तीन बार चाकू मारा है और दिल के पास 16 बार चाकू मारा है और एक अजीब सा निशान भी है जिसका पता नहीं चल रहा कि यह क्या है इस आदमी को मारकर बॉडी को बोरी में ईटों के साथ डालकर फेंक दिया है चूहे ने बोरे को काटा होगा जिससे बॉडी बाहर आ गई सारथी यह सुनकर दंग रह जाता है उसे रिलाइज होता है कि बृंदा सही कह रही थी
फिर सत्या स्टेशन पहुंचता है और सारे मिसिंग केसेस को अपने कांस्टेबल को छाटने के लिए बोलता है इतनी मिसिंग केसेस हो गए थे कि पूरा रूम भर चुका था फिर सत्या बृंदा के पास जाता है और बोलता है तुमने सही बोला था हम इसी केस के ऊपर काम कर रहे हैं तुम चाहो तो हमें जॉइन कर सकते हो फिर हम देखते हैं कि बृंदा भी उन लोगों को जॉइन करती है और एक-एक करके फाइल देखने लगती है फिर उस आदमी की आइडेंटिटी पता लगाने के लिए पुलिस पिछले एक महीने में लापता हुए लोगों की मिसिंग केस की फाइल निकालती है
बृंदा रात को घर जाने से पहले सत्या को बोलती है कि मैं इन्वेस्टिगेशन के फाइल लेकर जा सकती हूँ क्या सत्या बोलता है हां तुम कर जा सकती हो बस एक सिग्नेचर करके जाना पड़ेगा फिर बृंदा पोस्टमार्टम वाली फाइल अपने साथ ले जाती है और घर जाकर उसे बारीकी से स्टडी करती है और एक-एक करके पॉइंट को वो नोट डाउन करती है अगले दिन वो थाने पहुंचती है वो सत्या को बोलती है सारे ऐसे-ऐसे लोगों की मिसिंग रिपोर्ट निकालो जो कि कोल माइन में या रेलवे में काम करता है क्योंकि रिपोर्ट के अकॉर्डिंग उस आदमी के नाखूनों में कोल ग्रेनाइट के ट्रेसज मिले हैं
और ऊपर से पैरों में छोटे-छोटे चोट के निशान हैं जो कि कोल माइन में या रेलवे ट्रैक में काम करने में ही आ सकता है फिर उधर से सारा नाम को शॉर्टलिस्ट किया जाता है और कुल 32 नामों को वो लोग देखते हैं जो कि कोल माइन में और रेलवे ट्रैक में काम करते हैं एक-एक करके सारे विक्टिम के परिवार को बुलाया जाता है इसमें से एक परिवार उस बॉडी को पहचान लेता है उस आदमी का नाम तिलक था फिर वो लोग उसकी पत्नी से पूछते हैं कि क्या तिलक का कोई दुश्मन था या आपको किसी पर शक है जिसने यह सब किया होगा लेकिन वो कहती है कि ऐसा तो कोई भी नहीं है मुझे पता नहीं क्या हो गया है यह हमसे बहुत प्यार करते थे पर कुछ दिन पहले वो काम के लिए बाहर तो निकले थे फिर घर ही नहीं लौटे इतना सब कुछ सुनने के बाद जब वो लोग बाहर आते हैं तब सीआई सोलोमन सर आते हैं और बोलते हैं गुड जॉब बिंद्रा तुमने अच्छे से काम किया तुमने सारे डिटेल्स ढूंढ लिया पर इस केस को हमको बंद करना पड़ेगा क्योंकि हमारे पास कोई एविडेंस नहीं है ना कोई चेहरा है ना कोई सबूत है अगर ऐसे केस को हम ओपन रखेंगे तो स्टेशन की ही बदनामी होगी इसलिए फालतू में सर दर्द क्यों ले केस को यहीं बंद करते हैं यह बोलकर सोलोमन वहां से चला जाता है
उसे समय सारथी भी कुछ कह नहीं पता है और बस वृंदा सारथी के तरफ देखती रहती है वृंदा सोलोमन की बात नहीं मानती है फिर हम देखते हैं कि बृंदा पुलिस स्टेशन जाती है और अपना ड्रेस चेंज करके वो नॉर्मल ड्रेस पहन लेती है और पुलिस जीप की गाड़ी लेके वो खुद ही इन्वेस्टिगेशन करने के लिए निकल जाती है
वह सीवरेज लाइन मैप की हेल्प से अंदाजा लगाने की कोशिश करती है कि लाश को किस जगह से फेंका गया होगा वो पहले उस नदी के छोड़ में जाती है पर उधर उसे कुछ भी नहीं मिलता वो फिर कैलकुलेट करती है कि हो सकता है कि बहाव की वजह से वो इधर आ गया हो इसलिए वो नदी के दूसरे छोड़ पर भी जाती है जो कि बॉर्डर एरिया था वो फिर उस नदी के दूसरे छोड़ में ढूंढते ढूंढते थक जाती है और उसकी यह तलाश कंकाडू लेक पर जाकर खत्म होती है
लेक के पास उसे एक चिड़िया का पंख मिलता है और बृंदा उसे पंख की पिक्चर गूगल पर डालकर जब सर्च करती है तो उसे पता चलता है कि यह पंख कैटरस टामो नाम की एक चिड़िया का पंख है यह चिड़िया इंडोनेशिया से माइग्रेट होकर हिमालय आती है और यह चिड़िया मांसाहारी होती है यहां तक की इंसानों तक को भी खा जाती है इसके काटने से एक अजीब सा निशान भी बनता है
दूसरी तरफ एक सुनसान जगह पर हम एक आदमी को देखते हैं जो किसी के लिए खाना लाया था और उससे बातें कर रहा था और बोलता है झांजी तुम अगर अच्छे से खाना नहीं खाओगे तो तुम काम कैसे करोगे तुम्हारी उम्र मुझसे बहुत ज्यादा है और तुम्हें तो पता है मैं तुमसे कितना प्यार करता हूं फिर हमको दिखाया जाता है झांजी कोई इंसान नहीं हैं यह वही चिड़िया थी जिसका पंख बृंदा को मिला था फिर उस आदमी के पास हम वही डॉल को देखते हैं जो साची ने चिन्नी को दिया था वो डॉल को ही चिन्नी मानकर उससे बातें कर रहा था वह आदमी उस डॉल को उठाता है अपनी गोदी में रखकर उसको सहलाता है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 1 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
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नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 2 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 1 में हमने देखा था की एक दूध वाला दूध देने के लिए कहीं जा रहा था मगर रास्ते में गाड़ी रोक कर पेशाब करता है और वह देखता है की नदी के किनारे पर पर कुछ तो तैर रहा है जब वो उस नदी के पास जाता है वो देखता है कि डेड बॉडी पानी में तैर रहा होता है और वह पुलिस को इन्फॉर्म करता है बृंदा पुलिस स्टेशन जाती है और पुलिस की गाड़ी लेके वो खुद ही इन्वेस्टिगेशन करने के लिए निकल जाती है
वह सीवरेज लाइन मैप की हेल्प से अंदाजा लगाने की कोशिश करती है कि लाश को किस जगह से फेंका गया होगा नदी के दूसरे छोड़ पर भी जाती है जो कि बॉर्डर एरिया था वो फिर उस नदी के दूसरे छोड़ में ढूंढते ढूंढते थक जाती है और उसकी यह तलाश कंकाडू लेक पर जाकर खत्म होती है
लेक के पास उसे एक चिड़िया का पंख मिलता है और बृंदा उसे पंख की पिक्चर गूगल पर डालकर जब सर्च करती है तो उसे पता चलता है कि यह पंख कैटरस टामो नाम की एक चिड़िया का पंख है यह चिड़िया इंडोनेशिया से माइग्रेट होकर हिमालय आती है और यह चिड़िया मांसाहारी होती है यहां तक की इंसानों तक को भी खा जाती है इसके काटने से एक अजीब सा निशान भी बनता है
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BRINDA S1.E2 ∙ A Little Deeper
इस एपिसोड की शुरुआत फ्लैशबैक से होती है और हम जानते हैं कि असल में उस रात साची और उसकी मां के साथ क्या हुआ था असलियत में जब साची की मां ने अपनी बेटी चीनी को भगा दिया था और साची जंगल में खो गया था उस वक्त गांव वाले मिलकर उसकी मां को पकड़ के पुजारी जी के सामने लाते हैं और उसको सब लोग पीट रहे होते हैं तब एक आदमी आता है और बोलता है अब इसके जगह मेरी बेटी की बली ले लो पुजारी जी फिर उसके बाद पुजारी इस बात को मान जाता है और बोलता है माता को भोग को तो चढ़ता ही पड़ेगा फिर वो उस बच्चे को ले आते हैं और बांध देते हैं फिर उसके ऊपर तेल छिड़का जाता है और जादू टोना किया जाता है इतनी देर में गांव वाले की आवाज सुनके साची उधर आ जाता है और हम देखते हैं कि तब तक उस बच्चे को आग लगा दिया गया था साची को लगता है कि ये उसकी बहन है वो पूरा शौक हो जाता है फिर पुजारी जी बोलते हैं इस औरत को भी हम जिंदा नहीं छोड़ सकते है इसने भगवान के साथ दूससाहस किया है और उसका गला भी वो लोग काट देते हैं तभी वहां पर चंद्रग्रहण भी लग जाता है फिर पुजारी जी बोलते हैं कि आज जंगल में माता आएंगी तो सब लोग अपने-अपने घर चले जाओ
लेकिन साची उधर ही बैठा हुआ था वो देखता है कि उसकी बहन की बॉडी जल के खाक हो चुकी है उसकी मां भी मर चुकी है थोड़ी देर बाद वो शौक से जागता है और उसका गुस्सा फूट पड़ता है वो भगवान के ऊपर से पूरा विश्वास खो देता है और अपने गले का लॉकेट नीचे फेंक देता है फिर वो एक मशाल लेता है और उस भगवान की मूर्ति को भी जला देता है और गांव के हर एक घर को भी उस रात तरप तरप के जंगल में 32 लोग मरे थे गांव से दूर एक ब्राह्मण नदी में डुबकी लगा रहा था उससे कोई दिव्य ज्योति जलती हुई दिख रही थी मगर असल में वह पूरा गांव जल रहा था
उसके बाद प्रेजेंट समय में सारथी का घर दिखाया जाता है जहां पर उसकी वाइफ खाना बना रही होती है और उसकी मां उसको ताने दे रही थी कि तुम लोग डॉक्टर क्यों नहीं दिखा लेते इतने साल मैरिज को हो चुका है तुम लोगों को बच्चा क्यों नहीं हो रहा है सारथी अपनी मां की बात को अनसुना करके ऑफिस के लिए निकलता है और उन दोनों में थोड़ा बहस हो जाता है बच्चे को लेके फिर हम देखते हैं स्टेशन में पहले से ही बिंद्रा मौजूद थी वृंदा सारथी को आकर सब बताती है और कहती है कि बॉडी पर मिले निशान और इस चिड़िया के काटने पर जो निशान बनता है वह दोनों से है और से ऐसा ही निशान तिलक की बॉडी पर भी था कुछ तो अजीब हो रहा है एक बार इस बर्ड एंगल को ट्राई करके देखते हैं शायद किलर का कुछ पता चल जाए लेकिन सारथी बिंद्रा की बात को सीरियसली नहीं लेता है तभी सीआई सोलोमन आ जाता है और केस की स्टेटस पूछता है सारथी बोलता है कि केस तो क्लोज हो चुका है सोलोमन के जाने के बाद सारथी वृंदा से कहता है कि सोलोमन सर ने ये केस बंद करने को कहा है इसलिए आप केस छोड़ दीजिए मैडम
लेकिन बंदा कहां मानने वाली थी वो खोजबीन करना चालू कर देती है कि ये पक्षी क्या इधर मिलता है या कैसे लाया जा सकता है वो अलग-अलग जगह जाती है जब उसको कुछ भी पता नहीं चलता है फिर वो तिलक के घर जाती है और उसकी वाइफ से पूछती है कि तिलक कब गायब हुआ था तो बताती है कि जॉब पर जाने के बाद से ही तिलक घर वापस नहीं आया था फिर बिंदा उससे पूछती है कि क्या तिलक कभी इंडोनेशिया या हिमालय गया था तो उसकी वाइफ कहती है कि नहीं फिर बृंदा उसे उस चिड़िया की फोटो दिखाकर पूछती है कि क्या आपको उसके बारे में कुछ पता है तो कहती है कि नहीं
दूसरी ओर एक जगह पर वृंदा की बहन छुटकी को देखते हैं जो कि गलत संगत में जा रही थी वो ड्रिंक करना शुरू कर देती है उसमें से एक लड़का उसको पसंद भी करने लगा था फिर जब वो लेट घर में आती है तो उसकी मां पूछती है कि इतनी लेट घर आने का क्या तरीका है तुम्हारा और इस सवाल से वह चीक पड़ती है बोलती है तुम यह सारे सवाल अपनी बड़ी बेटी से जाकर पूछो मुझसे नहीं फिर बिंदा स्टेशन जाकर बात करती है उसे पता चलता है कि तिलक स्टेशन से घर के लिए निकला तो था लेकिन घर नहीं पहुंचा
