तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2018 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur के बारे में मिर्जापुर सेशन 1 में कुल मिलाकर 9 एपिसोड है और हर एपिसोड 45 से 60 मिनट के बिच का है
यह WEB SERIES 15 NOVEMBER 2018 को HINDI लैंग्वेज में Amazon PrimeVideo पर STREEM कर दी गई थी अगर आप इस WEB SERIES को वॉच करना चाहते हैं तो इस वीडियो में मैं आपको बता दूंगा यह मूवी को आप कैसे देख पाएंगे तो प्लीज वीडियो को पूरा देखें
इस मूवी के स्टार कास्ट की बात करें तो Ali Fazal है इस WEB SERIES में Guddu Pandit के नाम से जानेंगे
Rasika Dugal है इस WEB SERIES में Beena Tripathi के नाम से जानेंगे
Shweta Tripathi है इस WEB SERIES में Golu Gupta के नाम से जानेंगे
Pankaj Tripathi है इस WEB SERIES में Akhandanand Tripathi के नाम से जानेंगे
Harshita Gaur है इस WEB SERIES में Dimpy Pandit के नाम से जानेंगे
Rajesh Tailang है इस WEB SERIES में Ramakant Pandit के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे
Mirzapur season 1 episode 1 explained | Mirzapur Season 1 explained
मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना उड़ता परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सापुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 1 झंडू
सीरीज के स्टार्टिंग में हमें मुन्ना त्रिपाठी को देखते हैं जिसे सभी लोग मुन्ना भैया भी कहते हैं और यह Akhandanand Tripathi का बेटा था जिसका राज पूरे मिर्ज़ापुर पर था मुन्ना भैया अपनी गाड़ी में निकलता है और दारु पी कर एक बारात में घुस जाता है और वह नाचते नाचते फायरिंग करने लगता है और उसे फायरिंग से एक लोग मर जाते हैं देख कर भी
मुन्ना त्रिपाठी को दिखाए जाता है जिसे सभी मुन्ना भैया कहते हैं ये खंडार मंत्री पार्टी का बेटा था जिसका पुरी मिर्जापुर पर हॉल है मुन्ना भैया श्राप भी कर अपनी गाड़ी में निकलता है और आगे एक परी पर रात में नाचते हुए फायरिंग करने लगता है जिसकी फायरिंग से लोट टपक जाता है ये देख कर मुन्ना भैया बिना किसी टेंशन के वहां से चला जाता है क्योंकि वह जानता था कि उसका बाप वह मिर्जापुर का राजा है
फिर उसके बाद हम खंडानन त्रिपाठी को देखते हैं जिसे सभी कालीन भैया कहते थे क्योंकि इनका कालीन बनाने और बेचने का कारोबार था मगर इसके साथ-साथ उनका काला धंधा कुछ और ही था काली मैया से कई मिलने आता है और वह लोग कहते हैं की हम लोग आपका कट्टा यूज़ करते हैं मगर आपके कट्टा की क्वालिटी खराब होने की वजह से या तो यह चलता नहीं है या तो यह हाथ में ही फट जाता है कालीन भैया उसे कट्टा देकर चलने को बोलता है मगर यह कट्टा भी उसके हाथ में ही फट जाता है और उसे बंदे का हाथ खून से लहूलुहान हो जाता है खलील भैया दूसरे आदमी से बोलकर उसकी इलाज करवाने को बोलता है अगले दिन गंजूमल कॉलेज में मुन्ना भैया के खिलाफ कॉलेज प्रेसिडेंट की सीट पर एक और लड़का खड़ा होता है मगर मुन्ना जाकर उसे समझता है और धमकी भी देता है की बेटा अगर हम प्रेसिडेंट पद के लिए इलेक्शन लड़ रहे हैं तो समझो की फैसला हो चुका है और प्रेसिडेंट भी हम ही हैं इसी कॉलेज में गुड्डू