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तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 के बारे में मिर्जापुर Season 3 में कुल मिलाकर 10 एपिसोड है और हर एपिसोड 45 से 60 मिनट के बिच का है

यह WEB SERIES 5 july 2024 को HINDI लैंग्वेज में Amazon Prime पर STREEM कर दी गई थी अगर आप इस WEB SERIES को वॉच करना चाहते हैं तो इस वीडियो में मैं आपको बता दूंगा यह मूवी को आप कैसे देख पाएंगे तो प्लीज वीडियो को पूरा देखें

आपने आज तक कभी कोई ऐसी सीरीज के बारे में सुना है जो 4 साल इंतजार करने के बाद भी लोगों के दिल में वही प्यार और वही उम्मीद से लोग इंतजार कर रहे हैं कालीन भैया और मुन्ना भैया के साथ क्या हुआ कैसे हुआ यह सोच कर चिंता में लोगों ने अपने खून सुख लिए और सभी रिकार्ड को तोड़ते हुए यह वेब सीरीज सीधा मैं हूं नंबर वन की कुर्सी पर अपना दावा ठोक देता है इस वेब सीरीज में कट्टे और तमंचों के साथ अधूरे बदले को पूरा किया जाएगा जहां पर पानी नहीं खून बहेगा तो दिल थाम कर बैठिए और इस वेब सीरीज को देखने के लिए एक घर के कोने को बुक कर लीजिए 10 घंटे के लिए ताकि मिर्जापुर तमंचों की आवाज और गालियों की गूंज से आपके मां पापा और बहन की कानों तक ना पहुंच पाए

इस मूवी के स्टार कास्ट की बात करें तो Ali Fazal है इस WEB SERIES में Guddu Pandit के नाम से जानेंगे

Anjumm Sharma है इस WEB SERIES में Sharad Shukla के नाम से जानेंगे

Rasika Dugal है इस WEB SERIES में Beena Tripathi के नाम से जानेंगे

Shweta Tripathi है इस WEB SERIES में Golu Gupta के नाम से जानेंगे

Vijay Varma है इस WEB SERIES में Bharat Tyagi के नाम से जानेंगे

Pankaj Tripathi है इस WEB SERIES में Akhandanand Tripathi के नाम से जानेंगे

Isha Talwar है इस WEB SERIES में Madhuri Yadav के नाम से जानेंगे

Harshita Gaur है इस WEB SERIES में Dimpy Pandit के नाम से जानेंगे

Rajesh Tailang है इस WEB SERIES में Ramakant Pandit के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 के बारे में मिर्जापुर Season 3 में कुल मिलाकर 10 एपिसोड है और हर एपिसोड 45 से 60 मिनट के बिच का है

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

मिर्जापुर सीजन 3 की शुरुआत मिर्जापुर सीजन 2 का रिकैप दिखाया जाता है की कैसे मुन्ना भैया ने अपने ग्राम खोपड़ी से मकबूल की मां और बाबर को को मार दिया था जो मकबूल को बागी बनने पर मजबूर कर देता है और इसी कारण वह बाबूजी को ठोकने के लिए त्रिपाठी कोठी पहुंच जाता है मगर बिना त्रिपाठी उसे रोक देती है कहती है की बाबूजी को सिर्फ हम मरेंगे उसके बाद काम करने वाली बाई भी एक बड़ा सा चाकू लाकर वीणा त्रिपाठी को देती है जिसके कारण इन तीनों का बदला एक आदमी को मारकर पूरा हो जाता है दूसरी ओर रमाकांत पंडित ने अपने बेटे की मौत सामने देखकर वह भी कातिल बन चुका था क्योंकि उन्होंने इंस्पेक्टर मौर्य को मार डाला था और उसके बाद गुड्डू पंडित ने मुन्ना भैया का किस्सा खत्म कर दिया था और इस बदले के बाद गुड्डू जी भरकर कर रोता है क्योंकि अब जाके उसके भाई और उसकी वाइफ को शांति मिली होगी यानी कि उसने भी बदला पूरा कर लिया है लेकिन जब कालीन भैया से बदला लेने के लिए वह पीछे देखा है तो वहां पर कालीन भैया नहीं थे तो पता चलता है कि शरद शुक्ला ने कालीन भैया को अपने साथ लेकर चला गया है जिसके बाद में गुड्डू पहुंच जाता है त्रिपाठी कोठी के अंदर

 इसका मतलब अब मिर्जापुर हुआ गुड्डू का वो पैर रखने वाले छोटे चेयर को हटाता है और खुद चेयर के ऊपर बैठ जाता है

दूसरी तरफ त्यागी अपने बड़े भाई की कि अंगूठी को लेके गोल-गोल घुमाता है क्योंकि त्यागी को ये घुमाना आता ही नहीं था और उसके हाथ से अंगूठी नीचे गिर जाती है साथ ही में दद्दा भी ये विश्वास कर चुके थे कि छोटा त्यागी मरा है और बड़ा त्यागी जिंदा है

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 1 Tetua

इस एपिसोड की शुरुआत में हम सभी को यह देखकर धक्का लगता है कि जब मुन्ना त्रिपाठी का अंतिम संस्कार इलेक्ट्रिक मशीन के अंदर किया जा रहा था इस पूरी जगह पे कोई भी नहीं था हालांकि ना इसकी मां थी ना इसका कोई दोस्त था और ना ही त्रिपाठी खानदान के बॉडीगार्ड मकबूल था यानी कि एक मेंबर तक भी नहीं था इसे बस शांति से जलाया जा रहा था और उसे समय मौजूद सिर्फ और सिर्फ उसकी पत्नी माधुरी थी जो की मुन्ना को आखिरी चिता देती है अपने ही पति को क्योंकि अभी थोड़े दिनों पहले इनकी शादी हुई थी और माधुरी का सेकंड पति यानी कि मुन्ना भी मर गया मगर माधुरी पहले एक आम लड़की थी अब वही माधुरी सीएम बन चुकी है स्टेट का cm होने के नाते उसकी बहुत बड़ी रिस्पांसिबिलिटी बनती है खुद के पति के बारे में सारे लोगों को बताने का बहुत बड़ी मीडिया खड़ी थी वो सभी को बताती है कि आखिर उसके पति के साथ क्या हुआ सारी चीज पूर्वांचल की गद्दी के कारण हुआ है यह खून खड़ा हुआ मुन्ना की मौत और उसके ससुर जी भी गायब है लेकिन आज वो विधवा हुई है तो तो मानो पूरा शहर विधवा हुआ है और वो सबके लिए बदला लेके रहेगी कहीं ना कहीं माधुरी मुन्ना त्रिपाठी से सच में प्यार करती थी और वो चाहती थी कि जिस चक्कर में मुन्ना का कत्ल हुआ है उस चक्कर को वो हमेशा हमेशा के लिए खत्म करके ही रहेगी यानी कि मिर्जापुर की गद्दी को बर्बाद करके रहेगी

सीजन 2 में हमने देखा था की रमाकांत पंडित ने इंस्पेक्टर मोरिया को अपने बेटे को बचाने के चक्कर में मार दिया था अब इस चीज का वो इल्जाम अपने सर पे ले चुके थे खुद की एफआईआर दर्ज करा चुके थे सरेंडर कर चुके थे अब जो मौर्या की वाइफ थी वो केस लगा देती है पंडित जी पे कि इन्हें तो मौत की सजा होनी चाहिए जबकि मौर्य और पंडित जी का साफ-साफ ये वादा था कि मौर्य गुड्डू पंडित को पकड़ के सीधा जेल में डालेंगे ना कि उसका एनकाउंटर करेंगे लेकिन कहीं ना कहीं अब पंडित जी को ये केस लड़ना ही नहीं था बल्कि वो जज के सामने कह देते हैं कि मैंने एसपी मौर्या को मारा है मैं सरेंडर करना चाहता हूं और मुझे सजा मिलनी चाहिए जो सामने वाला पार्टी था यानी कि मौर्या की वाइफ का जो वकील था वो पंडित जी के ऊपर गंदे गदे इल्जाम लगाता है और कहता है कि रमाकांत पंडित बहुत पहुंचे हुए खिलाड़ी हैं वह सरेंडर इसलिए कर रहे हैं ताकि इन्हें थोड़ी कम सजा मिले अब जो यहां के जज थे वो पंडित जी को बहुत सालों से जानते थे कि पंडित जी एक बहुत ही अच्छे इंसान है समझदार इंसान है और वो इतनी बड़ी गलती नहीं कर सकते इसी के कारण वो सजा सुनाने से पहले तारीख दे देते हैं अब जब पंडित जी को जेल के अंदर ले जाया जा रहा था तो सारे लोग परेशान थे फैमिली मेंबर परेशान थे यहां तक की

गोलू के फादर परेशान थे कि आखिर पंडित जी के साथ में ये क्या हो गया हालांकि गुड्डू पंडित ने गोलू के फादर को यानी कि पुलिस ऑफिसर को पैसे दे दिए थे कि आगे जाके गाड़ी रुकवा दी जाए अब जिस गाड़ी के अंदर पंडित जी बैठे थे वो गाड़ी आगे जाके रुक जाती है दरवाजे खुलते हैं और गुड्डू पंडित मिर्जापुर के नए बाहुबली गाड़ी में बैठते हैं और खुद की फादर को कहते हैं कि अपने परिवार का सोचिए आपने हमें बचाने की कोशिश करी थी ना आप सारी चीजें जाने दीजिए आप क्यों पढ़ रहे हैं इन सब चक्रों में अभी चलिए हम आपको घर छोड़ देते हैं

लेकिन पंडित जी टस से मस नहीं होते वो गुड्डू से पूछते हैं कि तुम्हारा जब बदला पूरा हो गया है तुमने कालीन भैया और मुन्ना त्रिपाठी को मार दिया है तो अब तुम्हें क्या चाहिए असल मैं गुड्डू पंडित को खुद नहीं पता था कि उसे क्या चाहिए वो बस एक लाइन बोलता है कि उसे कंट्रोल पावर और इज्जत चाहिए गुड्डू पंडित क्लियर था ही नहीं कि आखिर अब वो गद्दी पे बैठ के क्या करेगा पंडित जी को लगा था कि वो अपने बेटे को सही सजा नहीं दे पाया उसे सही रास्ते पे नहीं लेके जा पाया इसी के कारण वो खुद को तो सजा देगा ही और साथ ही में जाते हुए गुड्डू को कहता है कि यहां से चले जाओ और मेरा स्कूटर जो थाने के अंदर खड़ा है उसे घर जरूर छोड़ देना गुड्डू समझाता है लेकिन पंडित जी बात नहीं मानते और खुद को सरेंडर करके यहां से ले जाने लगते हैं

फिर उसके बाद हम माधुरी को देखते हैं अब वो यहां पे बिल्कुल अकेली पड़ गई थी इसी वक्त यहां पे शरद आता है पिछले सीजन में हमने देखा था कि शरद और मुन्ना की आपस में दोस्ती हो चुकी थी शरद माधुरी के पास जाता है सिंपैथी दिखाने के लिए कि शरद को मुन्ना का दोस्त समझकर थोड़ी सी रियायत बरत दे लेकिन माधुरी बहुत स्मार्ट थी और कहती है कि ये उत्तर प्रदेश है और यहां पे हर चीज कानून के दायरे में होगी और आप भी उसी कानून के दायरे में आते हैं शरद कहता है कि मैं आपको यहां पे कोई सांतवाना देने नहीं आया हूं बल्कि सिर्फ ये कहने आया हूं कि अगर आप अकेले हैं तो बस ये सोचिए कि मैं आपके साथ खड़ा हूं मैं कोई डील करने नहीं आया हूं कि आप मेरे ऊपर हेल्प करिए या कुछ और करिए बट मैं सिर्फ ये कहने आया हूं कि अगर मैं मुन्ना त्रिपाठी के साथ था तो मैं आपके साथ में भी मगर इस सिचुएशन में जिसका की पति मर गया हो कोई ऐसा बात कहे तो सामने वाले इंसान से कुछ उम्मीदें तो बढ़ ही जाती है माधुरी को इस वक्त समझ नहीं आ रहा था कि शरद को आखिर क्या चाहिए इसी के कारण वो शरत की बातों में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं लेती और यहां से जाने के लिए कहती है कहीं ना कहीं शरत को पता चल गया था कि माधुरी भी गंज फोक करती थी साथ ही में जाने से पहले वो माधुरी से पूछता है कि क्या आपको कालीन भैया के बारे में कुछ पता चला अब माधुरी को तो बिल्कुल नहीं पता था क्योंकि ये सब तो लेट पहुंचे थे और हमें पता है कि कालीन भैया को बचाने वाला और कोई नहीं बल्कि ये खुद शरद था

लेकिन किसी को पता ना चल जाए इसलिए वो डबल क्रॉस करके पूछ रहा था जिसके बाद हम एक गांव को देखते हैं जहां पर एक लड़का चोरी छुपे किसी की इंफॉर्मेशन लेकर आया था यहां पे गोलू आई हुई थी अपने कई सारे लोगों को लेकर और गलियों गलियों में जाके ये घर के अंदर घुसते हैं किसी को मारते पीटते नहीं है लेकिन इस शहर के अंदर भी रहने वाले जो गुंडे थे वो भी गोलू का पीछा करते रहते हैं गोलू काफी दूर जाके एक घर के अंदर घुसती है और एक आदमी को वेंटिलेटर पे लेटा हुआ देखती है गोलू को लगता है कि एक मिनट ये इतनी आसान चीजें नहीं हो सकती है वो अंदर जाके देखती है तो पता चलता है कि कालीन भाई नहीं है असल के अंदर गोलू इस मिशन पे निकली हुई थी कि कालीन भैया जब गायब हुए थे तो अब उसे वापस से ढूंढ के मारना है हर शहर में ढूंढ वाती है वो अपने लोगों को भेजती है लेकिन उस जगह पर कालीन भैया नहीं थे बल्कि एक और आदमी लेटा हुआ था जिसके चाचा भतीजे का झगड़ा चल रहा था गोलू इन दोनों को शांत कराती है क्योंकि ये दोनों आपस में जमीन को लेकर गाली गलौज कर रहे थे और गोलू इनका मैटर सॉल्व करवाती है गोलू शांति से यहां से जाने लगती है लेकिन ये पूरा शहर उसे घेर लेता है इस चक्कर में कि गोलू ने यहां पे आके गुंडागर्दी कर रही है जबकि उसका यहां पे कोई लेना देना नहीं है गोलू जोर से चिल्लाती है कि मैं मिर्जापुर की बाहुबली हूं मुझे गुड्डू ने भेजा है और मैं यहां पे खुद के पर्सनल काम से आई हूं आप लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहती लेकिन तभी इस शहर का जो बाहुबली था वो निकल के बाहर आता है और जिसने गोलू को यह इंफॉर्मेशन दिया था उसका गला गोलू के सामने ही काट देता है जिसके बाद में वो गोलू को कहता है कि तुम्हारा काम जो भी हो हमें तुमसे कोई मतलब नहीं है पूर्वांचल की गद्दी अभी तक तय नहीं हुई है कि उसके ऊपर गुड्डू पंडित बैठेगा या कोई और बैठेगा जब तक मीटिंग नहीं बैठाई जाती है तब तक हम किसी की बात नहीं सुनेंगे और अच्छा हुआ कि तुम एक लड़की हो लड़के होते तो शायद यहां से जा भी नहीं पाते

जिसके बाद में सीन गुड्डू के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि थाने में जाता है और खुद के पिताजी का स्कूटर स्टार्ट करने लगता है गुड्डू के पैर में तो पहले से ही चोट लगी थी मगर फिर भी वह स्कूटर को स्टार्ट कर देता है और बाहुबली होने के बावजूद भी किसी स्कूटर से घर तक जाता है और घर के अंदर स्कूटर को लगा देता है खुद की मां के पास बैठता है और कहता है कि मैं पिताजी से बात करके आया लेकिन पापा नहीं माने घर आने के लिए बात ही नहीं सुन रहे हैं आप एक काम करिए आप और डिंपी अपना बैग पैक करिए क्योंकि अब आप दोनों हमारी जिम्मेदारी है आप दोनों हमारे साथ में रहेंगे लेकिन गुड्डू पंडित की मां कहती है कि हम भी अड़ियल है ये हमारा घर है हम तो इसे छोड़कर कहीं भी नहीं जाएंगे गुड्डू समझाता है कि देखिए चीजें बिगड़ी हुई है हो सकता है कि आप खतरे में हैं तो इनकी मां कहती है कि तुम यहां के बाहुबली हो आखिर हमें कौन सा खतरा होगा हम सबसे ज्यादा सेफ हैं हम तो इस घर को नहीं छोड़ेंगे क्योंकि ये हमारा घर है

जिसके बाद में सीन वापस से माधुरी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है और साथ ही में सीनियर इंस्पेक्टर के ऊपर भी शिफ्ट हो जाता है ये आपस में बातचीत करने लगते हैं माधुरी इस इंस्पेक्टर को ये कहना चाहती थी कि गुड्डू पंडित ने वीणा त्रिपाठी को बंदी बना रखा है और कुछ भी करके बीना और उसके बच्चे को सेफली यहां लाया जाए और गुड्डू पंडित को मार दिया जाए लेकिन यह बात ऑफिसली किसी तक नहीं पहुंचने चाहिए नहीं तो फैमिली वाले रिवेंज सामने आ जाएंगे जो कि अच्छा नहीं होगा पुलिस ऑफिसर कहता है बिल्कुल मैं सारी चीजें कर दूंगा साथ ही में माधुरी ये भी पूछती है कि क्या कालीन भैया का कुछ पता चला तो ये ऑफिसर बोलता है कि अरे एक नंबर का क्रिमिनल आदमी है ऐसे केसेस होने के बाद में ये लोग अंडरग्राउंड हो जाते हैं लेकिन माधुरी कहती है कि भूलिए मत कि वो सरकार के अंदर एक मंत्री भी है बेचारा पुलिस ऑफिसर चुप हो जाता है

उसके बाद हम देखते हैं कि वीना त्रिपाठी का जो बेटा रो रहा था जोर-जोर से और किसी के भी चुप कराने से नहीं चुप हो रहा था तभी काम वाली आती है और टीवी ऑन करती है जिसके ऊपर नेशनल ज्योग्राफी चल रहा था और शेरों का प्रोग्राम आ रहा था और बच्चे के कान में जैसे उस शेरों से रिलेटेड बातें आती है तो वो बच्चा चुप हो जाता है समझने वाली बात यह है कि शुरुआती सीजन से लेकर पिछले सीजन तक भी हमने बाबूजी को देखा था कि वह ऐसे ही शेर शेरनियों वाली कहानी सुना करते थे कहीं वीना ने तो यह चाल तो नहीं खेला था खैर तब यहां पे गोलू आती है और बीना को सारी बात बताने लगती है कि सिचुएशन बिगड़ती जा रही है गुड्डू पंडित को कोई भी सीरियस नहीं ले रहा है की वह बाहुबली है लेकिन जल्द से जल्द यहां पे एक मीटिंग बुलाई जा रही है पश्चिम के जो लोग हैं वो इसके अंदर इंटरफेयर कर रहे हैं तभी इनके काम वाली पीछे से आती है और बताती है कि यहां ऐसा ही होता है पहले भी ऐसा ही हुआ करता था अगर पूर्व के अंदर कोई भी दिक्कत होती है तो पश्चिम के सारे बाहुबली उधर जाते हैं और अगर यहां पश्चिम के अंदर दिक्कत होती है तो पूर्व के लोग आते हैं ये तो काफी पुराना ट्रेडीशन है लेकिन वीणा उसे डांटती है और उसे काम करने के लिए कहती है यहां पर वीणा गोलू से कहती है कि ऐसी कोई बात है तो फिर आप लोगों को भी मीटिंग के अंदर जाना चाहिए गोलू को पता था कि गुड्डू इस वक्त बिल्कुल बेवकूफी वाली बातें करेगा और वो इन चीजों को स्ट्रांग करने की बजाय जरूर कोई ना कोई गड़बड़ करेगा उसके बाद वहां पर गुड्डू आ चुका था तो गोलू सारी बात बताती है कि कैसे जल्द से जल्द एक मीटिंग होने वाली है जिसके अंदर आपको अपनी पावर दिखानी पड़ेगी और बताना पड़ेगा कि पूर्वांचल अब आपका है इस गद्दी के हकदार अब आप हैं और कोई नहीं है दूसरी तरफ हम जौनपुर के अंदर देखते हैं जहां पे शरद बाकी सारे छोटे-छोटे शहरों के बाहुबलियों को इकट्ठा करके अपनी तरफ मिलाने की कोशिश कर रहा था क्योंकि इन्हें पता था कि जो गुड्डू है वो एक नंबर का बैल बुद्धि है वो पूर्वांचल कभी चला ही नहीं सकता है साथ ही में जो शरद की मां है वो भी हमेशा अपना दिमाग चलाती रहती थी

इसी के कारण वो शरद को एक आईडिया देती है कि जाके पश्चिम वाले लोगों से बात करो और उनके मुखिया से हेल्प लो और शरद यही करता है मेरठ चला जाता है और वहां के जो सबसे बड़े बाहुबली थे उनसे जाकर डिनर पे मिलता है इनका नाम था मुनव्वर मिया जो कि बहुत ही ज्यादा समझदार बहुत ही शालीन किस्म के आदमी थे काम तो सबका दो नंबर का ही था शरद से वो एक क्वेश्चन पूछते हैं और शरद उसका बहुत ही गजब का आंसर देता है और मुनव्वर मिया को समझ में आ जाता है कि शरद समझदार तो है लेकिन इस सब्र से काम नहीं चलेगा जो पूर्वांचल है उसे एक गद्दी और उसे एक दावेदार की जरूरत है अगर शरद इस तरीके से हल्का-फुल्का पड़ता रहा तो कभी उसके हाथ में गद्दी नहीं आ पाएगी

दूसरी तरफ गोलू गुड्डू को समझाने की कोशिश करती है कि कैसे उसे समझदारी से काम लेना पड़ेगा गुड्डू को अब तक पैर भी ठीक हो चुका था और वो जिम करने के लिए भी पहुंच चुका था यहां पे मीटिंग की इंफॉर्मेशन पहुंच चुकी थी कि जल्द से जल्द एक सभा बुलाई जाएगी सारे बाहुबली उसके अंदर आएंगे गुड्डू का कहना था कि उन सब लोगों को लॉयल्टी प्रूफ करने के लिए यहां पे आना पड़ेगा जबकि गोलू गुड्डू को समझाती है कि हम बिल्कुल नए हैं हमें ट्रेडीशन से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए अगर हम उस मीटिंग के अंदर नहीं गए तो बहुत गलत मैसेज पहुंचेगा अगर आपको अपनी दावेदारी साबित करनी है तो आपको वहां पे जाना पड़ेगा और लोगों को समझाना पड़ेगा लेकिन गुड्डू अभी भी नहीं समझ रहा था अब वो अपनी एक्सरसाइज करने के लिए चला जाता है जहां पे गोलू आके उसे फिर से समझाती है गुड्डू कहता है कि देखो अगर हम वहां जाएंगे तो फालतू का वायलेंस हो जाएगा सारे लोग लड़ने झगड़ने लग जाएंगे और खून खराबा हो जाएगा तुम हमें मत भेजो लेकिन गोलू कहती है कि अगर आप नहीं गए तो ये शरद बेमतलब के अंदर उछल उछल के सारी चीजों को अपनी तरफ कर लेगा और वैसे भी चीजें नेगेटिव होती जा रही है पूर्वांचल की गद्दी अभी तक खाली है और अगर अपना दबदबा बनाना है तो आपको वहां पे जाना पड़ेगा और अगर आप हमें अपनी बुद्धि मानते हैं तो हमारा इस्तेमाल करिए हम जैसा कहते हैं बस वैसा ही करिए

उसके बाद प्रयागराज में इस मीटिंग का आयोजन होता है पूरे यूपी के पश्चिम पूरब पूर्वांचल हर जगह से सारे बाहुबली इकट्ठे हुए थे सब लोगों के हथियार बाहर रख दिए जाते हैं और सारे बाहुबली एक साथ में बैठ गए थे प्रोग्राम की शुरुआत मुनव्वर मियां करते हैं सब लोगों को बताते हैं कि आज का प्रोग्राम क्यों किया गया है जैसा कि पूर्वांचल की गद्दी मिर्जापुर की गद्दी खाली है और इसके ऊपर किसी सही दावेदार को बिठाना चाहिए अब तक गुड्डू यहां पे एंट्री नहीं की थी और यहां पे जो जौनपुर का दावेदार आया था यानी कि शरद वो खुद के बारे में बताने लगता है कि जो मिर्जापुर की गद्दी है उसे बल और बुद्धि दोनों की जरूरत है तो सही जगह पे सही इंसान को होना चाहिए लेकिन अब तक यहां पे गुड्डू ने एंट्री कर ली थी जिसके बाद तो वो शरद की जो इंसल्ट करना शुरू करता है कि शरद को जो खुद की कुर्सी है जौनपुर वो खैरात में मिली थी और अब वो चाहता है कि मिर्जापुर की गद्दी भी उसे खैरात में मिल जाए कुछ लोग थे जो कहीं ना कहीं गुड्डू का साइड लेने लगते हैं कि बात बिल्कुल क्लियर है अगर गुड्डू ने त्रिपाठियों को मारा है तो फिर ये कुर्सी उसकी हुई लेकिन बीच मैं शरद कूद पड़ता है कि तुम्हें तो खुद से चलाना नहीं आता है तुम तो खुद एक कुत्ते की तरह वफादार थे और तुमने अपने मालिक को ही मार कर उसकी जगह को हासिल कर लिया इसके बाद में तो गुड्डू भी चुप नहीं होता वो भी शरद को बोलने लगता है कि तूने अपने शहर को तो जू बना रखा है चिड़िया घर के अंदर सारे जानवर जैसे उछलते हैं ना वैसे तू भी उछलता है ऐसे ही करते-करते इस मीटिंग में गर्मी बढ़ जाती है और अंत में शरद गुड्डू से कहता है की इसी बेल बुद्धि के कारण गुड्डू ने अब तक तीन जाने गवा दी है उसके भाई की उसकी वाइफ की और वो बच्चा जो कि इस दुनिया में आया ही नहीं था ये बात सुनके गुड्डू की खोपड़ी घूम जाती है और वो शरद को मारने के लिए आ जाता है और फिर वहां पर झगड़ा हो जाता है उसके बाद इन दोनों को शांत किया जाता है और मुनव्वर मिया कहते हैं कि साफ हो गया है मिर्जापुर की गद्दी के दो दावेदार हैं शरद शुक्ला और गुड्डू पंडित गुड्डू कहता भी है कि इस पे मेरा हक है और ये मुझे मिलनी चाहिए लेकिन मुनव्वर बात नहीं सुनते हैं और अगले दशहरे तक सारी चीजों को दरखास्त कर देते हैं कि दशहरे तक देखा जाएगा जो भी इसका सही कैंडिडेट होगा उसे ये गद्दी दे दी जाएगी यहां से शरत जब जा रहा था तो गुड्डू और गोलू दोनों ही शरद से पूछते हैं कि इतना क्यों उछल रहा है किसके दम पे आखिर कहीं ना कहीं सबको पता चल गया था कि कालीन भैया गायब है अंडरग्राउंड है और हो सकता है कि वो शरद के सरण में है जिसके बाद सीन दिखाया जाता है कि शरद एक खुफिया सी जगह पे आता है जो जगह बिहार की थी यानी कि सिवान यहां पर कालीन भैया को छुपाया जाता है सिवान एक बिहारियों का इलाका था तो पूर्वांचल के लोग कभी भी उसके अंदर एंट्री नहीं कर सकते थे इसी के कारण शरद ने भरत त्यागी से मदद मांगी और त्रिपाठी जी को यहां पे इलाज कराने के लिए अच्छे से रखवा रखा था

अभी तक कालीन भैया कोमा के अंदर थे और एक बहुत बड़ा रिस्क लेना था उनके ऑपरेशन का क्योंकि वो मरे हुए तो वैसे भी काम के नहीं थे तो इसी के कारण रिस्क लेके उन्हें बस जिंदा करना था और एक ऑपरेशन के बाद हम देखते हैं कि कालीन भैया को होश आने वाला है और इसी सस्पेंस के साथ मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 1 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 2 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 2 Mexico

 इस एपिसोड की शुरुआत में हम देखते हैं कि एक आदमी जो की लग तो ऐसे रहा था जैसे कि वह कहीं का गुंडा हो मगर असल में वह एक पुलिस ऑफिसर था जो कि अपने एक सीक्रेट मिशन पे निकला हुआ था चोरों को ढूंढ ढूंढ के उनका एनकाउंटर करने जिसके बारे में किसी को पता भी ना चले जिसका नाम वाल्मीकि था उसके बाद वाल्मीकि के पास में आईजी दुबे का कॉल आता है जो कि वाल्मीकि के लिए एक स्पेशल मिशन बना के रेडी थे अब आईजी दुबे को हमने लास्ट एपिसोड के अंदर देखा था कि माधुरी के साथ उनकी बातचीत चल रही है कि कैसे गुड्डू पंडित को अनऑफिशियली तरीके से मारना है

फिर उसके बाद हम कालीन भैया को देखते हैं जो कि अभी भी कोमा से बाहर नहीं निकले थे साथ ही में हम शत्रुगन को देखते हैं जो कि अपने चेहरे के ऊपर मुखौटा पहने था बाद दरअसल यह थी कि भरत त्यागी बड़ा भाई था और शत्रुगन त्यागी वो छोटा भाई था तो बड़े भैया मर चुके थे और छोटा भाई जिंदा था लेकिन उसने बड़े भैया बनने की एक्टिंग की और सबको यही दिखा रखा था की बारात त्यागी जिंदा है और छोटा त्यागी मर गया है तो वो अपनी भाभी से भी बात करता है जैसे कि वो उसका हस्बैंड है तभी यहां पे शरद खड़ा होता है और बोलता है कि यार तुम्हारे साथ में तो सच में बहुत बुरा हुआ तुम भी वही कर रहे हो जैसा कि मैं कर रहा हूं जैसे कि मुन्ना के मरने पे मैंने ये सारा इल्जाम अपने ऊपर लिया था जैसे कि मैंने उसे मारा हो और तुम्हारे साथ में भी यही हो रहा है कि छोटे के मरने का दुख तुम्हारे ऊपर आ गया है तो ये बोलता है कि ऐसा कुछ नहीं था छोटा तो लौंडिया के चक्कर में खुद को बर्बाद करके बैठा था हमारे ऊपर भी गण उसने तान दी थी तो उसे मारना ही था यानी कि इस बड़े को अपने छोटे के मरने का कोई दुख नहीं है असल के अंदर ये था छोटा ही और अब इसे बड़ा बनके ही बात करनी पड़ रही थी इतनी ही देर के अंदर दद्दा त्यागी आ जाते हैं जो कि सबसे पहले कालीन भैया के बारे में पूछते हैं पता चलता है कि उनके सिर्फ और सिर्फ 10 % चांस ही बचे हैं जिंदा बचने के तो दद्दा त्यागी कहते हैं कि वो बाहुबली है 10 %

चांस बहुत होंगे उनके खड़े होने की छाती पे गोली खाई है ना तो भी जिंदा हो जाएंगे ऐसे लोग जिंदा ही रहते हैं जिसके बाद में वो शरद के पास बैठ जाते हैं और बातें करने लगते हैं यहां पे उनका बड़ा बेटा भी बैठा था वो शरत को कहते हैं कि मुझे एक बात समझ में नहीं आई कि तुम्हारा कालीन भैया के साथ में एकदम कट्टर दुश्मनी थी उन्होंने तुम्हारे पिताजी को मारा था तो फिर आखिर तुमने इनकी जान क्यों बचाई जहां पर शरद कहता है कि आज की डेट में उसे पावर की बहुत ज्यादा जरूरत है अगर वो गुड्डू को मार भी देता है तो भी उसे मिर्जापुर की गद्दी आसानी से नहीं मिल पाएगी अगर कालीन भैया उसके साथ रहेंगे उनका हाथ हमेशा उसके साथ में रहेगा तो वो हमेशा हमेशा के लिए मिर्जापुर को अपना पाएगा असल में अंदर दद्दा त्यागी ने यहां पे शरद से एक डील तय की थी कि अगर वो कालीन भैया को यहां पे रखेंगे तो उसके बदले में शरद को गुड्डू और गोलू दोनों को मारना है क्योंकि गोलू के चक्कर में ही उनका छोटा बेटा मारा गया था शरद इस बात को अच्छी तरीके से याद रखता है और कहता है कि दादा त्यागी आप उसकी बिल्कुल भी टेंशन मत लीजिए यहां पे जो छोटे था वो अभी भी बड़े बनने की कोशिश कर रहा था

इसी के साथ में वाल्मीकि ने अपने कुछ लोगों को हर तरफ लगा रखा था और साथ ही में जो गोलू थी उसने भी अपने कई सारे आदमियों को इधर-उधर लगा रखा था ताकि कालीन भैया के बारे में पता चल सके जिसके बाद सीन गुड्डू गोलू और बीना के ऊपर शिफ्ट हो जाता है बीना यहां पे हमेशा इन लोगों को अलग-अलग तरीके की सलाह दिया करती थी जैसे कि अभी यहां पे कल रात की मीटिंग के बारे में बात चल रही थी तो बीना खुद का पैर घुसते हुए कहती है कि आप लोगों को तो हमारा एक्सपीरियंस नहीं चाहिए हमने भी बहुत सारी मीटिंग अटेंड करी है लेकिन उससे कोई ढंग से बात नहीं करता ना बात करने में इंटरेस्ट रखता है यहां पे वाल्मीकि ने काफी दूर हवेली के सामने एक पानी की टंकी पे एक स्नाइपर को बिठा रखा था ताकि वो गुड्डू को एक ही झटके में मरवा सके लेकिन शायद ये चीजें करना इतना भी आसान नहीं था अगर एक भी बार चूका तो हो सकता है तो साफ-साफ इल्जाम सीधा सीएम के ऊपर लग जाए और बात बिगड़ जाए इसी के कारण वाल्मीकि कहता है कि एक काम करो तुम बस वहां बैठे रहो और नजर रखो जिसके बाद में गुड्डू और गोलू दोनों ही अपनी फैक्ट्री की तरफ जाते हैं अब जैसा कि इनका अफीम का और बंदूकों का धंधा था तो पता चलता है कि काफी दिनों से इनका धंधा बहुत ही ज्यादा मंदा हो गया था क्योंकि बीच में कालीन भैया और मुन्ना मर गए थे और भी कई सारी चीजों में अफरातफरी मच गई थी तो कुछ स्टेबिलिटी नहीं थी तो गुड्डू भैया जितने भी यहां के कबूतर थे उन सबको बुलाता है खाना वगैरह खिलाता है और फिर पूछता है कि क्या भाई काम धंधा करने की इच्छा नहीं है क्या आप लोगों को तो ये कबूतर बोलते हैं कि मार्केट तो बहुत ज्यादा बिल बिलाया हुआ है सबको माल की जरूरत है लेकिन प्रॉब्लम आपकी तरफ से आ रही है डिमांड पूरी ही नहीं हो रही है आप लोग माल ही नहीं सप्लाई कर पा रहे हैं तब जाके गुड्डू को पता चलता है कि इनकी फैक्ट्री के अंदर कुछ तो गड़बड़ चल रही है और माल सप्लाई करने में बहुत ज्यादा दिक्कत आ रही है दरसल बात यह थी की जो इस बंदूक फैक्ट्री के सीनियर थे असल के अंदर यहां के जो सीनियर थे वो छोड़ छोड़ के भाग गए थे और काम करने वाला कोई बचा ही नहीं है कोई अच्छा खासा सीनियर जिसके बाद में गोलू जाती है सीधा कॉलेज के अंदर और वहां पे कुछ बच्चों के नाम लिख देती है जो कि हमेशा से इनकी टीम को जॉइन करना चाहते थे क्लास रूम में जब एग्जाम चल रहा था तो गोलू जो कि खुद एक पढ़ी लिखी अच्छी खासी लड़की हुआ करती थी फर्स्ट सीजन के अंदर अब वो यहां से सारे बच्चों को एग्जाम देते हुए उठा के बाहर भेज देती है और पांच लड़कों को उठा के सीधा फैक्ट्री में ले आती है उन सबको ट्रेनिंग देती है और उसके बाद में लीडर बना देती है कि जाओ जाके काम धंधा वगैरह संभालो सीन जिसके बाद में पंडित जी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है हालांकि थे तो वो वकील अब तक उन्होंने कई सारे गुनहगारों को बहुत सजा दिलवाई है लेकिन आज ऐसा वक्त आ गया था उनके सामने कि जब उन्होंने खुद कबूल कर लिया कि हां उन्होंने एक मर्डर किया है तो उन्हें भी इन सारी चीजों से जलील होना ही था वो जैसे ही जेल में जाते हैं तो यहां पे हर एक इंसान का इंस्पेक्शन होता है चेकिंग करी जाती है तो इस चक्कर में पूरे कपड़े खुलवाए जाते हैं जो कि पंडित जी के लिए बहुत ज्यादा शर्म की बात थी वो जब अंदर जाते हैं तो पता चलता है कि लाला भी इसी जेल में है और लाला यहां पे गुड्डू के फादर को पहचान जाता है हम देखते हैं कि जो लाला है वो अपने वकील से बात करता है लाला का वकील भी कहता है कि ये सारी चीजें गुड्डू पंडित के एनकाउंटर के लिए की गई थी आपको फंसाने के चक्कर में जबकि आपका इसमें कोई लेना देना था ही नहीं लाला को बस कुछ भी करके बेल चाहिए थी यहां दूसरी तरफ हम देखते हैं कि गोलू के फादर साथ ही में जज ये दोनों मिलके डिंपी के पास में आए थे दरसल बात यह थी डिंपी और रॉबिन दोनों