बस स्टैंड पर हम उस किलर को देखते हैं तभी एक रोड पर बैठे भविष्य करने वाले पंडित जी उसे अपने पास बुलाकर कहते है कि वह उसका भविष्य बताएगा वो कहता है कि तुम्हें जीत मिलेगी लेकिन थोड़ा कष्ट भी होगा उसे उपाय बताता है कि तुम्हें भगवान की पूजा करनी होगी लेकिन वह कहता है कि मैं भगवान को नहीं मानता और वहां से चला जाता है आगे चलकर वह एक ढाबे में बिरयानी लेकर खाता है और चिकन के पीस अपने चिड़िया के लिए रख देता है वो थोड़ा अजीब बिहेव करता है उसके आसपास के लोग भी उसके तरफ देख रहे होते हैं तभी ढाबे वाला बोलता है कि तुमने जिस बस के बारे में बोला था वो बस आ चुका है तभी हम देखते हैं कि बस का ड्राइवर नीचे उतरता है और सारे लोग उससे बात कर रहे होते हैं तब वो किलर बस उस ड्राइवर को बड़ी अजीब तरह से घूरने लगता है
दूसरी और हम वृंदा को देखते हैं जो कि सपने में एक गांव को जलता हुआ देख रही थी असलियत में चीनी ही बिंदा थी जो कि गाड़ी से अपने गांव से भागी थी एक चेकपोस्ट में उसे ट्रक वाले को पकड़ लिया जाता है तभी कृष्णा मूर्ति नाम का एक पुलिस ऑफिसर जब चेकिंग करता है उसको वो बच्ची मिलती है मतलब वृंदा फिर वृंदा को वो अपने घर में लेके आता है
फिर से कहानी प्रेजेंट समय में आ जाती है और हम देखते हैं कि वृंदा अपने साइकोलॉजिस्ट से मिलती है और बोलती है कि अभी भी मुझे वो सपने आ रहे हैं आप मुझे मेडिसिन प्रोवाइड करें साइकोलॉजिस्ट बोलते हैं कि यह कोई सपना नहीं है यह तुम्हारा पास्ट है जिससे तुम भाग रही हो
फिर हम देखते हैं कि पुलिस स्टेशन में सारथी आके वृंदा से माफी मांगता है और यह बोलता है उस दिन सीआई सर के सामने मुझे बोलना पड़ा नहीं तो सिचुएशन और भी क्रिटिकल हो जाता मुझको आगे अपना प्रमोशन भी देखना है फिर उसके बाद वह दोनों चाय पीने के लिए बाहर चले जाते हैं चाय पीते टाइम उसे सारथी समझा रहा होता है कि सीआई सर इस चीजों को नहीं मानते हैं वो इतने अच्छे ऑफिसर नहीं है तभी बृंदा नोटिस करती है की जो चाय वाला है वह कफ को बिना देखे ही उसमें चाय डाल रहा था उसके बाद वृंदा कोई कुल्लू मिलता है वह सारथी को बोलता है कि किलर ने एक ही जगह 16 बार स्ट्रैप किया है यह कोई ऐसा ही किलर कर सकता है जिसे की एक्सपीरियंस हो मतलब आगे उसने बहुत खून किए होंगे तभी ये पॉसिबल है हमको अपने डेटाबेस में ऐसे लिस्ट ढूंढने हैं जो कि मल्टीपल स्ट्रैप की वजह से मरे हैं वह भी एक ही जगह पर फिर वृंदा लग जाती है अपनी काम में और एक के बाद एक वो लिस्ट निकालती रहती है और स्टेट के अलग-अलग पुलिस स्टेशन में जाके वो डाटा इकट्ठी करती है सीआई सर को सारथी इधर मैनेज कर रहा होता है और बोलता है कि उनकी तबीयत खराब है एक दिन बोल देता है कि वो लीव पर हैं पर बिंदा अपना काम किए जा रही थी और सारथी उसकी हेल्प कर रहा था फिर कुछ दिन बाद जब बृंदा पुलिस स्टेशन आती है वो देखती है कि सारे पुलिस स्टाफ के साथ ही सीआई सोलोमन सर भी बैठे हुए थे वो बृंदा को टोंट मार कर केस के बारे में पूछता है बृंदा जब बताने के लिए जाती है वो बोलता है मैंने बोला था कि केस बंद करने को वो जब लीड मिलने की बात बोलने के लिए गई थी तब वो चीक पड़ते है और यह बोलते हैं कि स्टेशन में एक लेडी एसआई की जरूरत है इसलिए तुम हो इससे ज्यादा तुम्हारा कोई काम नहीं है टेबल पर चुपचाप बैठे रहो मैं आऊ तो सलूट करो लोगों के लिए खाना लाओ ज्यादा मन करे तो बाहर जाकर रंगोली बनाओ इससे ज्यादा तुम्हारा कोई काम नहीं है इतना कह कर वो बाथरूम चले जाते हैं और उसके अंदर जाते ही बिंद्रा गुस्से से वो बाथरूम का लाइट बंद करके कुंडी लगा देती है तभी सारथी आता है और बोलता है बिंद्रा मैम आप क्या कर रहे हो हमारे नौकरी खतरे में आ जाएगी और सोलोमन अंदर से चीक रहा होता है क्योंकि बाथरूम से बदबू आती थी और लाइन बंद होने से सोलोमन की फटने लगी थी बहुत रिक्वेस्ट करने के बाद वृंदा अपने टेबल पर बैठती है और सारथी जाकर दरवाजा खोल देता है और कहता है कि शॉर्ट सर्किट हुआ था इसीलिए लाइट ऑफ हो गई थी
दूसरी ओर वह किलर उस ड्राइवर और उसकी फैमिली को फॉलो कर रहा था हम एक पार्क में उस ड्राइवर के बच्चे को देखते हैं जो कि झूला झूल रहा था वह किलर उसके सामने आता है और उसे एक टॉय गिफ्ट करता है और बोलता है तुम स्कूल जाना अगर तुम्हारे पापा घर नहीं आए तो पापा से तुम बहुत प्यार करते हो मुझे पता है पर मेरे बारे में पापा को मत बताना ये बोलते ही हम देखते हैं कि वो आदमी जो बस ड्राइवर होता है वो आ जाता है और उतनी देर में ही वो किलर उधर से भाग जाता है
इधर वृंदा हमेशा की तरह शाम को रनिंग कर रही थी तभी एक आइसक्रीम वाला वहां आइसक्रीम बेचने आता है उसका गंजा सर देखकर को कुछ याद आता है वो घर जाकर सभी विक्टिम्स के फोटो को देखती है उन सभी के बाल कटे हुए थे उन लोगों की फैमिली से पूछने पर यह पता चलता है कि इनके सर पर बाल था मतलब किलर ने इसको पहले अगवा किया फिर मुंडन किया फिर उन लोगों को मारा ये एक सीरियल किलर का ही काम हो सकता है अगले दिन वृंदा ये सब ले जाकर सार्थी को दिखाती है व कहती है कि उसे तिलक जैसे कई केसेस मिले हैं सभी का मर्डर सेम पैटर्न से किया है मर्डर से पहले सभी का मुंडन किया गया है और सभी को एक ही तरह से कई बार चाकू खोपा गया है और यह किसी सीरियल किलर का काम है और हम इसे हल्के में नहीं ले सकते और तब जाकर इस केस को सीरियसली लिया जाता है बात एसीपी तक पहुंच जाती है जिसके बाद व एसआईटी टीम बनाता है और लीड सोलोमन को मिलती है सोलोमन सारथी को भी टीम में ले लेता है लेकिन वृंदा को इग्नोर कर देता है और सारथी को बृंदा के लिए बुरा लगता है क्योंकि सारी मेहनत तो बृंदा ने ही की थी
वृंदा को कोई भी सोलोमन क्रेडिट नहीं देता है सारथी सोलोमन से कहता है कि उनको भी थोड़ा क्रेडिट मिलना चाहिए वो उसको गाली दे देता है अभी ये पूरे केस को एसआईटी हैंडल करेगा
उसके बाद उसे रात को हम देखते हैं कि वह किलर सड़क पे होता है और हाथ में चोट लगने की बहाने से उसी ड्राइवर से मदद मांगता है बक्से को गाड़ी में डालने के लिए वो आदमी खुशी-खुशी मदद करता है और मदद करते ही वो किलर उसके सर पर रोड से हमला कर देता है और उसको गाड़ी में भरके अपने अड्डे पे लेके जाता है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 2 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के नेक्स्ट एपिसोड 3 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 3 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 2 में हमने देखा था की साची और उसकी मां के साथ क्या हुआ था असलियत में जब साची की मां ने अपनी बेटी चीनी को भगा दिया था और साची जंगल में खो गया था उस वक्त गांव वाले मिलकर उसकी मां को पकड़ के पुजारी जी के सामने लाते हैं और उसको सब लोग पीट रहे होते हैं तब एक आदमी आता है और बोलता है अब इसके जगह मेरी बेटी की बली ले लो पुजारी जी फिर उसके बाद पुजारी इस बात को मान जाता है और बोलता है माता को भोग को तो चढ़ता ही पड़ेगा फिर वो उस बच्चे को ले आते हैं और बांध देते हैं फिर उसके ऊपर तेल छिड़का जाता है और जादू टोना किया जाता है इतनी देर में गांव वाले की आवाज सुनके साची उधर आ जाता है और हम देखते हैं कि तब तक उस बच्चे को आग लगा दिया गया था साची को लगता है कि ये उसकी बहन है पुजारी जी बोलते हैं इस औरत को भी हम जिंदा नहीं छोड़ सकते है इसने भगवान के साथ दूससाहस किया है और उसका गला भी वो लोग काट देते हैं साची उधर ही बैठा हुआ था वो देखता है कि उसकी बहन की बॉडी जल के खाक हो चुकी है उसकी मां भी मर चुकी है वो भगवान के ऊपर से पूरा विश्वास खो देता है और वो एक मशाल लेता है और उस भगवान की मूर्ति को भी जला देता है और गांव के हर एक घर को भी उस रात तरप तरप के जंगल में 32 लोग मरे थे
दूसरी ओर प्रेजेंट समय में हम देखते हैं कि किलर सड़क पे होता है और हाथ में चोट लगने की बहाने से ड्राइवर से मदद मांगता है बक्से को गाड़ी में डालने के लिए वो आदमी खुशी-खुशी मदद करता है और मदद करते ही वो किलर उसके सर पर रोड से हमला कर देता है और उसको गाड़ी में भरके अपने अड्डे पे लेके जाता है
BRINDA S1.E3 ∙ Hit and Miss
इस एपिसोड की शुरुआत में फिर से हम फ्लैशबैक में साची को देखते हैं जो कि एक जेल में है सांची भगवान को नहीं मानता है वार्डन आए दिन उसको मारते हैं पीटते हैं भगवान को मानने के लिए क्योंकि हर दिन जेल में प्रेयर होता है जहां पर सांची चुपचाप खड़ा रहता है और वार्डन भगवान को बहुत मानता है
उसके बाद फिर से हम प्रेजेंट डे में आ जाते हैं जहां पर हम उस किलर को देखते हैं जिसके हाथ में रोड था और वह ड्राइवर का वेट कर रहा था उसके आते ही वह रोड को साइड में रख देता है और हाथ में प्लास्टर पहन लेता है फिर वह उसे रोक कर कहता है कि भाई साहब मेरे हाथ में चोट लगी है क्या आप यह सामान उठा देंगे प्लीज और ड्राइवर सामान उठाकर उसे समान को चढ़ने लगता है तभी पीछे से किलर्स उस ड्राइवर के सर पर जोर से रोड मारकर उसे बेहोश कर देता है और उसे ड्राइवर को गाड़ी में लोड करके उसे एक दूसरी जगह ले जाता है सामने दीवार पर भगवान का कैलेंडर लगा हुआ था जिसे वो उल्टा कर देता है उसे ड्राइवर को होश आता है तो वह बोलता है मुझे तुम्हारी बस चाहिए वो बस ड्राइवर मान जाता है और बोलता है मुझे छोड़ दो वो किलर बोलता है मैं तुमको छोड़ नहीं सकता तब वो ड्राइवर भगवान का नाम लेता है कि उसके लिए मुझे छोड़ दो तब वो किलर अपना कान बंद कर लेता है उस आदमी को बांधकर उसका मुंडन करता है और फेस पर एक मास्क लगा देता है और फिर चेस्ट पर 16 बार स्टैप करके उसको जान से मार देता है और उस पक्षी को खाने के लिए छोड़ देता है फिर वो पक्षी उस ड्राइवर के मांसपेशी को नोच नोच कर खाती है
फिर फ्लैशबैक में हम सांची को देखते हैं जो कि एक जुविनाइल स्कूल में था जो लोग छोटी उम्र में कतल वगैरह करते हैं उन लोगों को इधर रखा जाता है तभी वहां एक बच्चे की तबीयत खराब हो जाती है और टीचर सब बच्चों से कहता है कि सब गॉड से इसके लिए प्रे करें गॉड उसे ठीक कर देगा लेकिन सांची प्रे करने से मना कर देता है व कहता है कि वह भगवान को नहीं मानता है वार्डन आए दिन उसको मारते हैं पीटते हैं भगवान को मानने के लिए क्योंकि हर दिन सेंटर में प्रेयर होता है जहां पर सांची चुपचाप खड़ा रहता है और वार्डन भगवान को बहुत मानता है जिसके बाद उसे बुरी तरह से पीटा जाता है और एक अंधेरे कमरे में बंद कर दिया जाता है