पंडित और बबलू पंडित भी पढ़ते थे गुड्डू पंडित मुन्ना भैया का जलवा देख कर उसका फैन हो जाता है वह या सोचता है कि काश इस तरह से वह अमीर और ताकतवर होता और इसकी तरह अपना भी कुछ भौकाल होता मगर बबलू पंडित समझता है की जो कुछ तुम्हारे पास है इसी में खुश रहो इसी कॉलेज में गुड्डू की बहन पिंकी भी पढ़ती है और एक और लड़की भी थी जिसका नाम स्वीटी है वह और गुड्डू आपस में प्यार करते थे गुड्डू मिस्टर पूर्वांचल बनने के लिए बॉडी बना रहा था
फिर यह कहानी हमें गुड्डू और बबलू के पिता रमाकांत पंडित को देखते हैं जो की एक पसे से वकील है रमाकांत पंडित के पास दो आदमी आते हैं और उन्हें बताते हैं की बारात में मुन्ना त्रिपाठी ने गोली चलाकर हत्या कर दी थी वह उन पर उनके खिलाफ केस लड़ने के लिए कहते हैं क्योंकि रमाकांत पंडित कानून को मानने वाले में से था इसीलिए वह यह कैसे को ले लेता है दूसरी तरफ मुन्ना भैया गंजू मल कॉलेज में स्पीच दे रहे थे
क्योंकि वह कॉलेज प्रेसिडेंट की सीट पर इलेक्शन लड़ रहा था फिर सीन शिफ्ट होता है कालीन भैया के घर पर जहां पर कालीन भैया अपनी बीवी के साथ रोमांस कर रहे थे कालीन भैया के पिता भी जिंदा थे मगर वह पैरों से अपाहिज थे और उनके पैरों की मालिश कालीन भैया की बीवी वीणा करती थी
फिर सीन चेंज होता है और हमें दिख जाता है रमाकांत पंडित अपने घर लेट से आता है और अपनी बीवी से कहता है कि कालीन भैया के बेटे मुन्ना त्रिपाठी ने एक दूल्हे को ठोक दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई और वह कैसे मैंने ले लिया है उसकी बीवी वसुधा कहती है आपका जो मन होगा आप वही करेंगे आप यह नहीं सोचते हैं कि आपकी वजह से फैमिली भी परेशान हो सकती है
उसके बाद फिर हम देखते हैं कालीन भैया अपनी फैमिली के साथ खाना खा रहे थे तभी इंस्पेक्टर गुप्ता वहां आ जाता है वह कालीन भैया के खा लेने का वेट कर रहा था मगर कालीन भैया इतने समझदार थे कि वह समझ जाते हैं कि वह अगर आया है तो जरूर कोई ना कोई कांड के बारे में ही बात होगी गुप्ता बताता है एक बारात में मुन्ना त्रिपाठी ने दूल्हे को ही ठोक दिया है यह सुनकर कालीन भैया को मुन्ना पर बहुत गुस्सा आता है कालीन भैया गुप्ता से पूछता है यह कैसे किस वकील के पास है गुप्ता बताता है कि श्रीकांत पंडित ने इस केस को ले लिया है भैया कहते हैं तब तो बहुत दिक्कत है क्योंकि वह भी जानते थे कि रमाकांत पंडित ईमानदार है और कानून पर उसको भरोसा है और वह हमेशा सच का साथ देता है मगर मकबूल कहता है कि हम इस मैटर को ठीक कर देंगे आप चिंता ना करें मगर कालीन भैया उसे मना कर देते हैं
और कहते हैं कि अगर इसका जिम्मेदार मुन्ना है तो मुन्ना ही इस जिम्मेदारी को उठेगा और उसे बिखरे हुए रायता को वही समेटेगा
दूसरी तरफ हम देखते हैं की रमाकांत पंडित की वाइफ कहती है कि बबलू को अच्छी पढ़ाई करने के लिए लखनऊ क्यों नहीं भेज देते हैं मगर रमाकांत पंडित के पास इतने पैसे नहीं थे क्यों बबलू की अच्छी पढ़ाई का खर्चा उठा पाए इतने में उनकी बेटी डिंपी आ जाती है और अपने पापा को सरप्राइज देती है क्योंकि आज उसके पापा रमाकांत पंडित का बर्थडे है जिसे वह सेलिब्रेट कर रहे थे तभी वहां पर मुन्ना भैया आ जाते हैं और इस सेलिब्रेशन के मौके को तहस-नहस कर देते हैं मुन्ना भैया इन सब को गन दिखाकर डरता है और कहता है कि उसे दूल्हे को हमने जानबूझकर नहीं मारा बस डांस करते हुए ठोक दिया