मिलके बहुत ज्यादा कोशिश कर रहे थे कि कुछ भी करके इनके फादर बस अपना केस लड़ ले और खुद उस जेल से बाहर आ जाए लेकिन जज बताते हैं कि तुम्हारे पिताजी तो बिल्कुल छोड़ चुके हैं अपनी आशा अगर वो एक बार भी मुझे कुछ बोले तो मैं कोर्ट के सामने ऑफिशियल उनको कोई ना कोई तो रियायत दे सकता हूं उन्हें जान से बचा सकता हूं लेकिन तुम्हारे पिताजी तो कहते हैं कि उन्हें केस लड़ना ही नहीं है तो बेटा अब मैं क्या करूं डिंपी कहती है कि कोई तो रास्ता होगा जहां से हम उन्हें बचा सक तो ये जज कहते हैं कि बिल्कुल कुछ भी हो सकता है तुम बस उन्हें मनाने की कोशिश करो कि वो अपने लिए केस लड़ सके एटलीस्ट झूठ ना बोले तो सच भी तो ना छुपाए क्योंकि वो सच छुपा रहे हैं जिसके बाद में जज साहब को रॉबिन बाहर ले जाता है और यहां पे गोलू के फादर डिंपी से पूछते हैं कि क्या तुम्हें कुछ लग रहा है कि गुड्डू और गोलू के बीच में कुछ है

जिसके बाद में सीन सीधा गोलू और गुड्डू के ऊपर ही शिफ्ट हो जाता है ये दोनों अभी भी एक्सरसाइज ही कर रहे थे लेकिन इन दोनों के बीच में अभी तक भी कुछ ऐसी चीज नहीं थी जिससे कि पता चल सके कि ये दोनों एक दूसरे के बहुत ज्यादा क्लोज हैं यहां पे हम शबनम को भी देखते हैं जो कि लाला के सामने बस इसी चीज को लेकर परेशान हो रही थी कि शायद उसे गुड्डू के सामने कभी आना ही नहीं चाहिए था कभी उसे दोस्ती करनी ही नहीं चाहिए थी ना चीज इतनी ज्यादा बढ़ती ना ही शबनम के कहने पे गुड्डू को उसके घर में लाया जाता और ये सारे कांड होते

जिसके बाद में हम गोलू के फादर को देखते हैं यानी कि पुलिस ऑफिसर को जो कि इनके पास आते हैं और आकर एक नई चीज बताते हैं वो कुछ रिपोर्ट्स लेकर आए थे कि मुन्ना त्रिपाठी जब मर गया है तो कई सारे पोस्ता के खेत यानी कि अफीम के खेत जो थे वो सारे मुन्ना के नाम पे थे और उनके अंदर नॉमिने में कालीन भैया नहीं थे बल्कि माधुरी थी क्योंकि मुन्ना की शादी हो गई थी और अब अगर माधुरी है तो वो सीएम हि ना तो ओबवियसली सी बात है वो अफीम के खेत तो इधर-उधर करेगी नहीं ऊपर से गुड्डू का कहना था कि इल्लीगल तरीके से यह सब कुछ की जा सकती है क्या तो गोलू इस चीज के लिए मना कर देती है कि अगर हम ऐसा कुछ भी करने की कोशिश करेंगे तो पहले से ही हम सीएम की नजरों में हैं और बल्कि पकड़े जाएंगे ना ही करें तो ही ज्यादा ठीक है तभी यहां पे वापस से बीना आ जाती है और कहती है कि ये सारी चीजें तो देखी जाएंगी अगर जिसके पास में अफीम है वही मिर्जापुर की गद्दी पे बैठने के लायक है

आप अपने पुराने चैनल क्यों नहीं स्टार्ट करते उसका साफ-साफ कहने का मतलब लाला से था और अगर लाला अंदर है तो शबनम से क्यों नहीं स्टार्ट करते गुड्डू को ये बात सुनके बहुत ज्यादा गुस्सा हो जाता है क्योंकि अब शबनम से उसका कोई लेना देना था नहीं और वो शबनम से बात भी नहीं करना चाहता था इसी के कारण जोर से चिल्ला देता है और बीना त्रिपाठी को यहां से भेज देता है अब बीना जब अंदर जाती है तो खुद की काम वाली को बुलाती है और फिर कहती है उस पूरिया को निकालो जिस पुड़िया के अंदर ड्रग्स होता है और जब वो काम वाली पूछती है कि आप अब किसको देंगी तो बीना कहती है कि हर आदमी सेम होता है बिल्कुल मुन्ना के जैसे क्योंकि मुन्ना को भी इसकी मां यानी कि बीना वही ड्रग्स दिया करती थी

इसके बाद सीन शिफ्ट होता है जहां पर हम शरद को देखते हैं अब वो हर जगह से कहीं ना कहीं अपने समीकरण बिठाने की कोशिश कर रहा था इसी के कारण वो लाला के पास पहुंच जाता है और लाला से उसके हालचाल पूछता है कि आपने गुड्डू से हाथ मिलाकर कितनी बड़ी गलती करी आपको तो हमसे हाथ मिलाना चाहिए था अब लाला जो था वो अफीम का बहुत बड़ा डीलर था तो अब शरद चाहता था कि वो लाला से हाथ मिला ले और अफीम के जो भी बिजनेस हो वो कहीं ना कहीं शरद को मिल जाए लेकिन लाला का बहुत सिंपल सा लॉजिक था कि लाला एक व्यापारी है एक बिजनेसमैन है उसे इन सब पॉलिटिक्स के अंदर नहीं परना है अगर उसे प्रॉफिट होता है तो वो प्रॉफिट के साथ है अगर लॉस होता है तो उसका खुद का लॉस है लेकिन पॉलिटिक्स या फिर कोई बाहुबली के साथ होना इसमें उसका कोई इंटरेस्ट नहीं है और अगर शरद उसके लिए ऑफर लेकर आया है तो सिंपल सी बात है खुली हवा में बैठ के वो बात करना चाहेगा मतलब साफ सी बात है कि अगर लाला को बेल मिल जाती है तब जाके वो शरद की डील को एक्सेप्ट कर पाएगा जिसके बाद शरद लाल के मंसूबों को समझ गया था उसके बाद शरद मार्केट से सारा का सारा पैसा उठवा लेता है ताकि वो लाला को बाहर निकलवा सके जिसके बाद में सीन यहां पार्लियामेंट के अंदर शिफ्ट हो जाता है यहां सीएम बैठी थी और साथ ही में जितने भी मंत्री थे सारे के सारे बैठे थे अब यहां पे एक फाइनेंस मिनिस्टर था जो कि हमेशा बहुत लेट आया करते थे और माधुरी को तो वो हद से ज्यादा हल्के में लिया करता था सारे लोग आने के बाद में यानी कि सीएम के आ जाने के बाद में मंत्री जी पधारा करते थे अब यहां पे सीएम बाकी सारे मंत्रियों से अपने-अपने फंड्स की डिमांड करती है लेकिन बाकी सारे मंत्री कहते हैं कि अभी इनके पास में कुछ भी फंड नहीं है यानी कि ये पहले से ही पैसा गोल कर देते थे और फिर सीएम को कहते हैं कि जब इलेक्शन आएंगे तब भर-भर के पैसा भी मिलेगा जनता को भी दिया जाएगा वोट बैंक भरना होगा तब सब किया जाएगा

जबकि यहां माधुरी का कहना था कि अगर आप लोग पूरे साल भर काम करें तो आप लोगों को साल के आखिर मैं सारे काम नहीं करने पड़ेंगे ना ही पैसों को पानी के जैसे बहाना पड़ेगा मुझे कोई मतलब नहीं है आप लोग आपस में डील करिए और मुझे अच्छी तरीके से रिपोर्ट दीजिए जबकि यहां पे जो दो मंत्री बैठे थे बूढ़े मंत्री थे वो माधुरी को बिटिया करके कहते हैं कि बिटिया हम लोग बड़े हैं हम लोग समझदार हैं हम इतने सालों से यहां पे बैठे हैं और तुम्हारे पिताजी के साथ में भी बैठा करते थे लेकिन माधुरी का लॉजिक बिल्कुल क्लियर था कि यहां पे कोई बेटी किसी का कोई रिश्ता नहीं है उसने जो शपथ पत्र के ऊपर शपथ ली थी कि भय मुक्त प्रदेश बनाना है पूर्वांचल को बहुत अच्छी तरीके से साफ करना है तो इस चीज का वो मान रखेगी सारे के सारे मंत्री एकदम चुप हो जाते हैं और माधुरी के ऐसे डिसीजन को लेके बहुत ज्यादा अजीब तरीके से सोचने लग जाते हैं जहां पे माधुरी कहती है कि अगर आप लोग सही तरीके से मुझे रिपोर्ट देंगे तो ठीक है नहीं तो मुझे लेना आता है और अगर आप में से किसी को काम नहीं करना तो आप सारे लोग रिजाइन कर सकते हैं इस मीटिंग के अंदर तो अच्छी खासी हलचल मच जाती है सब माधुरी को बहुत कच्चा समझ रहे थे लेकिन माधुरी ने जो भी किया बिल्कुल सही काम किया था

इसके बाद सीन वाल्मीकि के ऊपर शिफ्ट होता है आईजी सब यहां पर वाल्मीकि से आगे की इंफॉर्मेशन पूछते है कि बता भाई गुड्डू के साथ में तेरा क्या चल रहा है जहां पे वाल्मीकि कहता है कि हां उसके दिमाग में कुछ तो प्लान है और वो गुड्डू को कुश्ती के एक दंगल के अंदर फंसाने वाला है जिसमें की पहलवानों का मास्टर गुड्डू को एक इन्विटेशन लेटर देने के लिए आते हैं कुछ साल पहले गुड्डू इसी कंपटीशन में मिस्टर पूर्वांचल बनना चाहता था और आज उसे चीफ गेस्ट के तौर पर इन्विटेशन मिला था यहां पे ये पहलवान आते हैं और गुड्डू को कहते हैं कि आपकी सिक्योरिटी बहुत ज्यादा टाइट है हम तो कब से आने वाले थे आपसे मिलने लेकिन आपके लड़के लोग हमें अंदर ही नहीं आने देते थे आप जरूर आइएगा हमारा प्रोग्राम बहुत ही ज्यादा अच्छा होगा

उसके बाद गोलू उसे अखाड़े में जाने को मना कर देती है और कहती है कि बाहर का माहौल ठीक नहीं है कभी भी कुछ भी हो सकता है और आप वहां पे नहीं जाएंगे लेकिन गुड्डू बहुत ज्यादा अच्छे मूड में था और उसे तो वहां जाना ही था क्योंकि उसे कंपटीशन देखना था और साथ ही में पूर्वांचल को ये भी दिखाना था कि जो भी ऐसे बड़े-बड़े इवेंट्स के अंदर चीफ गेस्ट बनके आता है तो वो ही पूर्वांचल का सबसे ज्यादा बड़ा हेड होता है अब इसी सब के अंदर गोलू को एक चीज और पता चलती है कि अगर ये लोग जेपी यादव के बारे में भी पता लगा ले तो भी इनका जो अफीम का बिजनेस है वो वापस से ठीक हो सकता है क्योंकि सिर्फ और सिर्फ एक जेपी यादव ही था जो कि अफीम के बिजनेस और अफीम के जो बड़े-बड़े खेत थे उन सबको अलॉट किया करता था तो जेपी यादव को भी ढूंढना जरूरी है जो कि इस वक्त अंडरग्राउंड हो चुका है अब जेपी यादव का तो माधुरी से झगड़ा था और इन लोगों से तो झगड़ा था नहीं तो वो जरूर इनसे बात कर सकता था तो गोलू को जेपी यादव से मिलने के लिए जाना था तो गोलू कहती है कि हम उनसे मिलना कैंसिल कर देते हैं तो गुड्डू कहता है कि ठीक है हम नहीं जाएंगे और अगर जाएंगे तो तुम्हारे साथ ही जाएंगे गोलू गुड्डू को लेके बहुत ज्यादा प्रोटेक्टिव थी फिर चाहे वो मिठाई ही क्यों ना हो वह उसे भी चेक करके खिलाती थी वाल्मीकि गुड्डू के हर आने जाने की एक्टिविटी के ऊपर ध्यान रख रहा था कि कैसे वो हवेली से निकलता है अपनी फैक्ट्री जाता है और फैक्ट्री से वापस हवेली की तरफ जाता है यही उसका कंटिन्यू रूटीन है जिसके बाद में सीन यहां एक कवि सम्मेलन के ऊपर शिफ्ट हो जाता है यहां पे गोलू वहां के मंत्री से मिलने के लिए आई थी यहां का मंत्री देखता है कि एक लड़की उसे लाइन मार रही है तो इसी के कारण ये मंत्री भी उठके पीछे टेंट के पीछे आ जाता है और उसके बाद में गोलू से बातचीत करने लगता है कि कौन हो भाई क्या करने आई हो हमारी सेवा करने के लिए आई हो क्या तो गोलू कहती है कि हां मैं तो बस एक कार्य करता हूं और उसके बाद में बातें करना शुरू करती है जहां पे अभी भी इस मंत्री को पता नहीं चला था कि आखिर गोलू है कौन अब गोलू यहां पे थोड़ी देर बाद में सीधा-सीधा बता ही देती है क्योंकि वो जैसे ही टेंट को हटाती है तो उसके अंदर से कई सारे आदमी और गुंडे दिखाई देते हैं जो कि इस मंत्री को गोलू के कहने पे मार डालते गोलू का कहना था कि जेपी यादव का पता लगाइए जहां पे मंत्री कहता है कि भूतो का कुछ पता नहीं होता अंडरग्राउंड बैठा है वो उसका पता लगाना बहुत ज्यादा भारी काम है लेकिन गोलू कहती है कि अगर ऐसा करेंगे तो आपका और हमारा दोनों का फायदा होगा जितना जल्दी हो सके उनका पता लगाइ है

लेकिन ये मंत्री कहीं ना कहीं अभी भी गोलू के ऊपर ट्राई करने की कोशिश कर रहा था और गोलू किसी से कम नहीं थी उसे सुना के यहां से चली जाती है और जब निकलती है तो पीछे से 10 गुंडे निकलते हैं जहां पे इस मंत्री की बुरी तरीके से फट जाती है जिसके बाद में वही वापस से कवि सम्मेलन दिखाया जाता है और अब तक का जो सबसे बेस्ट इसके अंदर कॉमेडी का सीन डाला गया है गाइस वो यही इसी लड़के की अच्छी खासी कविताएं थी जिसे सुनके यहां पे बैठा हुआ हर एक इंसान जोर-जोर से तालियां मारने लगता है जिसके बाद में सीनरात के अंदर शिफ्ट हो जाता है जहां पे गुड्डू पंडित इसी गांव के इवेंट के अंदर आया था जहां पे दंगल होना था साथ ही में बॉडी बिल्डिंग का प्रोग्राम था और मिस्टर पूर्वांचल भी बनने वाला था गुड्डू को बुरा लग रहा था कि उसके बड़े-बड़े पोस्टर नहीं लगाए गए तो यहां पे पहलवान जी कहते हैं कि आखिरी मूमेंट पे आपको बताया गया था ना इसीलिए बन नहीं पाए आप तो वैसे ही सबसे बड़े बाहुबली हैं आप आइए सब आपका इंतजार कर रहे हैं उसके बाद में गुड्डू को अंदर बुलाया जाता है अब यहां पे जो वाल्मीकि था वो इस पहलवान को कहता है कि देखो सारी चीजें बिल्कुल ठीक है तुम कुछ भी गड़बड़ मत करना बस यहां पे अच्छे खासे प्रोग्राम होंगे उसके बाद में प्राइस डिस्ट्रीब्यूशन होगा ये जो नाचने वाला तुमने बुलाया है वो आएगा गुड्डू आएगा और स्टेज के पीछे उसे दबा दिया जाएगा बस गुड्डू के सामने जाके तुम हल्के मत हो जाना रोने मत लगना

अब वाल्मीकि का प्रोग्राम इतनी अच्छी तरीके से सेट था वो पहले आईजी दुबे को बताता है और आईजी दुबे इस बात को लेकर इतना ज्यादा श्योर था कि वो ये सारी की सारी चीजें माधुरी को बता देता है अब माधुरी तो बहुत ज्यादा खुश थी कि फाइनली वो गुड्डू पंडित को मार गिराने वाली है अब यहां पे प्रोग्राम शुरू हो जाता है और इसी के साथ में इस एरिया का एक भोजपुरी सुपरस्टार आता है जो कि नाचता है गाता है सारे लोग बड़े खुश हो जाते हैं और वो सीधा आके गुड्डू के पास में बैठ जाता है गुड्डू को तो पता था कि ये सुपरस्टार है लेकिन इस सुपरस्टार को नहीं पता था कि गुड्डू पंडित कौन है वो मिर्जापुर का नया बाहुबली है प्रोग्राम स्टार्ट होता है सब अपनी-अपनी बॉडी दिखाने लगते हैं अब तक यहां पे गोलू जो थी वो लौटने वाली थी लेकिन रास्ते में चेकिंग चल रही थी ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई तो है जो कि इन गाड़ियों को जान करके डीले कर रहा है उसके बाद गोलू अपने फादर को बुलाती है कि पापा बताइए ना आखिर ये इतनी भीड़ क्यों है तो उसके पापा बताते हैं कि एक टिप मिली है पुलिस वालों को कि कुछ तो गड़बड़ होने वाली है गोलू को पता चल गया था कि जो गुड्डू है वो किसी ना किसी खतरे के अंदर है इसी के कारण वो पहले ही कॉल कर देती है कि कि चाहे कुछ भी हो जाए हम जब तक ना आए तब तक आप उस जगह से निकलिएग नहीं अब यहां पे धीरे-धीरे करके गुड्डू के जितने भी लोग थे उनको साइड में ले जाके मारा जा रहा था ताकि धीरे-धीरे करके उनके सारे आदमी खत्म हो जाए अंत में वो वक्त आ गया था जब स्टेज पे बुलाया जाने वाला था गुड्डू को और साथ ही में इस सुपरस्टार को भी अब इन दोनों के बीच में यहां पे थोड़ा सा झगड़ा हो जाता है क्योंकि गुड्डू से वह आदमी कहता है कि क्या भाई तुम कौन हो बहुत ज्यादा चमक रहे हो हर कोई तुम्हारा नाम जानता है और गुड्डू को भी यही चीज चाहिए थी कि सारे लोग उसका नाम चिल्लाए उसका नाम जाने बस गुड्डू भैया गुड्डू भैया करते रहे तो ये सुपरस्टार गुड्डू भैया की इंसल्ट कर देता है तब यहां पे एक साइड में आदमी आता है और फिर बताता है कि मिर्जापुर की बाहुबली है आप यहां से चुपचाप जिंदा जाना चाहते हैं ना तो इनकी कोई इंसल्ट मत करिए और निकल जाइए लेकिन तब तो गुड्डू भैया को गुस्सा आ चुका था वो सुपरस्टार को एक चांटा देते हैं तो वाल्मीकी कहता है कि अरे अरे सर आप यहां से जाइए इसे तो हम देख लेंगे गुड्डू कहता है तू मुझे देखेगा आ जा फिर जिसके बाद में यहां पर मारपीट स्टार्ट हो जाती है गुड्डू को अब तक पता नहीं था कि उसके लिए ये सारी फील्डिंग पहले से की गई है जब तक तो गुड्डू के काफी सारे लोग मर गए थे और गुड्डू स्टेज पे आ गया था अब स्टेज पे तो कोई गोली चला नहीं सकता लेकिन फिर भी गोलियां चलना शुरू हो जाती है सारे लोग भागना शुरू करते हैं और गुड्डू इसी की आड़ में भागने लगता है और साथ ही में एक कैंप के अंदर चला जाता है जिसके अंदर जिम के सारे इक्विपमेंट्स और टूल्स वगैरह रखे हुए थे गुड्डू एक-एक चीज से वो सारे आदमियों को बुरी तरीके से मारता जा रहा था लेकिन एक समय पर वाल्मीकि गुड्डू को पकड़ लेता है और ऐसा लग रहा था कि एक शॉट में ही गुड्डू मर जाएगा मगर तभी यहां पे गोलू पहुंच जाती है और अपनी गाड़ी से वाल्मीकि को उड़ा देती है गुड्डू आता है और उसे पता चलता है कि वाल्मीकि तो अपने एक ऑफिशियल काम पे निकला हुआ था ये तो एक पुलिस ऑफिसर है और अब यहां पे सेम टाइम पे वो सुपरस्टार भी आ जाता है जो कि माफी मांगता है गुड्डू से कि भैया जी मुझे माफ कर दीजिए लेकिन गुड्डू इतना ज्यादा गुस्से के अंदर था कि उस सुपरस्टार को वहीं पे गोली मार के जान से मार देता है और साथ ही में उस बंदूक को भी इस पुलिस ऑफिसर के हाथ में रख देता है की जो भी कुछ हुआ है यहां पर वह पुलिस वालों ने किया है अब अगली सुबह ये बात आग की तरह फैल जाती है कि जो भी हुआ है ये सब कुछ माधुरी की सरकार के मंजरी में हुआ है कि प्रोग्रामों के बीच में लोग एक दूसरे को मार रहे हैं पुलिस वाले कुछ कर नहीं पा रहे हैं और इसी के साथ में अब गुड्डू पंडित बहुत ज्यादा गुस्से में था और वो त्रिपाठी चौक के बीच में पहुंचता है जहां पर पुलिस वालों को को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर ये अंडरग्राउंड प्लान किसने बनाया था और किसके कहने पे बनाया था इन सब चीजों के बीच में आईजी दूबे फंस गया था क्योंकि वही इन्हीं चीजों के लिए रिस्पांसिबल था ये खबर हर तरफ फैलती जा रही थी अब माधुरी के अगेंस्ट पार्टी वाले लोग थे वो हर कोई माधुरी को बुरा भला कहने लगते हैं

 दूसरी ओर गुड्डू पंडित भी त्रिपाठी चौक को तोड़ देता है और उसका नामो निशान मिटा देता है उसके बाद हम दद्दा त्यागी को देखते हैं जो कि सो रहे थे और तभी कालीन भैया अपनी नींद से उठ जाते हैं फाइनली कालीन भैया को होश आ चुका था और दूसरी तरफ गुड्डू भैया त्रिपाठी चौक को तोड़कर फेमस हो जाते हैं क्योंकि अब पूर्वांचल के अंदर कोई त्रिपाठी नहीं बचाता बल्कि सिर्फ और सिर्फ गुड्डू भैया बचे थे और इसी के साथ मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 2 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 2 एपिसोड 3 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

लास्ट एपिसोड में हमने देखा था आईजी दूबे फंस गया था अपने ही जाल में क्योंकि उसने यह सोचा था कि गुड्डू पंडित को उसे अखाड़े में ही मार डालेगा और ऐसा नहीं हुआ था और ये खबर हर तरफ फैलती जा रही थी माधुरी के अगेंस्ट पार्टी वाले खड़े हो जाते हैं हर कोई माधुरी को बुरा भला कहने लगते हैं दूसरी ओर गुड्डू पंडित भी त्रिपाठी चौक को तोड़ देता है और उसका नामो निशान मिटा देता है उसके बाद दद्दा त्यागी को पता चलता है कि कालीन भैया कॉमा से निकल गए हैं फाइनली कालीन भैया को होश आ चुका था और दूसरी तरफ गुड्डू भैया त्रिपाठी चौक को तोड़कर फेमस हो जाते हैं क्योंकि अब पूर्वांचल के अंदर कोई त्रिपाठी नहीं बचाता है बल्कि सिर्फ और सिर्फ गुड्डू भैया बचे थे इसीलिए उनके नारे हर जगह लग रहे थे

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 3 Pratishodh

इस एपिसोड की शुरुआत में हम रॉबिन को देखते हैं जो कि पंडित जी से मिलकर बातचीत कर रहा था वो जेल में आकर पंडित जी को एक बुक देता है और साथ ही में पंडित जी को अपना केस लड़ने के लिए भी कहता है कि हम आपकी खुद के लिए गवाही देंगे हम खड़े रहेंगे आप हमारा विश्वास करिए और आप अपना केस तो एटलीस्ट लडिये आप अगर झूठ नहीं बोल सकते तो एटलीस्ट सच तो मत छुपाए ना लेकिन पंडित जी का सिर्फ इतना ही कहना था कि उन्होंने गलती करी है और उसकी सजा उन्हें मिलनी ही चाहिए रही बात फैमिली की तो रॉबिन बहुत ज्यादा समझदार है साथ ही में रिस्पांसिबल भी है तो अब फैमिली की जिम्मेदारी अब रॉबिन की हुई रॉबिन का कहना था कि वो पूरी दुनिया को टोपी पहना चुका था लेकिन इस बार तो पंडित जी ने उन्हें ही टोपी पहना दी क्योंकि फैमिली की रिस्पांसिबिलिटी जो दे दी लेकिन रॉबिन को इसमें एक परसेंट भी प्रॉब्लम नहीं थी जिसके बाद में सीन यहां कालीन भैया के ऊपर शिफ्ट होता है जो कि अब होश में आ गए थे उनके सामने शरद बैठा था और कालीन भैया सबसे पहले तो बंदूक मांगते हैं और शरद के ऊपर बंदूक दिखाते हुए बोलते हैं कि तुमने मुझे क्यों बचाया शरद बहुत अच्छी तरीके से इस मामले को सेट कर लेता है शरद का कहना था कि एक बार पहले भी वो अपने बाप को खो चुका था दूसरी बार बाप का साया नहीं हटने देना चाहता था उसे इस वक्त कालीन भैया की और मिर्जापुर को कालीन भैया की बहुत ज्यादा जरूरत है लेकिन कालीन भैया को इन सब बातों में अभी कुछ खास इंटरेस्ट नहीं था लेकिन कहीं ना कहीं वो शरद को इसलिए छोड़ देते हैं क्योंकि शरद ने उनकी जान बचाई थी जिसके बाद में जो शरद की मां शरद को समझाने की कोशिश करती है कि तुम्हें जल्द से जल्द कालीन भैया को समझाना पड़ेगा शरद का कहना था कि कालीन भैया के जख्म अभी भरे नहीं है तो शरद की मां कहती है कि उनके जख्म तो तभी भरेंगे जब तुम मुन्ना की जगह लोगे यानी कि साफ-साफ मतलब था कि वो शरद को समझा रही थी कि कालीन भैया के दिल दिमाग हर जगह बस अपनी छवि बनाते जाओ

जिसके बाद में सीन यहां गोलू के ऊपर शिफ्ट हो जाता है इनकी जो मेड थी उसे पढ़ने लिखने का शौक था और ये मेड भी कहती है कि आप मुन्ना भैया के साथ में उन्हीं के कॉलेज में पढ़ा करते थे ना तो गोलू उसे एक बुक दे देती है पढ़ने के लिए तभी गोलू के पास में भारत त्यागी का कॉल आता है और कहता है कि सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे चक्कर में हमारा छोटा गया है जहां पे गोलू समझाती है कि आपके भाई हम पे लट्टू हो गए थे मान नहीं रहे थे उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा था प्यार में वो पड़े थे उसमें हमारी कोई गलती नहीं है वो कहता है कि हमारे छोटे की यही गलती थी कि वो प्यार और जरूरत में अंतर नहीं नहीं समझ पाए अब तुम देखना हम तुमसे जरूर बदला लेंगे जहां पे गोलू कहती है कि देखिए इसमें हमारी कोई गलती नहीं थी और अगर आपको मिर्जापुर आना है तो शौक से आइए यहां से रिटर्न जाने का कोई दरवाजा नहीं है यानी कि वो ओपन चैलेंज दे रही थी भारत त्यागी को कि अगर आप मिर्जापुर आते हैं मुझे मारने के लिए तो मिर्जापुर वाले उसे जिंदा नहीं जाने देंगे

जिसके बाद में सीन गुड्डू भैया के ऊपर शिफ्ट होता है गुड्डू भैया, कालीन भैया की जगह ले चुके थे तो उसे इस गांव की जितनी भी प्रॉब्लम्स वगैरह थी खुद ही सॉल्व करनी थी तो यहां पे सभा बुलाई गई थी एक लड़का-लड़की का मैटर था जहां पे लड़के ने झूठा वादा करके लड़की से ना तो उसने शादी की और ऊपर से उसका फायदा भी उठाया था तो गुड्डू भैया ने अपने पर्सनल डॉक्टर को बुलवा के उसे आदमी का ऑपरेशन करवा देता है और कहता है कि आज के बाद तुम कभी आप नहीं बन सकते हो

उसके बाद गोलू एक डील लेकर बैठी थी यहां पे अफीम के बिजनेस की बातचीत हो रही थी ये जो सामने दो बंदे बैठे थे तो वो मेन पार्टी गोलू से एक्स्ट्रा पेमेंट मांग रहे थे क्योंकि वो चार बॉर्डर पार करके अफीम को लाए थे गोलू का कहना था कि भाई अफीम तुम्हें बेचना है पैसा हम तुम्हें दे देंगे लेकिन हम तुम्हें एक्स्ट्रा पैसे नहीं देंगे तभी यहां पे गुड्डू पंडित की एंट्री हो जाती है और वो साफ देख पा रहा था कि अगर डील क्रैक करनी है तो कुछ अच्छे से डायलॉग तो बोलने पड़ेंगे तभी यहां पे गुड्डू पंडित कह देता है कि हम दलालों से बात नहीं करते जाके अपने मेन आदमी को बुलाओ ये दोनों कहते हैं कि नहीं सर हम ही मेन आदमी हैं जो भी बात कर रहे हैं हम कर रहे हैं मैडम कह रही है कि ये एक्स्ट्रा पैसा नहीं दे पाएंगे क्योंकि हम ऑलरेडी तो रिस्क लेकर आए हैं तो गुड्डू पंडित कहता है तो हटाओ फिर हमें तुमसे डील करनी नहीं है हमारे पास और भी लोग बैठे हैं काफी सारा माल बेचने के लिए जरूरत तुम लोगों की है और ऐसा बोलकर गुड्डू पंडित यहां से चला जाता है तब जाके इन लोगों को समझ में आता है कि भाई गुड्डू पंडित से अगर बिजनेस लेना है तो इन्हें अपने मार्जन को तो कम करना ही पड़ेगा इसी के कारण वो गोलू को हां कर देते हैं कि ये एक्स्ट्रा पेमेंट नहीं लेंगे और जो नॉर्मल रेट चल रही थी उसी पर अफीम इनको डिलीवर कर देंगे जिसके बाद में गोलू के पास में उस आदमी का कॉल आता है जिसे हमने लास्ट एपिसोड में देखा था ये कहीं का नेता था और कहीं ना कहीं ये अब जेपी यादव का पता लगा के गोलू को उसका एड्रेस देने वाला था लेकिन इस आदमी को फंड की जरूरत थी

इसके बाद हम ग्रह मंत्री जी को देखते हैं जिसके लिए काला अक्षर भैंस बराबर था उसे उसका भांजा हर बार अलग-अलग स्पीचस लिख के दिया करता था लेकिन फिर भी वो हमेशा गलत सलत ही प्रोनाउंस किया करता था जिसके बाद में आईजी दुबे पास आके बैठ जाते हैं मंत्री जी आईजी दुबे की अच्छी खासी ले लेते हैं यह कहकर कि मजा आ गया तुम्हें मैडम का पल्लू पकड़ के घूमते हुए बुद्धि तो तुम्हारी भ्रष्ट हो ही गई थी जहां पे आईजी दुबे कहता है कि सर आपको भी पता है कि मिशन थोड़ा सा सीक्रेट था जितनी भी चीज हुई थी उसका सारा का सारा जिम्मा आईजी दुबे के ऊपर डाल दिया गया था कि ये सीक्रेट मिशन सीएम की नजरों से दूर था यानी कि माधुरी को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं था आईजी दुबे ने ये सारी चीजें पर्सनली हैंडल करी थी इसी के कारण उन्हें रस्टिकेट कर दिया जाता है तो यहां पे मंत्री जी कहते हैं कि भले मैडम ने तो तुम्हें छुट्टी पे भेजा हो लेकिन साइन तो तुम हमसे ही लोगे ना और इस वक्त तो माधुरी जी सिंपैथी लेने के लिए जो जो लोग गुड्डू के थ्रू मरे थे उन सारे लोगों को मुआवजे में 10 लाख दे दिए थे ताकि उनकी सरकार नजरों में ना आए