दूसरी और फिर हम एसआईटी ऑफिस को देखते हैं सारथी एसीपी से वृंदा की सिफारिश करता है वो कहता है कि टीम में वृंदा का होना जरूरी है सोलोमन सर और मैंने तो कुछ भी नहीं किया इस केस के सभी लीड्स वृंदा ने ही ढूंढे हैं और सोलोमन सर तो इसके बारे में कुछ पता ही नहीं कर पाए पर सर इसको कंप्लेन की तरह नहीं लीजिएगा इसको फीडबैक की तरह लीजिएगा इसके बाद एसीपी सोलोमन को कॉल करता है एसीपी उससे पूछता है कि उस मर्डर केस में तीनों विक्टिम्स के नाम क्या थे तो सोलोमन फाइल देखने लगता है कि सर अभी देखकर बताता हूं तो एसीपी कहता है कि रहने दो सोलोमन तुम्हारी चौकी में ऑलरेडी कई सारे केसेस पेंडिंग पड़े हैं इसलिए अभी तुम उन पर काम करो और इस केस को मैं तुम्हारी जगह बृंदा को अप्वॉइंट कर रहा हूं तुम्हारे यहां एक नया एसआई जॉइन हुआ है उसको मेरे टीम में भेज दो तुम बहुत सीनियर ऑफिसर हो सोलोमन इस केस के लिए हम काफी है तुम स्टेशन के बाकी कामों को देखो अप्रूवल मिलने के बाद सारथी बृंदा को कॉल करके सब कुछ बता देता है और सोलोमन को भी शक हो जाता है कि सारथी ने ही इंफॉर्मेशन एसीपी सर को दिया होगा
फिर बृंदा आकर टीम को जवाइन करती है इन्वेस्टिगेशन नए सीरे से स्टार्ट होती है और तिलक जैसे 16 विक्टिम्स के बारे में पुलिस को पता चलता है जिसमें से एक विक्टिम के पहचान अननोन थी जिसने अपनी किडनी डोनेट की थी एक-एक करके वो लोग सबूत और इंफॉर्मेशन इकट्ठे कर रहे होते हैं फिर एक साइकोलॉजी एक्सपर्ट उनके डिपार्टमेंट पे आता है और बोलता है ऐसे सीरियल किलर का मोटिव यही होता है उनके मन में कोई बात हो जो कि मानते हैं कि गलत है या कोई भी उसे चीज के लिए ड्रामा कर रहा होगा पास्ट में इसलिए वो लोग इतने हिंसक हो जाते हैं और ऐसे-ऐसे काम करते हैं
दूसरी जगह फिर से हम उस किलर को देखते हैं जो कि इस बार भी उस बॉडी को बोड़ी से बांधकर तालाब में डुबा देता है थोड़ी देर बाद जब उधर से वो लौट रहा होता है तब दो पुलिस ऑफिसर उधर पेट्रोलिंग के लिए आए थे वो लोग पैसे खाने के लिए उससे अनाप शनाप क्वेश्चन पूछने लगते हैं तुम इधर क्या कर रहे हो ये ट्रक में क्या है किलर थोड़ा अब नॉर्मल टाइप का था वो अनाप शनाप जवाब देने लगता है कि मैं एक ड्राइवर हूं मैंने उसे बोरे में डालकर फेंक दिया उसका बच्चा स्कूल जाता है और मैंने उसे खिलौना भी दिया था उसकी अजीब सी बातें सुनकर पुलिस को उस पर शक होता है और वह उसके साथ देखने जाते हैं कि उसने क्या फेंका है तो जमीन पर उन्हें गांजा मिलता है
तभी उसे पुलिस अपने साथ थाने लेकर जाते हैं फिर उस दिन रात को वृंदा सारथी के घर जाति है खाना खाने के लिए फिर वो तीनों में अच्छे से बातचीत होता है वृंदा भी थोड़ा कंफर्टेबल होती है वो ज्यादा किसी के साथ उतना बात नहीं करती थी खाना खाके जब वो लोग लौट रहे होते थे तो सारथी बृंदा से अपने फैमिली के बारे में पूछता है वृंदा तब बताती है जब मैं 3 साल की थी तो मेरे फादर ने मुझे अडॉप्ट कर लिया था मैं उन्हें एक ट्रक में मिली थी वह मुझे घर लेकर आए अभी यही लोग मेरे फैमिली है फिर हम लोगों को वृंदा का पास्ट दिखाया जाता है जहां पर हम कृष्ण मूर्ति को देखते हैं जो कि अपनी छोटी बेटी के साथ बृंदा को भी रखते है वो चाहते है कि बृंदा भी इधर रहे उसके वाइफ को भी कोई प्रॉब्लम नहीं थी पर आए दिन वृंदा बोलती थी कि मुझे मेरी फैमिली के पास भेज दो क्योंकि उसे भी थोड़ा-थोड़ा याद था कि उसके साथ क्या हुआ है उसके मां के साथ क्या हुआ उसके भाई के साथ क्या हुआ है पर कृष्णमूर्ति उसे हमेशा लाइफ में आगे बढ़ने की हौसला देते हैं ना कि पास्ट में देखने की फिर भी वो कोशिश करते रहे कि वृंदा के कोई तो फैमिली मेंबर उससे मिलने के लिए आए
उसके बाद फिर से कहानी प्रेजेंट समय में आ जाती है और हम देखते हैं कि वृंदा उस चिड़िया के बारे में पता करने एक बर्ड शॉप पर जाती है वहां का शॉपकीपर उसे बताता है कि हम इसे कटायों बुलाते हैं लेकिन यह प्रजाति तो इंडिया से विलुप्त हो चुकी है शायद कोई इसे बाहर से लाया होगा इस पक्षी को लेकर कुछ बातें भी है यह पक्षी पहले ट्राइब जाति के पास रहा करता था असलियत में ये लोग रिचुअल में इसको यूज किया करते थे वह एक पुरानी बुक निकालकर उसे बताता है कि उत्तर प्रदेश के ककली जनजाति के लोग इस पक्षी में महाकाली को देखा करते थे जब उनमें से किसी की मौत होती थी तो उसके मांस का एक छोटा टुकड़ा यह लोग कटायों को भोग चढ़ाते थे उनका मानना था कि ऐसा करने से मरने वालों को मोक्ष की प्राप्ति होगी
फिर बृंदा उधर से सारा डाटा लेकर इस टीम को देती है इसके बाद इस केस में एक गॉड एंगल आ जाता है एसीपी वृंदा से पूछता है कि ट्राइब के लोग हमें कहां मिलेंगे वृंदा कहती है कि इस ट्राइब के लोग तो सालों से दिखे नहीं है पता नहीं कि वह लोग बचे भी हैं या नहीं यह मर्डर नरबली के साथ साथ बहुत सारे रिचुअल भी इस मर्डर केसेस जुड़े हुए हैं उसके बाद बृंदा बोलती है कि सर हमें पुराने केसेस पर नहीं बल्कि नए केसेस देखने चाहिए जो कि अभी मिसिंग है फिर वो लोग सारे मिसिंग केसेस को शॉर्ट लिस्ट करने लग जाते हैं और 15 दिनों तक इन्वेस्टिगेशन चलती है
इसी बीच घूम फिर के वृंदा के हाथ उसी ड्राइवर के मिसिंग केस की फाइल लग जाती है इसका नाम था अब्दुल वृंदा अब्दुल के घर जाकर उसकी वाइफ से बात करती है उसकी वाइफ बताती है कि अब्दुल ड्राइवरी करने गया था फिर घड़ नहीं लौटा मुझे बोला कि 10 मिनट बाद ही मैं लौट आऊंगा लास्ट कॉल उसकी बात दो हफ्ते पहले काम से लौटते वक्त हुई थी लेकिन वह घर आया ही नहीं
फिर बिंदा वहां से चली जाती है ऑटो वाला जो था वह अब्दुल का ही पड़ोसी था और उसे अच्छे से जानता था ऑटो ड्राइवर बोलता है कि उसका औरत उसके ऊपर शक करती है अब्दुल बहुत ही अच्छा लड़का था बृंदा फिर उससे पूछती है कि अब्दुल रोज किस रास्ते से घर आता था वह उसे उस रास्ते से लेकर जाए जिस रास्ते से अब्दुल काम से लौटता था ऑटो ड्राइवर बोलता है उधर ज्यादा कोई जाता नहीं है और खासकर रात में तो कोई भी नहीं जाता है फिर बृंदा उस एरिया के सबसे सुनसान जगह पर ऑटो को रुकवा देती है और आसपास कोई सुराग ढूंढने लगती है और इसी चक्कर में वह काफी दूर निकल जाती है और फाइनली वह उसी जगह पर पहुंच जाती है जहां पर अब्दुल को मारा गया था बृंदा को वहां कुछ कटे हुए बाल और सूखे खून के निशान मिलते हैं
इसके बाद वृंदा अपनी एसआईटी टीम को वहां पर बुलाती है फॉरेंसिक वालों को लेकर वृंदा बताती हैं कि इसकी मौत दो दिन पहले हुई है इसी बीच वृंदा को जमीन पर एक एटीएम स्लिप मिलती है जो कि ठीक दो दिन पहले का था जब ये अब्दुल मिसिंग हुआ था वो एटीएम स्लिप लेक सर से परमिशन मांगती है कि इस स्लिप का डाटा चेक किया जाए तो पता चलता है कि कोई कबीर आनंद का बैंक अकाउंट है इसका डाटा बिल्कुल क्लीन है एसपी सर बोलते हैं की वह कॉलेज में एक लेक्चरर है और एनजीओ चलाता है वह किलर नहीं हो सकता लेकिन वृंदा कहती है कि उसने कबीर आनंद के कॉल रिकॉर्ड्स निकलवाए हैं और उसकी लोकेशन क्राइम सीन के आसपास की ही है हमें उसे इंटेरोगेट करना चाहिए अगर वह कोई भी झूठ बोलेगा तो हम पकड़ सकते हैं और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 3 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
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नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 4 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 3 में हमने देखा था की जेल में है सांची भगवान को नहीं मानता है वार्डन आए दिन उसको मारते हैं पीटते हैं भगवान को मानने के लिए क्योंकि हर दिन जेल में प्रेयर होता है जहां पर सांची चुपचाप खड़ा रहता है और वार्डन भगवान को बहुत मानता है
प्रेजेंट टाइम में उस ड्राइवर को होश आता है तो वह बोलता है मुझे तुम्हारी बस चाहिए वो बस ड्राइवर मान जाता है और बोलता है मुझे छोड़ दो वो किलर बोलता है मैं तुमको छोड़ नहीं सकता तब वो ड्राइवर भगवान का नाम लेता है कि उसके लिए मुझे छोड़ दो तब वो किलर अपना कान बंद कर लेता है उस आदमी को बांधकर उसका मुंडन करता है और फेस पर एक मास्क लगा देता है और फिर चेस्ट पर 16 बार स्टैप करके उसको जान से मार देता है और उस पक्षी को खाने के लिए छोड़ देता है फिर वो पक्षी उस ड्राइवर के मांसपेशी को नोच नोच कर खाती है
इसके बाद वृंदा अपनी एसआईटी टीम को वहां पर बुलाती है फॉरेंसिक वालों को लेकर वृंदा बताती हैं कि इसकी मौत दो दिन पहले हुई है इसी बीच वृंदा को जमीन पर एक एटीएम स्लिप मिलती है जो कि ठीक दो दिन पहले का था जब ये अब्दुल मिसिंग हुआ था वो एटीएम स्लिप लेक सर से परमिशन मांगती है कि इस स्लिप का डाटा चेक किया जाए तो पता चलता है कि कोई कबीर आनंद का बैंक अकाउंट है इसका डाटा बिल्कुल क्लीन है एसपी सर बोलते हैं की वह कॉलेज में एक लेक्चरर है और एनजीओ चलाता है वह किलर नहीं हो सकता लेकिन वृंदा कहती है कि उसने कबीर आनंद के कॉल रिकॉर्ड्स निकलवाए हैं और उसकी लोकेशन क्राइम सीन के आसपास की ही है हमें उसे इंटेरोगेट करना चाहिए अगर वह कोई भी झूठ बोलेगा तो हम पकड़ सकते हैं
BRINDA S1.E4 ∙ The Bridge in Between
इस सीरीज की स्टार्टिंग में जो मर्डर हुआ था उसके लिए एसपी सर परमिशन दे देते हैं और बोलते हैं बहुत ही आराम से क्योंकि एटीएम स्लिप कोई भी ब्रेक थ्रू प्रूफ नहीं हो सकता है फिर हम कबीर आनंद को देखते हैं जो कि बहुत ही शांत स्वभाव का होता है
और उसके बाद इंटेरोगेशन के लिए उसे पुलिस स्टेशन बुलाया जाता है और सारथी उसे जाकर पूछता है की आप 13 जून को कहां पर थे आनंद बहुत ही कैजुअली बोलता है कि देखिए मैं एक लेक्चरर हूं तो जून 13 को मैं या तो मैं अपने कॉलेज में होऊंगा या फिर खाली टाइम में मैं अपने घर पर या फिर अपने एनजीओ में ही रहता हूं थोड़े से एनजीओ के काम किया उसके बाद ऐसे ही टाइम बीत जाता है जिस पर सारथी कहता है कि अपने एटीएम से 10000 विड्रोल किए थे आपको तो याद होगा ही आनंद कहता है कि हां मैंने विड्रोल किया होगा मुझे पैसे की जरूरत थी इसीलिए और वापस मैं ngo आ गया सारथी कहता है कि आपका एटीएम स्लिप आपके घर के 20 किलोमीटर दूर एक मर्डर स्पॉट पर क्या कर रहा था आप ज्यादातर अपने एटीएम स्लिप को संभाल के रखते हैं या क्या करते हैं जिस पर कबीर भड़क जाता है वो कहता है कि आप एक एटीएम स्लिप के चलते मुझे मर्डर सस्पेक्ट बना रहे हैं आपको क्या लगता है कि मैंने मर्डर किया एटीएम स्लिप कौन संभाल के रखता है एटीएम से हम पैसा निकालते हैं फिर उस स्लिप का क्या होता है हमको भी नहीं पता और वहां से जाने लगता है लेकिन बृंदा कहती कि आप ऐसे बीच में नहीं जा सकते लेकिन उस वक्त एसीपी सर आ जाते हैं और बोलते हैं सर आप जा सकते हो क्योंकि उनके पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है जाने से पहले वृंदा कबीर को विक्टिम्स की फोटो दिखाकर पूछती कि क्या आप इनमें से किसी को जानते हैं जिस पर कबीर कहता है कि वह इनमें से किसी को भी नहीं जानता है लेकिन वृंदा को बिल्कुल भी विश्वास नहीं था आनंद की बात पर और वह उसे पर नजर रखने लगती है कि वह कहां जाता है किसी से मिलता है सब कुछ वृंदा उसे हर जगह फॉलो करती है फिर उसके बाद वह उससे बात करने के लिए उसके कॉलेज जाती है लेकिन कबीर बात करने से मना कर देता है