बस मैं यहां पर यह कहने आया हूं कि आप उस कैसे से दूर रहेंगे और ना ही उस लड़के के घरवालों से मिलेंगे रमाकांत पंडित कहता है अगर मैं तुम्हारी बात ना मानो तो क्या कर लोगे या सुनकर मुन्ना भैया गुस्सा में आ जाता है और पंडित का ग्रेबान पकड़ लेता है यह देखकर गुड्डू पंडित और बबलू पंडित को गुस्सा आ जाता है और वह मुन्ना भैया के हाथ में गण को देखकर उसका कुछ नहीं कर पता है मगर उसकी बेटी डिंपी मुन्ना त्रिपाठी को रोक देती है मुन्ना रमाकांत पंडित से कहता है कि तुम्हारी लड़की की शादी की उम्र हो गई है ना कोई लड़का देखकर शादी करवा दो और अगर नहीं देख पाए हो तो हमारे पास भेज दो सारी गर्मी एक रात में उतार देंगे
और अब यह बात हद से आगे बढ़ जाती है और राम का पंडित भी शुरुआत कर देता है खुद को बचाने की वसुधा मुन्ना पर और सभी लोग एक दूसरे से लड़ने लगते हैं वहीं पर गुड्डू मुन्ना भैया को पकड़ कर मारता है और ऐसा मारता है कि चेहरे का नक्शा बिगड़ जाता है और इस इस कांड की खबर कालीन भैया तक पहुंच चुकी थी और मुन्ना को कालीन भैया के चमचे घर लेकर आते हैं वहीं दूसरी ओर रमाकांत पंडित से बबलू इस बात पर बहस कर रहा था कि क्या जोड़ी थी आपको वह कैसे लेने की और भी तो वकील है इस क्षेत्र में आपको तो हम लोगों की कोई चिंता है ही नहीं मगर रमाकांत पंडित को उसकी बातों का कोई असर नहीं हुआ और वह अपने फटे हुए फाइलों को जोड़ने में लगा हुआ था जो की कैसे की फाइल थी और मुन्ना भैया ने फाड़ दी थी
इतने में उनके दरवाजे पर मकबूल पहुंच जाता है जो गुड्डू और बबलू को लेने आया था यह दोनों भी हैरान थे कि कैसे तो उनके पिता ने लिया था तो फिर उन्हें क्यों बुलाया गया है मगर गुड्डू और बबलू साथ चले जाते हैं अब देखना यह है कालीन भैया इन दोनों के साथ कैसा खेल खेलने वाले हैं क्या अपने बेटे के मुंह का नक्शा बदलने वाले को कालीन भैया ठोक देंगे यह सब पता चलेगा मिर्जापुर सीजन वन पार्ट 2 में
तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको निर्भया केस से जुड़ी दिल्ली क्राइम सीरीज के बारे में बताया था जिसको देखकर और सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे निर्भया केस कोई आम कैसे नहीं है या उसे लड़की पर बीती हुई घटना है जो उसकी आबरू को लूट ली गई थी चलती हुई बस में एक लड़की पर छह लोग मिलकर रेप कर देते हैं और उसे नंगा करके सड़क के किनारे छोड़ देते हैं अगर उसे दर्द भरी कहानी को आप सुनना चाहते हैं तो ए बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप सुन और देख पाएंगे तब तक के लिए आप हमारा इंतजार कीजिए नेक्स्ट वीडियो में हम कल सेम टाइम आपको मिर्जापुर एपिसोड 2 के बारे में बताएंगे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2018 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur सीजन 1 पार्ट 2 के बारे में
मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना कोई उड़ता हुआ परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सुपुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