जिसके बाद में हम माधुरी को देखते हैं यहां पे उनके असिस्टेंट यानी कि आनंद जी भी थे अब माधुरी को यहां पे अच्छे खासे फंड की जरूरत थी लेकिन अब वो फंड लाएगी तो लाएगी कहां से क्योंकि उसे सरकार तो बनानी है लेकिन साथ ही में एक आम बाग वाला तभी उनके pa आनंद जी उसे सलाह देते हैं कि इस वक्त उसे उस आम के बाग के ऊपर फोकस करना चाहिए क्योंकि उसके ऊपर नाम उसके फादर यानी कि जो प्रीवियस मुख्यमंत्री थे माधुरी के पिताजी उनका नाम लिखा हुआ था तो अगर व आम के बागान का उद्घाटन करेंगी तो लोगों की सारी सिंपति माधुरी को मिल जाएगी लेकिन बात आई फंडिंग की तो फंडिंग कहां से आएगी क्योंकि भयमुक्त सरकार के लिए भी इन्हें फंडिंग चाहिए तब यहां पे आनंद माधुरी को फिर से शरद का ऑप्शन देता है कि इन्हें अब नए समीकरणों की जरूरत है क्योंकि पहले तो फंडिंग जेपी यादव से आ जाया करती थी अफीम का बिजनेस भी चलता रहता था लेकिन अब ना तो जेपी यादव है ना अफीम का बिजनेस है तो आखिर पैसा आएगा कहां से जिसके बाद में शरद को बुला लिया जाता है शरद यहां पे कहीं ना कहीं मन ही मन में खुश था क्योंकि आज नहीं तो कल माधुरी यादव उसके अधीन हो जाएगी शरद वहां पर पहुंच जाता है माधुरी पहले उससे वेट करवाती है लेकिन कहीं ना कहीं शरद उसपे लाइन नहीं मार रहा था कि आप तो सीएम है आप जरूर वेट करवा सकती है उसके बाद में माधुरी आके पूछती है शरद से कि बताइए आखिर आप क्या प्रस्ताव लेकर आए थे इस वक्त शरद अपने पॉकेट से एक बिरि निकालता है और उसके आगे रख देता है और कहता है कि कुछ पुरानी चीजें ढूंढी जा रही थी और उसी के अंदर ये चीज मिली शरद को अच्छी तरीके से पता था कि जो माधुरी है वो भी माल वगैरह फुका करती थी

 जिसके बाद तो ये दोनों बाहर आ गए यहां पे माधुरी का कहना था कि वो फ्रंट से सीधा-सीधा जाके गुड्डू को नहीं मरवा सकती और जब तक ये गुड्डू को नहीं मरवाएगी तब तक उसका जो सरकार का सपना है कि भयमुक्त सरकार तब तक वो पूरा नहीं हो पाएगा ऊपर से सारी नजरें सीएम के ऊपर है तो अभी तो ये अटैक करवा ही नहीं सकते तो यहां पे शरद का कहना था कि अभी आप गुड्डू को साइड में रखिए हमारे पास एक नया स्कीम है हम जो नया प्रस्ताव लेकर आए थे वो टोटली पैसे से रिलेटेड है यानी कि लाला

 लाला एक ऐसा इंसान है जो कि जब तक जेल से बाहर रहेगा तब तक बहुत ज्यादा प्रोडक्टिव है हर किसी के लिए वो बस पैसा ही लाके देगा जैसे ही वो बाहर आएगा तो हमारा बिजनेस शुरू हो सकता है फायदा आपको भी है हमको भी है लेकिन माधुरी इस चीज के लिए रेडी नहीं थी क्योंकि लाला भी एक बहुत बड़े स्कैंडल मैं फंसा हुआ था तो अगर वो लाला को बाहर निकालती है तो हो सकता है कि और भी चीजें कॉम्प्लिकेटेड हो सकती थी इसी के कारण वो शरद को कहती है कि मेरे पास कुछ और प्लांस भी है वो गुड्डू को फंसाने के लिए ही ये सारी चीजें गड़बड़ करती जा रही थी

उसके बाद हम पंडित जी को देखते हैं जो कि यहां पे साइन वगैरह करने के लिए आए थे लेकिन यहां पे रहते हुए उन्हें इतने ज्यादा दिन हो गए थे कि उन्हें आज की डेट तक भी याद नहीं थी तबी यहां पे लाला आते हैं और उनसे बातचीत करने लगते हैं वो पंडित जी के पास इसलिए आए थे ताकि पंडित जी ये बात समझ सके कि वो खुद यानी कि लाला और पंडित जी निर्दोष है और जो दोषी है वो सिर्फ और सिर्फ गुड्डू है उसी सलाकों के पीछे रहना चाहिए पंडित जी बोलते हैं कि आपने और हमने भी अपराध करे हैं इसलिए हम जेल में है अगर गुड्डू ने भी अपराध किया है तो वह भी जेल में जरूर आएगा लेकिन लाला बस बार-बार पंडित जी को यही समझा रहे थे कि तुम्हें आज नहीं तो कल हमारी जरूरत पड़ेगी और जो दोषी है उन लोगों को सजा तो मिलनी चाहिए जिसके बाद में जेल का ही एक सीन दिखाया जाता है सबको अपनी-अपनी ड्यूटीज दी जा रही थी तब यहां पे एक बहुत ही खूंखारआदमी से इंट्रोड्यूस कराया जाता है जिसका नाम गेरुआ हुआ था पंडित जी को किचन की ड्यूटी मिलती है लेकिन उनके पास वाला आदमी कहता है कि पंडित जी आप इस ड्यूटी के लिए मना कर दीजिए आपके साथ जो आदमी काम करने वाला है वो बहुत भयंकर है उसने कई सारे लोगों को मार दिया वकीलों से तो ना जाने उसकी कौन सी दुश्मनी है गरम- बर्तनों से लोगों को मार डालता है लेकिन पंडित जी कहते हैं मैं डरता नहीं हूं मैंने उसका क्या बिगाड़ा है जो मैं डरूंगा

 उसके बाद फिर हम बड़े त्यागी यानी कि छोटे त्यागी को देखते हैं वो यहां पे अपने भाई की बच्ची यानी गिन्नी के साथ में खेलने लगता है ताकि किसी को शक ना हो क्योंकि उसका फादर भी ऐसी चीजें किया करता था गिन्नी बहुत खुश थी छोटा बस उसे खुश रखने की कोशिश किया करता था छोटे घर पे रहा ही नहीं करता था क्योंकि उसे पता है कि अगर वो एक भी दिन एक भी रात यहां पे रुक गया तो 100% उसकी भाभी पहचान जाएगी कि कौन है लेकिन इस बार तो उसकी मां मना कर देती है कि आज तुम कहीं पे भी बाहर नहीं जाओगे तुम्हारे पिताजी है वो सारा काम संभाल लेंगे और तुम रात में घर पे ही रुको अब छोटे की फटी हुई थी कि जैसे ही भाभी उसके पास आएगी तो शायद उन्हें पता चल जाएगा इसी के कारण वो अपनी बच्ची को पास खींच लेता है लेकिन भाभी जी पास आते ही उस बच्ची को साइड में कर देती है अपने हस्बैंड यानी भरत के पास आने लगती है लेकिन था तो वो शत्रुगन अपनी भाभी को हाथ तक भी नहीं लगाता बल्कि उसके तो पसीने छूट रहे थे तभी यहां पे रात में एक कॉल रेड लाइट एरिया से आता है तब जाके छोटे को पता चलता है कि जो उसका बड़ा भाई है उसके कांटेक्ट वहां तक है बल्कि वो अपने वाइफ को छोड़कर ऐसी जगहों पे भी जाया करता है और ये बात उसकी वाइफ को भी पता है कि उसका हस्बैंड ऐसी जगहों पे जाया करता है वो भरत को कहती है कि अगर आपका घर में मन नहीं लगता तो आप बाहर जाया करिए जहां पे छोटा बात संभाल लेता है और कहता है कि नहीं नहीं ऐसा कुछ नहीं है बस हमारी तबीयत ठीक नहीं थी ऊपर से तुम भी तो कितना काम करती हो तब जाके यहां पर उसे लगता है कि क्या बात है आज उसके हस्बैंड में बड़े चेंजेज आ गए हैं बड़े अच्छी तरीके से बातचीत कर रहा है इवन उसकी बेटी भी अब ज्यादा प्यार करने लग गई है क्योंकि ये छोटे ही तो था

उसके बाद हम वीणा त्रिपाठी को देखते हैं आज इनके घर में कोई रसम होगी इसलिए उसने कोई ड्राइंग बनाई थी और तभी यहां पे एक बिल्ली आ जाती है जिससे कि बीना बहुत ज्यादा डर जाती है और अपने बच्चे को उठा लेती है ऐसा लग रहा था कि जैसे उसके बच्चे के ऊपर कोई अटैक करने के लिए आया है जिसके बाद में सीन यहां कालीन भैया के ऊपर शिफ्ट हो जाता है पता चलता है कि कालीन भैया ने दवाइयां लेने से मना कर दिया है तभी यहां पे दद्दा आते हैं और कालीन भैया से बातचीत करने लगते हैं कि जितना दुख कालीन भैया को हैउतना दुख दद्दा को भी है क्योंकि कालीन भैया ने भी अपना बेटा खोया है और दद्दा ने भी अपना बेटा खोया है लेकिन जरूरी ये है कि जिंदा कौन बचा है जो योग्य होगा वही जिंदा रहेगा और जो योग्य होगा वही कुर्सी के ऊपर बैठेगा दद्दा यहां पे छोटे की इतनी बुराई करता है जबकि उसका छोटा बेटा तो पीछे ही खड़ा था दद्दा का कहना था कि उन्होंने तो कपूत को जना था जो कि एक लड़की के चक्कर में मर गया और जरूरी भी नहीं था उसका जिंदा रहना बल्कि अब वो कालीन भैया को समझाता है कि आप जिंदा रहिए मिर्जापुर को आपकी जरूरत है जन्मों-जन्मों तक याद रहना चाहिए कि आप कौन थे आप कालीन भैया थे और पीछे खड़े होके बेचारा जो छोटे था वो अंदर ही अंदर से जल के राक हो रहा था बहुत गिल्ट फील कर रहा था कि उसका बाप उसके लिए कितना गलत सोचता था

जिसके बाद में सीन गोलू के ऊपर शिफ्ट हो जाता है गोलू ने भी हर जगह अपनी फील्डिंग बिठा रखी थी हर जगह अपने नेटवर्क सेट कर रखे थे क्योंकि वो कालीन भैया को ढूंढना चाहती थी तभी उसे पता चलता है कि आजकल शरद भैया की गाड़ी वो बिहार में हफ्ते के दो-तीन चक्कर तो लगा ही देती है तब जाके गोलू श्योर हो जाती है कि शरद ने ही कालीन भैया को छुपा के रख रखा है जिसके बाद में एक सीन आता है जहां पे शरद काफी सारे खेतों के सामने खड़ा था सेम टाइम पे अब कहीं ना कहीं माधुरी को भी कॉन्फिडेंस आ गया था कि अब अगर उसने शरद की हेल्प की है तो फंडिंग उसके पास आ जाएगी तो वो आम बाघ के प्रोजेक्ट के लिए हां कर देती है और साथ ही में शरत को कॉल मिलाकर कहती है कि मुन्ना का हमारे पास कुछ रह गया था लास्ट एपिसोड में हमें पता लगा था कि कई सारे अफीम के खेत मुन्ना भैया के नाम पर थे और नॉमिनी में माधुरी थी तो माधुरी वो सारे के सारे खेत अब शरत को अलॉट कर देती है यानी कि शरत के पास अफीम आ गई थी लेकिन तभी यहां पे आनंद जी वो 5 करोड़ की डील रख देते हैं कि पहले तो एडवांस चाहिए

इसके बाद फिर से सीन पंडित जी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है व रसोई घर के अंदर खाना बना ही रहे थे और उनके आसपास गेरुआ भी था लेकिन कुछ लोग आते हैं जो कि गेरुआ के ऊपर अटैक कर देते हैं गेरुआ पंडित जी के सामने ही उन लोग लोगों को मार देता है जिसके बाद में पंडित जी को समझ में आ गया था कि गेरुआ सच में एक बुरा आदमी है और लोगों को बस यूं ही मार देता है तभी जब पंडित जी वॉशरूम के अंदर जाते हैं तो गेरुआ भी पीछे-पीछे आ जाता है और पंडित जी से बातचीत करने लगता है कि हमें आपकी बहुत ज्यादा जरूरत है जहां पे पंडित जी कहते हैं कि तुम एक अपराधी हो तुम तो लोगों को मार देते हो पांच लोगों को यूं ही बेवजह मार चुके हो और अब भी तुम्हें हमारी जरूरत है जहां पे गेरुआ अब खुद की स्टोरी बताता है कि उसकी एक छोटी सी बच्ची हुआ करती थी उसके जो मलिक थे जिसके यहां पे वो काम किया करता था उस आदमी ने गेरुआ की बेटी के साथ में गैंग रेप किया तो गेरुआ ने गुस्से में आकर बस उसे पीटा ही था लेकिन अगले दिन उसके सारे आदमियों ने गेरुआ की बच्ची को जिंदा जला दिया अब आखिर गेरुआ करता भी तो क्या फिर वह वो लोगों को मारने जाता था तो पंडित जी कहते तुमने एफआईआर क्यों नहीं कराई जहां पे गेरुआ कहता है आपको क्या लगता है कि हमने एफआईआर नहीं कराई होगी हमने सब कुछ करके देखा सारे लीगल काम करके देखा लेकिन वो लोग अब हमारी फैमिली के पीछे पड़ गए हैं हमें जानबूज करके पुलिस स्टेशन के अंदर डाल दिया गया है अब आप बताइए हम हमारी बच्ची का बदला कैसे लेंगे तब जाके पंडित जी को समझ में आता है कि गेरुआ की इस वक्त सच में गलती नहीं थी और जो गेरुआ था उसे पंडित जी से एक मर्सी फॉर्म भरवाना था ताकि जज के पास में वो अपील कर सके यहां से जल्दी छुट्टी लेने की ताकि वो अपने घर जाके अपने घर वालों को बचा सके क्योंकि जो लोग भी गेरुआ के ऊपर अटैक कर रहे हैं कहीं ना कहीं वो उसके फैमिली के पास में भी जाके उनके ऊपर अटैक कर सकते हैं

इसके बाद फिर हम शरद को देखते हैं यहां पे वो लाला को कॉल लगाता है वो लाला से डीलि करने की कोशिश करता है और कहता है कि देखिए अब आपको हमसे डील तो करनी ही पड़ेगी अंदर रह के वो उसे अफीम का बिजनेस देना चाहता था लेकिन लाला कहता है कि यार तुम मेरा काम तो करवा नहीं पाए मुझे अभी तक छुट्टी नहीं दिलवा पाए जो गुड्डू है वो बाहर बैठा है मजे कर रहा है चैन की सांस ले रहा है और मैं यहां पे जेल के अंदर बैठ के सड़ रहा हूं जहां पे शरद का कहना था कि देखिए अभी तो हमारे पास आपके लिए सिर्फ और सिर्फ बिजनेस है अफीम हमारी रहेगी कांटेक्ट आपके रहेंगे 50 % का आपको हिस्सेदारी मिलेगी बोलिए आपको काम करना है या नहीं करना है जेल के अंदर बैठ के आप इतना तो कर ही सकते हैं जहां पे लाला को लगता है कि यह फालतू का टेंशन लेने से अच्छा है कि बैठे बिठाए बिजनेस मिल रहा है तो उसे ना बिल्कुल नहीं करना चाहिए और वो शरद के बिजनेस के लिए हां कर देता है जिसके बाद में सीन यहां डिंपी की मां के ऊपर शिफ्ट हो जाता है डिंपी यहां पे अभी भी खुद के फादर की कुछ फाइल्स का काम ही कर रही थी क्योंकि पंडित जी ने डिंपी को कहा था कि जो केस वो लड़ रहे थे उनके लिए थोड़े से नोट्स वगैरह बना ले तो डिंपी की मां कहती है कि अगर उन्हें इतना ही काम करना है तो बाहर आके क्यों नहीं कर लेते यहां पे पता चलता है कि रॉबिन खाना बना रहा था तो डिंपी की मां कहती है कि डिंपी तुम तो सच में बहुत ज्यादा लकी हो क्योंकि रॉबिन इस फैमिली को बहुत अच्छी तरीके से संभाल रहा था और डिंपी से बहुत ज्यादा प्यार भी करता था अब अगले दिन तो डिंपी की मां ने सोच लिया था कि उसे अपने हस्बैंड की सच में ज्यादा जरूरत है इसी के कारण वो पंडित जी के पास चली जाती है और इस बार उन्हें इमोशनल कर देती है कि आखिर आप कर क्या रहे हैं आपको क्या मेरी जरूरत नहीं है या फिर मुझे आपकी जरूरत नहीं है आप एक फैमिली हैं अब तक आपने जो भी किया वो खुद के बेटे के मोह में आकर किया लेकिन आप मेरे पति भी तो है आपको मेरी बात भी तो सुननी पड़ेगी आप अपने लिए क्यों नहीं लड़ रहे हैं आपको क्या बस मरने का शौक है कहीं ना कहीं पंडित जी इन सारी बातों को सुन रहे थे और समझ भी रहे थे और अगले दिन जब उनकी हियरिंग होती है तो यहां पे वापस से पंडित जी एक ही लाइन रिपीट करते हैं कि उन्होंने मौर्या को मारा था लेकिन उनके ऊपर जो दफा लगाई गई है 302 की वो बिल्कुल गलत है बल्कि उनके ऊपर कोई और दफा लगानी चाहिए यह सुनकर मौर्या की वाइफ भड़क जाती है और वकील को कहती है कि ये क्या कर रहे हैं अब जैसे ही जज को ये बात सुनाई देती है कि पंडित जी अपने खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं तो जज अगली डेट दे देते हैं ताकि पंडित जी अपने लिए लड़ सके

दूसरी तरफ माधुरी आईजी दुबे को कहती है कि आपको जाके गीता पे हाथ रख के झूठी कसम खानी पड़ेगी और कोर्ट के अंदर बताना पड़ेगा कि कैसे उनके फादर बिल्कुल गलत और उन्हें तो मौत की सजा होनी चाहिए तो गुड्डू वहां पर आकर हंड्रेड परसेंट पंगा करेगा और उसके बाद कानून के सामने उसे पकड़ लिया जाएगा और इसी तगड़े प्लानिंग के साथ में मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 3 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 4 मे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

एपिसोड 3 में हमने देखा था लाल ने शरद की डील को मंजूर कर लिया था और शरद ने लाल से वादा किया था कि आपको मुनाफे में से 50% बैठे बिठाये मिलेगा दूसरी तरफ रमाकांत पंडित अपनी खुद के केस लड़ने के लिए तैयार हो जाता है और वह कोर्ट में कहता है कि उसके ऊपर जो 302 की धारा लगी हुई है वह बिल्कुल ही गलत है तीसरी तरफ माधुरी अपना फिर से अपना पत्ता फेंकने वाली थी माधुरी आईजी दुबे को कहती है कि आपको जाके गीता पे हाथ रख के झूठी कसम खानी पड़ेगी और कोर्ट के अंदर बताना पड़ेगा कि 302 की धारा गुड्डू पंडित के पिताजी के ऊपर बिल्कुल सही लगाई गई है और ऐसे आदमी को जेल में नहीं बल्कि फांसी दे देनी चाहिए और यह सुनकर गुड्डू पंडित भड़क जाएगा और वहां पर आकर हंड्रेड परसेंट पंगा करेगा और उसके बाद कानून के सामने उसे पकड़ लिया जाएगा

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 4 Kekadaa

इस एपिसोड की शुरुआत त्यागी से होती है शत्रुगन जो कि भरत बन कर घूम रहा था उसी जगह पे पहुंच जाता है जहां और उसका भाई जाया करता था रेड लाइट एरिया की ओनर उससे पूछती है कि आपको आज किसके साथ में भेजना है जिस लड़की को त्यागी चूज करता है तो यहां की ओनर बोलती है कि ये तो आपके टेस्ट की है नहीं फिर भी त्यागी को तो वही लड़की चाहिए थी इसके साथ में वो एक लड़की को और ले जाता है इसकी चॉइस देख के साफ पता चल रहा था कि उसे तो बिल्कुल गोलू जैसी लड़की चाहिए थी उस लड़की के बाल छोटे थे उसके बाद त्यागी एक लड़की को बेल्ट से मारता है और दूसरी लड़की थी जिसके बाल छोटे थे उसे बस ये चीजें देखने के लिए बिठाया था कि ताकि इन दोनों को ही दर्द हो और हर कोई उस दर्द को महसूस कर सके

 जिसके बाद में सीन लाला की हवेली के ऊपर शिफ्ट हो जाता है अब यहां पे शबनम थी और इसी के साथ में जो इनकम टैक्स वाले थे उन्होंने घर पर रेट मार देते हैं हालांकि इनकम टैक्स वाले भी शबनम के साथ में मिले हुए थे शबनम का कहना था कि मैंने आपको पैसे भिजवाए थे ना फिर दिक्कत क्यों हो रही है तो यहां पे ये ऑफिसर कहता है कि देखिए हम लोग तो आपके सपोर्ट में ही है एक्चुअली सरकार को लग ही नहीं रहा है कि लाला ने सारा काम धंधा बंद कर दिया है इसी के कारण वो बीच-बीच में आया करते हैं हम तो आपको ऑफर दे रहे हैं अगर वो अंदर है तो क्या हुआ काम तो आप भी कर सकती है उन्हें कहिए कि हम उनके सपोर्ट में हैं क्योंकि पैसा तो चाहिए और हम आपको पूरी-पूरी तरीके से हेल्प भी करेंगे तो जाइए और जाके अपने पिताजी से बात करिए शबनम पहले तो मना कर चुकी थी कि उसे इन सब चीजों के बारे में पता नहीं है और नहीं ही वो ये काम करेगी जब उसके फादर बाहर आएंगे तो ही ये काम पूरा होगा लेकिन कहीं ना कहीं ये इनकम टैक्स ऑफिसर काम को फिर से शुरू करने के लिए कहता है जिसके बाद में सीन यहां कोर्ट के अंदर शिफ्ट हो जाता है अब जैसे कि लास्ट एपिसोड में हमने देखा था कि पंडित जी अपना केस लड़ने के लिए तैयार हो गए थे बस वो खुद के ऊपर गलत इल्जाम नहीं लगवाना चाहते थे यानी कि वो सजा तो ले लेंगे लेकिन गलत इल्जाम नहीं लगने देंगे इसी कारण अब वो मौर्या की वाइफ को कोर्ट के अंदर खड़ा कर देते हैं और उसके बाद में सवाल जवाब करने लगते हैं कि आखिर मैं आपके घर पे कितनी बार आया मौर्या जी के हाथ से मैंने कितनी बार चाय पी और वो मेरे साथ में किस तरीके के संबंध रखते थे थे अब यहां पे मौर्या की वाइफ फस जाती है क्योंकि उसे पता था कि पंडित जी बुरे इंसान नहीं है पंडित जी बहुत अच्छे इंसान है और हमेशा से उसके हस्बैंड के साथ में मौर्या जी की बहुत अच्छे रिलेशन थे जहां पे पंडित जी ये बात साबित कर देते हैं कि अगर पंडित जी गलत इंसान होते या फिर कोई गलत इंटेंशन रखते तो मौर्य जी कब का उन्हें धक्के देके घर से बाहर निकाल देते तो फिर आखिर पंडित जी उनके घर में बैठ के चाय कैसे पिया करते थे इससे साफ पता चल रहा था कि पंडित जी और मौर्या के बीच में अच्छे रिलेशन थे ना कि ये दोनों एक दूसरे के खिलाफ थे जिसके बाद में जो दूसरा अपोजिशन पार्टी का वकील था उसने एक नया खेल खेला उसने यहां आईजी दुबे जैसा कि हमने लास्ट एपिसोड में देखा ही था कि माधुरी ने आईजी दुबे को कहा था कि आप मेरा एक इंपॉर्टेंट काम करिए आईजी दुबे को यहां पर आके पंडित जी के खिलाफ एक गवाही देनी थी

उसके बाद हम लाल को देखते हैं इस बार शबनम उनसे बात करने के लिए आई थी अपने नया काम स्टार्ट करने के लिए क्योंकि शबनम के पिता वह तो जेल के अंदर थे और अब शरद को भी उससे काम मिल चुका था तो लाला बात तो करना चाहता था शबनम से लेकिन शबनम बहुत ही ज्यादा परेशान थी क्योंकि उसके ऊपर प्रॉब्लम आ गई है ये जो इनकम टैक्स वाले हैं वो उससे पैसा मांग रहे हैं और इन्हें जल्द से जल्द काम शुरू भी करना पड़ेगा लेकिन अब यहां पे शबनम का कहना था कि शरद से अगर आपको डील मिली है तो मैं तो शरत के पास नहीं जाऊंगी बल्कि सही इंसान तो गुड्डू है तब जाके यहां पे लाला अपना बिल्कुल दिमाग बदल देता है और अब वो शरद की डील को कैंसिल करके अपनी बेटी को इस ड्रग वाले काम को आगे बढ़ाने के लिए कहता है वह कहता है कि ठीक है गुड्डू से बात कर लो शबनम कॉल लगाती है जहां पर सामने से रिप्लाई आता है कि वह लोग फेस टू फेस बात करेंगे जिसके बाद सीन वापस से कोर्ट के अंदर शिफ्ट हो जाता है अब आईजी दुबे की यहां पे पेशी चल रही थी उसे सारी चीज पूछी जाती है जहां पर दुबे जी का साफ-साफ कहना था कि मौर्य और पंडित जी आपस में मिले हुए थे वो दोनों साथ में काम कर रहे थे लेकिन जब बात यह आई कि गुड्डू को अरेस्ट करना है तो यहां पे पहली बात तो ऑन द स्पॉट एनकाउंटर होने का सवाल ही नहीं था गुड्डू को तो लाया जा रहा था लेकिन इसी के बीच में पंडित जी को पता चला कि उनका बेटा फंस जाएगा इसी चक्कर में उन्होंने मौर्या का मर्डर कर दिया तो यहां पर बात तो बिल्कुल साफ थी की पंडित जी ने मोरिया को जानबूझकर मारा है गुड्डू को बचाने के लिए जिसके लिए उसे फांसी दे देनी चाहिए क्योंकि गुड्डू पंडित एक गुंडा है और उसके ऊपर कोई केस बने ही ना इसी चक्कर में मौर्या को मार के सारी की सारी कड़ियां ही खत्म कर दी है वहां के जज पंडित जी को बहुत अच्छी तरीके से जानता था और वो पंडित जी को सजा भी नहीं देना चाहता था इसी के कारण ये आखिरी डेट थी जब पंडित जी को सजा मिलने वाली थी लेकिन फिर भी जज ने इस डेट को संभाल के रख लिया कि शायद अगली डेट तक चीजें बदल जाए और उन्होंने कहा कि इस चीज का फैसला अगली डेट पे लिया जाएगा

उसके बाद हम डिंपी को देखते हैं वो सच में काफी ज्यादा परेशान थी उसके साथ रॉबिन भी बैठा था रबिन उसे समझाने की कोशिश करता है कि चीजें ठीक हो जाएगी लेकिन डिंपी का कहना था कि उसका भाई ना जाने किस संगत में लग गया उसके बाद वो खुद की मनमानी करने के लिए चला गया उसके पापा को भी कौन सा जस्टिस चाहिए था वो भी अपने काम के अंदर निकल गए तो फिर आखिर डिंपी क्यों किसी के वेट में बैठी है क्यों सारी चीजें ठीक कर रही है उसे भी अपने मन की करनी चाहिए लेकिन रॉबिन का कहना था कि नहीं तुम ऐसा नहीं कर सकती हो सारी चीजें अपने आप ठीक हो जाएगी हम वेट करेंगे ना जहां पे डिंपी कहती है कि हां ओबवियस स बात है अब तो तुम्हें रहना ही पड़ेगा तुम्हारी मां भी तो तुम्हारे साथ रहती है

 मां का नाम सुनते वो बातों को बदल देता है और कहता है कि हमें बस एक डील खत्म करके आनी है उसके बाद हम सीधा घर पहुंचते हैं रोबिन त्यागी के पास में अपना अकाउंट क्लोज करवा रहा था त्यागी कहता है कि छोटे को तुम पे बहुत ज्यादा विश्वास था तो हमें भी तुम पे पूरा-पूरा विश्वास है अब यहां पे रॉबिन को समझ में आ गया था कि ये जो बड़े भैया हैं वो काफी ज्यादा परेशान हैं अकेले बैठे हैं तो क्यों ना इन्हें कंपनी दे दी जाए जिसके बाद में ये दोनों साथ में बैठ जाते हैं बातचीत करने लगते हैं बातचीत करते-करते सीधा लव अफेयर तक बात पहुंच जाती है जहां पे पहले तो त्यागी का कहना था कि तुम आखिर इस काम को बंद क्यों कर रहे हो तुम्हारा तो काम बहुत अच्छा चल रहा है जहां पे रॉबिन कहता है कि देखिए हमें सेटल होना है त्यागी का कहना था कि लोग सेटल होने के लिए काम शुरू करते हैं तुम अपना सेटल होने के लिए काम धंधा छोड़ रहे हो ये क्या चीज है जहां पे अब रॉबिन को समझ में आ गया था कि वो जिस तरीके का दो नंबर का धंधा करता है वो आगे जाके नहीं नहीं चल पाएगा ऊपर से डिंपी जैसी एकदम सिंपल लड़की के साथ में अगर उसे रहना है तो कोई ढंग का काम करना पड़ेगा अब यही चीजें त्यागी को भी हिट कर रही थी तो वो भी बोलता है कि हां साला प्यार करने पर तो सारी चीजें गड़बड़ हो जाती है उसके बाद में वो रॉबिन से बात करता करता ही गोलू की पिक्चर देखने लगता है रॉबिन को सक तो हो रहा था क्योंकि त्यागी जब ड्रिंक डाल रहा था तो उसने पहले अपने सीधे हाथ का इस्तेमाल किया उसके बाद रॉबिन को दिखाने के लिए फिर उल्टे हाथ में बॉटल ले लेता है

उसके बाद हम गोलू को देखते हैं जो कि घर पर आकर अपनी बहन की शादी की पिक्चर्स देख रही थी तब यहां पे डिंपी आती है जो कि उसकी बहन की साड़ी लेकर आई थी तो यहां पे गोलू कहती है कि देखो अब हमें इसकी सही में जरूरत नहीं है बल्कि अगर ये तुम्हारे काम में आए तो हमें ज्यादा खुशी होगी कहीं डिंपी का कहना था कि गोलू तुम अपने काम से काम रखो क्योंकि गुड्डू भैया जो है वो तो अपना गोल तय कर चुके हैं कि उन्हें तो बर्बाद होना है तुम आखिर क्यों अपना जीवन खराब कर रही हो उनके पीछे जहां पे गोलू कहती है कि देखो वो इस जगह पर है जहां पे उन्हें कोई ना कोई संभालने के लिए जरूर चाहिए वो अकेले कुछ भी नहीं कर सकते हैं डिंपी को लग रहा था कि गोलू जरूर गुड्डू को पसंद करती है इसी के कारण वो कुछ नहीं कहती क्योंकि हो सकता है कि शायद गुड्डू के साथ में अगर कोई रहे तो ज्यादा ठीक रहेगा क्योंकि गोलू बाहर निकल ही रही थी कि तभी रोबिन दिख जाता है तो वो रोबिन को कहती है कि जल्दी जाओ शादी का जोड़ा ट्राई हो रहा है जिसके बाद में गोलू अब वापस से हवेली पहुंचती है जहां पे उसे शबनम लिप्पी के साथ में आई थी यहां पे शबनम बैठ के बातचीत कर ही रही थी और बीना बीच में बोल पड़ती है कि शबनम अपने साथ में एक डील लेकर आई है गोलू की शबनम से बिल्कुल नहीं बनती थी वो उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं करती थी इसी के कारण कहती है कि बताओ भाई आखिर क्या ऑफर लेकर आई हो शबनम कहती है कि देखो भाई मैं एक बहुत बड़ी प्रॉब्लम के अंदर फंस गई हूं मुझे तुम लोगों की जरूरत है तुम लोग मेरे साथ में डील करो हम लोग पैसा कमाएंगे बात इतनी सी है लेकिन यहां पे गुड्डू साफ मना कर देता है क्योंकि उसे इस बार शबनम के साथ में डील करनी ही नहीं थी यहां पे प्रॉफिट और लॉस की बात नहीं थी कहीं ना कहीं वो शबनम से अटैच था अगर इस बार शबनम फंसी तो शबनम भी मारी जाएगी या फिर बहुत कुछ गलत हो सकता है लेकिन शबनम का कहना था कि जब आपको जरूरत थी तब आप हमारे पास आए अब जब मैं फंसी हुई हूं तो आप अच्छी बातें कर रहे हैं कि मैं फंस जाऊंगी जहां पे गुड्डू कहता है कि ठीक है फिर बात अगर सही और गलत के बीच में है तो बताओ सप्लाई कब दोगी जहां पे शबनम का कहना था कि वो एक डील लेकर आई है और उस डील को क्रैक करने के लिए जाना पड़ेगा फिर से बीना बीच में कूद जाती है क्योंकि इस वक्त गोलू ने कहा था कि शबनम के साथ में वो जाएगी लेकिन बीना कहती है कि दो औरतें जाएंगी तो डील कैसे होगी जिससे भी डील करनी है वो बाहुबली से मिलना चाहता है तुम आखिर क्या हो यहां पे गोलू को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था और गुड्डू भी सोच ही रहा था कि आखिर ये बीना क्या बकवास कर रही है तो यहां यही तय होता है कि गुड्डू जाएगा डील करने के लिए शबनम के साथ में और गोलू यहीं पे रुकेगी रात हो गई थी गुड्डू को यहां से निकलना था बैग वगैरह पैक करके तो वो गोलू को ढूंढने लगता है जबकि गोलू तो पहले से ही बाहर खड़ी थी सारी सिक्योरिटी वगैरह चेक करवा रही थी जाने से पहले गोलू गुड्डू को कहती है कि अब जब जा ही रहे हैं तो डील क्रैक करके आइएगा हम आपका वेट करेंगे पीछे से शबनम भी निकल जाती है अपना सारा सामान पैक करके यह डील इन्हें काठमांडू मैं तय करनी थी नेपाल के अंदर काफी सारी सिक्योरिटी क्लियर करने के बाद में शबनम और गुड्डू को अंदर भेज दिया जाता है लेकिन शबनम को एक एंट्री के बाद में रोक लिया जाता है और अंदर डील करने के लिए सिर्फ और सिर्फ गुड्डू जाता है गुड्डू देखता है कि यहां पे दो लोग पहले से ही बैठे हैं यहां पे एक आदमी है जो कि सिगार फूंक रहा है और पत्ते खेल रहा है और बात करने में इंटरेस्टेड नहीं है तब यहां पे गुड्डू बातचीत करना शुरू करता है और कहता है कि हम तो यहां काम करने के लिए आए हैं एक हाथ हमारा ट्रिगर पे रहता है पहले से ही हमें नेपाल की सर्दी सूट नहीं हो रही है क्योंकि पूर्वांचल के अंदर तो बहुत ज्यादा गर्मी है तो ये बंदा बात काट देता है और गुड्डू को कहता है कि पत्ते खेलने आते हैं ना तुम्हें तो चलो पत्ते खेलते हैं जिसके बाद गुड्डू भैया अपना टशन दिखाते हुए हाथ में पत्ते लेते हैं पत्तों को कटवाते हैं और उसके बाद में एक कहानी शुरू करते हैं कि एक चूहा वो एक भालू के पास गया और उसके बाद में उसे कहा कि वैश्य का शौक कुत्ते की मौत नशा छोड़ो हमारे साथ चलो देखो जंगल कितना ब्यूटीफुल है अब ये बात करते-करते लगभग गुड्डू ने काफी सारे पैसे लगवा दिए थे ये स्टोरी इतनी ज्यादा क्रिटिकल हो गई थी क्योंकि पत्ता मैच करवाना था और अभी तक भी किसी का पत्ता मैच नहीं हुआ था और पैसे बढ़ते ही जा रहे थे बढ़ते ही जा रहे थे और वहीं पर बैठे एक आदमी सिगार फूंक रहे थे तब यहां पे गुड्डू ने कहा कि उसके बाद यह सुनकर शेर को गुस्सा आ गया और उसने एक दिन चूहे को पकड़ लिया तब सब ने मिलके पूछा शेर से कि आखिर भाई तुमने चूहे को क्यों मारा जहां पे शेर बताता है कि साले ने गांजा फूक रखा है और कल से मुझे 3 घंटे तक जंगल घुमाया कि देखो जंगल कितना ब्यूटीफुल है तो आप अब हमें बताइए हमें अच्छी तरीके से पता है कि जंगल कितना ब्यूटीफुल है आप हमें बार-बार घुमाइए मत बताइए कि डील करनी है कि नहीं करनी है अब यहां पे जो मेन इंपॉर्टेंट पार्टी थी वो निकल के आती है यानी कि ये जो वाइट शर्ट के अंदर अंदर बंदा बैठा था जो कि पहले लग रहा था कि डील क्रैक करने वाला नहीं बल्कि सिर्फ पत्ते बांटने वाला है ये तो सामने वाली पार्टी की अंदर की कैपेसिटी चेक कर रहा था और गुड्डू ये बात पकड़ चुका था तब जाके ये बंदा इंप्रेस हुआ और गुड्डू के साथ में डील करने के लिए तैयार हो गया गुड्डू ने बहुत ही गजब तरीके से डील को तय कर लिया था जिसके बाद में गुड्डू सबसे पहला कॉल तो गोलू को ही लगाता है कि डील तय हो गई है और हम आज रात में यही रुकगे हम लोग कल सुबह आ जाएंगे गोलू को लग ही गया था कि अगर ये रुका है तो शायद कुछ ना कुछ तो गड़बड़ होगी इतनी देर में शबनम गुड्डू के कमरे में पहुंच जाती है कि खाना हम लोग साथ में ही खाएंगे जिसके बाद में आधी रात के अंदर गोलू को एक कॉल आता है और वो कॉल था कि जो टारगेट है उसे देख लिया गया है आप जल्द से जल्द आने की व्यवस्था करिए यानी कि गोलू त्रिपाटी को ढूंढ रही थी और उसे फाइनली त्रिपाटी की लोकेशन के बारे में पता चल गया था वो गुड्डू को कंटीन्यूअसली कॉल लगाती है लेकिन इस वक्त गुड्डू शमनम के साथ था डिनर कर रहा था गुड्डू को उसे समय गोलू का फोन उठाना सही नहीं लग रहा था और इसी के कारण वो गोलू का कॉल नहीं उठाता है यहां एक तरफ शबनम और गुड्डू आपस में इंटीमेट हो रहे थे वहीं दूसरी तरफ अब गोलू को लग रहा था कि बहुत सही मूवमेंट है उसे बस निकल जाना चाहिए गुड्डू तो कल की डेट में आ जाएगा इसी के कारण वो निकलने की तैयारी शुरू करती है तब हमें पता चलता है कि असल के अंदर त्रिपाठी नहीं मिला था बल्कि ये सारा किया धरा त्यागी का था उसने उसी बंदे को पकड़ लिया था जो कि गोलू को बार-बार इंफॉर्मेशन पास कर रहा था और त्यागी का कहना था कि अगर तेरे पास कॉल वापस नहीं आया तो तू मरेगा और आखिर के अंदर गोलू का कॉल आ ही जाता है कि हम तुम तक पहुंच रहे हैं तुम बाकी की चीजें तैयार करो यानी कि त्यागी ने गोलू को फंसा लिया था और इसी के साथ मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 4 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 5 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