फिर उस दिन रात छुटकी एक लड़के के साथ वीडियो कॉल पर बात कर रही होती है उन दोनों का आपस में अफेयर था और छुटकी दरवाजा लॉक करके उसे लड़के से इंटिमेट बात कर रही थी और वृंदा बाहर खड़ी हुई थी वृंदा उससे स्कूल के बारे में पूछती है कि तुम स्कूल अटेंड क्यों नहीं कर रही हो उसके बाद चुटकी चीखने लगती है अपनी मम्मी को बोलती है कि ये क्यों मुझे ज्ञान देती है उसके बाद वृंदा कुछ भी नहीं बोलता है और वहां से चली जाती है ये दो बहनों में बिल्कुल भी नहीं बनती थी
फिर हम देखते हैं सारथी केस में एक चीज नोटिस करता है कि हर एक आदमी को मारने के बाद तालाब में बहाया जाता है जैसे गांधीनगर में अब्दुल की मिसिंग केस मिला है तो हो सकता है उसके आसपास जो एरिया होंगी उसने तालाब में ही उसको मार के डुबाया होगा उसके बाद सारथी गाड़ी लेकर जाता है तालाब को चेक करने के लिए गांधीनगर के आसपास
दूसरी तरफ वृंदा आनंद के एनजीओ में पहुंच जाती है उससे बात करने के लिए वृंदा कहती कि मैं आपको दो दिन से फॉलो कर रही हूं जब तक मेरे सवालों का जवाब आप दे नहीं दोगे तब तक मैं आपका पीछा नहीं छोडूंगी जिसके बाद आनंद वृंदा से बात करने के लिए राजी हो जाता है वो कहता है कि तो इन दो दिनों में आपने मेरे बारे में क्या-क्या पता किया है वृंदा कहती है कि आपके फादर कमल आनंद ने अपने करियर में ढेर सारे पैसे कमाए लेकिन कभी चैरिटी नहीं की यहां तक कि 2003 में उन्होंने एक चैरिटी के अगेंस्ट भी केस लड़ा था और रही बात आपकी तो आप तो बड़े वाले दानवीर हैं ऐसा कैसे कबीर कहता है कि मेरे डेड गलत थे लेकिन बाद में उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ स्टोक के बाद जब वह पैरालाइज्ड हुए तो मैंने उनकी आंखों में व गिल्ट देखा था और तब से ही मैंने चैरिटी करनी शुरू कर दी जिससे मेरे फादर को सुकून मिल सके फिर वृंदा उससे आखिरी सवाल पूछती है कि क्या आप भगवान में मानते हैं कबीर कहता है कि नहीं मैं नहीं मानता मेरे फादर मानते हैं मुझे भगवान पर उतना विश्वास नहीं है मुझे सिर्फ अपने कर्मों पर विश्वास है और मैं अपने फादर के कारण उनके लिए थोड़ा माथा टेक लेता हूं कि उनके मन को खुशी मिले
इधर सारथी सारे कुलु को जोड़कर एक थ्योरी बनाता है कि किलर पहले विक्टिम के सर पर रॉड मारता है फिर वह उस आदमी को किसी सुनसान एरिया पर ले जाकर उस पर रिचुअल वगैरह करता है और उसको मारकर लाश को पास के ही तालाब में डंप करता है अब्दुल का मर्डर नंदीग्राम में हुआ था तो किलर ने उसकी बॉडी नंदीग्राम के लेक में ही डाली होगी उसके बाद सारथी नंदीग्राम लेक जाता है लाश ढूंढने लेकिन वहां उनका सामना वहां के लोकल लोगो से होता है वह पुलिस को तालाब से दूर रहने को कहते हैं वो कहते हैं कि इस तालाब से उनकी आस्था जुड़ी हुई है और यह तालाब उनके भगवान का है सारथी कहता कि हम यहां एक लाश को ढूंढ रहे हैं और यह पुलिस केस है इसलिए हमें अपना काम करने दो इस पर गांव वाले भड़क जाते हैं और पुलिस को धमकी देते हैं कि इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा
दूसरी ओर गांधीनगर के पुलिस स्टेशन में हम इस कातिल को देखते हैं जिस की पुलिस स्टेशन लाया गया था पुलिस जब उसका बैग चेक करती है तो उसके अंदर से उसे एक अस्तुरा खिलौना और चिन्नी वाली गुड़िया मिलती जो कि सांची ने चिन्नी को दिया था गुड़िया को देखकर ऑफिसर कहता है कि काला जादू करता है क्या किलर कहता है कि यह चिन्नी है और गुड़िया उसे मांगता है लेकिन ऑफिसर उसे गुड़िया नहीं देता तो व एकदम से पागल हो जाता है चीखने और चिल्लाने और रोने लगता है ऑफिसर को लगता है कि इस आदमी की मानसिक हालत ठीक नहीं है तो वह उसका सामान लौटा कर उसे छोड़ दिया जाता है
फिर हम वृंदा को देखते हैं जो कि आनंद के क्लासेस के बाहर उसका लेक्चर सुन रही होती है और लेक्चर खत्म होने के बाद उसके घर चली जाती है और उसको अपना पास्ट याद आता है जहां पर कृष्णमूर्ति जी उसे समझा रहे होते हैं कि हमेशा सच के रास्ते पर चलो तुम्हारे पास अगर अपॉर्चुनिटी है तुम्हारे पास अगर साधन है तो लोगों की मदद करो अन्याय कितना भी बड़ा हो उसका महल जितना भी बड़ा हो उसको जलाने के लिए एक सच्चाई की तीली ही काफी है फिर बृंदा कृष्णा मूर्ति जी से कन्फेस करती है कि आज उसने अपने पापा के पास से पैसे चुराए हैं तब कृष्णा मूर्ति जी बोलते हैं आज तुम्हारे सच को तुमने जीतने दिया तुमने यह सच मुझे बता दिया अगर तुम नहीं बताती तो झूठ जीत जाता और ऐसे ही कृष्णमूर्ति अपनी बेटी वृंदा को सिखाते रहते थे और वृंदा भी धीरे-धीरे उनके करीब होते गई और उनको पापा बुलाने लगी फिर हम पास्ट में यह भी देखते हैं एक दिन उनके घर में खबर आता है कि उनके पापा गुजर चुके हैं मतलब कृष्णमूर्ति जी अब इस दुनिया में नहीं रहे उन्होंने एक और लड़के को अडॉप्ट किया था उसके साथ उनका भी बॉडी मिला वो लड़का घायल है पर उसके पापा मर चुके हैं उन्होंने एक जाति के विरुद्ध किसी को बचाने की कोशिश किया था इसलिए उन्होंने उसको मार दिया फिर वो सारे मर्चरी पहुंचते हैं और देखते हैं कि उनके पापा मरे हुए थे दोनों बेटी और उनकी मां बहुत फूट-फूट के रोने लगती है
उसके बाद वृंदा जब पेस्ट से बाहर आती है तो वृंदा आनंद के साथ बहुत फ्री हो रही थी उसको लग रहा था कि आनंद बहुत ही अच्छा आदमी है वो केस में हेल्प कर पाएगा उस समय कबीर अपने पिता को खाना खिला रहा था कि तभी अचानक उन्हें दौड़ा पड़ जाता है और कबीर तुरंत उन्हें इंजेक्शन देकर ठीक करता है और बृंदा से कहता है कि नए लोगों को देखने से इन्हें कभी-कभी एंजाइटी हो जाती है फिर बिंदा वहां से चली जाती है तभी कबीर के घर के बाहर हम उसी किलर को देखते हैं
उसके बाद हम देखते हैं कि नंदीग्राम लेक में पुलिस अब्दुल की लाश को ढूंढ रही थी तभी गांव वाले इकट्ठा होकर पुलिस पर अटैक करने आते हैं तो सारथी उन्हें रोकने के लिए हवा में फायर करके कहता है कि आगे मत बढ़ना नहीं तो एक एक को शूट कर दूंगा और तभी उसे मैसेज आता है कि लाश का पता चल गया है अगली सुबह वृंदा भी नंदीग्राम लेख पर आती है वो लोग वहां के एसआई से सीसीटीवी फुटेज की मांग करते हैं लेकिन एसआई कहता है कि यह बहुत ही पिछड़ा इलाका है यहां सीसीटीवी कैमरा नहीं है तभी वृंदा को कॉल आता है और वह तुरंत कबीर के घर जाती है जहां पर उसे पता चलता है कि किलर ने कबीर के फादर को भी मार दिया उनका भी सिर मुंडा हुआ था और चेस्ट पर मल्टीपल स्टेप्स के निशान थे बृंदा को कबीर के लिए बुरा लगता है बृंदा खुद को कोसने लगती है क्योंकि आनंद के ऊपर उसका शक था कि यही सस्पेक्ट है पर वही आज विक्टिम हो गया उसके फादर की लाश उसके सामने पड़ी हुई है और वो खुद को ब्लेम करती है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 4 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के एपिसोड 5 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 5 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 4 में हमने देखा था की आनंद को इंटेरोगेशन के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया जाता है और सारथी उससे जाकर पूछता है की आप 13 जून को कहां पर थे आनंद बहुत ही कैजुअली बोलता है कि देखिए मैं एक लेक्चरर हूं तो जून 13 को मैं या तो मैं अपने कॉलेज में होऊंगा या फिर खाली टाइम में मैं अपने घर पर या फिर अपने एनजीओ में ही रहता हूं थोड़े से एनजीओ के काम किया उसके बाद ऐसे ही टाइम बीत जाता है जिस पर सारथी कहता है कि अपने एटीएम से 10000 विड्रोल किए थे आपको तो याद होगा ही आनंद कहता है कि हां मैंने विड्रोल किया होगा मुझे पैसे की जरूरत थी इसीलिए और वापस मैं ngo आ गया सारथी कहता है कि आपका एटीएम स्लिप आपके घर के 20 किलोमीटर दूर एक मर्डर स्पॉट पर क्या कर रहा था
उसके बाद हम देखते हैं कि नंदीग्राम लेक में पुलिस अब्दुल की लाश को ढूंढ रही थी तभी गांव वाले इकट्ठा होकर पुलिस पर अटैक करने आते हैं तो सारथी उन्हें रोकने के लिए हवा में फायर करके कहता है कि आगे मत बढ़ना नहीं तो एक एक को शूट कर दूंगा अगली सुबह वृंदा भी नंदीग्राम लेख पर आती है वो लोग वहां के एसआई से सीसीटीवी फुटेज की मांग करते हैं लेकिन एसआई कहता है कि यह बहुत ही पिछड़ा इलाका है यहां सीसीटीवी कैमरा नहीं है तभी वृंदा को कॉल आता है और वह तुरंत कबीर के घर जाती है जहां पर उसे पता चलता है कि किलर ने कबीर के फादर को भी मार दिया उनका भी सिर मुंडा हुआ था और चेस्ट पर मल्टीपल स्टेप्स के निशान थे बृंदा को कबीर के लिए बुरा लगता है बृंदा खुद को कोसने लगती है क्योंकि आनंद के ऊपर उसका शक था कि यही सस्पेक्ट है पर वही आज विक्टिम हो गया उसके फादर की लाश उसके सामने पड़ी हुई है और वो खुद को ब्लेम करती है

S1.E5 ∙ Light at the End of the Tunnel
इस एपिसोड की शुरुआत में हम देखते हैं कि एसीपी प्रेस कान्फ्रेंस करके कहता है कि यह काम एक सीरियल किलर का है अब तक उसने 16 लोहो को मारा है कमल आनंद का मर्डर भी उसी ने किया है मीडिया वाले कहते हैं कितो पुलिस कर क्या रही है हमने सुना कि आपका एक ऑफिसर बृंदा कबीर आनंद को फॉलो भी कर रही थी फिर भी या मर्डर हो गया बृंदा के चक्कर में एसीपी को बहुत सुनाया जाता है उसे डीआईजी से भी डांट पड़ती है कि तुम लोग कैसे काम कर रहे हो एक मर्डर सस्पेक्ट खुद विक्टिम बन जाता है मजाक चल रहा है क्या बिंदा उधर क्या कर रही थी जब तुमने बोल दिया था कि आनंद के साथ कोई पूछताछ नहीं करने को वो क्यों कर रही तुम्हारे जूनियर तुम्हारे ऑर्डर नहीं मान रहे है