पिछले एपिसोड में हमने देखा बबलू और गुड्डू पंडित के पिता रमाकांत पंडित अपने क्लाइंट का केस मुन्ना भैया के खिलाफ ले लेते हैं और यह सुनकर मुन्ना गुस्से में आ जाता है और गुस्से में उसके घर पहुंच जाता है जहां पर मारपीट भी हो जाती है और उसे गुस्से में मुन्ना के चेहरे का नक्शा चेंज कर दिया जाता है इन सब के बारे में जानकर कालीन भैया को बहुत गुस्सा आता है और वह मकबूल को गुड्डू पंडित और बबलू पंडित को अपने कारखाने में लाने के लिए बोलता है
अगर आपने पिछला एपिसोड नहीं देखा है तो डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप देख सकते हैं
मिर्जापुर सीजन वन एपिसोड 2 गूदा
सेकंड एपिसोड की शुरुआत में हम रमाकांत पंडित को परेशान देखते हैं जो की कालीन भैया उनके बेटे के साथ क्या-क्या करने वाले हैं बबलू और गुड्डू दोनों कालीन भैया के पास पहुंच जाते हैं जहां पर मुन्ना भैया बहुत ही गुस्से में मुंह लटका कर बैठा था कालीन भैया गुड्डू और बबलू से कहते हैं कि क्या तुम्हें पता था कि मुन्ना हमारा बेटा है तो गुड्डू जवाब देता है कि हां लेकिन अगर आप हमारी जगह होते तो आप भी ऐसा ही करते हमारे घर के अंदर कोई घुसकर हमारे आप के गृहमान पर हाथ डाल देगा और हमारी बहन से बदतमीजी करेगा तो क्या आप चुप बैठे रहेंगे मुन्ना भैया गुड्डू की बातें सुनकर थोड़ा स्थान था मगर गुड्डू पंडित काम नहीं था उसे काबू कर लेता है कालीन भैया भी इन दोनों की डेटिंग से हैरान थे इसीलिए कालीन भैया इन दोनों को बिना कुछ नुकसान पहुंचा हुए अपनी जॉब का ऑफर दे देता है कि अगर तुम चाहो तो हमारे साथ काम करके खूब नोट छाप सकते हो और यह नौकरी इसलिए नहीं कि तुमने मेरे बेटे को मारा है इसलिए कि तुम लोग एक दिलेर हो और हमें तुम्हारे जैसे लौंडो को ही जरूरत होती है और गुड्डू पंडित को अपने यहां नोट गिनने की नौकरी पर लगा देता है यह सुनकर मुन्ना का गुस्सा बेकाबू हो रहा था जैसे कि वह उसका बाप नहीं पाप हो अपने बेटे को मारने वाले को नौकरी का ऑफर दे रहा है मगर गुड्डू और बबलू हैरान थे
उसके बाद बाप के सामने अगर बेटे को कोई बाहुबली उठा कर ले जाए वह बाप परेशान ही होगा रमाकांत पंडित अपने बेटों के साथ कहीं कुछ बुरा तो नहीं हो गया यह सोचकर अपने बेटे की खबर लेने के लिए वहां पर आना चाहता था मगर उसकी बीवी रोक लेती है
दूसरी और गुड्डू और बबलू या फैसला लेते हैं कि वह ऐसे भी कंगाल है जिंदगी में वह कुछ उखाड़ नहीं रहे हैं और वह कालीन भैया के साथ मिलकर नोट छापे ताकि वह अपनी ख्वाहिश को पूरी कर पाएंगे और वह जानते थे कि ऑफर को अगर मैंने ठुकरा दिया तो भी बहुत बड़ा रिस्क होगा और ऑफर को ले लिया तो भी रिस्क होगा इसीलिए वह ऑफर को एक्सेप्ट कर लेते हैं और कालीन भैया के साथ खाना भी कहते हैं और गुड्डू पंडित कालीन भैया से कहता है कि भैया जी साइकिल पर बैठ बैठ कर हमारे पिछवाड़े सूज गए हैं तो भैया जी एक बाइक दे दो और कालीन भैया एक बाइक दे देता है और यह दोनों खुशी-खुशी अपने घर चले जाते हैं