लास्ट एपिसोड में हमने देखा था गुड्डू और शबनम बर्फी की डील करने के लिए काठमांडू पहुंच जाते हैं जहां पर उन्हें बढ़ती की डील को क्रैक करना था और गुड्डू सामने पर बैठे हुए बंदे को इंप्रेस कर लेता है और उनके बीच में डील तय हो जाती है उसके बाद एक कमरे के अंदर गुड्डू और शबनम आपस में इंटीमेट हो रहे थे और उधर गोलू गुड्डू को कॉल कर रही थी गुड्डू जानबूझकर कॉल नहीं उठाता है क्योंकि इस वक्त कॉल को उठाना ठीक उसे नहीं लग रहा था मगर गोलू उसे यह बताने के लिए कॉल कर रही थी कि उसका टारगेट मिल गया है यानी की अखंडानंद त्रिपाठी वहीं दूसरी ओर हमने देखा था कि त्यागी ने उसे लड़के को पकड़ लिया था जो की गोलू को खबर दिया करता था और यह सुनकर गोलू अखंडनंद त्रिपाठी को मारने के लिए निकल पड़ती है

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 5 Traahi

इस एपिसोड की शुरुआत रॉबिन से होती जो कि काफी सारा कैश इकट्ठा करके लाया था दरअसल गोलू नहीं उसे अकाउंट क्लोज करके सारे पैसे लाने को कहा था तो रोबिन कहता है कि आप इतना सारा रिस्क तो ले रही हैं थोड़ा संभल के जाइएगा जहां पे गोलू का कहना था कि अब रिस्क लेने की तो बात ही नहीं रही चीजें इनसे काफी ज्यादा आगे निकल गई है हमें बस थोड़ा सा काम है इसीलिए हमने तुम्हें कहा है रॉबिन का कहना था कि आप जितना रिस्क लेने जा रहे हैं वो बहुत ज्यादा बड़ा है जबकि गोलू का कहना था कि हम फाइनली उसी रिस्क को हमेशा के लिए डिलीट करने जा रहे हैं जिसके बाद में गोलू अपनी फैक्ट्री के अंदर पहुंचती है काफी सारे जो भरोसे वाले आदमी थे उन सबको इकट्ठा करती है एडवांस पैसा और बंदूक रखनी है उसके बाद जो नया वाला लड़का था उसे जाने के लिए कहती है और बाकी लोगों को कहती है कि जिसको भी हमारे साथ चलना है वो अभी के अभी तय कर लो एडवांस पैसा है रिस्क है लेकिन जिसे चलना है वो अभी चले और ना चलना है तो अभी मना भी कर दे उसके जो भी लोग थे कोई भी पीछे नहीं हटते है क्योंकि एडवांस पैसा भी मिल रहा था तो सारे लोग गोलू के साथ लिए चलने के लिए रेडी हो जाते हैं गोलू को मिले इनफॉरमेशन के मुताबिक इन लोगों को पूर्वांचल के बाहर यानी की सिवान जाना है क्योंकि इन्हें अपना टारगेट मिल गया था और उसे हैंड टू हैंड खत्म करना है हो सकता है वहां पे काफी ज्यादा सिक्योरिटी हो लेकिन इन्हें डरना नहीं है और अपने उस दुश्मन को मार गिराना है इसी कारण गोलू के सारे लोग उसके साथ निकल पड़ते हैं अगले दिन गोलू सिवान पहुंच गई थी यानी कि बिहार वहां पे वही बंदा उसे मिलता है जो कि अब तक उसे इंफॉर्मेशन दे रहा था गोलू उसके पीछे-पीछे निकलने लगती है एक गली के अंदर आके ये सारे लोग चुपचाप बैठ जाते हैं गोलू एक आदमी को कहती है कि वहां पर जाकर हल्ला करना नहीं करना है यानी कि शोर सर्व गोली की आवाज बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए नहीं तो लोग इकट्ठे हो जाएंगे तभी एक लड़का जाता है दो आदमियों को कहता है कि भाई पार्सल आया यानी उन्हें थोड़ा एंगेज करने की कोशिश करता है इतनी देर में गोलू के लोग आ जाते हैं उन्हें धीरे-धीरे करके मारना शुरू करते हैं गोलू को डाउट होता है कि बाहर अगर इतनी कम सिक्योरिटी है तो अंदर बहुत ज्यादा सिक्योरिटी होगी ये लोग अंदर घुसते हैं हर तरफ अलग-अलग जगह कमरों के अंदर जाते हैं लेकिन इन्हें कोई भी नहीं मिलता उसके बाद गोलू ऊपर की तरफ जाती है जहां पे ऊपर भी एक भी सिक्योरिटी गार्ड नहीं मिलता है जिसके बाद में गोलू एक कमरे के अंदर देखती है और वहां पे उसे कालीन भैया लेटे हुए दिखाई देते हैं और गोलू को समझ में आ जाता है कि यहां पे 100% फसाया गया है क्योंकि ये चीज इतनी आसान नहीं हो सकती है अभी तक कोई गोली नहीं चली कोई सिक्योरिटी गार्ड नहीं मिला तो यहां पर कुछ तो गड़बड़ है जिसके बाद में तो गोलू यहां से फुल स्पीड से भागने की कोशिश करती है लेकिन तब तक तो यहां पे गोलियां चलना शुरू हो जाती है वो जितने भी छह लोग लाई थी छह के छह मारे जाते हैं गोलू कमरे के अंदर घुस जाती है गोलू को समझ में आ गया था कि उसका किस्सा खत्म है वो पकड़ी गई है और जिसने भी उसे पकड़ा है वो उसे बाहर तो बिल्कुल भी नहीं जाने देगा जिसके बाद में गोलू को लगता है अब उसके पास जो कुछ चंद गोलियां हैं उससे वो एटलीस्ट कालीन भैया को तो खत्म कर ही देगी क्योंकि उसे मारना तो है ही तो इससे अच्छा है कि वह कालीन भैया को मार कर मारे इसके बाद वह बंदूक उठाती है और रोने लगती है और जैसे ही वह कालीन भैया के ऊपर सूट करने ही वाली थी तब यहां पर पता चलता है कि वहां पर कालीन भैया है ही नहीं दूसरी और फायरिंग स्टार्ट थी जहां गोलू के ऊपर सीधा एक गोली लगती है अब ये गोली मारने वाला और कोई नहीं बल्कि छोटा त्यागी है लेकिन गोलू से उसे बदला तो उसे लेना ही था इसी कारण छोटा त्यागी गोलू को गोली मार कर नीचे गिरा देता है

उसके बाद फिर हम गुड्डू भैया को देखते हैं वो तो शबनम के साथ में मिर्जापुर आने की तैयारी कर रहे थे मगर उन्हें किस बात की भनक नहीं थी कि गोलू गायब हो चुकी है उसके बाद सीन शिफ्ट होता है जेल में कविताएं पढ़ने वाला एक लड़का आता है जब उसकी चेकिंग हो रही थी तो उसके बैग में बुक्स वगैरह मिलती है पढ़ने लिखने वाला लड़का था खुद का नाम रहीम बताता है तो ये आदमी उससे कहता है कि हां भाई चल तुझे क्यों जेल में आया है जहां पे रहीम बताता है कि उसने कविता पढ़ी इसी के चक्कर में उसे जेल में डाल दिया तो इस आदमी को लगता है कि किसी लड़की को पढ़ा होगा तो रहीम बताता है कि नहीं हमने स्टेज पर शेरो शायरी की थी यह सुनकर उस आदमी को हंसी आने लग जाती है और ये कहता है कि इंपॉसिबल किसी को कविता पढ़ने के चक्कर में जेल में कोई डालता है रहीम को कहा जाता है कि सबके बीच शायरी सुनाओ अब रहीम तो बेचारा चुप हो जाता है अब आखिर करे तो करें क्या ये आदमी कहता है कि अगर सब लोगों की तालियां नहीं बजी तो देख हम तेरी क्या बजाते हैं रहीम कहता है कि ठीक है हम सब लोगों की तालियां बजवा देते हैं जिसके बाद में रहीम बहुत ही गजब वाला शेर सुनाता है और उसके बाद में सच में एक एक आदमी यहां पे बैठ के ताली बजाने लग जाता है सबको इतनी बढ़िया लगती है शायरी लेकिन ये आदमी तो भड़क जाता है और रहीम के पीछे पड़ जाता है उसे मारने के लिए रहीम भागता है और पंडित जी के पीछे आके छुप जाता है तो पंडित कहते हैं कि देखो भाई ये तो गलत बात है तुमने कहा था ताली बजवाने के लिए इस लड़के ने ताली बजवा दी तो आखिर गलत क्या है तो ये आदमी पंडित जी को कहता है कि पंडित जी देखिए आप पीछे हो जाइए अच्छा नहीं होगा उतनी ही देर में वहां पर गेरुआ और एक आदमी भी खड़ा हो जाता है क्योंकि कहीं ना कहीं वो पंडित जी की रिस्पेक्ट करते थे तो आज रहीम बच जाता है ये आदमी कह के जाता है कि देख आज नहीं तो कल मैं तो तेरी ऐसी तैसी तो जरूर करके रहूंगा जिसके बाद में सीन फिर से सिवान में शिफ्ट हो जाता है सारे लोग बैठे थे दद्दा त्यागी बैठा था इसी के साथ में शरद भी आ गया था सबको पता चल गया था कि सिवान में अटैक हुआ है तो त्यागी यहां पे बताता है कि वो तो हमें पहले से ही पता चल गया था कि अटैक होने वाला है इसलिए हमने इन्हें यहां पे शिफ्ट कर दिया तो शरद का कहना था कि आखिर तुम्हें कहां से पता चला तो त्यागी कहता है कि हमने कुछ दिनों से कुछ लोगों को बॉर्डर पे लगाया हुआ था यूपी की गाड़ियों पर नजर रखने के लिए तभी से थोड़ा बहुत शक होने लगा इसी के कारण हमने इनकी जगह चेंज करवा दी जहां पे दद्दा त्यागी कहते हैं कि और कौन-कौन था तो ये छोटा त्यागी कहता है कि कोई भी नहीं था बस उन लोगों के आदमी थे उन लोगों में गोल और गुड्डू नहीं थे लेकिन हमने सबको मरवा दिया है सिचुएशन कंट्रोल है तभी कालीन भैया कहते हैं कि ऐसा कभी नहीं हो सकता है शरद का भी सेम कहना था कि वो कालीन भैया को मारने के लिए कभी भी अपने आदमी नहीं भेजेंगे क्योंकि उन्हें तो गद्दी चाहिए और अगर गद्दी चाहिए तो उन्हें खुद को कालीन भैया को मारना होगा तो ऐसा तो पॉसिबल ही नहीं है जहां पे त्यागी कहता है कि देखो भाई हमारे यहां से तो कोई गद्दारी कर नहीं सकता है हम सिवान के अंदर हैं सिवान के अंदर किसी में इतना गुड्डा ही नहीं है कि कोई आके हमसे झूठ बोल जाए वहां पे जितने भी लोग थे सारे के सारे मारे गए हैं इसके बाद में अब शरद को थोड़ा बहुत डाउट हो जाता है और वो कहता है कि कालीन भैया यहां पर सेफ नहीं है इनको हम अपने घर ले जाएंगे

उसके बाद फिर हम वीणा त्रिपाठी को देखते हैं वह अपनी मेड से बोलती है कि बच्चा सो गया है क्या उसकी मेट कहती है कि हां सो गया है लेकिन जैसे ही बीना अंदर आती है तो उसे फिर से वही काली बिल्ली दिखाई देती है बीना पता नहीं क्यों बहुत ज्यादा डर रही थी कि जैसे उसके ऊपर और उसके बेटे के ऊपर कोई बहुत बड़ी प्रॉब्लम आने वाली है वो अपने बेटे को गले से लगा लेती है

यहीं दूसरी तरफ वापस से सीन दादा त्यागी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है वो बॉर्डर पर चेकिंग करवा रहा था कि एक भी गाड़ी खाली नहीं जानी चाहिए हर गाड़ी की चेकिंग होनी चाहिए कि आखिर वो गाड़ी क्यों आ रही है कहां से आ रही है और इस वक्त घर से कॉल आता है यानी कि भरत त्यागी की वाइफ और उसकी बच्ची का वो दादा त्यागी से पहले बात करते हैं आइएगा तो हमारे लिए कुछ लेकर आइएगा उसके बाद में दादा त्यागी अपने बेटे से पूछते हैं कि आज तुम घर चलोगे ना तो छोटा त्यागी या सो रहा था कि उसने तो अभी-अभी गोलू को मार गिराया उसे तो गोलू के पास जाना था तो ये कहता है कि नहीं नहीं हमें बहुत काम है यहां पे हमें सिक्योरिटी चेक करवानी है वैसे इतना बड़ा हमला हुआ है हम तो नहीं आ सकते हमारे पास में बहुत ज्यादा काम है इसी कारण वो बात टाल देता है और अपनी भाभी को भी यही कहता है कि हम घर पे नहीं आ पाए हमारे पास में बहुत ज्यादा काम है तभी यहां पे वो एक आदमी को देखता है और उसे पकड़ लेता है कि आखिर तुमने यूपी नंबर की गाड़ी को अंदर कैसे जाने दिया तो ये आदमी कहता है कि साहब उसके अंदर तो फैमिली बैठी थी जिसके बाद में तो ये त्यागी अब खुद का टशन दिखाना शुरू करता था ताकि सारे लोग उस परे विश्वास करें कि उसने कोई भी गड़बड़ नहीं करी है यानी कि उसने गोलू को नहीं बंदी बनाया है वो इस आदमी के गृहवन पड़कर सीधा गाड़ी के अंदर खींचता है सिर्फ और सिर्फ ये बताने के लिए वो बिल्कुल लॉयल है वो कोई झूठ बोल ही नहीं सकता जिसके बाद में सीन फिर से गुड्डू भैया के ऊपर शिफ्ट हो जाता है गुड्डू भैया वापस से अपने घर पे लौट चुके थे बीना और बच्चे के लिए गिफ्ट्स लेकर आए थे बीना पूछती है आखिर डील वगैरह कैसी रही तो गुड्डू बताता है कि डील तो हो गई जिसके बाद में गुड्डू गोलू के लिए पूछता है गोलू कहां पर है तो बीना कहती है कि गोलू तो घर पे नहीं है वो तो कल से निकली हुई है तब यहां पे गुड्डू को लगता है कि आखिर गई होगी तो कहां पे गई होगी सबसे पहले गुड्डू अपने घर पे कॉल लगाता है और उसके बाद में डिंपी को पूछता है कि क्या गोलू वहां पर आई है तो डिंपी मना कर देती है कि नहीं वहां पे नहीं आई है तो गुड्डू कहता है कि अच्छा तुम और मम्मी कैसे हो तो डिंपी बात को काट देती है और कहती है कि आप अपना ध्यान रखिए यहां पे कॉल मत किया कीजिए हम लोग हमारा ध्यान अच्छी तरीके से रख सकते हैं गुड्डू फोन रख देता है और अब गुड्डू इधर-उधर कॉल लगाना शुरू करता है बीना भी ये सारी चीजें देख रही थी कि आखिर कहां पे गई होगी जहां पे गुड्डू जो नया लड़का हायर किया गया था उसे बुलाता है उस लड़के से पूछताछ करता है कि गोलू कहां पर गई है तो ये लड़का कहता है कि नहीं भैया हमें तो नहीं पता हम तो अभी-अभी जॉइन किए हैं लेकिन हां ये जरूर पता है कि बहुत सारा सामान असला पैसे वगैरह मंगाए थे और कहीं बाहर जाने की प्लानिंग थी जिसके बाद में गुड्डू यहां गोलू के पापा को कॉल करता है तो गोलू के पापा भी कहते हैं कि नहीं हमसे तो कोई बात नहीं हुई लगभग दो-तीन दिन हो गए होंगे क्यों कुछ हुआ है क्या जहां पे गुड्डू कहता है कि नहीं नहीं कुछ नहीं हुआ हम तो बस यूं ही पूछ रहे हैं आपसे उनका फोन रखने के बाद में वापस इसी लड़की से पूछता है कि हां तुम क्या कह रहे थे कहीं बाहर जाने की प्लानिंग थी तो लड़का कहता है कि हां भैया हमें तो बस इतना ही पता है कि गोलू दीदी बहुत सारा सामान और पैसा लेके निकली थी और हो सकता है शायद कि यहां से बाहर जाने की प्लानिंग चल रही थी जिसके बाद तो गुड्डू का दिमाग खराब हो जाता है कि कुछ तो गड़बड़ जरूर है

इसके बाद सीन सीधा शिफ्ट होता है जौनपुर में शरद को डाउट था कि शायद कालीन भैया सिवान में सेफ नहीं है इसी के कारण वो कालीन भैया को घर की तरफ ले आते हैं कालीन भैया की हालत खराब थी कालीन भैया जैसे ही घर के दरवाजे पे खड़े होते हैं तभी यहां पे शरद की मां आ जाती है जो कि उनका वेलकम करती है कालीन भैया का कहना था कि कभी हमें लगा नहीं था कि आप हमारा वेलकम इस तरीके से करेंगे तो उसकी मां भी कहती है कि हां हमें भी नहीं लगा था कि हम आरती उतार के आपका वेलकम करेंगे क्योंकि कालीन भैया के ही आदमियों ने जौनपुर के बाहुबली यानी कि शरद के बाप को मारा था लेकिन अब खैर जो भी था शरद को तो गद्दी चाहिए थी इसी के कारण वो कालीन भैया के कंटीन्यूअसली जू हजूरी कर रहा था और वो एक फैमिली का झांसा देकर उन्हें घर तक भी ले आता है तभी यहां पे शरत को पता चलता है कि जौनपुर के अंदर काफी सारी गुड्डू की गाड़ियां घुसी जा रही है और उसके बाद शरद को यह इनफॉरमेशन जैसे ही मिलती है वह तुरंत निकल जाता है कालीन भैया और शरद की मां आपस में बात करते हैं कि आखिर अब क्या हो रहा है जहां पे शरद की मां कहती है कि कोई दिक्कत नहीं है आपको सेफ रखना ज्यादा इंपॉर्टेंट है आप हमारे फैमिली मेंबर है बाकी शरद सभी चीज संभाल लेगा कालीन भैया को बहुत ज्यादा ट्रस्ट होने लगता है कि शरद और उसकी मां दोनों उसकी कितनी ज्यादा हेल्प कर रही हैं

दूसरी तरफ गुड्डू हद से ज्यादा गुस्से मैं था कि ये काम और किसी का नहीं बल्कि सिर्फ और सिर्फ शरद का हो सकता है और उसी ने ही गोलू को किडनैप किया होगा इसी के कारण वो गाड़ी भर के सभी गुंडो को जौनपुर लेकर आता है जिसके बाद में एक तरफ से शरत की टीम आ रही थी वहीं दूसरी तरफ से अब गुड्डू भैया की टीम आ गई थी दोनों ने अपनी-अपनी गन पीछे कर ली थी इनके बीच में बहस हो जाती है शरद को लग रहा था कि गुड्डू को पता चल गया है कि कालीन भैया यहीं पर है लेकिन गुड्डू को तो इस बात से घंटा फर्क नहीं पड़ता कि कालीन भैया कहां है उसे तो गोलू से मतलब था तो इन दोनों के बीच में इसी चीज की बहस चल रही थी तो शरद का कहना था कि बिना कुछ पता लगाए तुम कैसे कालीन भैया को ढूंढने के लिए यहां पर आ गए गुड्डू कहता है कि तुम्हारे ताऊ जी गए ऐसी तैसी कराने के लिए तुम ये बताओ गोलू कहां पर है तब जाके शरद को समझ में आता है कि यहां पे तो कालीन भैया का लेना देना ही नहीं है यहां पे तो गोलू का लेना देना है जबकि शरद ने तो गोलू को उठाया ही नहीं था तो शरद यहां पे ऊंची ऊंची बात करने लगता है कि अगर गोलू को उठाया होता तो हम बीच सभा के अंदर तुम्हारी गोदी मैं बैठा देते या फिर उसे मार के सीधा पूर्वांचल के अंदर टांग देते ऐसे किडनैप करके बैठे नहीं होते और अगर हमने किडनैप किया होता तो क्या तुम लोगों की गाड़ियां अंदर आ पाती जिसके बाद तो इन दोनों के बीच में अच्छी खासी बहस हो जाती है शरद अभी भी कंटीन्यूअसली यही कहता जा रहा था कि तुम बुद्धि से काम लेने लग गए हो जबकि तुम्हारे अंदर बुद्धि है नहीं कि तुम्हारे अंदर इतनी पावर नहीं बची है कि तुम पूर्वांचल की गद्दी संभाल सकते हो तुम लड़कीबाज हो गए हो लेकिन अभी भी गुड्डू ये सारी चीजें सुन ही रहा था क्योंकि उसके लिए किसी भी चीज की इंपॉर्टेंस नहीं थी उसका कहना था कि तुम्हें बर्फी चाहिए तो वह ले लो तुम्हें गाड़ी चाहिए तो वह भी ले लो लेकिन तुम बस मुझे यह बता दो कि आखिर गोलू कहां पर है जहां पे शरद कहता है कि तुम पगला गए हो जिसके बाद गुड्डू को बहुत ज्यादा गुस्सा आ गया था और वो गन तान देता है गुड्डू के साथ-साथ शरद के लोग भी गण को तानकर खड़े हो जाते हैं तभी इन दोनों के पास में कॉल आता है और ये कॉल था मुनव्वर मिया का था जो कि दोनों को शांत करते हैं और कहते हैं कि हम लोगों को पता है कि आप दोनों आपस मैं भिड़ रहे हैं लेकिन ये सही समय नहीं है दोनों एक दूसरे को मार गिराए और इसमें किसी का भी फायदा नहीं होगा अगर बात गोलू की है तो गोलू जल्द ही मिल जाएगी और आप लोगों को दशहरे तक का इंतजार करना चाहिए और इसी बात पर सभी लोग अपना गण नीचे कर देते हैं लेकिन गुड्डू बौखलाया हुआ था वो शरत को कह के जाता है कि अगर हमें पता चला कि गोलू तुम्हारे पास है तो जैसे तुम्हारे बाप को मारा था वैसे ही तुम्हें मारेंगे वो भी सारे लोगों के बीच में शरत कुछ भी नहीं कहता क्योंकि उसे तो सिर्फ और सिर्फ अभी कालीन भैया की सेफ्टी का देखना था और यहां से वो लोग चले जाते हैं और शरद मन ही मन सोचने लगता है कि कुछ तो गड़बड़ हुई है सबसे पहले तो शरद कॉल लगाता है लाला को कि आखिर आपने गद्दारी क्यों करी आपने गुड्डू के साथ में हाथ कैसे मिलाया बर्फी के लिए तो यहां पे लाला का कहना था कि देखो हमने तुमसे हाथ मिलाया था सिर्फ और सिर्फ बेल के बदली बर्फी तुमने हमारी बेल नहीं कराई हम अंदर बैठे हैं तो आखिर हम बर्फी का वादा तुमसे कैसे करें तो शरद उसे धमकी देने लगता है कि अच्छा ठीक है फिर देख लेंगे तो लाला कहता है कि तुम बिजनेस करने के लिए हमारे पास आए थे हमारी ही उंगली पकड़ के हमें धमकी दे रहे हो शरद इस वक्त भी चुप हो जाता है क्योंकि उसके पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था

इसके बाद में सीन फिर से कालीन भैया के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जिनकी हालत काफी ज्यादा खराब थी शरद की मां उनके पास आती है बातचीत करने लगती है जहां पे अब कालीन भैया को लगने लगता है कि बहुत ज्यादा सेवा कड़वा रहे हैं हम आप लोगों से तब तक यहां पे शरद भी आ चुका था जिसका मुंह लटका हुआ था तो उसकी मां कहती है कि अरे तुम गुड्डू को पछाड़ कर आए हो आखिर परेशान क्यों हो जहां पे शरद बताता है कि बर्फी का सौदा कहीं और हो गया है लाला पलट गया है और उसने गुड्डू से हाथ मिला लिया है जिसके बाद में अब यहां पे कालीन भैया बोलते हैं कि तुम्हारे बाप थे वो भी हमेशा इसी के पीछे पड़े हुए थे हमेशा हमारे कंसाइनमेंट को ड्रॉप करने की कोशिश करते थे और बर्फी का ढूंढने की कोशिश करते थे लेकिन बर्फी कभी सीधे-सीधे रास्ते से आती नहीं थी बल्कि बर्फी तो जलमार्ग से आती थी यानी कि नदी के रास्ते पानी के रास्ते आती थी इसका मतलब था कि उसने शरद को एक बहुत बड़ी इंफॉर्मेशन दे दी थी कि आखिर इतने सालों से बर्फी का व्यापार कैसे होता था जिसके बाद में तो शरद एक भी मिनट का वेट नहीं नहीं करता और ये सारी इंफॉर्मेशन माधुरी को दे देता है क्योंकि माधुरी अभी इस वक्त उसके लिए बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट थी सारे के सारे गवर्नमेंट ऑफिसर बैठ जाते हैं इस चीज का पता लगाने के लिए कि अब गुड्डू को कैसेदबोचा जाए

लेकिन इनके बीच में भी एक भेदी बैठा था जो कि अफीम के बिजनेस के अंदर बहुत ज्यादा पैसा खाता था तो उसे पता था कि आखिर इस चीज से बचना कैसे है ये तो इसे पता चल गया कि पानी के रास्ते जरूर पुलिस वाले लोग नाकाबंदी लगा देंगे जिसके बाद में हम देखते हैं शरद और माधुरी को बटर लगा रहा था कि आप इतने बड़े प्रोजेक्ट के ऊपर काम कर रहे हैं बहुत अच्छा होगा आपके फादर ने एक इतना बड़ा ऐतिहासिक गार्डन बनाया लोगों के लिए सारा काम किया जहां पे माधुरी कहती है कि यह सारी चीज हम तो लोगों के लिए ही रहे हैं इन दोनों के बीच में हंसी मजाक भी होता है और अब ये दोनों अपने-अपने रिश्तों में थोड़े बहुत आगे बढ़ने लगे थे साथ ही में जो आनंद बाबू थे वो भी आके इन्हें एक इंफॉर्मेशन देता है कि अब से नेपाल और पूर्वांचल के रास्तों पे नजर रखी जाएगी नदी के हर रास्ते पे जिसके बाद में गुड्डू अब सब लोगों को इकट्ठा करना शुरू कर देता है उसके जितने भी कांटेक्ट थे उन सबको काम पे लगा देता है कि आखिर गोलू कहां पर गई है लेकिन कोई भी नहीं बता पाता है

तभी गोलू के फादर अपने बड़े पुलिस ऑफिसर से कहते हैं की हमको गोलू का फोन ट्रेस करवाना है इसके लिए हमने यहां पे अपील लगाई है कोई भी फोन ट्रेस करने के लिए अलाउड नहीं कर रहा है जिसके कारण उनके पिताजी कहते हैं की अब हम फाइल लेके डायरेक्ट लखनऊ जा रहे हैं वहां से जरूर हम फोन को ट्रेस करा लेंगे और जल्द से जल्द गोलू को ढूंढ लेंगे और गुड्डू को कहते हैं तुम टेंशन मत लो लेकिन गुड्डू हद से ज्यादा टेंशन में था अब यहां पे बीना आके बैठ गई थी और गुड्डू के हाथ के अंदर वही माल पकड़ा देती है गुड्डू को पता था कि ये माल है लेकिन वो इसे एक्सेप्ट नहीं करता है लेकिन यहां पे बीना उसे चिकनी चुपड़ी बातों के अंदर फंसाती रहती है कि जो बाहुबली है ये तो उनका प्रोटीन है और ये चीजें तो वो लेते रहते हैं और कहीं ना कहीं वो गुड्डू को ये भी भड़काने की कोशिश कर रहे रही थी कि अपनी गद्दी पे फोकस करो लेकिन गुड्डू का कहना था कि गोलू के पीछे ना हमें गद्दी चाहिए ना हमें बर्फी चाहिए हम सब कुछ बर्बाद कर देंगे और दूसरी बार सोचेंगे भी नहीं तो आप भी ये बात अपने कान खोल के सुन लीजिएगा कि पहले हमें गोलू चाहिए बीना उसे समझाती कि गोलू के पीछे तुम तो पागल हो जाओगे लेकिन गुड्डू को तो कुछ सुनना ही नहीं था उसे तो सिर्फ और सिर्फ गोलू बिल्कुल सही सलामत चाहिए थी जाने से पहले बीना उसे कहीं ना कहीं उसके नजदीक आने की कोशिश कर रही थी फिर उसके बाद गुड्डू के सर पर किस कर देती और हाथ के अंदर वही माल पकड़ा के चली जाती है पहले तो गुड्डू सोचता है कि ये इस चीज को कभी नहीं लेगा

क्योंकि उसने सीजन वन के अंदर बबलू से वादा किया था कि वो माल नहीं लेगा लेकिन वो उसे माल को टेबल के ऊपर फेंक देता है और बबलू से माफी मांगते हुए सारी ड्रग्स को सूंघ लेता है जिसके बाद में गुड्डू सीजन वन वाला वही बौखलाया हुआ पागल सा गुड्डू बन जाता है और यहीं पर मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 5 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 6 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 episode 6 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

एपिसोड 5 में हमने देखा था गुड्डू गोलू की तलाश में जौनपुर पहुंच जाता है और शरद से बोलता है की अगर गोलू तुम्हारे पास से मिली तो मैं पूरे जौनपुर को जलाकर राख कर दूंगा और अगर गोलू को कुछ हो गया तो मैं किसी भी चीज की परवाह नहीं करूंगा इस टेंशन में वह वापस मिर्जापुर आता है और वीणा उसे ड्रग्स कपूरिया लाकर देती है और कहती है कि जितने भी बाहुबली इससे पहले थे वह सभी इस पुरिये का यूज़ किया करते थे मगर फिर भी गुड्डू उसे पुड़िए को हाथ नहीं लगता है मगर जबरदस्ती हुई ना त्रिपाठी उसे पुड़िए देकर वहां से चली जाती है और अंत में बबलू से माफी मांगते हुए सारी ड्रग्स को सूंघ लेता है जिसके बाद में गुड्डू सीजन वन वाला वही बौखलाया हुआ पागल सा गुड्डू बन जाता है

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 6 Bhasmasur

इस एपिसोड की शुरुआत में हम एक गांव को देखते हैं जहां पर रात मैं देशी दारू बेची जा रही थी लेकिन तभी कुछ लोग आते हैं और उस दारू वाले ट्रक के लोगों को मार देते हैं और आग लगा देते हैं और नाम दे देते हैं कि गुड्डू भैया ने वायलेंस किया है जबकि ये काम गुड्डू भैया ने नहीं करवाया था शरद ने करवाया था ताकि लोगों को लगे कि गुड्डू भैया जानबूझ करके वायलेंस फैला रहे हैं अब यहां पे शरद का भेजा हुआ एक आदमी रेड लाइट एरिया एक कमरे के अंदर जाता है तभी यहां पे गुड्डू भैया के लोगों तक इंफॉर्मेशन पहुंच गई थी और गुड्डू भैया भी यहां पहुंच गए थे जिसके बाद में गुड्डू भैया आदमी के सामने आते हैं और इसे दारू पीने के लिए कहते हैं ये तब तक नहीं रुकेगा जब तक इसकी दारू खत्म नहीं हो जाती ये आदमी कंटीन्यूअसली पीना शुरू करता है और गुड्डू भैया इसे वहीं पे बेरहमी से मार देते हैं सिर्फ इसलिए क्योंकि इस आदमी ने गुड्डू भैया से गद्दारी करी थी जा करके जौनपुर के लोगों के साथ मिल गया था और शरद के कहने पे इसने जानबूझ करके गुड्डू भैया का नाम लगाया था कि गुड्डू भैया वायलेंस फैला रहे हैं एक बार भी नहीं सोचा गुड्डू ने लोगों को मारने से पहले उसके बाद में वो एक फैमिली वालों के पास में गया और उस फैमिली वालों के पास में भी बच्चे और उसके बीवी खड़े थे और गुड्डू का कहना था कि मैं तुम तीनों में से एक को मारूंगा ये आदमी हाथ जोड़ता है गुड्डू से माफी मांगता है कि भैया मुझे माफ कर दो मैं अपनी पूरी लॉयल्टी अब आपको दे दूंगा पीछे से उसकी वाइफ कहती है कि हम क्यों मरेंगे हमारे बच्चे को भी आप क्यों मारोगे आपका इन लोगों से झगड़ा है फिर उसके बाद उसका हस्बैंड चिल्लाने लगता है कि तू चुप हो जा लेकिन तब तक तो गुड्डू भैया इस आदमी को मार चुके थे और उस बच्चे को पास में बुलाते हैं और कहते हैं कि तुम्हारा बाप बुजदिल था इसलिए वो मरा हम तुम्हारे दुश्मन नहीं है और जब गुड्डू भैया उस लड़के से नाम पूछते तो वह लड़का अपना नाम मुन्ना बताता है वो मुन्ना जिससे कि गुड्डू का 36 का आंकड़ा था