दूसरी और हम देखते हैं कि ट्रैफिक चेकिंग चल रही थी जहां पर बृंदा की बहन चुटकी अपने बॉयफ्रेंड के साथ थोड़ा ड्रिंक करके और गाड़ी में ड्रग्स भी था और उसे समय वहां पर सीआई सोलोमन था जब उसकी गाड़ी को रोका जाता है तो उसका बॉयफ्रेंड कहता है कि तुम जानते नहीं हो कि इसकी बहन कौन है जब सोलोमन के कानों में बृंदा का नाम सुनाई देता है तो उसको भी मौका मिल जाता है वृंदा को जलील करने का इसलिए वो दोनों को थाने में लेकर चले जाते हैं जब वृंदा को पता लगता है की चुटकी पुलिस स्टेशन में है तो वह पुलिस स्टेशन जाती है और सोलोमन सर से माफी मांगती है वो कहती है कि कोई गलतफहमी हुआ होगा सर ये मेरी बहन है पर सोलोमन उसकी एक भी बात नहीं सुनता है और उसे जलील कर रहा था वह कहता है कि तुम तो इतने बड़े ऑफिसर हो और तुम्हारी बहन नशे मैं धंधा करती है और इतना सुनने के बाद वृंदा अपने आप खो देती है और सुलेमान के गिरेबान पकड़ लेती है और उसके साथ हाथापाई करने लगती है फिर एसीपी दोनों से बात करता है जहां सोलोमन कहता है कि सर मैं तो अपनी ड्यूटी कर रहा था इसी ने मुझ पर अटैक किया एपी कहता है कि मुझे पता है कि तुम्हें बृंदा से प्रॉब्लम है एसआईटी में आना चाहते हो तो जवाइन करो लेकिन बृंदा की बहन को छोड़ना होगा
फिर एसीपी बृंदा से कहता है कि मैंने तुम्हें कबीर आनंद को फॉलो करने से मना किया था लेकिन तुम सुनती कहां हो और बृंदा को अपने सीनियर का ऑर्डर ना मानने और एक सीनियर से मिसबिहेव करने के लिए दो हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है वह बोलते हैं कि तुम्हें काम करना सीखना पड़ेगा कैसे सिस्टम में रहकर सीनियर्स की इज्जत की जाती है सब चीजों का एक ही हल नहीं होता है गुस्से को कंट्रोल करना यह तुम्हें सीखना होगा और इसकी सजा यही है उसके बाद वहां से रोते हुए निकल जाती है तब सारथी उसके पीछे जाता है वृंदा सारथी के ऊपर भी चीख देती है और बोलती है कि तुम्हारा सीआई सर तुम्हारे डिपार्टमेंट में आ चुके हैं मेरे बिना केस सॉल्व कर लोगे ना तुम तुम तो अपने प्रमोशन के लिए उनके आगे पीछे घूमते हो और भी बहुत कुछ बोल देती है उसे वृंदा जब घर पहुंचती है फिर वृद्धा की बहन चुटकी भी उसके ऊपर चीक देती है ये बोलकर किसने कहा था तुमको पुलिस स्टेशन आने के लिए बृंदा तब बोलती है कभी तो दूसरों के बारे में सोच लिया करो वृंदा इन सब के चलते हुए बहुत फ्रस्ट्रेट हो चुकी थी वो अपने कमरे में जाकर सारे केस फाइल्स को अपने टेबल से उठाकर फेंक देती है
फिर उसके बाद वृंदा कबीर के घर जाकर उससे माफी मांगती है और उसे सब कुछ बताती है की उसे सस्पेंड कर दिया गया है और उसके पापा के लिए भी वो माफी मांगती है कि मैं अगर होती तो तुम्हारे पापा को बचा लेती मेरा शक गलत था तुम्हारे ऊपर फिर उधर से लौटते टाइम वो ऑटो लेकर लौट रही थी तब वह देखती है कि रेलवे स्टेशन के गेट पर कैमरा लगा हुआ था तो नंदीग्राम के रेलवे फाटक में भी कैमरा होगा तब वो सारथी को कॉल करती है और बोलती है कि नंदीग्राम पहुंचो लेकिन सारथी उससे नाराज था वो बोलता है तुम जाओ मैं थोड़ी देर बाद पहुंच जाऊंगा फिर वृंदा और सारथी जब रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं उन्हें पता चलता है कि कि एक गाड़ी रेगुलरली उधर मूव हो रहा था जहां पर वो मर्डर हुए थे दो दिन पहले और अब भी और वह देखते हैं कि उसे गाड़ी की ड्राइवर को पुलिस वालों ने अरेस्ट भी किया था फिर वो पुलिस स्टेशन आते हैं पर पुलिस स्टेशन में आकर उनको पता लगता है कि वो एक पागल था उसको देखने से नहीं लग रहा था कि वह सीरियल किलर है इसीलिए उसे छोड़ दिया गया था वृंदा पूछती है कि उसका नाम या एड्रेस रजिस्टर किया था आपने हवलदार कहता है कि ऐसा तो कुछ रिकॉर्ड नहीं है हमारे पास लेकिन उसके फिंगरप्रिंट लिए थे नाम वो अपना बता ही नहीं रहा था तो एलेग्जेंडर नाम लिख दिया था फिंगरप्रिंट को जब क्रिमिनल डाटा बेस में डालकर सर्च किया जाता है उनको पता लगता है कि ये फिंगरप्रिंट किसी ठाकुर के नाम का है जो कि लालापुर गांव में रहता है और उसके पास्ट में बहुत मर्डर केसेस भी है फ वो लोग रात में लालापुर गांव पहुंचते हैं उन्हें यह भी पता चल जाता है कि ठाकुर ने 16 साल की उम्र में अपनी दादी का मर्डर किया था फिर इस ठाकुर के बारे में जानने के लिए दोनों उसके गांव जाते हैं और गांव के सरपंच से ठाकुर के बारे में पूछते हैं लेकिन ठाकुर का नाम सुनते ही सरपंच भड़क जाता है व कहता है कि वह किसी ठाकुर को नहीं जानता और उन्हें वहां से तुरंत जाने के लिए कहता है तो वो लोग वहां से चले जाते हैं फिर बाकी गांव वालों से ठाकुर के बारे में पूछते हैं लेकिन ठाकुर का नाम सुनकर हर कोई ऐसा रिएक्ट करता है जैसे उन्होंने किसी भूत के बारे में पूछ लिया हो और कोई भी उन्हें कुछ नहीं बताता कि उसके बाद सरपंच के बगल में जो आदमी खड़ा था वो उन लोगों से मिलने आता है वो कहता है कि इस गांव में ठाकुर के बारे में आपको कोई नहीं बताएगा क्योंकि यहां सब उसे एक राक्षस मानते हैं और उससे डरते हैं
आज से 19 साल पहले ठाकुर ने पैदा होते ही अपनी मां को खा गया जब उसकी नानी ने उसकी कुंडली दिखाई तो पुजारी ने बताया कि ठाकुर एक शैतान है पिछले जन्म में उसने 12 लोगों की हत्या की थी इसके कर्मों की सजा पूरे गांव को मिलेगी इस चीज से बचने के लिए ठाकुर से कई तरह के जादू टोना करवाए जाते थे गांव में कुछ भी गलत होता था यहां तक की किसी को सांप भी काट या किसी की मौत भी होती थी तो उसका जिम्मेदार ठाकुर को ही समझा जाता था और गांव वाले ठाकुर के घर जाकर उसकी नानी से झगड़ा किया करते थे इन सबसे परेशान होकर उसकी नानी ठाकुर को पीटा करती थी वह उसे पूछती थी कि शैतान तूने जिन 12 लोगों को मारा था एक दिन उन्हीं में से कोई एक इस जन्म में तुझे मारेगा तभी हमारा पीछा छूटेगा पूरा गांव ठाकुर से नफरत करता था सिर्फ उसके नाना ठाकुर से प्यार करते थे और उसका ध्यान रखते थे फिर एक बार गांव में कुछ ऐसा हुआ जिससे गुस्सा होकर ठाकुर की नानी ने उसे घर से बाहर रखने का फैसला किया उसे जंजीरों से बांध कर रखा जाता था जैसे वह कोई जानवर हो
उसके नाना भी अब उसके लिए कुछ नहीं कर पा रहे थे ठाकुर को दूसरे बच्चों के साथ घुलने मिलने या खेलने का कभी मौका ही नहीं मिला इसलिए ठाकुर ने जानवरों और परिंदों को ही अपना दोस्त मान लिया फिर एक बार गांव में एक महामारी फैल गई और इसी बीच ठाकुर के नाना की भी मौत हो गई और उसकी नानी ने इसका जिम्मेदार भी ठाकुर को ही ठहराया गांव के कुछ लोगों का मानना था कि गांव पर लगा दोष ठाकुर की बलि देने से ही हटेगा उसकी नानी ने ठाकुर को उन लोगों के हवाले कर दिया जहां हम देखते हैं कि वह लोग ठाकुर पर जादू टोना कर रहे थे वह ककली जनजाति के ही लोग थे और उनके पास वही कैटरस टामो नाम की चिड़िया थी ठाकुर को मारने के बाद वह उसी चिड़िया को उसका मास खिलाने वाले थे लेकिन ठाकुर किसी तरह वहां से भागकर अपने घर आ जाता है और नानी से मदद मांगता है लेकिन नानी ठाकुर को ही गाली देने लगती है और गांव वालों को बुलाने लगती है और गुस्से में आकर ठाकुर ने अपनी नानी को ही मार दिया था और अपने गांव में आग लगा कर वहां से भाग गया फिर पुलिस ने उसे पकड़ कर उसे जेल ले गई फिर वो आदमी उन्हें ठाकुर के केस वाले न्यूज़पेपर दिखाता है और सारे फोटोस उनको दे देता है फिर वो दोनों शहर लौट आते हैं
वृंदा देखती है कि इन लोगों के भी सिर मुंडे हुए हैं पास्ट में ठाकुर के साथ जो भी हुआ था मर्डर में सेम वही पैटर्न का यूज अभी तक के मर्डर में हुई है जैसे की वह लोहे की चीज से सर पर वार करता था जैसे उसने अपनी नानी को मारा था फिर उन्हें वैसे ही मारता है जैसे उसकी बलि दी जानी थी उनके ऊपर वही सब रिचुअल करता है विक्टिम को उन्हीं के जैसे लुक देता है और मर्डर के बाद उसी चिड़िया को मांस खिलाता है सारथी कहता है कि वह ऐसे ही रैंडम लोगों को मार रहा है या इनको मारने के पीछे उसका कोई मोटिव भी है
उसके बाद वृंदा जब फ्रेश होकर रूम में आती है तो वो देखती है उसकी मां उसके रूम के बिखरे हुए सामान और फाइलों को ठीक कर रही थी जो कि पिछली रात वृंदा ने सभी फाइलों को फेंक दिया था वह कहती है की बेटी तू इतनी स्ट्रेस क्यों लेती है फिर विंदा बातचीत करते-करते कुछ डेट पे नोट करती है उसकी नजर एक पुराने न्यूज़पेपर पर पड़ती है जिसमें एक आश्रम में 48 लोगों की मौत की न्यूज़ थी तभी उसे याद आता है कि इस आश्रम में तो अपना एक विक्टिम भी काम करता था रिसर्च करने पर बृंदा को इसी तरह के सिमिलर केसेस मिले और ये सब जाकर वह सारथी को बताती है कि और उसे भी समझती है कि कोई भी मिसिंग होता है और उस जगह वो किलर आकर जॉइन हो जाता है वह सारथी को बताती है कि कई सारे धार्मिक प्रोग्राम में जो दुर्घटनाएं हुई हैं उसमें ठाकुर का ही हाथ है उसने जिनको भी मारा है फिर उसी जगह पर दुर्घटनाएं हुई हैं जहां पर विक्टिम काम करता था ठाकुर सिर्फ सीरियल किलिंग नहीं कर रहा है वो मास मर्डर कर रहा है और उन सबको मार रहा है जो लोग भगवान को मानते हैं यही उसका मोटिव है वो पूरी प्लानिंग के साथ ये सब कर रहा है मतलब अगली दुर्घटना नंदीग्राम में होने वाली है
फिर हम ठाकुर को देखते हैं जो कि एक भरी हुई बस को ड्राइव कर रहा था जहां पर सारे लोग हज पर जा रहे होते हैं और हम देखते हैं कि वो रात को ही उस बस को ब्रिज से नीचे गिरा देता हैं जहां पर सारे लोग मारे जाते हैं मगर ठाकुर पूरा भीग हुआ बैठा होता है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 5 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
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नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 6 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 5 में हमने देखा था की एसीपी प्रेस कान्फ्रेंस करके कहता है कि यह काम एक सीरियल किलर का है अब तक उसने 16 लोहो को मारा है कमल आनंद का मर्डर भी उसी ने किया है मीडिया वाले कहते हैं कितो पुलिस कर क्या रही है हमने सुना कि आपका एक ऑफिसर बृंदा कबीर आनंद को फॉलो भी कर रही थी फिर भी या मर्डर हो गया इस बात पर बृंदा को सस्पेंड कर दिया जाता है मगर वह उनका बात नहीं मानती है और इस केस को सॉल्व करने में लग जाती है वह सारथी को बताती है कि कई सारे धार्मिक प्रोग्राम में जो दुर्घटनाएं हुई हैं उसमें ठाकुर का ही हाथ है उसने जिनको भी मारा है फिर उसी जगह पर दुर्घटनाएं हुई हैं जहां पर विक्टिम काम करता था ठाकुर सिर्फ सीरियल किलिंग नहीं कर रहा है वो मास मर्डर कर रहा है और उन सबको मार रहा है जो लोग भगवान को मानते हैं यही उसका मोटिव है वो पूरी प्लानिंग के साथ ये सब कर रहा है मतलब अगली दुर्घटना नंदीग्राम में होने वाली है फिर हम ठाकुर को देखते हैं जो कि एक भरी हुई बस को ड्राइव कर रहा था जहां पर सारे लोग हज पर जा रहे होते हैं और हम देखते हैं कि वो रात को ही उस बस को ब्रिज से नीचे गिरा देता हैं जहां पर सारे लोग मारे जाते हैं