दूसरी ओर मुन्ना भैया मुंह लटकाए बैठा था कि जिस बात का गुस्सा मेरे बाप को निकालना चाहिए था वह नहीं निकल पाया और मुझे पीटने वाले को वह अपने साथ काम पर रख लिया है मगर कालीन भैया उसे समझाना है कि देखो कल को तुम्हें मिर्जापुर संभालना है तब तुम्हें ऐसे लोगों की जरूरत होगी जो तुम्हारे साथ वफादार हो और तुम्हारे एक ही सारे पर जान दे दे और देखना यही लोग तुम्हारे लिए जान की बाजी लगा देंगे अब मुन्ना यह सुनकर रिलैक्स हो जाता है
उसके बाद अगले दिन गुड्डू और बबलू अपने पिता के पास पहुंचते हैं और उन्हें बताते हैं कि हमने कालीन भैया को ज्वाइन कर लिया है अब हमें कालीन भैया से कोई प्रॉब्लम नहीं होगी यह सुनकर उनके पिता रमाकांत पंडित उन पर गुस्सा करते हैं और फिर गुड्डू पंडित कहता है कि आप वह मुन्ना भैया वाला केस वापस ले लो या सुनकर रमाकांत पंडित भड़क जाता है और कहता है कि निकल जा हमारे ऑफिस से और हां अगर हिम्मत है ना तो रोक कर मुझे दिखाओ मुझे यह कैसे लड़ने से कोई नहीं रोक सकता है अब गुड्डू पंडित और बबलू पंडित सोचते हैं कि पापा तो मानेंगे नहीं तो उन्हें इस केस से हटाने के लिए कुछ प्लान करना पड़ेगा
फिर सीन चेंज हो जाता है और हम देखते हैं कि मुन्ना भैया कॉलेज जाता है और वही प्रिंसिपल बताता है कि तुम्हारे खिलाफ लड़ने वाला बंदा खुद की नॉमिनेशन से इनकार कर दिया है लेकिन वोटिंग को फिर से दिखाने के लिए किसी न किसी को तुम्हारे खिलाफ खड़ा होना ही पड़ेगा मुन्ना भैया कहता है तो ठीक है किसी ऐसे को खड़ा करो जो की हार जाए और इतना बोलकर मुन्ना बाहर आ जाता है और वह स्वीटी को रोक कर उसे देखने लगता है स्वीटी के साथ उसकी बहन गज गामिनी भी थी गज गामिनी थोड़ी पटाखे लड़की है और यह दोनों इंस्पेक्टर गुप्ता की बेटी है मुन्ना भैया का दिल स्वीटी पर आ जाता है और वह उसके प्यार में लड्डू था मगर स्वीटी उसे पसंद नहीं करती थी
फिर हम देखते हैं कसाई उस्मान को जिससे गुप्ता मटन लेता है उस्मान भी कालीन भैया का आदमी था जो कालीन भैया के गंस को डिस्ट्रीब्यूशन करता था उधर मुन्ना भैया अपने नशेड़ी दोस्तों के साथ नशा कर रहा था और घर पर बहुत सारे गंस कुछ डिस्ट्रीब्यूटर लोग वापस कर रहे थे क्योंकि फायरिंग के दौरान वह फट जाते थे वह लोग कोड भाषा में गण को कबूतर बोलते थे अब कालीन भैया अकेले किन-किन चीज को संभाल पाते हैं अगर उनका बेटा इस कारोबार पर ध्यान देता तो बिजनेस और भी अच्छी चलती कालीन भैया मुन्ना के बारे में गैर जिम्मेदार और फर्ज ना निभाने वाला बेटा समझता है इसीलिए कालीन भैया को उसकी बीवी कहती है की दूसरा बच्चा कर लीजिए जो की मिर्जापुर की गद्दी को संभालने लायक हो
क्योंकि कालीन भैया के पहली बीवी का बेटा मुन्ना है उसके बाद गुड्डू और बबलू उन लोगों के घर जाते हैं जो की मुन्ना भैया के खिलाफ केस लड़ रहा था वह उनसे कहते हैं कि कैसे वापस ले लो मगर वह नहीं मानते हैं और वह दोनों उन लोगों को डराते भी है और पैसे भी ऑफर करते हैं मगर वह लोग कैसे वापस लेने के लिए तैयार नहीं थे फिर गुड्डू की खोपड़ी खिसक जाती है जाती है उसके बाद वह लोग मान जाते हैं कि हम कैसे वापस ले लेंगे