जिसके बाद में अब शरद तक सारी इंफॉर्मेशन पहुंच चुकी थी हालांकि शरद ने ऐसा बताया था कालीन भैया को कि गुड्डू वायलेंस कर रहा है लेकिन ऐसा हुआ नहीं था ये सारा वायलेंस शरद ने शुरू करवाया था अब यहां पे कालीन भैया का कहना था कि जो गुड्डू है वो एक भस्मासुर बन चुका है खुद के सर पे हाथ रख के वो एक दिन खुद ही को भसम हो जाएगा लेकिन इन सभी के बीच में तुम मत आओ जिस दिन वो ज्यादा वायलेंस कर देगा उसके बाद में अपने आप ही पकड़ा जाएगा शरद का कहना था कि इस तरीके से वायलेंस चलता रहा तो पूरा पूर्वांचल के ऊपर इफेक्ट पड़ेगा क्या हमें मीटिंग बुलानी चाहिए तो कालीन भैया मना कर देते कि अगर तुम मीटिंग बुलाओगे तो तुम हल्के दिखाई दोगे इससे अच्छा बाकी सारे बाहुबली परेशान होकर खुद से मीटिंग बुलवाएं तब जाके वहां पे ये तय किया जाएगा कि अच्छा इंसान कौन है बुरा इंसान कौन है और गद्दी पे तो वही बैठता है जो कि वायलेंस को कंट्रोल करता है क्योंकि वायलेंस तो हर कोई कर सकता है लेकिन गद्दी पे वो समझदार इंसान बैठता है जो कि इन सारी चीजों को बखूबी संभाल सके और यहां पर कालीन भैया यह भी आश्वासन देते हैं कि नेक्स्ट मीटिंग जब भी होगी तो उसमें शरत गद्दी का हकदार होगा क्योंकि कालीन भैया जिंदा है तो गुड्डू होता ही कौन है उस गद्दी के ऊपर बैठने वाला तो शरद बहुत ज्यादा खुश हो जाता है क्योंकि उसका यही तो एम था गद्दी के ऊपर बैठना अब यहां पे गुड्डू काफी ज्यादा वर्कआउट कर चुका था उसके बाद मुनव्वर का कॉल आता है गुड्डू को समझाने के लिए कि इस तरीके से वायलेंस मत करिए पूरा पूर्वांचल इफेक्ट हो रहा है आपकी गोलू मिल जाएगी लेकिन इसके चक्कर में आप इस तरीके से वायलेंस नहीं कर सकते हैं मुनव्वर कहता है कि आखिर आपको जौनपुर क्यों जाना है क्या आपके पास में कोई प्रूफ है जबकि गुड्डू का कहना था कि आपके पास में क्या प्रूफ है कि गोलू जौनपुर के अंदर नहीं है यानी कि गुड्डू एकदम श्योर था कि जौनपुर के अंदर शरद ने गोलू को छुपा के रखा है और जब तक गोलू नहीं मिलेगी तब तक वो ऐसी बर्बादी करता रहेगा जिस दिन मुनव्वर के पास में कोई एविडेंस आ जाएगा कि गोलू कहां पर है उस दिन गुड्डू वायलेंस रोक देगा

जिसके बाद में सीन एक नदी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है दरअसल नेपाल से बर्फी पूर्वांचल की तरफ नदी के रास्ते से आ रहा था उसके बाद सारे गवर्नमेंट ऑफिसर पानी तक पहुंच गए है जहां पर मैल उतारने वाली थी मगर उन लोगों को उस बोट के अंदर कुछ भी नहीं मिलता है और आपस मैं यह सभी लोग बात करते हैं कि लगता है कि इंफॉर्मेशन गलत आई है दरअसल जोशी ने पहले ही सारे माल को गायब करवा दिया था अगर सही टाइम पे जोशी माल गायब नहीं करवाता तो जरूर ये बोट पकड़ी जाती और सारी की सारी अफीम पकड़ी जाती रातों-रात ये सारा सामान लाला तक पहुंच गया था और रातों-रात गुड्डू भी यहां पे पहुंच गया था गुड्डू का कहना था कि आखिर ये जोशी यहां पे क्या कर रहा है जहां पे शबनम कहती है कि वो तो अच्छा हुआ कि जोशी ने हमें पहले ही इंफॉर्मेशन दे दी थी की माल दूसरे रास्ते से निकल जाएगा अब शबनम थोड़ी भड़की हुई थी कि तुम ऐसे पागल क्यों हो गए हो उस गोलू के चक्कर में तुम सब कुछ बर्बाद क्यों करना चाहते हो

 गुड्डू कहता है कि गोलू के लिए हम दूसरी बार सोचेंगे भी नहीं आज नहीं कल नहीं हर बार हम बर्बाद करेंगे इसमें तुम्हारा कोई लेना देना नहीं है अब इन दोनों के बीच में थोड़ी सी बहस हो जाती है शबनम जिस तरीके से गुड्डू के ऊपर चढ़ रही थी तो गुड्डू का कहना था कि तुम्हें हमारी जरूरत थी तुम आई थी हमसे काम मांगने के लिए तुमने ही कहा था कि तुम्हें हमारे साथ में डील करनी है जबकि हमने तुम्हेंसे दूर रहने के लिए कहा था इस बात से शबनम भी बहुत ज्यादा भड़की हुई थी कि आखिर तुम गोलू के चक्कर में इतना गंदा बिहेव कर रहे हो काम धंधे को अलग से खराब कर रहे हो लेकिन गुड्डू को तो इन चीजों से घंटा फर्क नहीं पर रहा था वो शबनम को कहता है कि हमने तुम्हें पैसा पे किया है और हम हमारा माल लेके जा रहे हैं तुम्हारा कट तुम्हें पहुंचा देंगे शबनम कहती है कि हमें कोई कट नहीं चाहिए तो गुड्डू कहता है कि तुम्हारा कट हम जला देंगे जिसके बाद में गुड्डू सारे के सारे अफीम को अपने साथ ही मिर्जापुर ले आता है अब यहां पे गुड्डू देख रहा था कि कैसे माल निकाला जाएगा सप्लाई करने के लिए तो यहां पे बीना आती है बीना का कहना था कि आप अपनी जो सप्लाई का सैंपल है वो जैसे बांट रहे हैं अगर इस तरीके से बांटेंगे तो 100% इनका वैल्यू कम हो जाएगा जहां पे गुड्डू का कहना था कि अगर हम लोगों को इसका चस्का नहीं लगाएंगे टेस्ट नहीं करवाएंगे तो हमारी आगे से सप्लाई कम हो जाएगी और अगर हमने नेक्स्ट टाइम नेपाल से कम सप्लाई मांगी तो वो आगे से सप्लाई देगा ही नहीं इसी के कारण लोगों का मुंह तो लगाना पड़ेगा अब यहां पे बीना का कहना था कि क्या बात है आपका मन नहीं लग रहा है आजकल जो दरबार लगता है आम नागरिकों के लिए उसके लिए भी मना कर दिया जहां पे गुड्डू कहता है कि हां अभी हमारा दिमाग ठीक नहीं चल रहा है बीना उसे वापस से उसे उकसाने की कोशिश करती है और कहती है कि आखिर बताइए आपका मन किसके अंदर लगता है जहां पे गुड्डू कह देता है कि आप दरबार लगाइए हम हमारा काम कर लेंगे हम सारी चीजें संभाल लेंगे जिसके बाद में बर्फी का सैंपल पूरे पूर्वांचल के अंदर फैल चुका था ये सैंपल अब शरद के भी एक ब्रोकर के पास में आता है ये ब्रोकर तो हमेशा से पूरे पूर्वांचल के अंदर घूमता रहता था वह टेस्ट करके बताता है शरद को कि जो पहले वाला माल था ये उससे भी काफी हद तक अच्छी क्वालिटी का माल है अगर ये मार्केट में उतर गया तो पुराना वाला पूरा माल बर्बाद हो जाएगा अब पुराना वाला माल बना कौन रहा था शरद क्योंकि उसी के पास मिर्जापुर के खेत थे तो वहीं से अफीम निकलती है लेकिन ये अफीम नेपाल से आ रही थी तो शरत कहता है कि आप कुछ भी करिए अपने कंट्रोल का इस्तेमाल करिए

पूर्वांचल मैं कुछ भी करके इस माल को आने मत दीजिए तो ये आदमी कहता है कि पैसे की बहुत ज्यादा जरूरत है हम अपने एरिया के अंदर तो कंट्रोल कर लेंगे लेकिन बाकी एरियाओं का कैसे कंट्रोल करेंगे जिसके बाद में सीन जेल के अंदर शिफ्ट हो जाता है ये सारे कैदी मिलके पेड़-पौधे लगा रहे थे और जो रहीम था वो पंडित जी को अपनी कविताएं सुना रहा था पंडित जी कहते हैं कि तुम्हारे कविताओं का तरीका तो बहुत अच्छा है लेकिन उसमें तुम्हारे अपशब्द बहुत ज्यादा है जहां पे रहीम का कहना था कि वो लोग इतना वायलेंस करते हैं उनको इन अपशब्दों से क्या दिक्कत हो जाएगी पंडित जी का कहना था कि तुमने जब कंप्लेंट दर्ज करवाई थी तो तुम्हारे एडवोकेट ने क्या किया जहां पे रहीम कहता है कि अगर मेरे पास में इतना पैसा होता कि मैं कविताओं से अपने घर बालों का पेट पाल रहा होता तो मैं आज यहां पर नहीं होता पंडित जी को समझ में आ गया था कि रहीम बहुत ही मिडल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करता है और वो एडवोकेट अफोर्ड भी नहीं कर सकता था रहीम कहता है कि मुझे तो आईएस ऑफिसर बनना था अब मैं लॉयर बन जाऊं यही बहुत बड़ी बात है

इसी वक्त लाला आता है और रहीम को ₹150 देके कहता है कि जाओ चाय वगैरह पिओ रहीम यहां से चला जाता है जिसके बाद में लाला पंडित जी से बात करता है और कहता है कि आप सब लोगों के लिए पिटीशन फाइल करते हैं आप हमारा भी एक पिटीशन क्यों नहीं लिख देते क्योंकि लाला को पता था कि जिन-जिन लोगों के पिटीशन पंडित जी ने लिखे हैं उनमें से कई लोगों की सजा कम हुई है उनमें से कई लोग बाहर चले गए हैं कई लोगों को बेल मिल गई है तो लाला का कहना था कि अगर आप ऐसा कर देंगे तो हमारे लिए बहुत ज्यादा अच्छा होगा क्योंकि बाहर का कोई आदमी ऐसा नहीं कर पा रहा है पंडित जी का कहना था कि वैसे तो ये चीज गलत है लेकिन लाला का कहना था कि आपको भी पता है कि हम गलत नहीं है गुड्डू के चक्कर में आप और हम दोनों अंदर हैं हम दोनों ने गलत काम नहीं किया है लेकिन जिसके बाद में पंडित जी का कहना था कि ठीक है हम आपके लिए पिटीशन तो फाइल कर देंगे लेकिन उसके साथ में आपको अपना कन्फेशन भी लिखना पड़ेगा क्योंकि पंडित जी को पता था कि लाला भी है तो एक बुरा आदमी ही

जिसके बाद में सीन यहां आईजी दुबे के ऊपर शिफ्ट हो जाता है वो अपने घर का सामान लेकर आ रहा था और उसके बाद में सीधा सीएम माधुरी तक पहुंच जाता है उसका कहना था कि वो दोनों तरफ से परेशान है घर के अंदर एक मैडम है बाहर एक मैडम है अब यहां पे आईजी दुबे एक लिस्ट लेके आया था इस वक्त वो बिल्कुल ऑफिशियल काम कर रहा था क्योंकि उसे सस्पेंड किया गया था लेकिन काम तो वो एकदम प्रॉपर कर रहे हैं ये वो सारे लोग हैं जो कि काम तो सरकार के अंडर में कर रहे हैं पैसा भी सरकार से ले रहे हैं लेकिन जितने भी बाहुबली हैं उन सब ने इन पुलिस वालों को अंडर कंट्रोल कर रखा है

 यानी कि बाहुबली बोलेंगे तो ये पुलिस ऑफिसर काम करेंगे वो नहीं बोलेंगे तो नहीं करेंगे अब यहां से आईजी दुबे तो चले जाते हैं और आनंद जी का कहना था कि एक बार हमें होम मिनिस्टर से बात करनी पड़ेगी लेकिन माधुरी का कहना था कि जब तक हम भयमुक्त प्रदेश नहीं बना लेते तब तक हमें चैन नहीं आएगा और आप सबके ट्रांसफर लिस्ट निकालिए इसका मतलब था कि माधुरी इतने सारे लोगों को एक ही बार में ट्रांसफर करवाने वाली थी जिसके बाद में सीन यहां गोलू के पापा के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि खुद भी एक पुलिस ऑफिसर था और लखनऊ के पुलिस स्टेशन के अंदर बार-बार जाके हेल्प मांग रहा था अब वहां का जो पुलिस ऑफिसर था वो कहीं ना कहीं गोलू के पिताजी की इंसल्ट कर देता है कि आपकी बेटी तो वैसे ही गुंडी है वो लोगों को उठा लेती है आप उसे कहां ढूंढने के लिए जा रहे हैं गुंडी है अंडरग्राउंड हो गई होगी और वैसे भी उसके बॉयफ्रेंड से जाके पूछ लीजिए ना जो कि आपका दामाद है और एक पुलिस ऑफिसर को मार चुका है यानी की मौर्या की बात चल रही थी तो गोलू के फादर कहते हैं कि देखिए आप हमारी मदद कर दीजिए वो काफी दिनों से गायब है और हमें बहुत ज्यादा जरूरत है कॉल डीटेल्स की जिसके बाद में तो पुलिस ऑफिसर कहता है कि देखिए आप हमारी बात सुनिए ये दोनों बहुत बड़े क्रिमिनल हैं और यहां से तो आपको बिल्कुल भी हेल्प नहीं मिलने वाली तो आप तो भूल ही जाइए तभी यहां पे हर एक के पास में कॉल बजने लगता है दर्सल माधुरी ने सबके मोबाइल पर नोटिस भिजवा दिया था सारे पुलिस ऑफिसर्स को जो भी बड़े लेवल पे थे उन को अपनी ट्रांसफर की खबर सुनकर खलबली मच जाती है और सारे के सारे पुलिस ऑफिसर हेड ऑफिस पहुंच जाते हैं अब यहां पे सीएम ने एक मीटिंग ली थी जिसके अंदर गृहमंत्री था वो वापस से लेट पहुंचता तो आनंद जी उन्हें अंदर आने से मना कर देते हैं लेकिन ये होम मिनिस्टर आनंद जी को एक चांटा मार देते हैं और कहते हैं कि आखिर तुम होते कौन हो जो हमें अंदर जाने से रोक रहे हो जबकि मीटिंग शुरू हो चुकी थी उसके भी बाद में होम मिनिस्टर आके चिल्लाने लगता है कि आपकी हिम्मत कैसे हुई कि आप हमारे पोजीशन के अंदर आकर दखलअंदाजी करें बिना परमिशन के इतने सारे लोगों को आप कैसे ट्रांसफर कर सकती हैं आपको आखिर दिक्कत किस चीज की है हमारी जरूरत भी है या नहीं है जहां पे माधुरी कहती है कि देखिए हमें तो बिल्कुल जरूरत नहीं है आपकी अगर आपको रहना है तो रहिए नहीं रहना है तो रिजाइन कर दीजिए ये बात सुनके तो पूरी की पूरी मीटिंग के अंदर बवाल हो जाता है होम मिनिस्टर कहता है कि तुम्हें यहां पे आए हुए चार दिन नहीं हुए हैं और हमें यहां पे आए हुए साल हो गए हैं जहां पे माधुरी का कहना था कि आप यहां पे जनता के लिए काम करिए खुद की जेब गरम करने के लिए काम मत करिए होम मिनिस्टर कहता है कि इतने सालों से लोगों ने हमें चुना है लेकिन माधुरी को उसकी बातों में कोई इंटरेस्टेड नहीं थी और कहती है कि बैठना है तो बैठिए नहीं तो यहां से चले जाइए

जिसके बाद में होम मिनिस्टर के लिए अच्छा यही थी कि वो चुपचाप यहां से चला जाए क्योंकि ऑलरेडी वो बेइज्जती करवा चुका था जिसके बाद में सीन बीना के ऊपर शिफ्ट हो जाता है उसकी मेड गोलू के कपड़े पहन के दिखाती है तो बीना मना करती है कि तुम पागल हो गई हो क्या गोलू से बिना पूछे उसके कपड़े क्यों पहन रही हो जहां पे ये उसकी मेड कहती है कि गोलू दीदी अब आने वाली नहीं है और बीना यहां पे बिल्ली को पकड़ने का एक ट्रैप लगा रही थी क्योंकि बीना एक काली बिल्ली से बहुत ज्यादा परेशान थी

फिर उसके बाद सीन छोटे त्यागी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है वो एक बहुत ही अंधेरी सी जगह पे आता है उसके बाद में एक लॉक खोलता है कमरे के अंदर जाता है और सामने हमें मिलती है गोलू ने लास्ट एपिसोड में गोली लगी थी लेकिन वो मरी नहीं थी बल्कि वो जिंदा थी त्यागी ने यानी कि छोटे ने गोलू को जिंदा रखा था वह उसके लिए चौमिन लेकर आया था उसके बाद में गोलू कहती है कि आखिर तुमने हमें जिंदा क्यों छोड़ा जहां पर त्यागी हंसने लगता है और कहता है कि हमने तुम्हें जिंदा क्यों छोड़ा जिसके बाद में वो गोलू के जख्म के अंदर सीधा उंगली डाल देता है और उससे गोलू को बहुत ज्यादा पेन होता है गोलू रोने लगती है जिसके बाद में त्यागी के पास में एक कॉल आता है और वो कॉल उसके घर से था वो था तो वह कहता है हां सलोनी हम टाइम से घर पे आ जाएंगे हमें थोड़ा टाइम लगेगा और ये सारी बातें गोलू सुन लेती है गोलू पहचान जाती है पहले गोलू को लगा था कि उसके बड़े भाई ने उससे बदला लिया है लेकिन इसकी ऐसी बात सुनके उसे समझ में आ जाता है कि ये तो छोटे है जो कि उसे प्यार करता है और ये बड़े बनने का नाटक कर रहा है इसका मतलब है कि बड़े मरा था इसी के कारण वो हंसते हंसते चाउमीन खाती है और बोलती है कि क्यों आपको भी नहीं पसंद क्या जैसे छोटे को नहीं पसंद था चाउमीन खाना

 इसके बाद सीन सीएम के घर पे शिफ्ट हो जाता है अब यहां पे टीवी पर एक न्यूज़ चल रही थी ये न्यूज़ दिखाई जा रही थी हर कोई सीएम के अगेंस्ट में हो गया था तो अपोजिशन पार्टी वाले लोग वो एक गलत न्यूज़ बाहर निकाल के ले आए जो माधुरी का एक्स हस्बैंड था यानी कि मुन्ना से भी पहले वाला हस्बैंड वो बहुत ज्यादा शराबी था और वो शराब पीपी के मर गया था लेकिन जो माननीय मुख्यमंत्री जी थे जो कि अभी स्वर्गवासी हो गए हैं उन्होंने अपनी बेटी को सत्ता में बिठाने के लिए उसे शहीद घोषित कर दिया ताकि सब लोगों के बीच में थोड़ी सी सिंपति आ जाए अब ये सारा दाव इसलिए खेला गया था ताकि माधुरी को काफी ज्यादा हेट मिले तब यहां पे माधुरी पूछती है कि उसके चाचा जी कहां पर है और दूसरी चीज कि अब जो बंद पत्ते हैं उन्हें खोलने का वक्त आ गया है जो जरीना थी आखिर वो अभी कहां पे काम कर रही है आनंद जी कहते हैं कि अभी वो हमारे लिए काम कर रही है माधुरी आनंद को कहती है कि कल जड़ी ना को मुझसे मिलने के लिए बुलाओ

जिसके बाद में सीन जरीना के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि यहां गांव के अंदर वोट लेने के लिए आई थी हर जगह लोगों से वोट मांग रही थी लेकिन लोगों को यहां पर उन लोगों को उसकी वोट में इंटरेस्ट नहीं था बल्कि जरीना के डांस में इंटरेस्टेड था जरीना को समझ में आ गया था कि अगर लोगों से वोट लेने हैं तो उसको डांस तो करना ही पड़ेगा तो वो यहां पे अपने असिस्टेंट को कहती है कि फटाफट से गाना बचाओ और गाड़ी बिल्कुल तैयार रखना 2/4 ठुमके करेंगे और फटाफट से आ जाएंगे जिसके बाद में जरीना डांस करना शुरू करती है सारे गांव वाले पागल हो जाते हैं और जितनी भी घर की लेडीज थी उन्हें निकाल के ले आते हैं फटाफट से जरीना सबके वोट लेती है और उसके बाद में यहां से निकल जाती है इसी वक्त जरीना के पास में माधुरी का कॉल आया था तो अगले ही दिन जरीना माधुरी जी के सामने पहुंच जाती है जरीना बहुत ज्यादा मक्खन लगाती है कि हम तो आपके बहुत बड़े फैन हैं वो जरीना से पूछती है कि आखिर चाचा जी के साथ आपकी कोई बातचीत होती है या नहीं जरीना मना करती है कि नहीं कोई बातचीत नहीं होती है वो उस वक्त हमारी मजबूरी थी इसी के कारण हम गए थे माधुरी कहती है कि इस वक्त हमारी भी मजबूरी है आपको उन्हें ढूंढना पड़ेगा और वापस से चाचा जी को निकालना पड़ेगा अभी बहुत ज्यादा जरूरत है

एक बार के लिए तो जरीना मना करती है लेकिन माधुरी उसे लालच देती है लखनऊ के अंदर परमानेंट एक सीट उन्हें दिया जाएगा क्योंकि काफी टाइम से जरीना बहुत ज्यादा लॉयल थी माधुरी के प्रति क्योंकि उसे पता था कि वो तो सीएम है आज नहीं तो कल जो भी उसकी हेल्प करेगा वो सिर्फ और सिर्फ माधुरी ही है इसी के कारण जरीना माधुरी की बात मान जाती है यहां दूसरी तरफ अपोजिशन पार्टी वाले मंत्री के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि गलियों गलियों में चला जाता है उसके बाद हम देखते हैं कि जेपी यादव का घर मिल गया है हालांकि हमने पहले भी देखा था वो लोगों के सामने बिल्कुल पंडित बन के रह रहा है अपोजिशन पार्टी वाले से मिलके बातचीत करना शुरू कर देता है जेपी यादव पूछता है कि एमएलए का क्या सीन है सरकार गिर रही है कि नहीं गिर रही है जहां पे अपोजिशन पार्टी वाला कहता है कि ऑलमोस्ट सारे एमएलए मिल गए थे लेकिन आखिरी मूवमेंट पे सारे के सारे माधुरी जी की तरफ हो गए आप बताइए आपका क्या चल रहा है जेपी यादव कहता है कि भाई हमने तो सारी चीजें छोड़ दी है हम तो अपना जीवन उच्च विचारों के साथ में जी रहे हैं और जरीना का पूछा जाता है तो जरीना के बारे में भी यही कहा जाता है कि जरीना ने ही फील्डिंग लगाई है वही सब लोगों की वोट बटोर रही है यानी कि माधुरी के लिए जो सबसे ज्यादा वोटिंग का काम कर रही है वो जरीना ही कर रही है अब यहां पे जेपी यादव के पीछे एक और इंटरेस्टिंग कैरेक्टर खड़ा था जिससे कि सबकी मुलाकात होती है

जिसके बाद में सीन डिंपी ऊपर शिफ्ट हो जाता है डिंपी यहां पे अभी भी बच्चों को पढ़ा रही थी बच्चों को पढ़ा करके अपना गुजारा कर रही थी रॉबिन भी उसका पूरा साथ दिया करता था इन दोनों के बीच की अंडरस्टैंडिंग बहुत अच्छी थी साथ ही में अब डिंपी ने बाहर रहते हुए कई सारे लोगों के पिटीशन फाइल कर दिए थे और कई सारे लोगों को बेल मिल गई थी ऊपर से कई सारे लोगों की सजा भी कम हो गई थी और सभी लोग बहुत ज्यादा खुश थे तकरीबन 26 फैमिली के लोग अपने अपने घर वालों को जेल से लाने के लिए जा रहे थे और इसी मौके पर जेल में फेयरवेल था और जेल के अंदर जश्न चल रहा था एक तरफ रॉबिन जेल वालों से कहता है कि यह प्रोग्राम कब खत्म होगा पुलिस वाले कहते हैं कि अंदर तो नाच गाना चल रहा है सब अच्छी तरीके से कर रहे हैं बस फेरबल हो जाए और फिर सब लोगों को छोड़ दिया जाएगा जेल के अंदर जो भी कैदी थे वो अपनी अलग-अलग परफॉर्मेंस देता है कोई डांस करता है कोई कविता सुनाता है जिसके बाद में रहीम का नंबर आता है अब रहीम की आदत थी कि वो हमेशा से कविता तो सुनाता था लेकिन कविता के साथ-साथ में गालियां भी देता था तो सारे के सारे कैदी यहां पे बैठ के हंस रहे थे बहुत खुश भी थे कि आज इनमें से कई लोग बाहर निकल जाएंगे यहां पे लाला खुश हो के रहीम को पैसे देने के लिए उठता है और रहीम ने यहां पे लाला को गले से पकड़ता है और उसके कान के अंदर पेंसिल घुसा के लाला को वहीं पे जान से मार देता है पंडित जी देखते ही रह जाते हैं कि रहीम के पूरे हाथ खून से भरे हुए थे और आखिर उसने ऐसा किया तो किया क्यों होगा जिसके बाद में हम डिंपी को और रोबिन को जेल के बाहर देखते हैं ऐसे हाथसे होने के बाद सारे पुलिस ऑफिसर ने दरवाजे बंद कर देते हैं अंदर भगदड़ मच गई है और पंडित जी अपने मन में सोच रहे थे कि क्रिमिनल तो क्रिमिनल ही रहेगा चाहे वो कितना ही अच्छा किसी के लिए सोच ले लेकिन उसकी परिस्थितियां उसे क्रिमिनल बना ही देती है और यहीं पर मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 6 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 7 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 episode 7 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

एपिसोड 6 में हमने पॉलिटिकल एंगल को देखा था जहां पर माधुरी जड़ीना से कहती है की कुछ भी करके जेपी यादव का पता लगाइए और उसके बदले पॉलिटिक्स में एक जगह आपको दे दी जाएगी दूसरी ओर डिंपी ने जो पिटीशन फाइल किया था उससे कई सारे कैदियों की सजा माफ हो रही थी और कितनों को बेल मिल रहा था और इसी शुभ अवसर पर जेल में फेयरवेल पार्टी रखी जाती है और इस पार्टी में रहीम लाल के कान में पेंसिल घुसा देता है जिससे लाल की ऑन द स्पॉट मौत हो जाती है यह सब देखकर पंडित जी घनघोर चिंता में थे कि आखिर रहीम ने ऐसा क्यों किया होगा और किसके कहने पर किया है

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 7 Bum-pilaat

इस एपिसोड की शुरुआत उसी अंधेरे कमरे से होती है जहां पर गोलू को रखा गया था और वहां पर त्यागी आता है तो त्यागी दूर से ही गोलू को बैठने के लिए और हाथ पर हथकड़ी लगाने के लिए कहता है फिर गोलू ऐसे ही करती है चेयर पे बैठ जाती है त्यागी दरवाजे को बंद करता है उसके पास में आता है उसके लिए चाय ब्रेड लाया था और उसे खिलाता भी है लेकिन कहीं ना कहीं गोलू पहचान गई थी कि ये तो छोटे है गोलू कहती है आखिर तुम मुझे मार क्यों नहीं रहे हो जहां पे छोटे का कहना था कि इतनी उतावली क्यों हो रही हो मार देंगे तुम्हें गोलू का कहना था कि और कितने दिन परेशान करोगे छोटे कहता है कि पहले तो और ज्यादा तड़पआएंगे तड़ पाएंगे यहां पर गोलू जानबूझकर छोटे त्यागी से उगलवाने की कोशिश कर रही थी कि वह कबूल करें कि वह ही छोटा त्यागी है इसीलिए गोलू बोलती है कि हमने तो छोटे को यूज किया था मंद बुद्धि था वो हमारे प्यार में पागल हो गया था और इस बात से छोटा त्यागी अपना मुंह छोटा उतार कर गोलू को किस कर लेता है तभी यहां पे गोलू पकड़ लेती है और उसे आंखों ही आंखों में इशारा कर देती है कि उसे पता चल गया है कि वो छोटे हैं और एक झूठी जिंदगी जी रहा है अपने बड़े भाई की गोलू अब उसे और ज्यादा आग लगाने लगती है कि छोटे की कोई वैल्यू नहीं थी आखिर तुम्हें कौन रोक रहा है तुम्हें दद्दा रोक रहे हैं चलो हमारे साथ मिर्जापुर मैं तुम्हें लेके चलूंगी जहां पे छोटे उसे वापस से पकड़ लेता है और कहता है कि तुम हमसे प्यार भी करती हो या नहीं गोलू उससे कभी भी प्यार नहीं करती थी लेकिन गोलू यहां पर झूठ बोलती है कि हां प्यार करती है लेकिन छोटे समझ जाता है कि गोलू उससे कभी प्यार नहीं करती थी इसी के कारण वो उसे धक्का दे देता है और चिल्लाने लगता है कि तुम हमसे कभी प्यार करती नहीं थी तुम हमेशा मेरा इस्तेमाल करती हुई आई हो और हम दूसरी बार पागल नहीं बनेंगे गोलू का कहना था कि हमें मार के आखिर होगा क्या तुम हमें मार दोगे तो सब कुछ ठीक हो जाएगा ददा त्यागी तो वैसे के वैसे रहेंगे वो हमेशा तुम्हें बड़ा ही मानते रहेंगे जब तक वो रास्ते से नहीं हटेंगे तब तक छोटे वापस नहीं लौट सकता तुम दद्दा त्यागी को ही मार दो त्यागी उसका गला पकड़ लेता है जिसके कारण चाय का गिलास गिर कर टूट जाता है और कांच बिखर जाता है उसके बाद छोटे यहां से चला जाता है वो जब लॉक लगा के यहां से जाता है तब पता चलता है कि यह जगह एक स्कूल है जिसके अंदर उसके भाई की बेटी गिन्नी पढ़ा करती थी वो गिन्नी को स्कूल से लेता है और यहां से निकल जाता है

इसके बाद हम बिना त्रिपाठी को देखते हैं बीना बहुत ज्यादा कंफ्यूज थी क्योंकि गोलू गायब होकर गुड्डू को पागल कर गई थी गुड्डू काम पर ध्यान नहीं दे रहा था तो गद्दी खाली थी और इस गद्दी पे अगर कोई बैठेगा नहीं तो इसका मतलब था कि बीना का फ्यूचर हमेशा से इनसिक्योर रहेगा जिसके बाद में सीन वापस से पार्लियामेंट के अंदर ही शिफ्ट हो जाता है यहां पे अब माधुरी को ग्रीन स्क्रीन पर लाया जाता है दर्शसल पार्टी के लिए उनका एक वीडियो शूट होना था जिसके लिए जरीना भी पहुंची थी जरीना पहले खुद शूट करती है माधुरी जी मना करती है कि नहीं नहीं हम बिल्कुल कार्टून लगेंगे लेकिन जरीना उसे मोटिवेट करती है कि अगर आप ऐसे करेंगी तो शायद आप टीवी पर डेली आएंगे लोग आपको देखेंगे आप चेहरा बनेंगे और यह सब कुछ बहुत ज्यादा जरूरी है इसी वक्त आनंद जी के पास में एक कॉल आता है और ये कॉल किसी और का नहीं बल्कि वीणा त्रिपाठी का था बीना इस घर के अंदर बड़े आराम से रह रही थी लेकिन फिर भी आनंद जी को कॉल करके बताती है कि वो बहुत बड़ी मुश्किल में है और कुछ भी करके माधुरी को बताएं कि हमें सेफली यहां से निकला जाए हमें गुड्डू ने किडनैप कर रखा है और हम यहां पे बिल्कुल भी सेफ नहीं है हम वापस कॉल करेंगे आपको

जिसके बाद में सीन यहां कालीन भैया के ऊपर शिफ्ट हो जाता है यहां पे कालीन भैया और शरद की मां दोनों एक साथ में पत्ते खेल रहे थे कालीन भैया को आंखों से साफ-साफ पत्ते नहीं दिख रहा था इसीलिए शरद की मां ने जो चश्मा लगा रखा था वही चश्मा वो कालीन भैया को दे देती है इसके बाद कालीन भैया को थोड़ा बहुत पत्ते दिखना शुरू हो जाता है कालीन भैया का कहना था कि अब तो हमें काशी चले जाना चाहिए हमारी आत्मा तो पहले से ही मर चुकी है हम अच्छे से जी नहीं रहे हैं यह सुनकर शरद की मां कहती है कि फालतू की बातें मत करिए चाल चलाइए शेर दो कदम पीछे हटता है ऐसी फालतू की बातें कभी नहीं करता यानी कि दोनों एक दूसरे की हेल्प करते-करते आगे बढ़ रहे थे तभी शरद की मां के पास में एक कॉल आता है तो कालीन भैया देख के बताते हैं कि अननोन नंबर है और ये कॉल भी वीणा का था असल मैं कालीन भैया और शरद का बाप आपस में भाई हुआ करते थे तो एक तरीके से ये तो भाभी हुई तो बीना कॉल करके नमस्ते करती है और कहती है कि प्लीज हमारी जान बचाइए शरद को कहकर हमें यहां से बुलवा लीजिए हम बहुत बड़ी मुसीबत मैं हैं हमें अगली बार फोन मिलेगा तो हम फिर से आपसे बात करेंगे यानी कि बीना अपना रास्ता साफ कर रही थी गुड्डू के ऊपर सारा का सारा इल्जाम डालकर जबकि बीना तो यहां पे बहुत मजे से रह रही थी अब कालीन भैया को भी पता चल गया था कि लाला को मरवा दिया गया है अब जैसा कि कालीन भैया को पहले पता था कि शरद से लाला की बहस हो गई है तो यह काम और किसी का नहीं बल्कि शरद का था जिसके बाद में सीन सीधा शरद के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कांट्रैक्टर पूरे पूर्वांचल के अंदर दारू के साथ में अफीम की भी सप्लाई किया करता था तो वो हर जगह सप्लाई कर चुका था यानी कि शरद को प्रॉफिट दिलवा रहा था क्योंकि मार्केट में अभी कोई काम कर नहीं रहा था लेकिन तभी यहां पे पता चलता है कि शिवान के अंदर जो डिलीवरी हुई है तो 10 सालों मैं पहली बार उसका एडवांस नहीं आया है जब पूछा जाता है कि ऐसा क्यों हुआ है तो ये सप्लायर कहता है कि भरत त्यागी ने कहा है कि अभी उनका धंधा मंदा चल चल रहा है काम पे ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं इसी के कारण एडवांस नहीं भिजवाया है अब यहां पे शरद को डाउट हो चुका था कि आखिर भरत त्यागी ने ऐसा क्यों कहा होगा वो एक ही साथ में सारी कड़ियां जोड़ लेता है उसको समझ में आ जाता है कि भरत ऐसा पागल क्यों हो रखा है जरूर गोलू गायब है इन्हीं लोगों को गोलू से बदला लेना था ऊपर से भरत इतना ज्यादा बिजी चल रहा है तो इसके पीछे का रीजन और कोई नहीं बल्कि गोलू ही हो सकती है