BRINDA S1.E6 ∙ The Beginning of the End
इस एपिसोड की शुरुआत फ्लैशबैक से होती है और हमें जुविनाइल का सीन दिखाया जाता है जहां पर हम आनंद उर्फ सत्या को देखते हैं वो पेपर पढ़ रहा होता है और उसके गांव के इंसिडेंट के बारे में पेपर में लिखा हुआ था कैसे उसने अपने बहन को खोया और उसे जला दिया गया रिचुअल की वजह से उसकी मां मारी गई और उसने कैसे गांव वालों को जला दिया सब कुछ पेपर में लिखा हुआ था
और हमें यह भी पता चलता है कि सत्या ही असल में सांची है इन दोनों की दोस्ती जुविनाइल में हुई थी और सत्या ने ही वह चिन्नी वाली डॉल ठाकुर को दी थी सत्या ने अपने जैसे लोगों का ग्रुप बना रखा है जिनके साथ अंधविश्वास के नाम पर या भगवान के नाम पर अन्याय हुआ है फिर हम देखते हैं जुवेनाइल में और एक नया लड़का आया है जो कि बाथरूम में खुद को लॉक करके रख रहा है सारे लड़के और गार्ड भी उसे बहुत तंग कर रहे हैं और उसे बाहर बुला रहे हैं पर वो नहीं आ रहा वो बोल रहा है अगर मैं बाहर आया तुम लोग मुझे बहुत मारोगे सत्या कहता है कि तू भगवान है क्या ठाकुर कहता है कि नहीं सत्या कहता है तो फिर मैं तुझे नहीं मारूंगा और ठाकुर बाहर आ जाता है फिर सत्या उससे पूछता है कि तूने किया क्या है वो बोलता है मैंने 16 खून गए हैं पिछले जन्म में इसलिए मैं ये पाप ढो रहा हूं और मैंने मेरी दादी जी को भी मार डाला और गांव वालों को भी सत्या फिर मुस्कुराता है और बोलता है तुझे कैसे से पता पिछले जन्म में तूने 16 खून किए हैं वो बोलता है कि पुजारी जी ने बोला है सत्य कहता है यह सब एक अंधविश्वास है तुझे मारने कोई नहीं आएगा और तू कोई पनौती भी नहीं है अगर कोई तुझे मारने आएगा तो उसके सामने मैं खड़ा रहूंगा इस तरह से उन दोनों की दोस्ती की शुरुआत होती है
फिर प्रेजेंट समय में देखते हैं कि जहां पर ठाकुर ने बस एक्सीडेंट कराया था उधर एसआईटी के सारे लोग पहुंचते हैं और बोलते हैं कि वृंदा ने जैसा अनुमान लगाया था वैसा ही हो रहा है उसकी जगह कोई और ले रहा है और मास मर्डर कर रहा है तब एसपी सर बोलते हैं बिंदा तुम टीम को लीड करो और अपनी गलती के लिए माफी भी मांगते हैं फिर वृंदा और सत्या के हाथ में जो ठाकुर का पुराना फोटो हाथ लगा था उसको मॉडिफाई करके एडल्ट बना दिया जाता है और जगह-जगह सर्कुलेट कर दिया गया था जब वो हर जगह जाकर पूछताछ करने लगते हैं और वह बस डिपो पहुंच जाते हैं तभी वहां के बस का मालिक बताता हैं की जल्दी-जल्दी में हमने एक को भर्ती कर लिया था हमने पूरा क्रॉस चेक भी नहीं किया था
दूसरे जगह हम आनंद को देखते हैं जो कि अपने एनजीओ किन लोगों को रेडी कर रहा था कुछ बड़ा करने के लिए उसने बोला मेरे बहन को मेरे आंखों के सामने जला दिया गया मेरी मां को मार दिया गया और आप लोग भी आज मेरे साथ इस मुहिम में इसलिए जुड़े हुए हो कि आपके साथ भी भगवान के नाम पर कुछ ना कुछ गलत किया गया है उसके एनजीओ के बाकी लोग भी इस काम से बहुत खुश थे और उसके साथ आनंद उर्फ सत्या भी बोलता है हमारा और एक काम पूरा हो गया है आनंद बोलता है जो लोग भी आज मरे वो भगवान को मानते थे क्या उनका भगवान आया उनको बचाने के लिए हम तब तक यह करेंगे जब तक दुनिया में कोई भी रहेगा जो भगवान को मानता है फिर हम लोग डिसाइड करेंगे कि भगवान है या नहीं है उसी रात हम देखते हैं कि आनंद और ठाकुर एक साथ खाना खा रहे होते हैं और ठाकुर आनंद से माफी मांगता है और यह बोलता है कि तुम्हारा एटीएम का स्लिप मैं लेकर गया था और अगर मैं नहीं लेकर जाता तो वह लोग तुम तक नहीं पहुंच पाते
आनंद बोलता है हम जिस मुहिम में हैं हमको कोई भी कभी भी नहीं पकड़ पाएगा मैं नहीं रहा तो दूसरा कोई शुरू करेगा ये एक मुहिम है एक जंग है वो लोग बातचीत कर ही रहे होते हैं तभी उनका एक आदमी बोलता है कि वृंदा आपसे मिलने के लिए आई हैं तब ठाकुर भी सोचता है कि कहीं उसको अरेस्ट करने के लिए यहां तो नहीं आई है और वह इस बात से उत्तेजित हो जाता है पर आनंद उसे शांत करता है वो बोलता है इसको अंदर ले जाओ जब तक हम नहीं बोलेंगे तब तक उसको कुछ भी नहीं पता लगेगा वृंदा जाकर आनंद को सब कुछ बताती है कैसे ये किलर एक-एक करके मास मर्डर कर रहा है वो बोलती है कि तुम्हारे फादर को मारने का मोटिव समझ में नहीं आया क्योंकि इसके बाद कोई मास मर्डर हुआ ही नहीं तुम्हारे फादर को क्या तुम कोई तीर्थ पर लेकर जाने वाले थे आनंद तब बोलता है मुझे कुछ याद नहीं आ रहा और बहुत रात भी हो चुका है मुझे एनजीओ का काम भी देखना है वृंदा इस बात पे थोड़ा जोर देती है और फिर आनंद बोल देता है कि हां मैं लेकर जाने वाला था बाबा जगन्नाथ टेंपल की तीर्थ यात्रा में उसका टिकट भी मैंने कराया था पर पापा की मौत की वजह से वो कैंसिल हो गया फिर वृंदा थैंक यू बोल के उधर से चली जाती है आनंद कोशिश कर रहा था कि इसको थोड़ा डायवर्ट कर दे तभी सत्य का आदमी श्रीनाथ कहता है कि यह लड़की सब कुछ पता लगा रही है इसका कुछ करना पड़ेगा लेकिन सत्या कहता है कि मैं इसे मारना नहीं चाहता पता नहीं क्यों
दूसरी और हम छुटकी को देखते हैं जो की एक पब में थी और उसका बॉयफ्रेंड उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश कर रहा था और छुटकी उसको फिजिकल नहीं होने दे रही थी फिर उसका बॉयफ्रेंड उसके ऊपर चीख पड़ता है और उसे थप्पड़ भी मारता है और जान से मारने की धमकी देता है वह बोलता है कि यह मत सोचना कि तुम्हारी दीदी से मैं डरता हूं जब यह बात वृंदा को पता लगती है वो तुरंत बार में आती है और उस लड़के को घसीटते हुए बाहर लाती है और गाड़ी की बोनट को खोल कर उससे बोलती है कि अभी तेरा मुंह जला दूंगी और आज के बाद मेरी बहन से मिलना मत यह बोलकर वो अपने बहन को लेकर अपने घर चली जाती है छुटकी को भी अपनी गलती का रिलाइज होता है और वृंदा से माफी मांगती है और उसको बहन की दर्जा देती है
फिर हम एसआईटी टीम को एसीपी सर बोल रहे थे कि जगन्नाथ टेंपल के पास हमें कोई क्लू नहीं मिला ये केस क्या हम डीजीपी सर को ट्रांसफर कर दें तो वृंदा एक आईडिया देती है वो बोलती है कि हमको एक प्रेस रिलीज करना चाहिए वो अपने ऊपर सब कुछ ले लेती है मीडिया में वह बोल देती है कि मुझे सब कुछ पता है ठाकुर के बारे में आ रही हूं पुनर्जन्म लेकर जिन 16 लोगों को तुमने पिछले जन्म में मारा था उनमें से ही मैं एक हूं और मैं तुम्हें छोडूंगी नहीं वो अपने फैमिली मेंबर्स को अपने घर से अंडरग्राउंड कर देती है और पूरे पुलिस फोर्स को अपने घर के बाहर लगा देती है और खुद घर के अंदर रहती है जब यह न्यूज़ ठाकुर आनंद के एनजीओ पर देखता है तो वो गुस्सा हो जाता है और टीवी तोड़ कर चीखने लगता है और सोचने लगता है कि पिछले जन्म में जिन 16 लोगों को उसने मारा था उनमें से ही एक वृंदा है जो कि लौट कर आई है उसको खत्म करने के लिए उसका पूराना मेमोरी ट्रिगर होने लगता है जब वो छोटा था उसके गांव वाले उससे यही बात बोला करते थे आनंद ये सब कुछ देखते हुए उसको शांत करता है और बाकी लोगों को बोल देता है कि इसको हमारे एनजीओ से दूर लेकर जाना पड़ेगा नहीं तो पुलिस का शक हमारे ऊपर ही आएगा और हमारा पूरा प्लान चौपट हो जाएगा सत्य को लगता है कि ठाकुर को भी उसने समझा दिया है और रात को जब दूसरा आदमी ठाकुर को लेकर दूसरी जगह जा रहा था तो ढाबा से खाना पैक करने के लिए ड्राइवर नीचे उतरता है लेकिन ठाकुर टेंपो लेकर भाग जाता है क्योंकि उसके दिमाग में तो खून सवार था और डर था कि वृंदा उन्हीं में से कोई एक है जिन 16 लोगों का मर्डर पिछले जन्म में उसने किया था अगर वृंदा को वो खत्म नहीं करेगा तो वृंदा उसे जान से मार देगी
दूसरी ओर आनंद को भी यह बात पता चल चुकी थी की ठाकुर भाग चुका है वो भी गाड़ी लेके निकल जाता है ठाकुर को देखते ही सब के सब अलर्ट हो जाते हैं लेकिन सोलोमन फोन पर लगा था तो सारथी भागकर उसे अलर्ट करने जाता है जिस चक्कर में उसका वाकी टॉकी गिर जाता है इधर ठाकुर घर के गेट तक पहुंच जाता है और अपना चाकू निकाल लेता है लेकिन तभी गड़बड़ हो जाती है जमीन पर पड़े वॉकी टॉकी से ठाकुर पुलिस की बातें सुन लेता है व सब समझ जाता है और वहां से भागने लगता है सारथी भागते हुए ठाकुर को सूट करता है लेकिन ठाकुर वहां से भाग जाता है और सब उसे पकड़ने जाते हैं लेकिन वह अकेला सब पर भारी पड़ रहा था और किसी के भी पकड़ में नहीं आ रहा था भागते-भागते वो लोग एक कंस्ट्रक्शन एरिया में पहुंचते हैं और ठाकुर के हाथ से उसका बैग गिर जाता है उसके बाद जैसे तैसे कर के पुलिस वाले पकड़ लेते हैं मगर फिर भी वह वहां से भी भाग जाता है और लास्ट मूमेंट में वृंदा और ठाकुर आमने-सामने होते हैं बृंदा जब उसे पकड़ने जाती है तो उसे भी घायल कर देता है वो कहता है कि तुम हमारे पीछे क्यों पड़ी हो और रोड से उसे मारने आता है लेकिन तभी सारथी उसे गोली मार देता है मरते टाइम ठाकुर बोल रहा था की तुम हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हुए हो वृंदा यह लास्ट वर्ड सुनने के बाद बेहोश हो जाती है और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 6 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
और हमारे चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक कर दो यार जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये और जिन्होंने इतना सुनने के बाद भी नहीं किया तो कोई बात नहीं भगवान आपका भला करें और आप हमेशा स्वस्थ और मस्त रहें तो फ्रेंड्स मिलते हैं इस वेब सीरीज के एपिसोड 7 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 7 के बारे में बात करने वाले हैं
सीजन 1 एपिसोड 6 में हमने देखा था की जुविनाइल में आनंद उर्फ सत्या को देखते हैं वो पेपर पढ़ रहा होता है और उसके गांव के इंसिडेंट के बारे में पेपर में लिखा हुआ था कैसे उसने अपने बहन को खोया और उसे जला दिया गया रिचुअल की वजह से उसकी मां मारी गई और उसने कैसे गांव वालों को जला दिया सब कुछ पेपर में लिखा हुआ था और हमें यह भी पता चलता है कि सत्या ही असल में सांची है इन दोनों की दोस्ती जुविनाइल में हुई थी और सत्या ने ही वह चिन्नी वाली डॉल ठाकुर को दी थी सत्या ने अपने जैसे लोगों का ग्रुप बना रखा है जिनके साथ अंधविश्वास के नाम पर या भगवान के नाम पर अन्याय हुआ है