उसके बाद इस कहानी में हम रति शंकर को देखते हैं जो कि अपने बेटे शरद के साथ एक जगह पर आता है उसने एक आदमी को पकड़ रखा था जिससे रति शंकर कहता है कि हम मिर्जापुर लेने का प्लान कर रहे हैं और तुम हमारे पीछे जौनपुर को लेने का प्लान बना रहे हो दूसरी तरफ मुन्ना भैया पर एक आदमी अटैक करने जा रहा था और यहां रति संकट इस बंदे को मारने का ऑर्डर देता है उसे जानकारी था कि मुन्ना इस वक्त कहां है और वह बंदा मुन्ना पर गोलियां फायरिंग कर देता है मगर किस्मत से मुन्ना भैया बिस्तर के साइड में थे और वह सारी गोलियां बिस्तर पर लगती है जिसके बाद मुन्ना उस आदमी को ठोक देता है
इधर कालीन भैया मुन्ना के घर न लौटने पर परेशान हो रहे थे और उड़ती शंकर को फोन करके पूछता है कि कहीं तुमने मुन्ना के साथ कुछ गलत तो नहीं किया तो राती शंकर कहता है कि हमने तो कुछ नहीं किया जहां तक की रति शंकर ने मुन्ना पड़ ही अटैक कराया था इसके बाद रति शंकर उसे बंदे को जिंदा जला देता है इसका मतलब यह था की त्रिपाठियों के खानदान को निस्तानभूत करने एक और दुश्मन की एंट्री हो चुकी थी और यही पर सीजन 1 एपिसोड 2 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको निर्भया केस से जुड़ी दिल्ली क्राइम सीरीज के बारे में बताया था जिसको देखकर और सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे निर्भया केस कोई आम कैसे नहीं है या उसे लड़की पर बीती हुई घटना है जो उसकी आबरू को लूट ली गई थी चलती हुई बस में एक लड़की पर छह लोग मिलकर रेप कर देते हैं और उसे नंगा करके सड़क के किनारे छोड़ देते हैं अगर उसे दर्द भरी कहानी को आप सुनना चाहते हैं तो ए बटन में और नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा आप सुन और देख पाएंगे तब तक के लिए आप हमारा इंतजार कीजिए नेक्स्ट वीडियो में हम कल सेम टाइम आपको मिर्जापुर एपिसोड 2 के बारे में बताएंगे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2018 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur सीजन 1 पार्ट 3 के बारे में
मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना कोई उड़ता हुआ परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सुपुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
पिछले एपिसोड में हमने देखा रती शंकर मुन्ना त्रिपाठी को मारने के लिए एक आदमी को लगा देता है रति संकट जिस बंदे को मारने का ऑर्डर देता है उसे जानकारी था कि मुन्ना इस वक्त कहां है और वह बंदा मुन्ना पर गोलियां फायरिंग कर देता है मगर किस्मत से मुन्ना भैया बिस्तर के साइड में थे और वह सारी गोलियां बिस्तर पर लगती है जिसके बाद मुन्ना उस आदमी को ठोक देता है अब अब कालीन भैया का एक और नया दुश्मन रति शंकर शुक्ला एंट्री ले चुका था अगर आपने पिछले एपिसोड को नहीं देखा है तो मैं नीचे डिस्क्रिप्शन में लिंक दे दिया है आप वॉच कर सकते हैं
मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 3 WAFADAR
एपिसोड 3 की शुरुआत फ्लैशबैक मूवमेंट से होती है मिर्जापुर में दो बड़े बाहुबली थे सत्यानंद त्रिपाठी और अजीत ठाकुर सत्यानंद त्रिपाठी अपनी फैमिली के साथ नाटक देख रहा था उसके साथ अखंडानंद त्रिपाठी रति शंकर शुक्ला मुन्ना त्रिपाठी और मकबूल भी थे तभी वहां पर अजीत ठाकुर के गुंडे हमला कर देते हैं जिन्हें ये लोग साथ मिलकर मार देते हैं मगर इस हमले में मकबूल जख्मी हो जाता है इस हमले के बाद सत्यानंद समझ गया की अजीत ठाकुर को ठिकाने लगाएं बिना मिर्जापुर पर राज करना और सुकून से रहना नामुमकिन है इसलिए अगले दिन मिर्जापुर में जाकर सत्यानंद अजीत ठाकुर से टकराता है और उन्हें मार डालता है उनकी लाश को दिखाकर कहता है की आज से मिर्जापुर का बाहुबली एक होगा सत्यानंद त्रिपाठी और मेरा बेटा अखंडानंद त्रिपाठी और मुन्ना त्रिपाठी रति शंकर शुक्ला यह समझ रहा था कि मुझे भी सत्यानंद त्रिपाठी अपना वारिस बनाएगा क्योंकि मैं भी उसके हर काले धंधे में उसका साथ और वफादारी से काम किया है