जिसके बाद में सीन सीधा सिवान के ऊपर शिफ्ट हो जाता है यहां पे दद्दा अपना काम करवा ही रहे थे तभी यहां पे एक आदमी आता है जो कि चाट लेकर आया था वो कहता है कि हम छोटे भैया के लिए लेकर आते थे जिस पर भरत त्यागी कहता है कि चले जाओ यहां से क्या तुम्हें पता नहीं है कि अभी छोटे नहीं रहा है तो दद्दा उसे रोकते हैं कि कोई बात नहीं बोलो तुम क्या कह रहे थे वो फिर से कहता है कि हम छोटे भैया के लिए लेकर आए हैं उन्हें बहुत ज्यादा पसंद था तो दद्दा त्यागी उसे ले लेते हैं और उसके बाद में उस आदमी को भेज देते हैं कहीं ना कहीं छोटे को फील होता है कि उसके जाने के बाद में भी दद्दा उसकी केयर कर रहे हैं उसकी पसंद की चीजों को अपने पास रख रहे हैं तभी छोटे के पास में कॉल आता है जो कि बॉर्डर से कॉल आया था और यहां पे एक आदमी उसे बताता है कि यहां पे चेकिंग चल रही है जो गोलू को पकड़ा था उसे ढूंढने के लिए हर कोई यहां पे पूछताछ कर रहा है तो छोटे कहता है कि बात कराओ आखिर है कौन है तो ये आदमी कहता है कि यहां से नहीं है मिर्जापुर से है तो छोटे कहता है कि मिर्जापुर से आखिर यहां पे कौन आया होगा जहां पे आदमी कहता है कि ट्रांसफर होके आया है अब उसका ट्रांसफर सिवान में ही हो गया है इसी के कारण पूछताछ कर रहा है आप कुछ भी करके यहां पे पूछताछ बंद करवाइए ना अगर किसी ने मुंह खोला तो उसके साथ में सही नहीं होगा आप प्लीज कुछ तो करवाइए यहां पे काफी सारे लोग हैं उसके बाद छोटे उसी बॉर्डर की तरफ निकलने वाला था लेकिन तभी वो एकदम से रुक जाता है वो देखता है कि दद्दा वहां पर बैठकर उसे चाट के डब्बे को खोलते हैं और छोटे को याद करके रो रहे थे तो छोटे भी यह सब देखकर बहुत ज्यादा इमोशनल था कि उसका बाप उससे प्यार तो करता है

जिसके बाद में सीन लाल के फ्यूनरल पर शिफ्ट हो जाता है उसके लिए काफी सारे लोग आए हुए थे साथ ही में शबनम भी थी जो कि बेचारी अब बिल्कुल अकेली बच गई थी क्योंकि फैमिली में और कोई था ही नहीं छोटी सी बच्ची भी यहां पे खड़ी थी और यहां पर गुड्डू भी आया था शबनम आगे बढ़ती भी है लेकिन लिपि उसे रोक लेती है क्योंकि उसे पता चल गया था कि गुड्डू और उसके बीच में झगड़ा हुआ है और गुड्डू अच्छा इंसान नहीं है तो शबनम उसके पास में ना जाए शबनम वहां से रोती हुई चली जाती है गुड्डू को भी बहुत ज्यादा गिल्टी फील होता है कि ये अच्छा नहीं हुआ शबनम का बाप यानी कि लाला मर गया जिसके बाद में सीन एक बीयर बार के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जहां हम देखते हैं कि भरत त्यागी बैठ के अकेले दारू पी रहा था और तभी यहां पे शरद आ जाता है उसे जॉइन करने के लिए और फिर उससे पूछता है कि हमको एक बात बताओ आखिर तुम्हारा ध्यान वगैरह कहे नहीं लग रहा है जहां पर भरत कहता है कि हां हम थोड़े से डिस्टर्ब चल रहे हैं काम बहुत ज्यादा है इसी कारण शरद कहता है कि वो तो हमें पता है कि काम ज्यादा चल रहा है लेकिन हमें ये बताओ कि आखिर बदला लेके मजा आता है कि नहीं आता है आखिर कहां काट के फेंके हो तुम टुकड़ा करके जलाए या फिर एसिड डाल के फेंक दिया आखिर करा क्या तुमने जहां पे भरत चिल्लाने लगता है कि तुम्हारा दिमाग खराब है क्या तुम कह क्या रहे हो ये फालतू के क्वेश्चन आंसर हमसे करो मत और अगर अगली बार करा तो हमारे बीच के सारे संबंध खत्म हो जाएंगे शरद उससे बहुत प्यार से ही बात कर रहा था कि हमें पता है कि गोलू तुम्हारे पास में है जहां पे ये भरत त्यागी कहता है कि हमने तुम्हें एक ही काम दिया था कि गोलू और गुड्डू को जान से मारने का क्या तुम कर पाई शरद उसे बताता है कि तुम्हें क्या लगता है कि कि मिर्जापुर की गद्दी पे जो भी बैठेगा उसे कोई ऐसे ही हाथ लगा देगा वहां पे अगर कोई चूहा भी बैठेगा ना तो भी उसे कोई हाथ नहीं लगा सकता ये पावर है उस गद्दी की है ये बात हमने अपने फादर को भी समझाई थी और तुम्हें भी समझा रहे हैं अगर तुम उस गद्दी के आसपास भी जाओगे तो अपने आप मारे जाओगे

जब तक उसे बाहर ना बुलाया जाए तब जाकर उसे दबोचा जा सकता है और जो कि तुम ऑलरेडी कर चुके हो गोलू को गायब करके लेकिन तब तक भरत बहुत ज्यादा भड़क जाता है और कहता है कि हम पे फालतू के इल्जाम लगाओ मत अगर हमको घुसना होता तो हम मिर्जापुर के अंदर आके घुस के उसे मारते ऐसे नहीं मारते और अब अगर तुम्हें फालतू की बात ही करनी है ना तो चले जाओ यहां से फिर उसके बाद शरद को भी गुस्सा आ जाता है और वो कहता है कि देखो अब तक तो हम तुम्हें अपने फैमिली मेंबर मानते थे इसी के कारण तुम्हें सलाह दे रहे थे लेकिन आज से हम दोनों के रिलेशन बिल्कुल प्रोफेशनल हो गए हैं तो बात ऐसी है कि दारू का पैसा नहीं आया है एडवांस भिजवा दीजिएगा

 जिसके बाद शरद अपने घर आता है यहां पे कालीन भैया खड़े थे और कालीन भैया शरद को समझते हैं कि अफीम का बहुत बड़ा व्यापार है और उसका सप्लायर लाला था और शरद ने ये चीज ठीक नहीं की है शरद का भी पूरा फोकस गद्दी पे होना चाहिए ना कि सप्लायर्स को मारने का होना चाहिए यहां पे शरत का लॉजिक ये था कि अगर मेन लाला को ही मार दिया जाएगा तो गुड्डू के पास में सप्लाई आएगी ही नहीं सप्लाई नहीं आएगी तो उसके पास में बिजनेस नहीं आएगा तो यानी कि सारा का सारा माल आ जाएगा शरद के पास में जबकि कालीन भैया का कहना था कि तुमको क्या लगता है कि गुड्डू इतनी देर तक का वेट करेंगे उसने अभी तक अपने रिलेशन बना लिए होंगे उसके पास में डिलीवरी आ भी रही है और सप्लाई होती जा रही है तो क्या तुम्हें लगता है कि वो और ज्यादा वेट करेगा लेकिन तुमने अपना अपर हैंड खो दिया है वो बहुत सही इंसान था तुम्हारे काम के लिए लेकिन तुमने ये चीज तो गड़बड़ कर दी है और अब कालीन भैया खुद शरद को एक मीटिंग बुलाने के लिए कहते हैं मुनव्वर से कि सबको बुलाओ और उसमें हम तुम्हारी मदद करेंगे और बातचीत करेंगे कि आखिर चल क्या रहा है जहां पे शरद का कहना था कि आप हमें क्या कमजोर समझ रहे हैं हम तो आगे बढ़ने के बारे में सोच रहे हैं और आप हमें दो कदम पीछे लेने के लिए कह रहे हैं कालीन भैया कहते हैं कि नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है अब हम वो चीज करेंगे जो कि हमें पहले करनी चाहिए थी तुम्हें पूरा पूरा सपोर्ट है तुम टेंशन मत लो और मीटिंग को बुलाओ जिसके बाद में शरद आता है खुद की मां को बताता है कि ताऊजी हमसे गुस्सा है जहां पे उसकी मां कहती है कि गुस्सा नहीं है डरे हुए हैं बीना का कॉल आया था अगर उसकी फैमिली सेफ हो जाएगी तो बाकी किसी की फैमिली सेफ हो या नहीं हो उनको घंटा फर्क नहींपड़ेगा

 जिसके बाद में सीन गुड्डू के ऊपर शिफ्ट हो जाता है वो अपनी सप्लाई का पैसा इकट्ठा कर ही रहा था इसी वक्त मुनव्वर का कॉल आता है जो कि उसे फिर से मीटिंग में आने के लिए कहता है लेकिन गुड्डू इंटरेस्टेड नहीं था उस मीटिंग को अटेंड करने में तो यहां पे मुनव्वर कहता है कि अगर आप नहीं आएंगे तो आप ही कमजोर दिखेंगे दशहरे तक आपकी वैल्यू भी बढ़नी चाहिए और शरद अपना पलड़ा भारी कर लेगा इन सारी सिचुएशंस को ठीक करने के लिए आपको आना चाहिए ये एक तरीके से अच्छे रिलेशंस के लिए बिठाई गई मीटिंग है सब कोई ना कोई अच्छा तोहफा लेकर आ रहे हैं तो आप भी जरूर लेकर आइएगा जिसके बाद हम देखते हैं कि गुड्डू ने किसी एक आदमी को पकड़ रखा है और बहुत बुरी तरीके से उसे मार रखा है यानी कि गुड्डू अपना गिफ्ट लाने के लिए बिल्कुल तैयार था इस बार की मीटिंग जौनपुर के अंदर थी तो जितने भी बाहुबली थे सारे के सारे जौनपुर में पहुंच गए थे शरद उन सबको गले लगा लगाकर वेलकम करता है गुड्डू भी पहुंच गया था और उसके बाद में सारे के सारे बाहुबली अंदर बैठ जाते हैं और शरद कहता है कि इस बार की अगर मीटिंग हमारे यहां बुलाई गई है तो शुरुआत भी हम ही करते हैं आज की मीटिंग का मेन मुद्दा यही है कि पूर्वांचल के अंदर बहुत ज्यादा खून खराबा हो रहा है अब यहां पे कहीं ना कहीं मुनव्वर को थोड़ा सा डाउट हो गया था की घर के अंदर कौन बैठा हुआ हैक्योंकि साफ-साफ कुछ नहीं दिख रहा था लेकिन कालीन भैया घर के अंदर बैठे थे सारी की सारी मीटिंग को सुनने के लिए अब यहां पे शरद और बाकी सारे बाहुबली भी बोलना शुरू करते हैं कि आखिर चल क्या रहा है इन दोनों के झगड़े के बीच में पूरा का पूरा पूर्वांचल इफेक्ट हो रहा है अगर एक तरफ गुड्डू लड़ रहा है तो दूसरी तरफ से शरद भी चुप नहीं बैठा है वो भी बराबर का झगड़ा कर रहा है और इस चक्कर में सारे के सारे लोग इफेक्टेड हो रहे हैं काम धंधा इफेक्टेड हो रहा है तो इन दोनों को ही अलग कर देना चाहिए हो सके तो मिर्जापुर को ही अलग कर देना चाहिए यहां पर सब अपना-अपना ओपिनियन दे रहे थे अब इन सारी चीजों को कालीन भैया समीकरण बैठा रहे थे की कौन गुड्डू की तरफ है और कौन शरद की तरफ है उसके बाद सभी लोग मिलकर डिसाइड करते हैं कि पूर्वांचल को अलग कर देना चाहिए यानी कि मिर्जापुर के एक हिस्से को अलग कर देना चाहिए या फिर गद्दी को दो हिस्सों में बांट देना चाहिए जो गुड्डू के साथ बोलने वाला था वो कहता है कि तुम लोग का दिमाग खराब हो गया है क्या ये किस तरीके की बातें कर रहे हो गद्दी सिर्फ एक है और गद्दी एक ही रहेगी लेकिन तभी यहां पे गुड्डू कहता है कि मैं एक्चुअली समझदार लोगों को समझने में थोड़ी देर कर देता हूं यार तुमने तो सीधा चाणक्य वाली बुद्धि लगाई है फ्री हैंड मिलेगा तो बहुत ही बढ़िया हो जाएगा मजा आ जाएगा हमको तो ये रीति रिवाज सुनाना नहीं है क्यों नियम कानून पाले हम जब फ्री हैंड मिलेगा तो सबको मारेंगे अकेला खेलेंगे मजा आ जाएगा

इस बात को तो सुनके शरद खुद ही फंस जाता है अपनी बातों के अंदर और बाकी सारे लोग भी खुद ही फंस जाते हैं कि अगर गुड्डू अकेला अपने एरिया के अंदर रहेगा तो वो तो और ज्यादा उत्पात मचाएगा बहुत ज्यादा तबाही करेगा मुनव्वर का जिसके बाद में कहना था कि सभी लोगों को शांत हो जाना चाहिए और दशहरे तक का वेट करना चाहिए दशहरे के बाद में पता चल जाएगा कि आखिर होगा क्या तभी यहां पे गुड्डू कहता है कि अगर दशहरे तक का वेट करना है तो सबसे पहले तो तो हम तुम्हारी ही लंका लगाएंगे पश्चिम के पहरेदार तुम बहुत ज्यादा घुस रहे हो ना हम दोनों के बीच में अगर तुम घुसे तो तुम्हारे साथ में भी अच्छा नहीं होगा यानी कि कहीं ना कहीं मुनव्वर को भी वार्निंग मिल गई थी कि फालतू में इस मैटर के अंदर घुसने की जरूरत नहीं है क्योंकि शरद कहीं ना कहीं बीच का रास्ता निकालने की कोशिश कर रहा था कि अगर कोई फंसे और अगर किसी तरीके की प्रॉब्लम भी आएगी तो गुड्डू और शरद दोनों मिलके झेलेंगे क्योंकि इन दोनों के पर्सनल के बीच में झगड़ा चल रहा है सिर्फ और सिर्फ गोलू को लेकर उसके बाद मीटिंग खत्म हो गई थी जहां पे गुड्डू निकलता है लेकिन अपना गिफ्ट जरूर दे के जाता है और बिल्कुल बीच में रखता है कालीन भैया ने भी काफी सारी कैलकुलेशन कर ली थी कि आखिर कौन किसकी तरफ है अब जब गिफ्ट खोलने का टाइम आता है तो यहां पे शरद की मां सारा गिफ्ट खोल रही थी और एक गिफ्ट के अंदर उसे एक का कटा हुआ सर मिलता है और ये सर और किसी का नहीं बल्कि गुड्डू लेकर आया था ये कटा हुआ सर उसी सप्लायर का था जो कि शरद की मदद कर रहा था क्योंकि गुड्डू को पता चल गया था कि शरद ने ही लाला को मरवाया है तो आखिर वो शरद के राइट हैंड को क्यों छोड़ेगा इसी के कारण गुड्डू ने शरद के राइट हैंड को मार दिया जो कि उसका बहुत ज्यादा फायदा करवा रहा था

जिसके बाद में सीन वापस से छोटे त्यागी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि बहुत ज्यादा परेशान दिख रहा था तभी यहां पे दद्दा आते हैं और उसे पूछते हैं कि भाई क्या बात है एडवांस का क्या मैटर चल रहा है त्यागी कहता है कि हां दद्दा हम वो काम में लगे हुए थे थोड़ा व्यस्त है इसी कारण पेमेंट नहीं भिजवाए कोई दिक्कत नहीं है आ जाएगा माल हर व्यापार में ऊपर नीचे चलता रहता है जहां पे ददा त्यागी कहता है कि पेमेंट नहीं आएगा तो शरद क्या तुम्हें फोकट में माल भिजवाए तुम्हारा दिमाग कहां पे चल रहा है त्यागी कहता है कि ऐसी कोई दिक्कत नहीं है हमारी उससे बात हो रखी है काम हो जाएगा जिसके बाद दद्दा बहुत ज्यादा गुस्सा हो जाता है और कहता है कि भले ही छोटे बैल बुद्धि था लेकिन काम एकदम टाइम पे करता था कभी भी कोई चीज में गड़बड़ नहीं करता था जहां पे ये त्यागी कहता है कि आपके बेटे के चक्कर में ही हम फंसे हैं छोटा मरा है इस चक्कर में हमको सारा काम करना पड़ रहा है जहां पे दद्दा कहता है कि तुमसे वैसे भी तो कोई काम हो नहीं रहा है तुम यहां पे बैठे रहते हो कुर्सी गर्म करते हो तुमको बोला था कि गोलू का सर चाहिए हमें जहां पर त्यागी कहता है कि लगे हुए तो हैं हम हर जगह पूछताछ कर तो रहे हैं कोई नहीं मिल रहा हमें कहां से ढूंढ के लाएंगे जहां पे दद्दा कहता है कि अगर तुम पे काम छोड़ देंगे तो तुम तो यही करोगे इसका मतलब था कि दद्दा ने अब खुद की फील्डिंग लगवाई थी और खुद के अकॉर्डिंग पता लगवाया था कि आखिर गोलू गुड्डू कहां पर है मतलब की जो सीक्रेट प्लेस था उसके बारे में इंफॉर्मेशन लीक कैसे हुई और इस बात पर त्यागी को टेंशन हो जाती है कि आखिर दद्दा को कैसे पता चल गया जहां पे दद्दा उसे एक कमरे के अंदर लेकर जाते हैं जहां पे त्यागी के जो मेन तीन लोग थे वो सारे बैठे थे और बहुत ही अध मारे हालत में थे अब दद्दा उनके पास जाता है और एक-एक को बुरी तरीके से मारने लगता है इनमें से कोई ना कोई कुछ ना कुछ तो उगलेगा ही त्यागी सबको इशारों से चुप करवा रहा था कि प्लीज चुप हो जाना अभी दद्दा के सामने तो कोई कुछ भी मत बोलना बेचारे सारे के सारे चुप थे दद्दा ने ऑलमोस्ट दो लोगों को बहुत बुरी तरीके से बेरहमी से मार दिया था सिर्फ इसलिए की बताओ आखिर उस जगह की इंफॉर्मेशन लीक किसने की त्यागी को लगता है वह आदमी दर्द के कारण कहीं कुछ बोल ना दे इसी कारण वो दद्दा से जंजीर ले लेता है और बोलता है कि आप बैठिए इससे हम पूछते हैं और उसके बाद में इस आदमी को मारने तो लगता है लेकिन आखिर करेगा क्या त्यागी उससे वादा करता है कि देखो तुम कुछ भी मत बोलना तुम्हारे पूरे परिवार का खर्चा पूरे परिवार की सारी टेंशन हमारे ऊपर है तुम कुछ भी बोलना मत बस और उसके बाद में उसे मारने लगता है और बार-बार पूछने लगता है कि बताओ आखिर किसने इंफॉर्मेशन लिक की जिसके बाद तो ददा खड़ा हो जाता है और कहता है कि ऐसे कैसे नहीं बोलेगा इसे तो हम मार देते हैं तब जाके बोलेगा उसके बाद त्यागी दादा को रोकता है कि दादा रुकिए रुकिए आप हमारा गुस्सा आखिर इसके ऊपर क्यों उतार रहे हैं हम पूछ लेंगे ना इससे दादा कहता है जो नाकामी हम झेल रहे हैं इतने में तो हम तुम्हें जान से मार देते इकलौते रह गए हो तुम सिर्फ इसलिए तुम जिंदा हो यानी कि अब वो बड़े के ऊपर भी शर्मिंदा था दद्दा को बिल्कुल भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर बड़ा त्यागी कर क्या रहा है इकलौता होने के कारण वो चीजें गड़बड़ करता जा रहा है

जिसके बाद में सीन गोलू के ऊपर शिफ्ट हो जाता है अब यहां पे आज जो त्यागी उससे मिलने के लिए आया था तो छोटे बनकर आया था जैसे कि वो पहले रहा करता था एकदम नॉर्मल कपड़े पहन के बाल वगैरह लंबे करके तो गुड्डू के सामने बैठा था और उसको कहता है कि तुम्हें क्या लगता है कि हमारी फैमिली हमसे प्यार नहीं करती हमारी फैमिली हमसे बहुत प्यार करती है दद्दा मम्मी सलोनी गिन्नी सब बहुत प्यार करते हैं हमसे जहां पे गोलू कहती है कि वो तुमसे नहीं बड़े से प्यार करते हैं और तुम कौन हो छोटे हो और तुम हमेशा वहीं रहोगे तुम बदल नहीं पाओगे अब यहां पे त्यागी खड़ा हो जाता है और कहीं ना कहीं गुस्से मैं था और वह कहता है कि तुम कितनी बुरी लड़की हो तुम्हारे चक्कर में हमारी पूरी फैमिली बर्बाद हो गई हमारा बड़ा भाई मर गया आखिर तुम चाहती क्या हो अब यहां पे कहीं ना कहीं गोलू उसे वापस से सेक्स के लिए उकसाने लगती है यह समझकर कि शायद वह उसे छोड़ देगा या फिर उसकी बात मानेगा लेकिन त्यागी को समझ में आ गया था कि एक नंबर की झूठी लड़की है और उससे तो कभी प्यार करेगी ही नहीं गोलू बार-बार उसे यही समझाती है कि तुम्हें अगर खुद की आइडेंटिटी वापस लानी है तो तुम्हें दद्दा को मारना पड़ेगा बीच के रास्ते को साफ करना पड़ेगा और तब जाके ही तुम अपनी असली आइडेंटिटी के अंदर आ सकते हो और अगर तुम्हें मुझे मारना ही है तो जल्दी मारो ना आखिर तुम मुझे मार क्यों नहीं पा रहे हो क्योंकि तुम मुझे मारना ही नहीं चाहते हो तुम मुझसे प्यार करते हो अब त्यागी यहां पे फंसा हुआ था वो सच में गोलू से प्यार करता था और उसे मारना भी नहीं चाहता था और अब कहीं ना कहीं त्यागी को ये भी पता चल गया था कि इन सबके पीछे का कारण और कोई नहीं बल्कि गुड्डू है क्योंकि गोलू जो है वो गुड्डू को पसंद करती है यहां पे गोलू का कहना था कि अगर तुम हमें मार दोगे काट कर फेंकवा दोगे बॉडी भी नहीं मिलेगी तो भी कोई दिक्कत नहीं है

लेकिन अगर ये बात गुड्डू को पता चली कि तुमने हमें मारा तो सोचो आखिर होगा क्या यहां पे त्यागी कहता है कि यही तो सबसे बड़ी दिक्कत है कि पहले भी गुड्डू था और आज भी गुड्डू है और आगे भी गुड्डू रहेगा हम तुम्हें चाहते हैं तुम गुड्डू को चाहती हो और गुड्डू को पूर्वांचल चाहिए कैसा हो कि अगर किसी को कुछ भी ना मिले मतलब की त्यागी यह बात बहुत सीरियसली कह रहा था कहीं ना कहीं अब वो या तो गुड्डू को मारेगा या फिर गोलू को मार के ये साबित कर देगा कि वो गोलू से प्यार नहीं करता और वो उसके ऊपर शूट कर देता है इसी तगड़े सस्पेंस के साथ मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 7 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 8 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 episode 8 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

एपिसोड 7 में हमने काफी सारे क्रिटिकल कंडीशंस को देखा था जैसे की लाला को बेहरमी से मार दिया गया था उसका बदला लेने के लिए गुड्डू ने शरद के राइट हैंड का जो कि शरद को अच्छा खासा प्रॉफिट बना कर दे रहा था गुड्डू उसकी गर्दन काट के भरी मीटिंग में गिफ्ट कर देता है दूसरी तरफ ददा त्यागी भी अब गुस्से को रोक नहीं पा रहे थे कि आखिर उनकी चीजें लीक कौन करता जा रहा है साथ ही में गोलू और त्यागी के बीच में भी कंटीन्यूअसली झगड़ा चलता हुआ आ ही रहा था और त्यागी ने सोच लिया था कि अब इस गोलू का किस्सा खत्म करना चाहिए और चीजों को ज्यादा बिगड़ना नहीं देना इसी के कारण उसने शूट कर दिया था

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 8 Raja Beta

इस एपिसोड की शुरुआत जौनपुर से होती है जहां पे बहुत बड़ा कचरे का एक टीला बना हुआ था और वहां पे एक जली हुई बॉडी दिखाई जाती है जिसके बाद में सीन सीधा त्यागी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो बेडरूम में आ कर लेटता है तो सलोनी नींद से उठ जाती है और उसको सोने के लिए कहती है कपड़े वगैरह देती है तो सलोनी को पता चलता है कि हस्बैंड का हाथ जला हुआ था और यह देख कर चिल्लाने लगती है कि आपको अपना थोड़ा बहुत तो ध्यान रखना ही चाहिए ना आपकी जिम्मेदारी बढ़ गई है आखिर अब बताइए तो सही हुआ क्या है लेकिन छोटे कुछ बता नहीं पाता है वो बस चुप ही रहता है तो सलोनी कहती है आप अपना ध्यान रखा करिए सब लोगों को आपकी जरूरत है त्यागी पूछता है कि तुम्हें कितनी ज्यादा जरूरत है सलोनी कहती है कि सबसे ज्यादा जरूरत तो हमें ही है जिसके बाद में पता चलता है कि त्यागी सलोनी को अपने बाहो में ले लेता है कहीं ना कहीं त्यागी अब तक गोलू को पसंद किया करता था और मूव ऑन नहीं कर पा रहा था लेकिन सलोनी के इस तरीके का प्यार और केयर देख के वो भी आगे बढ़ गया था और अब सोलोनी हालांकि थी तो वो उसकी भाभी ही लेकिन उसके साथ वो ऑलमोस्ट इंटीमेट हो ही चुका था

जिसके बाद में अब सीन यहां पे वापस से जौनपुर की बॉर्डर के ऊपर शिफ्ट हो जाता है अब यहां पे जो जली हुई बॉडी थी उसके आसपास की सारी चीजों को चेक किया जाता है गुड्डू भी पहुंच चुका था गुड्डू को इंफॉर्मेशन मिलती है कि कपड़े फोन कार और इसी के साथ में घड़ी इन सारी चीजों को मैच कर लिया गया है गोलू की ही बॉडी है बॉडी पोस्टमार्टम में जानी है लेकिन 90 % से भी ज्यादा बॉडी को जला दिया गया है मतलब कुछ भी बचा ही नहीं है और यहां पे गुड्डू बहुत बुरी तरीके से रो रहा था उसे कुछ होश ही नहीं था कि आखिर गोलू के साथ में क्या हुआ है वो गुप्ता जी के पास में जाता है यानी कि गोलू के पिता जी के पास में गुड्डू के पास वर्ड्स भी नहीं थे क्योंकि उसकी पहली बेटी भी गुड्डू के कारण ही मरी थी जबकि वो प्रेग्नेंट भी थी और गुप्ता जी की आज दूसरी बेटी यानी कि गोलू भी इसी धंधे में घुसने और गुड्डू के साथ में रहने के चक्कर में वो भी जल गई गुप्ता जी अब खुद के ऊपर कंट्रोल नहीं कर पाते है और अपने आप को सूट कर लेते हैं अब तो बेचारा गुड्डू मतलब बिल्कुल खत्म हो गया था कि आखिर उसने एक साथ में वो ना जाने कितने सारे लोगों की जान लेता जा रहा है सिर्फ और सिर्फ उसके चक्कर में लोग मरते जा रहे हैं

जिसके बाद में सीन पंडित जी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि रहीम से मिलने के लिए आए थे रहीम का कहना था कि बताइए आखिर क्या चाहिए आपको जहां पे पंडित जी कहते हैं आखिर क्यों मारा तुमने उसे रहीम का कहना था कि उसे बहुत अच्छा ऑफर मिल रहा था और इस वक्त वो उसे नहीं ठुकरा सकता था बाहर रह के भी आखिर वो क्या ही कर लेता ना ही वो पैसा कमा पाता था और उसे इस वक्त अच्छे पैसे मिल रहे थे तो कम से कम उसके परिवार वाले तो निश्चिंत रहेंगे जहां पे पंडित जी का कहना था तुम में हुनर था तुम इन सब लोगों से आगे निकल सकते थे लेकिन रहीम का कहना था कि अब समाज फैमिली लोग मुझे इन सब से कोई कोई मतलब नहीं था जो इंपॉर्टेंस रखती है वो चीज रखती है मैं क्या सोचता हूं क्या फील करता हूं मुझे जो सही लगा मैंने वही किया मुझे जौनपुर से बहुत अच्छा ऑफर मिला था इसी के कारण मैंने खेल खत्म कर दिया आप मुझमें अपना बेटा मत ढूंढिए ना मुझमें अपनी होप ढूंढिए इंसान को वही करना पड़ता है जो कि उसे उसकी सिचुएशन करवाने लगती है अब जाके पंडित जी को समझ में आने लगा था कि आखिर वो इतने टाइम से क्या गलत चीजें कर रहे हैं

जिसके बाद में सीन वापस से गुड्डू के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो माल फूक रहा था और उसके बाद में रो रहा था क्योंकि उसके साथ में कुछ चीजें अच्छी चल ही नहीं रही थी जहां पे वो इतने दिनों से गोलू को ढूंढ रहा था और उसे डायरेक्ट न्यूज़ मिलती है कि गोलू जल गई है तो उसके हाल तो हद से ज्यादा खराब थे जिसके बाद में हम देखते हैं कि गुड्डू कहीं ना कहीं खुद का माइंड डिस्ट्रेक्ट करने के लिए अपने घर पहुंच जाता है जहां पे वो देखता है कि डिंपी बच्चों को पढ़ा रही है बस वो एक झलक देखता है और वहां से बस निकल जाता है

जिसके बाद में सीन वापस से जौनपुर के अंदर शिफ्ट हो जाता है अब यहां पे कालीन भैया और शरद आपस में बातचीत करने लगते हैं सबको पता चल गया था कि गोलू की बॉडी को जला के फेकबा दिया गया है इसका मतलब है कि गुड्डू को साफ-साफ एकदम फ्रंट फुट पे किसी ने चैलेंज किया है और ये भी सबको पता था कि आखिर जलाया तो सिवान वालों ने है यानी कि त्यागी ने जलाया है लेकिन सारा का सारा इल्जाम शरद के ऊपर डाल दिया जाता है कि मुझे ये बात हमेशा से पता थी कि आज नहीं तो कल गुड्डू या गोलू का इल्जाम यह सभी मुझ पर लगाएंगे इससे अच्छा है कि मैं ये पूरा का पूरा इल्जाम खुद के ऊपर ले लेता हूं ताकि सारे लोगों को चैलेंज मिले कि इतना बड़ा काम मैंने किया है जहां पे कालीन भैया उसे समझाते हैं कि बात तो ठीक है तुम अगर जिम्मेदारी खुद के ऊपर लेते भी हो तो रेडी रहो कि गुड्डू 100% पर तुम पे हमला भी करेगा जहां पे शरद कहता है कि ठीक है अगर हमला करेगा तो देखी जाएगी और वैसे भी वो तो पागल हो ही रखा है तो आज नहीं तो कल वो पक्का झगड़ा करेगा ही लेकिन इनके बीच में एक और प्लानिंग चल रही थी कि आखिर ये लोग गुड्डू को फंसाए तो फंसाए कैसे क्योंकि गुड्डू कहीं ना कहीं अपनी फैमिली को लेके बहुत ज्यादा इमोशनल था तो इन्हें अभी एक प्लान एग्जीक्यूट करना था जिसके बाद हम देखते हैं कि शरद सीधा पहुंच जाता है माधुरी के पास में और उसे भी सब कुछ बताता है कि गोलू जल के मिली है और इस वक्त गुड्डू वो बहुत ज्यादा परेशान है एकदम इमोशनली पागल हो रखा है तो इस वक्त अगर गर्म लोहे के ऊपर हथौड़ा मारा जाएगा तो पक्का कोई ना कोई बात बन जाएगी माधुरी भी इस चीज को लेके थोड़ी सी टेंशन थी कि अगर उसे इस तरह का ऑफर दिया जाएगा तो कहीं ये रिस्क में तो नहीं बदल जाएगा लेकिन यहां पे शरद का कहना था कि अभी रिस्क बहुत दूर की बात है अभी तो हमें ये प्लान एग्जीक्यूट करना ही पड़ेगा ये लोग सब मिलकर गुड्डू को इस तरीके से फसाने की कोशिश कर रहे थे कि वो ना इधर का रहे ना उधर का रहे और फैमिली के चक्कर में खुद ही फंस जाए

जिसके बाद हम देखते हैं कि गुड्डू इतना ज्यादा परेशान था कि वो जेल में पंडित जी से मिलने के लिए आता है वो खुद अपने बाप के पास जाता है और कहता है कि आज हम बहुत ज्यादा हताश हैं हमें कुछ समझ में नहीं आ रहा आखिर हुआ क्या है हम आखिर करें तो करें जहां पे पंडित जी कहते हैं कि पहली बार तुम हमसे कुछ मांगने के लिए आए हो और पहली बार हमारे पास कुछ देने के लिए नहीं है कहीं ना कहीं अब पंडित जी को भी ये चीज समझ में आ चुकी थी कि वो इतने टाइम से झूठ बोल रहे थे खुद के लिए खुद के परिवार के लिए वो बस एक तरीके का ढोंग रच रहे थे कि उन्हें उसूलों के साथ में जीना चाहिए बल्कि सर्वाइवल के लिए जो चीज जरूरी है वही करना चाहिए वो गुड्डू से पूछते हैं कि तुम बताओ आखिर तुम्हें क्या करना चाहिए गुड्डू कहता है मुझे बस मारना आता है इसी के लिए मेरे हाथ बने हैं तो पंडित जी कहते हैं कि जो सर्वाइवल के लिए जरूरी है अभी तुम्हें वही करना चाहिए अगर तुम्हें मारना आता है तो मारो जो खुद के असूल के लिए सही लगता है तुम्हें तुम वही काम करो कहीं ना कहीं अब पंडित जी के कहने पे गुड्डू भी इस चीज को एक्सेप्ट कर चुका था कि अगर उसे बदला लेना है गोलू की मौत का तो वो जरूर लेगा क्योंकि अब खुद भी पंडित जी इस चीजों से परेशान हो चुके थे गुड्डू का कहना था कि आपने ये सारी चीजें हम पे डाल दी है कि आखिर हमें खुद का डिसीजन खुद से ही लेना है हम तो खुद आपसे पूछने के लिए आए थे जहां पे पंडित जी कहते हैं कि हमने तुम्हारे ऊपर नहीं बल्कि हमारे खुद के ऊपर डाल दिया है कि अब जो होगा वही चीजें देखी जाएगी