वृंदा एक आईडिया देती है वो बोलती है कि हमको एक प्रेस रिलीज करना चाहिए वो अपने ऊपर सब कुछ ले लेती है मीडिया में वह बोल देती है कि मुझे सब कुछ पता है ठाकुर के बारे में आ रही हूं पुनर्जन्म लेकर जिन 16 लोगों को तुमने पिछले जन्म में मारा था उनमें से ही मैं एक हूं और मैं तुम्हें छोडूंगी नहीं जब यह न्यूज़ ठाकुर आनंद के एनजीओ पर देखता है तो वो गुस्सा हो जाता है और टीवी तोड़ कर चीखने लगता है और सोचने लगता है कि पिछले जन्म में जिन 16 लोगों को उसने मारा था उनमें से ही एक वृंदा है जो कि लौट कर आई है उसको खत्म करने के लिए उसका पूराना मेमोरी ट्रिगर होने लगता है
ठाकुर वृंदा के घर तक पहुंच जाता है और अपना चाकू निकाल लेता है लेकिन तभी गड़बड़ हो जाती है जमीन पर पड़े वॉकी टॉकी से ठाकुर पुलिस की बातें सुन लेता है व सब समझ जाता है और वहां से भागने लगता है सारथी भागते हुए ठाकुर को सूट करता है और लास्ट मूमेंट में वृंदा और ठाकुर आमने-सामने होते हैं बृंदा जब उसे पकड़ने जाती है तो उसे भी घायल कर देता है वो कहता है कि तुम हमारे पीछे क्यों पड़ी हो और रोड से उसे मारने आता है लेकिन तभी सारथी उसे गोली मार देता है मरते टाइम ठाकुर बोल रहा था की तुम हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हुए हो वृंदा यह लास्ट वर्ड सुनने के बाद बेहोश हो जाती है

BRINDA S1.E7 ∙ The Holy Past
इस एपिसोड की में हम देखते हैं कि ठाकुर के एनकाउंटर के साथ ही पुलिस केस को बंद कर देती है और बृंदा की हर तरफ तारीफ होती है लेकिन जब सारथी और बिंद्रा ठाकुर का सामान लेने जाती है तो मोर्चरी में ठाकुर के पॉकेट से एक फोन मिलता है जो कि मर्डर के एकदम दो-तीन मिनट पहले ही उसे कॉल किया गया था इसका मतलब कोई ना कोई उसे इंस्ट्रक्शन दे रहा था वृंदा सारथी को बेहोश होने से पहले ठाकुर का लास्ट वर्ड बताती है कि हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हो मतलब ये एक नहीं है बहुत लोग हैं फिर वृंदा एक चीज और नोटिस करती है कि ठाकुर के छाती पर सत्य नाम का एक टैटू भी होता है उसे यह सब देखकर अजीब लगता है वो कहती है कि ठाकुर के नाना के सिवा तो इस दुनिया में उसका कोई था ही नहीं तो फिर यह सत्या कौन है सारथी कहता है कि अपनी नानी का मर्डर करने के बाद ठाकुर जुविनाइल गया था
शायद वहीं वह सत्या से मिला हो फिर दोनों जुविनाइल जाकर सत्या के बारे में पूछते हैं जहां पर उन्हें पता चलता है कि 11 साल की उम्र में सत्या ने 32 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया था क्योंकि उन लोगों ने उसकी मां और बहन की बलि दी थी जुविनाइल में वर्डन और बाकी सबसे झगड़ा करता था कि भगवान नहीं है और यह सब अंधविश्वास है यहां तक कि उसने काउंसलिंग में कहा था कि जब भगवान को मानने वाले नहीं रहेंगे तभी इस दुनिया का सुधार होगा और इन सब बातों से दोनों को समझ आ जाता है कि इन मडर्स का असली मास्टर माइंड सत्या है ठाकुर तो बस उसका मोहरा था फिर उन्हें पता चलता है कि सालों पहले कोई सत्या का गार्जियन बनके उसे ले गया था और उसका नाम था रघुराम कृष्णन और यह नाम जानकर वृंदा को बड़ा झटका लगता है क्योंकि रघुराम कृष्णन वृंदा के ही पिता है
इतना जानने के बाद वो अपने घर जाती है और अपनी मां से पूछती है कि मां सत्या कौन है पापा ने इसे क्यों अडॉप्ट किया था उसकी मां पहले कुछ भी नहीं बताती पर बृंदा के प्रेशर देने पर वह बताती है कि सत्या और कोई नहीं तुम्हारा ही भाई है पर मैं नहीं चाहती था कि उसका साया तुम्हारे ऊपर पड़े क्योंकि तुम्हारे पापा के डेथ के टाइम वह वहीं पर था मैं जानती हूं कि वही जिम्मेदार है तुम्हारे पापा की मौत के लिए असलियत में तुम्हारे पापा को तुम्हारा भाई मिल चुका था लेकिन वो क्रिमिनल था उसने गांव वालों को जला दिया था इसलिए मैंने मना कर दिया कि तुम्हें उसके बारे में कुछ भी बताने के लिए
जिसके बाद हम फ्लैशबैक में कृष्णमूर्ति जी को देखते हैं जो कि सत्या से मिलता है और उसे बोलता है तुम पढ़ाई लिखाई में बहुत अच्छे हो यहां से बाहर निकल सकते हो पर सत्या का कोई मन नहीं था यहां से बाहर जाने का तभी ठाकुर समझाता है तुम इतने इंटेलिजेंट हो तुमको बाहर लेकर जाने वाला कोई है तुम अगर बाहर के दुनिया में जाते हो और कामयाब बनते हो तो तुम मुझे भी बाहर लेकर जा सकते हो तुम्हें यह मौका मिल रहा है तो चले जाओ फिर बाद में तुम मुझे भी निकाल लेना और सत्या उसकी बात मान लेता है जानने से पहले सत्य उसे चिन्नी की डॉल देकर कहता है कि ये चिन्नी की है मेरे पास उसकी यादों के सिवा कुछ नहीं है तुम इसे रख लो
फिर सत्या बाहर चला जाता है और कृष्णमूर्ति जी वो उसको अच्छे से कॉलेज में भर्ती कराते हैं उसके लिए कपड़े पैसे वगैरह भिजवाते हैं पर सत्या कुछ भी नहीं लेता था वो नहीं समझ पा रहा था कि अचानक से उसके लिए इतना प्यार इनके मन में जागा क्यों क्या मोटिव है इनका पर कृष्णा मूर्ति जी कुछ नहीं बताते थे क्योंकि सत्या अभी भी एक क्रिमिनल ही था वो सही रास्ते पर नहीं चल रहा था जीवन के हर एक पड़ाव में सत्या ने देखा कैसे भगवान के दूत जो बने हुए हैं वो लोगों का शोषण करते हैं इसलिए भगवान के खिलाफ और उनके दूतों के खिलाफ सत्या के मन में एक नेगेटिव इमेज जन्मा था
सत्य अपने आसपास उसने फिर वही सब चीजें नोटिस की अंधविश्वास और भगवान के नाम पर लोगों को सताया जाना उसके सामने एक आदमी अपनी घायल बेटी के इलाज के लिए आया था उसने कहा कि मेरी बेटी मंदिर गई थी उसके पीरियड चल रहे थे तो पुजारी ने उसे मंदिर में घुसने नहीं दिया और सीडियो से धक्का दे दिया उसके पास इलाज के भी पैसे नहीं है वो डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ा रहा था कि मेरी बेटी को बचा लो तो सत्या ने उसकी मदद करने की सोची रघु सत्या को पैसे भेजा करते थे सत्या व संभाल कर रखता था वो सब पैसे ले जाकर वो उस आदमी को देता है बट स्टिल उस आदमी की बच्ची की मौत हो जाती है डॉक्टर कहते कि पैसे लाने में आपने देर कर दी सॉरी हम बच्ची को नहीं बचा पाए फिर इस आदमी ने कहा कि भगवान तूने मेरी बेटी को मारा है तू हत्यारा है सत्या तो पहले से ही भगवान के नाम से छिड़ था और यह सब देखकर उसकी नफरत और भी बढ़ गई
लेकिन कृष्णमूर्ति जी उससे जब भी मिलते थे उसको लाइफ में आगे बढ़ने की सलाह दिया करते थे धीरे-धीरे उनका बॉन्ड भी सही होने लगा था सत्या भी धीरे-धीरे करके ट्रैक पर आने लगा था उसके बाद वह ग्रेजुएशन पूरा करने वाला था कृष्णमूर्ति जी अपनी पत्नी से बोलते हैं कि है अब सही टाइम आ चुका है वो क्राइम के रास्ते से बाहर आ चुका है उसके लाइफ में जितना भी पश्चाताप करना था उसने कर लिया है अभी सही टाइम आ चुका है भाई बहन को मिलाने का फिर वो सत्या को लेने के लिए कॉलेज चले जाते हैं
सत्या उस समय अपने एक दोस्त से बात कर रहा होता है सत्या का दोस्त एक लड़की से प्यार करता है जो कि शादी से पहले प्रेग्नेंट हो गई थी और उस लड़के की जान खतरे में थी क्योंकि उसके मजहब में यह हराम था उसके गांव वालों को पता चला तो उसे मार देंगे उसकी मां ने सत्या से मदद मांगी थी और रघु भी सत्या के साथ जाता है इधर गांव में उस लड़की को पकड़ लिया जाता है वो लोग उसे ने वाले थे लेकिन तभी सत्या आकर तलवार छीन लेता है और अकेले ही सबको मारता है तभी रघु आकर सत्या से कहता है कि शांत हो जाओ और तलवार छोड़ दो और सत्या उनकी बात मान लेता है फिर रघु उन लोगों को समझाता है कि देखो भाई कोई भी खुदा किसी की जान लेने के लिए नहीं कहता इस बच्ची को छोड़ दो तो व लोग उल्टा रघु को ही मार देते हैं और इतना ही नहीं उस लड़की को और सत्या को भी वह लोग मार देते हैं लेकिन सत्या किसी तरह जिंदा बच जाता है हॉस्पिटल में जब सत्या को रघु की मौत का पता चलता है तो टूट जाता है
उसके बाद बृंदा के परिवार को पता चला है कि उसके फादर मर चुके हैं पुलिस वाले ने कृष्णमूर्ति जी के वाइफ को भी बताया कि उनके साथ-साथ एक सत्य नाम का लड़का भी जख्मी हुआ है जिसका कस्टडी कृष्णमूर्ति जी ने लिया था आप चाहते हो तो उसको हम आपको सौंप सकते हैं पर उसके मां ने मना कर दिया क्योंकि उन्हें लगता है कि सत्य के वजह से ही कृष्णमूर्ति जी की जान गई है
फिर प्रेजेंट में हम आनंद को देखते हैं जो कि चीनी मतलब वृंदा का वही डॉल लेके बैठा हुआ था वो अपने लोगों से बोलता है कुछ बड़ा करने का टाइम आ चुका है भले ही कितने अपने लोग पीछे छूट जाए पर हमको हमारा मकसद नहीं भूलना है
जो भी भगवान से नाखुश है भगवान के दूत से भगवान की पुजारी से किसी का भी कुछ भी नुकसान हुआ है तो वो उसके साथ जुड़ जाए और हम मिलकर बदला लेंगे किसी के साथ जात-पात का भेदभाव हुआ धर्म का भेदभाव हुआ किसी को कुएं से पानी ना पीने देना कोई भी पुजारी किसी के साथ दुष्कर्म करा सारे लोग धीरे-धीरे सत्या के साथ जुड़ने लगे और वो लोग मिलकर एकएक करके प्लान करके जो भी दोषी था उनको मौत के घाट उतारते गए फिर कुछ दिन बाद ठाकुर भी जुविनाइल होम से निकल गया और वो भी सत्या के साथ जुड़ गया
उसके बाद हम देखते हैं कि बिंदा यह सब जानकर रो रही थी क्योंकि जिस किलर को ढूंढ रही थी वो उसका खुद का भाई है इधर श्रीनाथ सत्या से बात करने आता है सालों पहले जिस आदमी की बच्ची की मौत पुजारी के धक्का देने से हुई थी श्रीनाथ वही आदमी है श्रीनाथ कहता है कि ठाकुर की मौत के बाद पुलिस ने इस केस को बंद कर दिया है जब तक मामला ठंडा नहीं हो जाता हमें अपने प्लान को रोक देना चाहिए सत्या कहता है कि पुलिस तो उन्हें हर कदम पर रोकना चाहेगी लेकिन यह जंग नहीं रुकने वाली सत्या का अगला टारगेट था गंगावराम जहां से ये सब शुरू हुआ था और यहीं पर इस वेब सीरीज का सीजन 1 एपिसोड 7 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
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नमस्कार असलमलेकुम सस्त्रियकाल आपका स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में अगर आप हमारी वीडियो पहली बार देख रहे है तो दिल से धन्यवाद और जो दुबारा आये है हमारे चैनल पर तो उनसे एक Request कहना चाहता हूँ लाइक और सब्सक्राइब कर दो सर जी, जिससे की आपका और हमारा रिश्ता फेविकोल के तरह जुड़ जाये ताकि मेरी हर आहट की खबर आपको हो तो फ्रेंड्स आज हम CRIME MOVIE Brinda सीजन 1 एपिसोड 8 के बारे में बात करने वाले हैं यह एपिसोड वृंदा सीजन 1 का लास्ट एपिसोड है अगर आप इस वेब सीरीज सारे एपिसोड को एक साथ देखना चाहते हैं और नेक्स्ट डे उसका वीडियो अपलोड किया जाएगा तो आप जरूर वॉच करें
सीजन 1 एपिसोड 7 में हमने देखा था की ठाकुर के एनकाउंटर के साथ ही पुलिस केस को बंद कर देती है और बृंदा की हर तरफ तारीफ होती है लेकिन जब सारथी और बिंद्रा ठाकुर का सामान लेने जाती है तो मोर्चरी में ठाकुर के पॉकेट से एक फोन मिलता है जो कि मर्डर के एकदम दो-तीन मिनट पहले ही उसे कॉल किया गया था इसका मतलब कोई ना कोई उसे इंस्ट्रक्शन दे रहा था
वृंदा सारथी को बेहोश होने से पहले ठाकुर का लास्ट वर्ड बताती है कि हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हो मतलब ये एक नहीं है बहुत लोग हैं फिर वृंदा एक चीज और नोटिस करती है कि ठाकुर के छाती पर सत्य नाम का एक टैटू भी होता है वो कहती है कि ठाकुर के नाना के सिवा तो इस दुनिया में उसका कोई था ही नहीं तो फिर यह सत्या कौन है सारथी कहता है कि अपनी नानी का मर्डर करने के बाद ठाकुर जुविनाइल गया था शायद वहीं वह सत्या से मिला हो फिर दोनों जुविनाइल जाकर सत्या के बारे में पूछते हैं जहां पर उन्हें पता चलता है कि 11 साल की उम्र में सत्या ने 32 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया था क्योंकि उन लोगों ने उसकी मां और बहन की बलि दी थी जुविनाइल में वर्डन और बाकी सबसे झगड़ा करता था कि भगवान नहीं है और यह सब अंधविश्वास है यहां तक कि उसने काउंसलिंग में कहा था कि जब भगवान को मानने वाले नहीं रहेंगे तभी इस दुनिया का सुधार होगा और इन सब बातों से दोनों को समझ आ जाता है कि इन मडर्स का असली मास्टर माइंड सत्या है ठाकुर तो बस उसका मोहरा था
उसके बाद हम देखते हैं कि बिंदा यह सब जानकर रो रही थी क्योंकि जिस किलर को ढूंढ रही थी वो उसका खुद का भाई है सालों पहले जिस आदमी की बच्ची की मौत पुजारी के धक्का देने से हुई थी श्रीनाथ वही आदमी है इधर श्रीनाथ सत्या से बात करने आता है श्रीनाथ कहता है कि ठाकुर की मौत के बाद पुलिस ने इस केस को बंद कर दिया है जब तक मामला ठंडा नहीं हो जाता हमें अपने प्लान को रोक देना चाहिए सत्या कहता है कि पुलिस तो उन्हें हर कदम पर रोकना चाहेगी लेकिन यह जंग नहीं रुकने वाली सत्या का अगला टारगेट था गंगावराम जहां से ये सब शुरू हुआ था

BRINDA S1.E8 ∙ Home Coming
इस एपिसोड में हम फिर से फ्लैशबैक को देखते हैं कृष्णमूर्ति के मर्डर के बाद सत्या को होश आ जाता है और वो जब अपने पापा कृष्णमूर्ति के बारे में डॉक्टर से पूछता है तो उसे पता चलता है कि वो मारे जा चुके हैं फिर सत्य को अपना पूरा लाइफ रिवाइंड होने लगता है की कैसे उसके साथ क्या कुछ हुआ था उसके बहन के साथ उसके मां के साथ उसको फिर से भगवान के ऊपर गुस्सा आने लगा क्योंकि भगवान के कम्युनिटी वाले की वजह से ही आज कृष्णमूर्ति जी उससे छिन गए तभी से वो एक मोहिम शुरू करता है जो भी भगवान से नाखुश है भगवान के दूत से भगवान की पुजारी से किसी का भी कुछ भी नुकसान हुआ है तो वो उसके साथ जुड़ जाए और हम मिलकर बदला लेंगे किसी के साथ जात-पात का भेदभाव हुआ धर्म का भेदभाव हुआ किसी को कुएं से पानी ना पीने देना कोई भी पुजारी किसी के साथ दुष्कर्म किया हो उसके बाद धीरे-धीरे करके सारे लोग सत्या के साथ जुड़ने लगते हैं और वो लोग मिलकर एकएक करके जो भी दोषी था उनको मौत के घाट उतारते गए फिर कुछ दिन बाद ठाकुर भी जुविनाइल होम से निकल गया और वो भी सत्या के साथ जुड़ गया था
फिर प्रेजेंट डे में हम सारथी को देखते हैं जो कि वृंदा को समझा रहा होता है कि आपको इसके खिलाफ लड़ना पड़ेगा बहुत लोगों की जान को खतरा है वो मास मर्डर कर रहा है वृंदा खुद को थोड़ा संभालती है और सीधा ऑफिस पहुंचती है और यह बोलती है कि अभी सत्या कैसा दिखता है हमको वो डाटा चाहिए होगा और दूसरी जगह में आनंद को देखते हैं जो कि एक त्यौहार में मास मर्डर करने के लिए रेडी हो रहा था
कुछ साल पहले रात को जब उस आदमी ने चंद्र ग्रहण पर दिव्य ज्योति देखने की बात कही थी तब से वहां एक मान्यता बन गई थी हर साल भक्त चंद्र ग्रहण पर वहां ज्योति के दर्शन करने के लिए आते हैं लेकिन ज्योति उन्हें नहीं दिखती और सत्य का प्लान है कि इस बार वो भक्तों को ज्योति दिखाएगा जैसे उसने पहले दिखाया था इस धार्मिक इवेंट के आयोजक सत्या के ही लोग थे वो मीडिया में सब जगह इस बात का प्रचार कर देते हैं कि इस साल भक्तों को वह दिव्य ज्योति जरूर दिखाई देगी बस फिर क्या था ज्योति के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लग जाती है इधर वृंदा सत्या को ढूंढ ढूंढ कर परेशान हो गई थी लेकिन उसे सत्या का कुछ पता नहीं चल रहा था फ्रस्ट्रेट होकर वो फाइल वगैरह भी गिरा देती है तभी उसकी नजर उस विक्टिम की रिपोर्ट पर पड़ती है इसकी आइडेंटिटी का पहले पता नहीं था उसने अपनी किडनी डोनेट की थी उस आदमी के रिपोर्ट में नाम था कबीर आनंद उसने अपनी किडनी कमल आनंद को दी थी
वह सोचती है कि ऐसा कैसे हो सकता है जरूर रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ है फिर जब वह क्रॉस चेक करवाती है तो रिपोर्ट की बात बिल्कुल सही थी जिससे वृंदा समझ जाती है कि कबीर ही सत्या है और वृंदा सारथी को यह सब बताती है कि सत्या कबीर आनंद को मार कर उसकी आइडेंटिटी लेकर रह रहा है कमल उसके पिता थे ही नहीं इसलिए उसने कमल को मरवा दिया उसने कहा था कि वो भगवान को नहीं मानता वही सत्य है फिर दोनों सत्य को पकड़ने उसके घर जाते हैं लेकिन ना तो उन्हें वहां सत्य मिलता है और ना ही फाउंडेशन के लोग तभी बृंदा को याद आता है कि पहले जब वो उसे फॉलो कर रही थी तो उसके कार में जीपीएस लगाया था
जिसकी हेल्प से व सत्या को ट्रैक करती है तो उसे पता चलता है कि सत्या गंगावाराम में है फिर वो एसीपी को कॉल करके सत्या के बारे में सब कुछ बताती है कि वही इन सब का मास्टर माइंड है और पूछती है कि गंगावाराम में कोई रिलीजियस इवेंट होने वाला है क्या तो सभी बताते है कि हर साल की तरह चंद्र ग्रहण के दिन मंदिर में लोग दिव्य ज्योति के दर्शन के लिए आते हैं कई सालों से वह ज्योति दिखाई नहीं दी है लेकिन इस साल वो जरूर दिखेगी वृंदा कहती है कि हमें इस इवेंट को रोकना होगा सत्य अगला अटैक यहीं करने वाला है फिर पुलिस इवेंट को रोकने जाती है बृंदा और बाकी सब लोगों से बात करके उन्हें वहां से जाने के लिए कहते हैं लेकिन कोई उनकी नहीं सुनता इधर एसीपी अलाउंस रूम में जाकर यह सब रोकने के लिए कहता है लेकिन वो लोग सत्या के ही लोग थे और वो एसीपी पर ही गंद तान देते हैं इधर बृंदा देखती है कि पानी में डूबी पाइप गुल रही थी वो सारथी से कहती है कि इस पानी में कुछ मिला हुआ है लोग अगर पानी में डुबकी लगाने जाएंगे तो मारे जाएंगे हमें उन्हें पानी में जाने से रोकना होगा वृंदा को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि व ये सब कैसे करेगी फिर वो
सारथी से कहती है कि तुम यहां संभालो और मैं जंगल जाती हूं जंगल जाते ही उसकी पुरानी मेमोरी रिफ्रेश हो जाती है उसे सब याद आने लगता है इधर सत्य एक लकड़ी के टावर में आग लगाकर भक्तों को ज्योति दिखाने वाला था लेकिन तभी वृंदा वहां पर आ जाती है और सत्या को सच्ची कहकर बुलाती है सत्या हैरान होकर पूछता है कि तुम्हें कैसे पता वृंदा कहती है क्योंकि मैं तुम्हारी बहन चिन्नी हूं सत्य कहता कि तुम झूठ बोल रही हो जैसे ठाकुर के साथ छल किया था मेरे साथ भी वही करना चाहती हो बृंदा कहती कि सच है मैं ही तुम्हारी चिन्नी हूं
वृंदा बोलती है कि हम दोनों को एक ही आदमी ने पाला और बड़ा किया उन्होंने जो सीख मुझे दी थी वो सीख तुम्हें भी दी गई थी लेकिन मैं अपने रास्ते से नहीं भटका लेकिन तुम भटक चुके हो तुम भी आज वही कर रहे हो जो 20 साल पहले वो लोगों ने हमारे साथ किया था आज इन लोगों की क्या दोष है वो भगवान को मानते हैं सिर्फ यही दोष है इनका
वो हम लोगों को मिलाना चाहते थे तब जाकर सत्य को समझ आता है कि कृष्णमूर्ति उसके लिए इतना सब कुछ क्यों कर रहा था और उसे वृंदा की बात पर यकीन हो जाता है फिर वृंदा सत्या से यह सब रोकने के लिए कहती है लेकिन सत्या कहता है कि यह नहीं रुकेगा भगवान को मानने वालों को मैं ऐसे ही मारता रहूंगा और कोई भगवान उन्हें बचाने नहीं आएगा और जब तक यह लोग मान नहीं लेते कि कोई भगवान नहीं है तब तक यह सब नहीं रुकेगा फिर हमें समझ में आता है कि सत्या एक केमिकल से भरा हुआ टैंक बनाकर रखा हुआ था और उसको वो आग लगाने वाला था जैसे ही यहां पर दिव्याज्योति जलेगी और उधर सारे लोग पानी में उतरेंगे और उनका एक आदमी उधर आग लगा देगा और सारे लोग जल के खत्म हो जाएंगे
वृंदा कहती है कि मुझे रास्ता दिखाने वाले और यहां तक पहुंचाने वाले भगवान ही हैं कृष्णमूर्ति के जरिए उन्होंने तुम्हें भी रास्ता दिखाया था लेकिन तुमने बुराई का रास्ता चुना और मैं बुराई की जीत होने नहीं दूंगी
तुम भी आज वही कर रहे हो जो 20 साल पहले वो लोगों ने हमारे साथ किया था आज इन लोगों की क्या दोष है क्या इन लोगों का यही दोस् है की वो भगवान को मानते हैं पर सत्या कोई बात सुनने को राजी नहीं था तब वृंदा उसके ऊपर गोली चला देता है और उसकी जान ले लेता है फिर वृंदा जलते हुए टावर पर पानी की टंकी गिरा देती है जिसे भक्तों को ज्योति दिखाई नहीं देती और वह लोग पानी में नहीं उतरते और उनकी जान बचाती है मरते टाइम सत्या वो हाथों से बनाया हुआ डॉल चीनी को देता है मतलब वृंदा को देता है और वृंदा को बचपन के सारे फ्लैशबैक याद आ जाते हैं वृंदा मरे हुए सत्या को उठाने लगती है उसे याद आता है कि जब सत्या मरने की एक्टिंग करता था तो वृंदा के कहने पर वह उठ जाता था लेकिन इस बार वह नहीं उठता है और इसी के साथ यह वेब सीरीज खत्म हो जाती है फ्रेंड्स अगर आप इस वेब सीरीज के हर एपिसोड को वॉच करना चाहते हैं आपको नीचे लिंक मिल जाएगा आप एक साथ सभी एपिसोड को वॉच कर पाएंगे

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है फ्रेंड्स 20 साल की लड़की जो थोड़ा सा भी खून को बहता हुआ देख लेती थी तो डर जाती थी और उस लड़की ने दो कत्ल कर डाले थे और उसकी वजह से दो लोग और मारे गए थे लेकिन वह तो एक आम लड़की थी तो उसने ऐसा कैसे किया वह सिर्फ कॉलेज जाती थी और पढ़ाई करती थी लेकिन अचानक से वह एक एजेंट बन जाती है और उसे करी ट्रेनिंग दी जाती है और इतना सिखाया जाता है की अगर उसे अपने देश के लिए जान भी गंवानी पड़े तो वह एक बार भी नहीं सोचेगी और देश के लिए कुर्बान हो जाएगी और सारी हदें पार कर देगी मैंने उस मूवी का लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें
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