जिसके बाद में सीन आईजी दुबे के ऊपर शिफ्ट हो जाता है वो मिर्जापुर के अंदर आता है क्योंकि माधुरी ने उसे भेजा था गुड्डू को ट्रैप करने के लिए तो यहां के एक पुलिस ऑफिसर को वो कहता है कि गुड्डू का कोई इंफॉर्मेशन मिला है ऑफिसर कहता है कि मिर्जापुर का बाहुबली है वो हमसे आके नहीं मिलेगा अगर यहां पे किसी को मिलना होता है तो उसके लिए खुद जाना पड़ता है

जिसके बाद में सीन वापस से गुड्डू के ऊपर ही शिफ्ट हो जाता है अब बस उसके दिमाग में किसी इमोशन को फील ही नहीं कर पा रहा था इसी के कारण वो अपने सारे लोगों को इकट्ठा करता है सारी बंदूकें फ्री कर देता है और कहता है कि जौनपुर को शमशान बना देना है चाहे किसी की शक्ल पसंद ना आए या फिर किसी के काम बस उड़ा देना है मिर्जापुर के सारे लोग जौनपुर को ऐसी तैसी करने के लिए बहुत सारी बंदूकें उठा लेते हैं साथ ही में अब यहां पे पता चलता है कि आईजी दुबी आने वाले हैं तो सब बंदूकें छुपाने लगते हैं उसके बाद गुड्डू पंडित बाहर आके बैठ जाता है

अब दिखाने को तो कालीन का बिजनेस ही था तो यहां पे गुड्डू कहता है कि मिर्जापुर के अंदर जितने भी पुलिस ऑफिसर हैं सब हमारे अंडर काम करते हैं और जो लोग नहीं करते वो हमसे दूर रहते हैं तो बताइए आखिर आप यहां पे क्यों आए हैं जहां पे आईजी दुबे बताते हैं कि हम तो पोस्टमैन हैं और वह भी सबसे महंगे वाले हम तो तुम्हारे लिए किसी से बात करवाने के लिए आए हैं लो बात करो आईजी दुबे माधुरी जी को कॉल लगाता है उसके बाद गुड्डू से बात करवा देता है माधुरी यहां पे डायरेक्ट कह देती है कि तुमने हमारी फैमिली को बंदी बना के रख रखा है हमारी फैमिली को छोड़ दो जिसके बदले में हम तुम्हारे फादर का केस पर्सनली देखेंगे और कोशिश करेंगे कि उन्हें फांसी की सजा ना हो

गुड्डू एकदम शांत हो जाता है कि आखिर बीना के लिए ये ऐसी फालतू की बात क्यों कर रही है तभी पीछे से आनंद जी कहते हैं कि गुड्डू पंडित जवाब दो जहां पे गुड्डू कहता है कि देखिए पहली बात तो वीणा जी कोई गुलदस्ता नहीं है फूलों के जिसे हम सजा के बैठे हैं अगर वो हमारे अंडर होती तो अब तक तो जिंदा नहीं बचती लेके जाना है लेके चले जाइए हमने कौन सा उन्हें पकड़ के रखा है और रही बात हमारे पिताजी की तो आप उन्हें हाथ भी नहीं लगा सकती है जहां पे माधुरी कहती है कि देखिए अभी ये सारी चीजें हमारे हाथ में है वैसे तो हमने सुना है कि पंडित जी बहुत अच्छे आदमी है लेकिन जिस तरीके के तुम हरकत कर रहे हो उनका केस बहुत ज्यादा हल्का पड़ गया है हमें लगता नहीं है कि उनके पास जीने का ऑप्शन है गुड्डू पंडित अभी भी ये सारी बातें सुन ही रहा था क्योंकि उसे तो बस वीणा को वापस भेजना था गुड्डू को ऐसा लग रहा था कि वीणा ने गेम खेल दिया है क्योंकि वो तो यहां पे गुड्डू पंडित के पास में आराम से रह रही थी तो फिर आखिर माधुरी का कॉल कैसे आया कि उसने उसे होस्ट बना के रख रखा है इसके बाद आईजी दुबे चला जाता है फोन को यहीं छोड़कर

 जिसके बाद में सीन रॉबिन के ऊपर शिफ्ट हो जाता है रॉबिन बच्चों को मैथ्स का फुल फॉर्म सिखा रहा था और तभी उसे पता चलता है कि डिंपी के पास एक कॉल आया था और उसका कहना था कि जज चेंज हो गए हैं जो पहले वाले जज थे वो पंडित जी के अच्छे दोस्त थे लेकिन अभी वाले जज वो डायरेक्ट लखनऊ से आए हैं और वो एक ही बार के अंदर शायद फैसला भी सुना देंगे अब यहां पे रॉबिन सोच मैं पर जाता है कि आखिर अब उसे क्या करना है

जिसके बाद में पढ़ सीन वापस से गुड्डू पंडित के ऊपर शिफ्ट हो जाता है वो बीना के पास ही था और अब बीना को बताने लगता है कि उसके पास में माधुरी का कॉल आया था और वो आपको यहां से ले जाना चाहती है बीना को ये नहीं पता था कि गुड्डू पंडित बीना की चाल समझ गया है यहां पे गुड्डू बस शांति से उसकी बातें सुन ही रहा था कि आखिर कौन क्या करने वाला है और उसके बाद में बीना को कह के जाता है कि हमने हमारी लाइफ मैं इतनी सारी चीजें गवा दी है कि अब हम अपने पापा को तो मरने नहीं देंगे उसके बाद बीना के बच्चे को भी गोद में उठा लेता है बीना की ये चीज देख कर सोच रही थी कि बच्चे को उसने उठा लिया है कहीं उसे नुकसान ना पहुंचा दे इसी कारण बस हंस रही थी और बोल रही थी कि मां का दिल है ना लाओ हमें वापस दे दो गुड्डू कहता है कि आप लोग हमारी जिम्मेदारी है जब तक आप लोग हमारे पास रहेंगे तब तक सेफ रहेंगे उसके बाद में वहां से चला जाता है बीना को समझ में आ गया था कि गुड्डू बहुत ज्यादा कंफ्यूज हो गया है क्योंकि इससे पहले बीना का कहना था कि माधुरी को ऐसा नहीं करना चाहिए था क्योंकि कहीं ना कहीं गुड्डू अभी भी सदमे मैं है

इसके बाद सीन शिफ्ट होता है सिवान में ददा की फैमिली ब्रेकफास्ट कर रहे थे जहां पर उनकी पत्नी अपने बेटे से कहती है कि जितना जल्दी हो सके शरद का चैप्टर क्लोज करो और उसका अकाउंट वगैरह बंद करो जहां पे दद्दा त्यागी खुद कहते हैं कि टेबल के ऊपर बैठ के तुम्ही ने तो कहा था कि कोई भी व्यापार की बात नहीं करेगा तो आखिर तुम आज कैसे कर रही हो जहां पे उसकी वाइफ कहती है कि हम लोगों ने बहुत बड़ी गलती करी है शरद के साथ में काम करके उसके ऊपर भरोसा कभी करना ही नहीं चाहिए था उसके बाद त्यागी कहता है कि हमने भी यही सोचा था की उसके ऊपर भरोसा कभी करना ही नहीं चाहिए था जिसके बाद में अब यहां पे त्यागी एक नया ऑफर दद्दा के लिए लेकर आया था वह कहता है कि हम लोगों का मार्केट बहुत ज्यादा down हो गया है क्यों ना हमें आगे बढ़ाना चाहिए धंधे को वैसे भी पूर्वांचल के अंदर बहुत ज्यादा हलचल चल रही है तो हमें वहां जाके दबदबा बनाना चाहिए दद्दा साफ मना कर देता है कि हमारा काम गाड़ियां चुराने का और दारू का है दोनों इल्लीगल काम है धीरे-धीरे काम करेंगे तब जाके चीजें अच्छी होगी इसी को समझदार वाली बातें कहते हैं जा पे त्यागी भड़क जाता है कि जब हम कोई काम करने लगते हैं तब आप हमारा हाथ पकड़ लेते हैं हम चुपचाप बैठे रहते हैं तो बोलते हो कि ढीले पड़ गए हो आखिर आप करना क्या चाहते हैं आप सोच लीजिए कि आप हमें कोई फ्री एंड देना भी चाहते कि नहीं देना चाहते फिर उसके बाद इन दोनों के बीच में बहस हो जाती है तभी यहां पे सलोनी आ जाती है

तो दद्दा त्यागी कहते है कि काम के चक्कर में तुम इतने पागल हो गए हो कि सलोनी का भी ध्यान नहीं रखते हो जहां पे सलोनी कहती है कि ऐसा कुछ नहीं है ये तो हमारा बहुत अच्छी तरीके से ध्यान रखते हैं दद्दा कहते हैं कि जाओ तुम लोग कहीं थोड़ा घूम आओ तो त्यागी मना कर देता है गुस्से में वह कहता है कि कोई जरूरत नहीं है हमको कहीं भी नहीं घूमना हमको बहुत काम है तभी यहां पे उसकी मां कहती है कि तुम लोग पागल हो चुके हो काम के चक्कर में घर का माहौल भी खराब कर रहे हो चलो जाओ यहां से सारे के सारे अपने-अपने काम पर निकल जाओ

इसके बाद त्यागी कहता है कि गिन्नी को हम स्कूल छोड़ देंगे तो उसकी मां कहती है कि नहीं कोई जरूरत नहीं है सलोनी छोड़ देगी तुम अपने बाप से बैठ के बात करो और दोनों एक सहमती पे आओ आपस मैं लड़ने झगड़ने की जरूरत नहीं है घर में गरमा गर्मी मत करो सलोनी को डाउट होता है क्योंकि इसी टाइम वापस से ही त्याग कहता कहता है कि मैं दद्दा से बाद में बात कर लूंगा अभी मुझे गिनी को स्कूल छोड़कर आना है इसी के कारण सलोनी भी पीछे-पीछे निकल जाती है

दूसरी ओर हम देखते हैं कोर्ट का सीन जहां पर पंडित जी की आखिरी पेशी होने वाली थी और इसी के साथ में सबसे इंपॉर्टेंट चीज ये थी कि जब गुड्डू पंडित को पता है कि उसके बाप की आखिरी पेशी है तो गुड्डू पंडित यहां पे कोई ना कोई गड़बड़ जरूर करेगा और यही सही वक्त रहेगा कि सारे लोग मिलकर गुड्डू पंडित को दबोच लें जिसके बाद में सीन यहां भरत त्यागी के ऊपर शिफ्ट होता है वो यहां पे गिन्नी को स्कूल छोड़ता है और उसके बाद में आगे बढ़ने लगता है पीछे-पीछे सलोनी भी थी जो कि त्यागी का पीछा करते-करते सीधी उसी जगह पे पहुंच गई थी जहां पे त्यागी ने गोलू को बंद कर रखा था यहां एक तरफ पंडित जी की सुनवाई चल रही थी और इसी वक्त गुड्डू पंडित आता है तो सारे लोग गुड्डू पंडित को नमस्ते करने के लिए सीट से खड़े हो जाते हैं और गुड्डू पंडित जाके बैठ जाता है

दूसरी तरफ त्यागी अंदर जाता है और यहां से बाहर निकलने के लिए दरवाजा खोलता है तो उसके सामने सलोनी होती है और यहां पे गोलू चुप बिल्कुल नहीं रहती बल्कि वो कहती है कि अरे शत्रुगन ये तो तुम्हारी भाभी हुई ना जिसको सुनके तो सलोनी बिल्कुल पागल हो जाती है कि आखिर ये लड़की क्या कह रही है कौन है और इसे यहां पे बंदी क्यों बना के रखा है छोटे भागता है और भाभी को पकड़ता है और कहता है कि भाभी हम आपको सब कुछ समझा देंगे देखिए हमारे पास में कोई ऑप्शन नहीं था प्लीज चुप हो जाइए पांच मिनट के लिए हमारी बात सुनिए हम सब कुछ ठीक कर देंगे लेकिन यहां पे गोलू भी चुप होने का नाम नहीं लेती वो कहती है कि आप तो दद्दा को भी मारने वाले थे ना अब तो आप भाभी को भी मार देंगे क्योंकि इनको भी सच्चाई पता चल गई है यह सब सुनकर छोटे पागल हो गया था उसे कुछ समझ ही नहीं आता कि भाभी को भी बात पता चल गई इसी के कारण वो भी भाभी को कमरे के अंदर डाल के लॉक लगा देता है और यहां से चला जाता है क्योंकि उसे कुछ ना कुछ तो सोचना ही पड़ेगा

 दूसरी तरफ अब सारे के सारे लोग गुड्डू की तरफ से भी पहुंच गए थे गन लेके कि अगर कोई गड़बड़ हुई तो वो लोग भी पीछे नहीं हटेंगे यहां पर नए वाले जज फैसला सुनाने ही वाले थे और तभी यहां पे रॉबिन खड़ा हो जाता है और एंड मूमेंट में बोलता है कि हम रॉबिन है और हम ये सारी चीज के बारे में जानते हैं कि आखिर केस क्या था मौर्या और पंडित जी दोनों मिलकर साथ में काम कर रहे थे और वो दोनों गुड्डू को पकड़ने के लिए ही गए थे इस चीज का प्रूफ हम देंगे क्योंकि गुड्डू से रिलेटेड जितने भी इल्लीगल काम के प्रूफ है वो सारे के सारे हमने ही पंडित जी को दिए थे इसी के कारण वो लोग मिलकर गुड्डू को पकड़ने के लिए गए थे अब यहां पर मौर्या का जो वकील था वो खड़ा हो जाता है और कहता है कि इस तरीके से कोई भी आके कैसे खड़ा हो सकता है उसके बाद जज साहब कहते हैं कि आप चुप हो जाइए अगर आप बोलेंगे तो आपके ऊपर भी एक एक्ट लग जाएगा तो पीछे से बाकी लोग भी चिल्लाने लगते हैं जो की गुड्डू के लोग थे इसी कारण जज को नेक्स्ट तारीख देनी पड़ती है और कहा जाता है कि रॉबिन का पहले सारा बयान नोट किया जाएगा उसके बाद में किसी नतीजे पर पहुंच जाएगा इसके बाद पंडित जी रॉबिन के ऊपर बहुत ज्यादा भड़क जाते हैं कि तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था यहां पे गुड्डू बिल्कुल शांत था उसने कुछ भी गड़बड़ नहीं की थी यहां दूसरी तरफ माधुरी और शरद बैठ के बहुत मजे कर रहे थे कि चलो फाइनली अब गुड्डू को एकदम लीगली तरीके से पकड़ लिया जाएगा और उसे दबोच लिया जाएगा लेकिन तभी माधुरी के पास में इंफॉर्मेशन आती है कि गुड्डू ने तो कुछ गड़बड़ करी ही नहीं वो तो एकदम शांति से बैठा था और यहां पे एक रॉबिन नाम का लड़का था जिसने बयान दे दिया है बाकी की चीजें मैंआपको पर्सनली आके बताता हूं

जिसके बाद में सीन डिंपी के घर शिफ्ट हो जाता है रॉबिन अपना बयान दे कर घर पे लौटा था और डिंपी रॉबिन पर बहुत ज्यादा भड़की हुई थी कहती है कि क्या हम हमारे पापा को बचाने के लिए कुछ कर नहीं सकते थे तुम्हें सब कुछ पता था तो ये तुमने मुझे क्यों नहीं बताया रॉबिन डिंपी को चुप कराने की कोशिश कर रहा था रोबिन कहता है कि वो हमारे भी तो पापा है ना हमें नई जिंदगी तुम लोगों से मिली है अगर हम अभी नहीं करते तो फिर बाद में कब करते

और ये सारी बातें गुड्डू सुन लेता है क्योंकि गुड्डू घर के अंदर आ चुका था और जब रॉबिन और डीपी एक दूसरे को हुग कर रहे थे उसकी मां भी यहीं पे खड़ी थी तो गुड्डू ये सारी बातें देखकर उसे रिकॉर्ड करता है और कहता है कि क्या बात है बड़े श्रवण कुमार बन रहे हो तुम तो इस घर के बेटे बन गए हो तुम्हें जब सारी चीजें पता थी तो तुमने आखिर ऐसा किया क्यों तुमने हमारे सारे काले चिट्टे तुमने हमारे आप पापा को दिया तुम हमारी पूरी फैमिली के बारे में जानते थे हमारे धंधे के बारे में जानते थे और तुमने ही हमारी फैमिली को बर्बाद किया है रॉबिन समझाने की कोशिश करता है कि ऐसा कुछ भी नहीं है भैया आप गलत सोच रहे हैं लेकिन इन दोनों के बीच में बहस बहुत ज्यादा बढ़ गई थी उसके बाद रोबिन चुप हो जाता है क्योंकि गुड्डू बहुत सारी बात कहने लगता है कि तुमने तुम्हारी औकात दिखा दी रोबिन कहता है कि आपके पास में क्या है हमें तो यहां पे एटलीस्ट फैमिली तो मिली आपने तो बनी बनाई फैमिली को गवा दिया

गुड्डू इन सभी बातों को लेकर काफी ज्यादा डिप्रेशन में था और लास्ट में रॉबिन एक बात और कहता है की हमने ये चीज गोलू को भी समझाया था आपने तो गोलू को भी खो दिया गोलू सारी चीजें लेके चली गई थी तब यहां पे गुड्डू कहता है कि एक मिनट क्या तुमने गोलू का नाम लिया हम यहां पे पूरे शहर में गोलू गोलू चिल्ला रहे हैं और तुमसे ये तब बोला नहीं गया कि वो सारा अकाउंट क्लोज करके गई है और शहर से बाहर गई है तो रोबिन कहता है कि हमें क्या पता कि आप गोलू को ढूंढ रहे हैं उसके बाद गुड्डू अपना आपा खो देता है और वह रॉबिन का सर फोड़ देता है गुड्डू के लिए गोलू बहुत ज्यादा मायने रखती थी इसके बाद गुड्डू अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाया और उसने रॉबिन की आंखों के अंदर अपने अंगूठे डाल दिए और उसकी दोनों आंखें फोड़ दी इसके बाद रॉबिन की मौत हो जाती है यहां पर थोड़ा सा इस सीजन में गलत हुआ है मगर मेकर्स ने कुछ सोच समझ कर ही स्टोरी बनाई होगी

रोबिन की यहां पे कोई गलती थी नहीं वो डिंपी काअच्छा साथी बन गया था इस परिवार को संभाल रहा था लेकिन गुड्डू ने जो अपनी बुद्धि खोई उस चक्कर में उसने रॉबिन को ही मार दिया यहां पर गुड्डू की मां उल्टियां कर रही थी डिंपी रो रही थी इसके बाद गुड्डू को भी समझ में आ गया था कि उसने बहुत बड़ी गलती कर दी है क्योंकि उसे बाद में रिलाइज हुआ कि उसने किसी की आंखें फोड़ दी है और इसी के साथ मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 8 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 9 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 episode 9 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

एपिसोड 8 में हमने गोलू को मरा हुआ देखा था जो की 90% जल चुकी थी और यह काम त्यागी ने किया था मगर यह सभी बातें जौनपुर मतलब की शरद के ऊपर डाल दिया गया था इसी के साथ में पंडित जी को कोर्ट में आखिरी मौका मिलता है अपनी बेगुनाही को साबित करने की मगर रॉबिन को सरवन कुमार बना था इसीलिए वह कोर्ट में कहता है की गुड्डू पंडित के सभी कल चित्तो को मैं एक्सपोज करूंगा उसके बाद गुड्डू का घर आ जाना जहां पर डिंपी से रॉबिन की सारी बातों को सुन लेता है जिसमें रॉबिन कहता है की लास्ट बार मैंने गोलू को भी यही बात समझाई थी तो गुड्डू कहता है कि वह तुमसे मिलकर गई थी इसके बाद में गुड्डू पागल हो जाता है और रोबिन के आंखों में अपना अंगूठा घुस कर उसे मार डालता है

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 9 Ansh

इस एपिसोड की शुरुआत में हम देखते हैं कि त्यागी फटाफट से घर पर आकर सलोनी की साड़ियां पैक करने लगता है और अपनी मां को कहता है कि गिन्नी अभी थोड़े दिन आपके साथ में रहेगी मैं सलोनी के साथ में कुछ दिन के लिए बाहर जा रहा हूं उसकी मां को ऐसा लगता है कि वो गुस्से में है और घर पे किसी सी बात नहीं कर रहा है इसी के कारण बिना बताए जा रहा है मगर यहां पर त्यागी कुछ भी बात नहीं सकता था क्योंकि असल में वह तो छोटा त्यागी ही है जहां पर सभी लोग उसे बड़ा त्यागी मानते हैं वो अपनी मां को कहता है कि सारी चीजें ठीक हो जाएंगी उसकी मां कहती है कि आखिर तुम्हें हुआ क्या है तो तुम करना क्या चाहते हो हम लोग तुम्हें समझ तो रहे हैं जहां पे बड़े कह देता है कि क्या आप लोग यह बात मानेंगे कि मैं छोटा हूं जहां पे उसकी मां कहती है कि देखो हमें ये बात पहले से ही पता है हमें बस इतना पता है कि अब हमारे बीच में एक ही लड़का है अब वो बड़ा है या छोटा है वो हमको नहीं पता है अगर छोटा चला गया है तो उसके लिए सिर्फ और सिर्फ प्यार रहेगा लेकिन अगर बड़ा भी चला गया तो ये फैमिली बिखर जाएगा इसके बाद परिवार संभल नहीं पाएगा जिसके बाद त्यागी सोचने लगता है की उसे बड़ा बनना है या छोटा

जिसके बाद में सीन उसे बंद कमरे में शिफ्ट होता है जहां पर सलोनी और गोलू कैद थी यहां पर सलोनी गोलू से कहती है कि पानी पी लो और मुझे बताओ कि तुम हो कौन जिस पर वह कहती है कि मैं गोलू हूं सलोनी कहती है कि तुम झूठ बोल रही हो गोलू तो कब की मर गई है उसकी बॉडी तो जली हुई मिली थी वो लड़की तो जौनपुर की बॉर्डर पे मिली है तब यहां पे गोलू को आईडिया लगता है कि बाहर तो बहुत बड़ा गेम चल रहा है गोलू के नाम को मरा हुआ घोषित कर दिया है और बाहर 100% बवाल हो रहा होगा और सारा इल्जाम जब जौनपुर के ऊपर लगा होगा तो ना जाने क्या-क्या चीजें हुई होगी अब यहां पे गोलू सलोनी को भड़का रही थी यहां से भागने के लिए गोलू बोलती है कि शत्रुगन हमसे प्यार करता था और उसने हमारी क्या हालत की है और अब उसे पता है कि तुम्हें भी यह सारी चीजें पता चल गई है तो वो तुम्हारे साथ में भी क्या हाल करेगा तुम्हें क्या लगता है कि वो तुम्हें छोड़ देगा यह सब सुनने के बाद सलोनी को लग रहा था कि शत्रुगन उसके साथ में कुछ भी नहीं करेगा लेकिन जब वो गोलू की इतनी बुरी कंडीशन देखती है तो सलोनी को भी फील होने लगता है कि शायद उसे बच के यहां से भागना चाहिए यहां पर गोलू अपना हाथ इस हथकड़ी से निकाल के इस दीवार को तोड़ना चाह रही थी उसकी मदद करने के लिए अब सलोनी भी आ गई थी और ये दोनों मिलके हथकड़ी को उस दीवार से बाहर निकाल देते हैं गोलू कहती है वो जैसे ही आएगा तो तुम उसका ध्यान भटकना मैं पीछे से उसके ऊपर वार करूंगी इसके बाद हम दोनों यहां से सैफअली निकल जाएंगे सलोनी बोलती है कि यह मेरी बेटी का स्कूल है तो गोलू कहती है कि हमें ज्यादा बताने की जरूरत नहीं है ज्यादा पर्सनल मत बनो जितना कम एक दूसरे को जानेंगे उतना ज्यादा अच्छा होगा

जिसके बाद में सीन रॉबिन के ऊपर शिफ्ट हो जाता है उसकी डेड बॉडी को उठाने के लिए सभी लोग आए थे डिंपी और उसकी मां रो रहे थे और यहां पे पुलिस ऑफिसर्स पूछते हैं कि क्या आप लोग जानते हैं कि आखिर आई विटनेस कौन था आप लोग बता सकते हैं गवाही दे सकते हैं एक मां क्या ही गवाही देगी अपने बेटे के खिलाफ कि उसके खुद के बेटे ने रॉबिन को मार दिया जिसके बाद सारी पुलिस फोर्स पहुंच जाती है मिर्जापुर वहां पर गुड्डू पंडित अरेस्ट हो जाता है वह अपने लिए कुछ भी नहीं करता है खुद को सरेंडर कर देता है

जिसके बाद में जरीना वीणा को लेने के लिए आती है बीना की मेड वीणा से पूछती है कि हम लोगों को प्रोटेक्शन की कब तक जरूरत पड़ेगी जहां पे बीना का कहना था कि जब तक कालीन भैया के बारे में पता नहीं चल जाता कि वो डेड है या फिर जिंदा है तब तक हमें किसी ना किसी की प्रोटेक्शन की जरूरत पड़ती रहेगी हम अकेले सरवाइव नहीं कर पाएंगे इस मेड को लग रहा था कि शायद हम लोग भी काफी ज्यादा रिस्क में हैं और हम लोगों के ऊपर भी कोई भी बात आ सकती है तो बीना कहती है कि अभी तो इन लोगों के पास जाते हैं यहां पे सेफ रहेंगे जिसके बाद बीना अपना और अपने बच्चों का सामान पैक करती है और जड़ीना के साथ लखनऊ के लिए निकल जाती है

जिसके बाद में सीन जेपी यादव के ऊपर शिफ्ट हो जाता है अब जेपी यादव के साथ में एक लड़का उसका हाथ पैर दबा रहा था जेपी यादव को साफ दिख रहा था कि माधुरी ग्रो करती जा रही है और अब उसे भी बाहर निकलना पड़ेगा उसकी सरकार गिरानी पड़ेगी खुद के पत्ते बिछाने पड़ेंगे क्योंकि ऐसे वो कब तक छुपके बैठा रहेगा तभी जेपी यादव का नौकर जोर से पिंच करता है और कहता है कि आपने ऐसा कहा था कि आप यहां से बाहर निकालने की बात करेंगे तो मुझे पिंच कर देना मुझे चांटा मारना आप यहां से कहीं भी बाहर नहीं जाएंगे तो जेपी यादव कहता है कि बात तो तुम सही कह रहे हो हमें यहां से बाहर नहीं जाना चाहिए काफी ज्यादा रिस्की है हम नहीं तुम जाओगे

जिसके बाद में सीन जरीना के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि बीना को सेफली लखनऊ ले आई थी जहां पे आनंद जी उनका वेलकम करते हैं और बीना को और उसकी मेट को एक कमरा दिखाते हैं जहां पे बीना कहती है कि बहुत-बहुत शुक्रिया कि आप लोगों ने हमें सेफ्टी से उस जगह से निकाल लिया हम बहुत ज्यादा परेशान थे आनंद जी कहता है कि आप लोग तो फैमिली है जिसके बाद उसके मेट का एक अलग कमरा था उसे वहां ले जाता है

इसके बाद हम माधुरी को देखते हैं वह हद से ज्यादा खुश थी और सबसे पहले वो शरत को बुलाती है शरत कहता है कि क्या बात है ऐसी भी क्या बात हो गई जो कि तुमने हमें इतने इमरजेंसी में बुलाया है जहां पे माधुरी शरद को इफॉर्म करती है कि कि अब गुड्डू उसके हिरासत में है जिसके बाद शरद इतना ज्यादा खुश हो जाता है कि उसे सीधा गले से लगा लेता है और कहता है कि आखिर तुम गुड्डू को मेरे हवाले कब कर रही हो क्योंकि हमारी कड़ी सिर्फ और सिर्फ बदले से जुड़ी हुई है जब तक मैं अपना बदला पूरा नहीं ले लेता तब तक चीजें कंप्लीट नहीं हो पाएगी एक बार मैं ये सारी चीजें खत्म कर दूं उसके बाद में वापस से नई शुरुआत करूंगा जिसके बाद में यहां माधुरी कहती है कि देखिए जब हमने मुन्ना के ऊपर विश्वास किया था तो हमने उसे समझाया नहीं था और उसने अपना आप खो दिया था उसने खुद को बर्बाद कर लिया ऐसा हम आपके साथ में नहीं होने देंगे अब आपको चुनना है कि आपको अपना रिवेंज लेना है या फिर अपने आगे की लाइफ चूज करनी है इसके बाद शरद अपनी डायलॉग शुरू कर देता है कहीं ना कहीं शरद को माधुरी पसंद आ गई थी और उसे अब खुद की लाइफ सिक्योर चाहिए थी और वो मिर्जापुर को भी अच्छे तरीके से चलाने वाला था और माधुरी को भी एक्सेप्ट करने वाला था तो वो कहता है कि अगर ऐसी ही बात है तो हम तुम्हें चुनते हैं यानी कि अब शरत को गुड्डू से बदला नहीं लेना था उसे बस माधुरी के साथ में नई लाइफ स्टार्ट करनी थी

 जिसके बाद में सीन जरीना के ऊपर शिफ्ट हो जाता है वो शॉपिंग कर रही थी और उसके पास में एक अननोन नंबर से कॉल आता है जरीना कॉल नहीं उठाती और जब कपड़े चेंज करने के लिए जाती है तो जेपी यादव का नौकर चेंजिंग रूम के बाहर आ जाता है और जरीना से बात करता है वो जरीना को एक ऑफर देने के लिए आता है जरीना कहती है तुम्हें पता भी है कि हम कौन हैं तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमसे बात करने की जहां पे लड़का कहता है कि हमें तो तुम्हारे बारे में बहुत अच्छे से पता है कि तुम कितनी प्राइवेट लड़की हो और क्या-क्या करती हो तुम्हारे लिए एक बहुत बड़ा ऑफर है एक बहुत बड़ी पार्टी है फुल प्राइवेसी होगी बहुत सारा पैसा है एडवांस हम तुम्हें दे रहे हैं और आगे का पैसा तुम्हें मिल जाएगा वो एक पैसों से भरा हुआ बैग जरीना को ऑफर करता है जरीना पहले मना करती है कि उसने ये सब करना बंद कर दिया है लेकिन जरीना थी तो पैसों की भूकी तो वो इस ऑफर को अपना लेती है

जिसके बाद में सीन माधुरी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि जेल में गुड्डू से मिलने के लिए आई थी माधुरी को बहुत ज्यादा खुशी हो रही थी वो गुड्डू को कहती है कि तुम्हारे लिए तो हमने इतना सारा इंतजाम किया हमें नहीं पता था कि तुम इतनी आसानी से अपने आप हमारी झोली में गिर जाओगे चीजों को इतना ज्यादा आसान कर दोगे माधुरी पूछती है कि तुम इतने लोगों को मार चुके हो क्या तुम्हें अभी भी शांति मिली है या नहीं लेकिन गुड्डू के सामने तो ये सारे भूत रोज आते रहते हैं और आते ही रहेंगे रही बात मुन्ना की तो उसे तो वो अपने सपने में रोज मारता है और वह कहता है मैं तो ऐसे भी पकड़े जाने वाला था क्योंकि वो क्रिमिनल था और रही बात मुन्ना की तो मुन्ना मर चुका है माधुरी समझ चुकी थी कि गुड्डू साइकोपैथ है

फाइनली माधुरी का ये काम पूरा हो गया था कि गुड्डू जेल मैं था और अब वो पुलिस ऑफिसर्स को ये कह के चली जाती है कि इसे इतना मारिए कि बस जिंदा छोड़िएगा बाकी का काम हम देख लेंगे जिसके बाद सीन वापस से त्यागी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है अब वो यहां पर गन लेके कमरे के अंदर पहुंच जाता है जहां पे वो कहता है कि हमारे अंदर थोड़ा बहुत अंश अब बच रहा है छोटे का उसे हमने पूरी तरीके से मार दिया है हम भरत हैं शत्रुगन नहीं है और सलोनी तुम उठो यहां से जाओ

अब यहां पे इन दोनों का प्लान था कि अगर भरत आएगा तो जरूर वो सलोनी के ऊपर भी अटैक करेगा लेकिन वो तो ऐसा कुछ करता ही नहीं है वो तो सलोनी को यहां से जाने को कहता है यह सब देखकर गोलू को लग रहा था कि उसका प्लान फ्लॉप हो गया है गोलू जोर-जोर से चिल्लाने लगती है कि हां सलोनी तुम तो जाओ तुम तो अपनी जान बचाओ और जैसे ही सलोनी आगे निकलने वाली होती है तो गोलू अपना हाथ यहां से निकालती है सलोनी को पकड़ती है और गोलू के हाथ में कांच का टुकड़ा था और सलोनी के ऊपर कट कर देती है जिस जिसके बाद सलोनी को धक्का देकर त्यागी के ऊपर गिरा देती है और यहां से निकल जाती है यहां त्यागी सलोनी को संभाल ही रहा था

फिर भी त्यागी तीन-चार गोलियां चला देता है जहां पे एक गोली गोलू के कंधे पे लग जाती है वो इंजर्ड हो जाती है और यहां पे त्यागी को पता चलता है कि उसकी भाभी बुरी तरीके से घायल हो चुकी है क्योंकि उसके हाथ से कंटीन्यूअसली खून बह रहा है लेकिन मरते-मरते भी वो भरत ही कह रही थी इसके बाद त्यागी सलोनी को उठा के अस्पताल ले जाने लगता है

जिसके बाद में सेन वापस से गुड्डू के ऊपर शिफ्ट हो जाता है अब जैसा कि पुलिस वालों को ऑर्डर दे दिया गया था कि गुड्डू को अधमरा छोड़ना है इसी कारण गुड्डू को उसे सेल के अंदर भेज दिया जाता है जहां पर सारे क्रिमिनल लोग थे देखते ही देखते ये सारे लोग मिलके गुड्डू के ऊपर अटैक करते हैं लेकिन गुड्डू तो गुड्डू था कुछ दिन पहले तो उसने माल लेना भी शुरू कर दिया था जिसके बाद वो अपनी पहलवानी दिखाना शुरू करता है जितने भी लोग थे उन सबको बहुत बुरी तरीके से मारता है जिसके बाद में पुलिस ऑफिसर यहां के एक और लंबे चौड़े आदमी को कहता है कि खाने के साथ में तुम लोगों को मीठा भी दिया जाएगा जिसके बाद तो ये आदमी खड़ा हो जाता है और उसके बाद में वो गुड्डू को मारता है यहां पे बाकी सारे लोगों ने भी गुड्डू को पकड़ लिया था इसके बाद अब जाकर गुड्डू की हालत खराब होने लगी थी उस आदमी ने गुड्डू का सर फोड़ दिया था उसके बाद गुड्डू को उसी हालत जेल के बाहर लाया जाता है इसके बाद में पुलिस ऑफिसर गुड्डू की पिक्चर खींचकर हर जगह सर्कुलर कर देता है

जिसके बाद में सीन मुनव्वर के ऊपर शिफ्ट हो जाता है अब उसे पता चल गया था कि गुड्डू पंडित जेल में है और शरद एक नंबर का लूजर है उसका कुछ होना जाना है नहीं तो इसका मतलब है कि पूर्वांचल के पास कोई लीडर नहीं है और यही बिल्कुल सही वक्त है जब वो पूर्वांचल के ऊपर अपना दबदबा बना सकते हैं और यह सारी चीज किसी और को बताने के लिए कहता है यानी कि मनोवर के ऊपर भी एक और आदमी है जो कि इस पूरे पूर्वांचल के ऊपर अपना दबदबा बनाना चाहता है

जिसके बाद में सीन शरत के ऊपर शिफ्ट हो जाता है वो अपनी मां के पास बैठ था और खुद की जीत की खुशी सेलिब्रेट कर रहा था कि गुड्डू पकड़ा गया है अब वह मारने वाला है उसकी मां भी खुश थी कि ये सब कुछ शरद ने खुद के बल पर किया है अब अगर एक बार उसके हाथ में पूर्वांचल आ गया तो वो नई रीति से पूर्वांचल को चलाएगा

साथ ही में वो अपनी मां से कहता है कि अगली बार आप लखनऊ चलिए हमें आपको माधुरी से भी मिलवाना है वो अपनी मां को बता देता है कि उसका माधुरी के साथ में बातचीत चल रही है जिसके बाद में सीन माधुरी के ऊपर ही शिफ्ट हो जाता है अब वो रात को काम करके लौट चुकी थी तो यहां पे उसके डिनर के लिए एक माहौल बनाया गया था बाहर गाना बजाने वाले लोग आए थे और साथ ही बीना भी आती है उसकी काम वाली बच्चे को संभाल रही थी और बीना यहां पर आकर माधुरी के गले लगती है उसे थैंक यू बोलती है तो माधुरी कहती है कि आप हमारा परिवार है अगर हम आपके लिए नहीं कर पाएंगे तो आखिर किसके लिए करेंगे बीना बोलती है कि गुड्डू के कंट्रोल में तो हम बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे वहां पे हमारा दम घुट रहा था हर वक्त हम अनसिक्योर थे वो तो अच्छा हुआ कि आपने हमें बचा लिया नहीं तो हमारा तो ना जाने क्या होता

वीना कहती है कि तुम्हें तो शोक मनाने का समय तो मिला हमें तो ये तक नहीं पता है कि कालीन भैया जिंदा भी है या नहीं है तुमने खुली हवा के अंदर सांस लिया तुम कितनी ज्यादा इंडिपेंडेंट हो जहां पे माधुरी कहती है कि अब आप यहां पे आ गई है तो सारी चीजें ठीक हो जाएंगी वीना कहती है कि आखिर हम भी तुम्हारे ऊपर कब तक भार बनके रहेंगे कुछ दिन की बात है उसके बाद में हम हमारे घर पे चले जाएंगे बस हमें कुछ टाइम शांति के मिल जाए इससे ज्यादा और चाहिए ही क्या जिसके बाद में माधुरी को लगता है कि शायद वीना को यह देखना चाहिए कि गुड्डू का हाल क्या हुआ है वो गुड्डू की अधमरी फोटो जब बीना को दिखाती है तो बीना की खुद की हालत खराब हो जाती है कि ये क्या गड़बड़ हो गई जो उसका सबसे बड़ा प्रोटेक्टर था जिसने उससे वादा किया था कि उसके बेटे को वो गद्दी पे बिठाएगा उसी की बुरी हालत हो चुकी है यह सब जानकर वीना को ऐसा लग रहा था कि उसने कुछ गड़बड़ कर दी है और गुड्डू को इस जगह से निकालना भी पड़ेगा

जिसके बाद वापस से सीन जेल के अंदर शिफ्ट हो जाता है अब यहां पे पंडित जी से मिलने के लिए डिंपी आई थी पंडित जी को पता चल गया था कि रॉबिन मर गया है और उसके पीछे का कारण और कोई नहीं बल्कि गुड्डू है तो वो अपनी बेटी को समझाते हैं कि इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है डिंपी कहती है अपनी जिम्मेदारी लेता कहां है कोई ना आपने कभी ली है ना गुड्डू भैया ने कभी ली है सब अपनी मनमानी ही तो करते हैं अब हमें पता है कि हमें करना क्या है हमें रबिन बहुत सारी चीजें बता के गए हैं अगर आपको हमारी मदद अब भी करनी है तो करिए नहीं तो हम देख लेंगे कि हमें क्या करना है जहां पे पंडित जी कहते हैं कि ऐसा कुछ नहीं है अब तुम जो कहोगी हमसे हम भी वही करेंगे हम तुम्हारी मदद करेंगे जिसके बाद में वो डिंपी को थोड़े बहुत प्रूफ के बारे में बताता है जिसके बाद में डिंपी अपने घर जाती है अपने फादर के सारे डॉक्यूमेंट को चेक करती है वहां पे उसे एक फाइल मिलती है जहां पे उसे पता चलता है कि सीएम साहब की डेथ के पीछे एक आदमी है और वो आदमी और कोई नहीं बल्कि शरद है शरद ने ही सीएम को मरवाया था और इसी सस्पेंस के साथ मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 9 खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है इस मूवी की मारधाड़ एक्शन और कहानी विक्रम मूवी के जैसे ही बनाई गई है अगर आप इस तरह की ही मारधाड़ और एक्शन वाली मूवी को देखना पसंद करते हैं तो मैं आपको एक और मूवी सजेस्ट करना चाहता हूं अगर आपने अभी तक कमल हसन की विक्रम मूवी को नहीं देखा है तो मैंने लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में दे दिया है आप जरूर वॉच करें

फ्रेंड्स अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आ रहा है तो आप हमें कमेंट करें कि अब आपको नेक्स्ट कौन सी मूवी कई स्टोरी को जानना है तो फ्रेंड्स मिलते हैं मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 10 में तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद


तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur Season 3 episode 10 के बारे में

अब होगा गद्दी की लड़ाई जो जिंदा रहेगा वह मिर्जापुर की कुर्सी पर राज करेगा गुड्डू के बदले की आग में मुन्ना भैया इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं दूसरी तरफ कालीन भैया जीवित और सुरक्षित है अब यह जानना है कि मिर्जापुर की कुर्सी पर किसका शासन होगा क्या शरद शुक्ला गुड्डू पंडित से अपने बाप का बदला लेकर मिर्जापुर की कुर्सी को छीन पाएगा तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले

 फ्रेंड्स इससे पहले हमने मिर्ज़ापुर सीजन 1 और सीजन 2 के हर एक एपिसोड की स्टोरी को डिटेल से आपको बता दिया था अगर आपने वेब सीरीज की दुनिया में नंबर वन का दावा ठोकने वाला वेब सीरीज का पहले सीजन और दूसरे सीजन को अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर i बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं ताकि इस कहानी को समझने में और भी आसानी हो

यह एपिसोड मिर्जापुर सीजन 3 का लास्ट एपिसोड है हो सकता है कि अपने जैसा एक्सेप्ट किया था इस सीरीज को लेकर वह आपको नहीं मिला हो लेकिन आने वाले फोर्थ सीजन में बहुत कुछ आपको मिलने वाला है क्योंकि मुन्ना भैया भी वापस आने वाले हैं फोर्थ सीजन में और वह कैसे आएंगे उसके बारे में हम लास्ट में बताएंगे

एपिसोड 9 में हमने देखा था कि त्यागी ने एक बहुत बड़ा खेल खेला था उसने अपनी भाभी सलोनी को भी पकड़ कर गोलू के साथ बांध दिया था सलोनी को सच बताने के चक्कर में सलोनी ही घायल हो जाती है और यह सब देखकर त्यागी को गोलू के ऊपर पहले से भी ज्यादा गुस्सा आ रहा था और गोलू त्यागी के कैद से आजाद हो गई थी वहीं दूसरी ओर गुड्डू पकड़ा गया था और उसे जेल के अंदर अधमरा करके डाल दिया गया था इसी के साथ में बीना भी लखनऊ पहुंच गई थी और साथ ही में डिंपी के पास एक बहुत बड़ा सबूत लगा था कि सीएम को मारने वाला और कोई नहीं बल्कि खुद शरद शुक्ला है जो कि यह बात माधुरी को पता नहीं थी माधुरी शरद के ऊपर विश्वास करने लग गई थी और उसके साथ में धोखा हुआ था

मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड 10 Pratibimbh

इस एपिसोड की शुरुआत में हमें सबसे पहले कालीन भैया की फैक्ट्री दिखाई जाती है जहां पे अब वर्कर्स बिल्कुल शांत हो गए थे फैक्ट्री बिल्कुल बंद पड़ गई थी कोई काम करने वाला नहीं था क्योंकि गुड्डू भैया को पुलिस उठा के ले गई थी गोलू तो कब का ही मरी हुई घोषित कर दी थी फैक्ट्री का लेबर परेशान दिखाई दे रहा था तभी यहां पे गोलू का कमबैक होता है सारे के सारे लोग यह देखकर चौंक जाते हैं और कहते हैं कि कोई बात नहीं भैया नहीं है तो कम से कम दीदी तो आ गई है अब सब कुछ संभाल लेगी गोलू गोलू को गोली लगी थी इसीलिए वह गली गली को निकलती है और नए कपड़े पहनती है इसके बाद हाथ की हथकड़ी काटती है जब वो इत्मीनान से बैठती है तभी उसे पता लगता है कि इन चार-पांच दिनों में ना जाने क्या-क्या हो गया उसके पापा ने बेटी के गम में खुद को गोली मार ली थी इस बात के ऊपर गोलू को रोना आता है लेकिन अब वो रो कर भी क्या ही करेगी अब उसका कोई नहीं बचा उसकी बहन फर्स्ट सीजन में मर गई थी बाप थर्ड सीजन में मर गया तो यानी कि अब वो पूरी तरीके से गुड्डू के हवाले है

जिसके बाद वो सबसे पहले एक मंत्री को कॉल लगाती है और जेपी यादव से मीटिंग फिक्स करवाती है ये आदमी कहता है कि हमें तो लगा था तुम मर गई हो तो आखिर प्रूफ दो जहां पे गोलू कहती है कि हम मर गए थे इस चीज का प्रूफ तुमने नहीं लिया और हमें मरा हुआ मान लिया तो फिर हम तुम्हें पैसे भिजवाए तो इस चीज का क्या प्रूफ चाहिए तुम्हें जेपी यादव से जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी मीटिंग फिक्स कराओ लास्ट एपिसोड मैं हमने देखा था की जेपी यादव का नौकर जरीना को ऑफर दिया था कि तुम्हारे लिए एक पार्टी है इसीके लिए जरीना बाकी के पैसों को लेने के लिए उसी जगह पर पहुंच जाती है यह जगह तो जेपी यादव का घर था यानी कि जरीना फंस गई थी अब जेपी यादव उसे बिठा लेते हैं बातचीत करना शुरू करते हैं सरकार गिराने के बारे में उसे ऑफर करते हैं जरीना कहती है आपको क्या लगता है कि हम बिक जाएंगे जब हम वहां पे इतना सेफ है तो फिर आखिर हम आपके पास में क्यों आएंगे और तो सरकार क्यों गिराएंगे जहां पे जेपी यादव सीहोर था की जरीना ने पहले भी खुद को बेचा है और उसे सिर्फ पैसों की भूख है अगर उसे इस बार बड़ी रकम दी जाएगी तो फिर से सरकार गिरा देगी अब जरीना को कहीं ना कहीं जेपी यादव को फंसाना तो था ही इसी के कारण वो जेपी यादव को विश्वास दिला देती है कि वो सरकार वापस से गिरा देगी इसके बदले उसे दुगने तिगने पैसे चाहिए और उससे भी बड़ी बात कि अगर वो सरकार में आती है तो इस बार सीएम खुद जरीना को बनना है जेपी यादव कहता है कि अभी तक बिल्डिंग खड़ी भी नहीं हुई और उससे पहले तुम्हें बिल्डिंग के ऊपर खड़ा होना है ज्यादा ऊंचे ख्वाब नहीं हो गए तुम्हारे अभी तो तुम्हें जो पैसे दिए हैं तुम उसका इंतजाम करो जिस सर्विस के लिए तुम आई हो उसको शुरू करो जरीना अपनी बात तो कह चुकी थी और अब जेपी यादव के पास फंसी हुई थी अगर उसने खुद की सर्विस नहीं दी तो वो पकड़ी जाएगी या फिर वो मर भी सकती है इसी के कारण उसे जेपी यादव के साथ में इंटीमेट होना पड़ता है

जिसके बाद हम माधुरी को देखते हैं अब जैसा कि उसका सपना था कि अपने फादर के पुराने सपना आम बाग का प्रोजेक्ट शुरू करना था और उसके अंदर स्वर्गीय सीएम साहब की बहुत बड़ी मूर्ति होगी तो उसी का वो भाषण देने लगती है उसके बाद में अपने पिताजी की मूर्ति की इनॉग्रेशन की तरफ आगे बढ़ने लगती है दूसरी तरफ बताया जाता है कि जो जरीना वो सारे के सारे एमएलए को लेकर एक तरफ इकट्ठा हो जाएगी और इन सब एमएलए को बंद कर दिया जाएगा और इन सबको पार्टी गिराने के लिए यानी कि सरकार गिराने के लिए ये लोग कन्वेंस करने वाले थे जरीना इन सब लोगों को यानी कि जितने भी एमएलए थे उन सबको बस में भर के लेकर आ रही थी अपोजिशन पार्टी वाले जरीना से अपडेट ले ही रहे थे लेकिन जरीना अब तक भी पहुंची नहीं थी यहां माधुरी अपने फादर के मूर्ति के इनॉगरेशन के प्रोग्राम में लगी हुई थी और दूसरी तरफ जरीना जेपी यादव के लिए नहीं बल्कि वापस से जेपी यादव को धोखा देते हुए सीधे माधुरी के यहां पहुंच जाती है जहां पे शरद शुक्ला कॉल उठाता है और अपोजिशन पार्टी वाले को कहता है कि देख भाई अभी तक तो मेरे पास में सारे mla पहुंच चुके हैं तेरा तो किस्सा खत्म हो चुका है और रही बात जेपी यादव की तो उसको बोलना उससे मेरा पुराना रिश्ता है वो जिस बिल के अंदर छुपा हुआ है उसे वहीं पर छुपा रहने के लिए बोलना अब यहां पे शरद शुक्ला बाकी सारे एमएलए को ब्लैकमेल करने की कोशिश करता है कि इन सब की जान शरद शुक्ला ने बचाई है तो आगे जाके इन सबको माधुरी के लिए ही लॉयल होना पड़ेगा

 उसके बाद जेपी यादव को सारी इंफॉर्मेशन मिल जाती है कि जरीना फिर से उसके साथ धोखा कर गई है दूसरी तरफ माधुरी ने अपनी फादर का इनॉग्रेशन वाली स्टैचू पढ़ का पर्दा निकाल दिया था जिसके बाद में सीन गोलू के ऊपर शिफ्ट होता है गोलू यहां पे धीरे-धीरे करते हुई सीधा जेपी यादव के घर तक पहुंच जाती है लेकिन डील ये हुई थी कि गोलू को पैसे लेके आने थे लेकिन गोलू के पास इस वक्त तो पैसे थे नहीं इसी कारण वो बाहर से ही कहती है कि अंदर ही रहना है क्या यह सभी लोगों से छुप के रहना है हमने तो सोचा था तुम में बहुत ज्यादा मनोबल है और अभी भी तुम डर रहे हो जिसके बाद तो जेपी यादव खुद भी बाहर आ जाता है और पहले तो पैसों के बारे में ही बात करता है कि देखो हम फालतू की बात करना नहीं चाहते डील पैसों से रिलेटेड हुई थी लेकिन अब यहां पे गोलू उसे कन्वेंस करने की कोशिश करती है कि अगर कोई हेल्प करने वाला है तो वो सिर्फ और सिर्फ एक ही बाहुबली है जो कि इस वक्त इसके आसपास नहीं है जब जब भी त्रिपाठियों ने जेपी यादव को परेशान करने की कोशिश की है तब तब गुड्डू ने इसकी बहुत ज्यादा हेल्प करी है और आज भी वो हेल्प कर सकता है और आगे जाकर भी अगर कोई जेपी यादव के लिए लॉयल खड़ा रहेगा और अगर जेपी यादव को वापस अपनी सरकार बनानी है तो उसके लिए सिर्फ और सिर्फ उसे एक ही आदमी की जरूरत पड़ेगी वो आदमी इस वक्त जेल के अंदर है तो कहीं ना कहीं उसे जेल से निकलवाने की कोशिश करनी पड़ेगी

जिसके बाद में सीन माधुरी के ऊपर शिफ्ट हो जाता है और अब यहां पे माधुरी को बड़ा झटका लगता है क्योंकि उसके पास डिंपी आ गई थी सारे प्रूफ लेकर जिस वक्त मौर्या एक आदमी को मार रहा था और वह आदमी बोलता है कि यह सारे काम शरद शुक्ला के कहने पर किया था शरद शुक्ला ने ही सीएम को मरवाया था तो ये सारी चीजें माधुरी के सामने खुल गई थी लेकिन वो डिंपी से नाराज थी की तुम ऐसे कैसे यहां पे मुझसे मिलने के लिए डायरेक्टली आ गई तुम जनता दरबार में आ सकती थी और अगली बार से आओ तो जनता दरबार में ही आना और तुम्हें क्या लगता है कि ये चीज सुनके मुझे तुम्हारे ऊपर दया आएगी मैं क्या गुड्डू की सज्जा कम करवा दूंगी जहां पर डिंपी का कहना था कि मैं यहां पे गुड्डू भैया की सजा कम करवाने के लिए नहीं आई हूं ना ही मुझे कोई एक्सपेक्टेशन है अब मैं बस यही जानती हूं कि क्रिमिनल हमेशा क्रिमिनल ही होता है ये भी क्रिमिनल है वो भी क्रिमिनल है यानी कि डिंपी कहीं ना कहीं शरद शुक्ला के ऊपर पूरा पूरा फोर्स डाल रही थी कि अगर बाकी लोगों को सजा मिली है तो उसे भी तो मिलनी चाहिए वो बाहर क्यों घूम रहा है और अगली बार से वो हमेशा लोगों के हित में ही काम करेगी यानी कि जिन भी लोगों ने कोई क्राइम नहीं किया है उन लोगों को तो एटलीस्ट सजा नहीं मिलनी चाहिए

जैसे कि डिंपी के फादर बिना क्राइम के भी सजा काट रहे हैं और अगली बार अगर वो आएगी तो आम जनता से तो ऊंचा ही औधा लेकर आएगी डिंपी माधुरी को फ्रंट फुट पर चैलेंज कर रही थी और हमें यह साफ-साफ दिख रहा था की मिर्जापुर सीजन 4 में डिंपी का रोल कुछ अच्छा ही मिलने वाला है उसके बाद माधुरी यहां पे रोने लगती है आनंद जी उसके पास ही बैठे थे और सॉरी फील करते हैं कि शरद जो कि उसके इतना ज्यादा क्लोज हो रहा था अब जाके उसके भांडे फूटे हैं कि उसी ने तो उसके फादर को मारा है जिसके बाद में माधुरी यहां पे शरत को बुला लेती है उससे बातचीत करने लगती है और साथ ही माल फूक रही थी और उसके बाद में पूछती है कि अब बताओ आखिर ऐसी कोई बात है जो तुम मुझसे छुपाना चाहते हो क्योंकि अब जब हम आगे बढ़ रहे हैं तो मैं नहीं चाहती कि हमारे बीच में कोई बात रह जाए अब यहां पे शरद शुक्ला को लगता है कि माधुरी से शायद उसे वो बात नहीं छुपानी चाहिए यानी कि उसने कालीन भैया को अपने पास छुपा के रखा है इतनी बड़ी बात तो शायद उसे बता ही देनी चाहिए तो शरद नशे में बता देता है कि देखो ये बात मैं तुम्हें बताना चाहता था लेकिन उस वक्त कुछ भी सही वक्त नहीं था मुझे भी नहीं पता था कि तुम पे ट्रस्ट करना चाहिए या नहीं लेकिन मैं तुम्हें एक बात बताना चाहता हूं कि ताऊजी मेरे पास ही है उन्हें मैंने रखा है अपने पास में और अब वो बिल्कुल एक फैमिली के जैसे हो गए हैं अब यहां पे माधुरी को दूसरा झटका लगता है यहां पे वो शरद से अपने बाप के मौत के बारे में बात करना चाहती थी कि शरद कंफेस करें कि उसने सीएम को मारा है लेकिन यहां पे तो वो दूसरी चीज कंफेस कर देता है उसने एक इतने बड़े क्रिमिनल को बचा के रख रखा है यानी कि कालीन भैया को ऊपर से ये भी कह रहा है कि वो अब हमारे फैमिली के बहुत इंपोर्टेंट पर्सन बन गए हैं अब यहां पे माधुरी उसे और याद दिलाने की कोशिश करती है कि तुम याद तो करो क्या पता शायद तुम्हें याद हो बहुत बड़े-बड़े डिसीजन तुमने भी अपनी लाइफ में लिए होंगे लेकिन अभी तुम्हें याद नहीं आ रहे होंगे

लेकिन शुक्ला को तो 1 परसेंट आईडिया नहीं आ रहा था कि उसने सीएम को मरवाया था और आखिर ये बात माधुरी के पास कैसे पहुंच जाएगी इसी के कारण वो कुछ बोलता ही नहीं है जहां पे माधुरी कहती है तुमने मुझे इतनी बड़ी बात बताई है अब मुझे इसके लिए थोड़ा सोचने के लिए वक्त चाहिए और मुझे उनसे पर्सनली बात करनी है और तुम्हें भी थोड़ा बहुत पेशेंस रखना चाहिए मुझे थोड़े टाइम के लिए अकेला छोड़ दो जहां पे शरद फंस जाता है और अब उसे कालीन भैया से बात करनी ही पड़ेगी कि वो माधुरी से पर्सनली मिले जिसके बाद माधुरी को लगता है कि यह बात वीना को बताया जाए जिसे सुनकर उसे अच्छा लगेगा माधुरी बीना के पास जाती है तो बीना माधुरी से कहती है कि तुम जितने इंडिपेंडेंट हो मुझे भी उतना इंडिपेंडेंट बनना है तुम बस हमारा एक काम करो मिर्जापुर हमें चलाने दो बीना का कहना था कि सब तो मर गए हैं और कालीन भैया का वापस आना होगा नहीं तो माधुरी कहती है कि क्या पता वो जिंदा हो बीना कहती है कि नहीं नहीं उनका बचना तो बिल्कुल पॉसिबल नहीं है हम गुड्डू के यहां इस बात को सुने थे वो हमेशा कालीन भैया को मारने के बारे में बात करते थे पक्का उन्होंने कालीन भैया को मार दिया होगा और वो वापस कभी नहीं लौटेंगे हम हमारे बेटे के पास रहेंगे ना हमें तो मिर्जापुर जाना ही होगा हम तो हमेशा वहीं पे रहे हैं और अब वैसे भी हम यहां कितने दिन तक रह सकते हैं इसी कारण माधुरी बीना को कुछ भी नहीं बताती कि कालीन भैया जिंदा है 

जिसके बाद में सीन जेपी यादव के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि गृहमंत्री के साथ बैठा हुआ था जेपी यादव गृह मंत्री से कहता है की ना हमारे पास में पैसा और ना ही अब हमारे पास कोई और चीज है लेकिन हमारे पास वापस से इस गेम में उतरने की अभी भी एबिलिटी है और काफी सारा एक्सपीरियंस भी है जहां पे गृहमंत्री का कहना था कि तुम्हारे एक्सपीरियंस को हम आखिर करेंगे क्या वहां पे सरकार उसकी चल रही है पैसा तुम्हारे पास में है नहीं आखिर हमारा हेल्प करेगा भी तो करेगा कौन जहां पे इन दोनों के बीच में बहस हो रही थी कि करना क्या चाहिए और ऐसा तो कोई है भी नहीं जो कि जेपी यादव की मदद करें सारे बाहुबली मारे गए हैं तभी यहां पे  वापस से गोलू एंट्री लेती है गृहमंत्री गोलू को देख के शौक हो जाता है कि ये जिंदा कैसे है ये तो मर गई थी इसके पीछे तो इतने बवाल हो गए थे लेकिन गोलू कहती है कि नहीं हम बिल्कुल जिंदा है अब यहां गृहमंत्री खुद ही गोलू को समझाने की कोशिश करता है कि ये जिंदा है वो जिंदा है आखिर कौन किसकी हेल्प करेगा जहां पे गोलू कहती है ये सारी चीजें आपको समझने की जरूरत है गोलू एक प्रपोजल लेके आई थी जो कि जेपी यादव और गृहमंत्री दोनों को समझाती है कि वो गुड्डू को बाहर निकालेंगे और गुड्डू इन सब की मदद करेगा 

जिसके बाद में सीन शरद के ऊपर शिफ्ट हो जाता है जो कि कालीन भैया के पास आता है और उसे बताता है कि अब ठंड बढ़ गई है वो उसकी फैमिली का मेंबर है साथ ही में ये भी बताता है कि मैंने आपको उस दिन नहीं कहा था कि आखिर मैंने आपकी जान क्यों बचाई शरद बताता है कि मेरे पिताजी ने  बाबूजी को मार के बड़ी गलती कर दी थी वही गलती मैंने आपको बचा के सुधार ली थी यही कारण था कि हमने उस दिन आपको बताया नहीं था अब यहां पे शरद ये भी बात बता देता है कि  हमारा नया परिवार शुरू होने वाला है हम माधुरी से मिले थे और हमने उसे बता दिया है कि आप हमारे साथ में हैं और जिंदा है और माधुरी अब आपसे मिलना चाहती है कालीन भैया कहते हैं कि ये तुमने बहुत बड़ी गलती कर दी है माधुरी के ऊपर हम पहले भी ट्रस्ट कर चुके हैं और तुम्हें उसके ऊपर ट्रस्ट नहीं करना चाहिए हम एक बार ट्रस्ट करके भुगत चुके हैं लेकिन शरद कहता है कि आप हमारे खातिर मिल लीजिए बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है और एक बार तो आपको मिलना ही चाहिए कालीन भैया की फटी हुई थी लेकिन उन्हें मिलना पड़ता है अब यहां पे माधुरी पहुंच चुकी थी कालीन भैया से मिलने के लिए जहां पे पता चलता है कि कालीन भैया का कहना था कि उन्होंने  शरद के ऊपर बहुत ज्यादा बिलीव किया है ट्रस्ट किया है और उन्होंने वादा किया है कि वो मिर्जापुर की गद्दी के ऊपर शरत को बिठाएगे और वह ऐसा करके ही रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए अपना वचन पूरा करेंगे जबकि माधुरी का कहना था कि अगर आपको अपनी फैमिली सेफ चाहिए मिर्जापुर सही से चाहिए तो आपको वही करना पड़ेगा जैसा हम कहेंगे अगर आपको हमारी तरह नहीं चलना है तो हमें भी पता है कि आखिर आगे की चीजें किस तरीके से संभालने है यानी कि माधुरी ने कालीन भैया को कुछ तो ऐसा कहा था जो कि कालीन भैया को करना काफी ज्यादा कंपलसरी हो गया गया था जिसके बाद में अब एक मीटिंग बिठाई जाती है वो मीटिंग पूर्वांचल का बाहुबली कौन बनेगा वह घोषित करना था सारे के सारे बाहुबली पहुंच जाते हैं शरद बहुत अच्छी तरीके से तैयारहोके आया था मीटिंग की शुरुआत मुनव्वर करता है और सबको बताता है कि एक बहुत बड़े तूफान के बाद में सब चीजें नॉर्मल हो गई है लेकिन अभी भी पूर्वांचल स्टेबल नहीं है तो हमारे हिसाब से तो पूर्व का पूरा पूरा ध्यान उसके ऊपर होना चाहिए पूर्व को  टेक ओवर कर लेना चाहिए साथ ही में हमारी तरफ से मोहर लगनी चाहिए और भी कई सारी चीजें पूर्व को कंट्रोल करनी चाहिए लेकिन तब यहां पे शरद मुनव्वर को रोक देता है और कहता है कि बहुत बड़ी गलती है आपकी 

पूर्वांचल को अभी भी किसी लीडर की जरूरत नहीं है और आपको तो बिल्कुल जरूरत नहीं है कि पूर्वांचल के ऊपर ध्यान रखिए मेहमान है तो मेहमान बन के रहिए जिसके बाद एंट्री होती है कालीन भैया की सारे के सारे लोग कालीन भैया को देख के शौक हो जाते कि आखिर वो कहां से आ गए आए कालीन भैया अंदर मीटिंग तक आ जाते हैं कालीन भैया कुछ सभी लोग सलाम करते हैं और वापस से गद्दी पे बैठने के लिए कहते हैं इसके बाद कालीन भैया कहते हैं कि गद्दी पर उस इंसान को बैठना चाहिए जो कि बिल्कुल समझदार हो अच्छी तरीके से डिसीजन ले पाए ज्यादा वायलेंस ना करें और लोगों को अगर सजा भी देनी है तो अच्छी तरीके से दे तो हम अपना प्रतिबिंब वो एक इंसान को बनाना चाहते हैं और उसी के साथ में घोषित करते हैं इस बार मिर्जापुर का बाहुबली शरद शुक्ला होगा उसके बाद कालीन भैया यह भी कहते हैं कि बेटा मुझे माफ कर देना तुम यहां के आखिरी बाहुबली रहोगे और उसके बाद कालीन भैया शरद शुक्ला को शूट कर देते हैं ये चीज देख के तो सारे लोग सदमे में आ जाते हैं लेकिन देखते ही देखते कालीन भैया ने शरद के साथ में बाकी कई सारी बाहुबलियों को शूट कर दिया था इसके बाद इस पूरी जगह को पुलिस वालों ने घेर लिया था और आईजी दुबे धीरे-धीरे करके सबको मारने लगता है यहां पे शरद शुक्ला अभी भी मरा नहीं था वो बस कालीन भैया को नजरों से देख रहा था कि आखिर आपने ऐसा किया तो किया क्यों वो उठता है गद्दी की तरफ जाता है आईजी दुबे उसे मारने वाला था लेकिन कालीन भैया उसे रोक देते हैं शरद शुक्ला जाता है गद्दी के ऊपर बैठता है अपना पैर ऊंचा रखता है और उसके बाद में वह वहीं पर मर जाता है कालीन भैया उसके कंधे थपथपाते हैं और उसके बाद देखते हैं कि कोई बचा तो नहीं है जितने भी बाहुबली थे सारे के सारे निपट चुके थे एक भी आदमी जिंदा नहीं बचा था यानी कि यही प्लानिंग थी माधुरी की जो कि उसने कालीन भैया के साथ मिलके की थी 

 जिसके बाद में हम देखते हैं कि माधुरी अब अपने साथ में  वीणा त्रिपाठी को लेकर कहीं जा रही थी वीणा को लग रहा था कि शायद मिर्जापुर जा रहे हैं लेकिन मिर्जापुर के बीच रास्ते में गाड़ी रोक दी जाती है बीना को उतारा जाता है और पता चलता है कि सामने कालीन भैया खड़े हैं बीना के होश उड़ जाते हैं कि हे भगवान ये कहां से आ गए और कालीन भैया बहुत ज्यादा इमोशनल हो गए थे क्योंकि उनके लिए तो बस यही एक फैमिली बची थी फिर उसके बाद कालीन भैया बच्चे को गोद में ले लेते हैं क्योंकि उन्हें तो यही लग रहा था कि यह मेरा बच्चा है और बीना को गले से लगा लेते हैं और बीना को उस समय कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि अब किया क्या जाएगा कालीन भैया अपनी सिक्योरिटी के साथ में आनंद जी के साथ में जेल पहुंचते हैं क्योंकि अब उन्हें आखिरी काम पूरा करना था गुड्डू को मार के तो जैसे ही वह गुड्डू तक पहुंचाते हैं तो उन्हें पता चलता है की गुड्डू यहां से निकल चुका है

जिसके बाद में  सीन गुड्डू के ऊपर ही शिफ्ट होता है एक नदी के पास में एक बोट खड़ी थी गुड्डू वहां पर पहुंच गया था गुड्डू की हालत बहुत ज्यादा खराब थी उसके पास जीने का कोई मकसद ही नहीं बचा था और तब उसके सामने गोलू आ जाती है जैसे ही गुड्डू गोलू को देखता है तो वापस से उसके दिल में जीने की तमन्ना जाग उठती है  फिर वह  दोनों एक दूसरे को किस करते हैं जिसके बाद हमें लास्ट एक पोस्ट क्रेडिट सीन दिखाया जाता है जिसमें कि हम देखते हैं कि एक आदमी पत्थर को तोड़ने का काम कर रहा था वहां पर वीना त्रिपाठी की मेड आती है और कहती है की भाभी ने आपको याद किया है और जब वह पलट कर देखता है तो हम देखते हैं कि वह मकबूल था 

फ्रेंड्स इस सीजन को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है की मेकर्स की प्लानिंग कुछ नेक्स्ट लेवल की होने वाली है अब यहां पर लड़ाई बिहार और पूर्वांचल के बीच होने वाला है जिसमें एक तरफ त्यागी दूसरी तरफ गुड्डू गोलू और तीसरी तरफ वीणा त्रिपाठी और कालीन भैया होंगे और इनका सपोर्ट माधुरी करेगी

दूसरी तरफ यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुन्ना भैया का कम बैक होगा हो सकता है चौथा सीजन में हमें यह कहा जाए कि आप लोगों को झूठा बताया गया था की मुन्ना त्रिपाठी को जला दिया गया है जहां पर की ऐसा नहीं हुआ था जैसे गोलू के साथ किया गया कि किसी और को मार कर गोलू का नाम दे दिया गया था ठीक वैसे ही मुन्ना त्रिपाठी भी कम बैक होंगे अभी सीजन 4 में क्या-क्या होने वाला है इसका बस अनुमान लगाया जा सकता है बाकी सीरीज आने के बाद ही भौकाल मचेगी 

अब हमें यह देखना है कि क्या हम लोग मिर्जापुर सीजन 4 में शरद शुक्ला को जिंदा देख पाएंगे या फिर क्या कालीन भैया इस मिर्जापुर की गद्दी पर फिर से राज करेंगे क्या गुड्डू पंडित और गोलू कालीन भैया को जिंदा देखकर फिर से मारने की कोशिश करेंगे दूसरी तरफ छोटे त्यागी अपने भाभी की मौत का बदला लेगा या नहीं या इनकी लव स्टोरी फिर से स्टार्ट होगी इसी तगड़े सस्पेंस के साथ मिर्जापुर सीजन 3 एपिसोड खत्म हो जाता है

तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको एक ऐसे वेब सीरीज के बारे में बताया था जो कि आजकल काफी फैला हुआ है जहां पर हर नौजवान लड़का एक लड़की अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए लड़कियों से बात करता है और इसी में उसके साथ स्कैन हो जाता है जिसमें भारत में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी जान गवा चुके हैं अगर आप भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहते हैं अपने परिवार की जिंदगी और इज्जत को खराब नहीं करना चाहते हैं तो आप उसे वेब सीरीज को वॉच कर सकते हैं और आप यह जान पाएंगे कि आपके साथ यह स्कैन कैसे हो सकता है जिससे कि आप सतर्क हो पाए उसे वीडियो का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तो फ्रेंड्स कैसा लगा हमारा फिल्म रिव्यू वीडियो अगर हमारा वीडियो आपको पसंद आया हो तो हमारे इस चैनल को सब्सक्राइब करें और कमेंट करें कि आप कौन सी मूवी का स्टोरी जानना चाहते हैं तो फ्रेंड्स मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में फिर किसी और धमाकेदार मूवी की स्टोरी के साथ तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद

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