और सत्यानंद त्रिपाठी का यह फैसला सुनकर रति शंकर शुक्ला दुश्मन बनकर आज उसके सामने आया है
राती शंकर अपने दुश्मन के बारे में बताने के लिए शरद के पास जाता है शरद उसका बेटा है और शरद इंजीनियरिंग कर रहा था उसे कोई शौक नहीं था अपने खानदानी बिजनेस संभालने की प्रति शंकर शुक्ल शरद से कहता है कि मुझे किसी भी कीमत पर मिर्जापुर चाहिए तो सलाद कहता है कि आप राजा का शिकार गलत जगह पर कर रहे हो आप राजा का शिकार घर पर ही करोगे तो कभी नहीं मर पाओगे इसलिए उसका शिकार करने के लिए बाहर मारो जहां पर उसे बचाने वाले उसके कुत्ते ना हो प्रति शंकर शुक्ला को अपने बेटे का आईडिया काफी पसंद आता है
उसके बाद हम गुड्डू और बबलू कालीन भैया की फैक्ट्री में आता है जहां पर कालीन के साथ-साथ कट्टा वगैरा भी बनता था मकबूल गुड्डू और बबलू को सभी चीजों के बारे में बताता है जिसकी मदद से कटा बनाया जाता है बबलू और गुड्डू को कालीन भैया के तमंचे को देखता है गुड्डू कहता है यह तो बहुत ही सेक्सी है तो कालीन भैया कहते हैं कि यह तमंचा सिर्फ हम स्पेशल लोगों को ही देते हैं या उन लोगों को जो हमारी फैमिली जैसे हैं ऐसा कहकर कालीन भैया दोनों को खुद की वफादारी के लिए ट्रेनिंग दे रहा था मकबूल इन दोनों को बताता है कि पुलिस की हमारे आदमी जब गोलियां चलाते हैं तो बुलेट खाली हो जाते हैं और वह खाली बुलेट के खोके हमें वापस कर देते हैं जिसमें हम बारूद भरकर आगे बेच देते हैं और इसके साथ हम कट्टा भी बनाते हैं बबलू भी इस कारोबार को समझना शुरू कर देता है
उसके बाद हम देखते हैं कि कालीन भैया जेपी यादव से मिलने के लिए जाते हैं जेपी कहता है कि मेरी और मेरे कालीन भैया के विचार काफी मिलती-जुलती है इसीलिए अब तक टिके हुए हो मिर्जापुर मैं जल्दी ही पार्टी फंड्स का इंतजाम करो वरना और भी व्यापारी है जो हमारी सपोर्ट करना चाहते हैं फिर आपको ही प्रॉब्लम होगी कालीन भैया उसे बोलना है कि चिंता की कोई बात नहीं है जल्दी फंड का इंतजाम कर दूंगा
इसके बाद कालीन भैया खंड का इंतजाम करने में जुड़ जाते हैं क्योंकि पैसे की जरूरत थी वह लाला से जाकर मिलते हैं लाला बर्फी का सौदा करता था मतलब की अफीम का लाल कहता है कि अभी तो हमारी हालत थोड़ी टाइट चल रही है इसीलिए हम आपकी कोई मदद नहीं कर सकते हैं लाल की एक बेटी भी है शबनम जिसकी शादी होने जा रही थी और गुड्डू की फ्रेंड शबनम की काफी अच्छी दोस्त थी
उसके बाद कालीन भैया वापस घर जा रहा था रास्ते में उतरकर एक जगह लस्सी पीने के लिए रुकता है और वहीं पर हमला हो जाता है जिसमें कालीन भैया को गोली लग जाती है और वह जख्मी हो जाते हैं मगर फिर भी वह हमला करने वालों को मार देते हैं और उनमें से दो को पकड़ कर टॉर्चर करके उनसे भेजने वाले का नाम मालूम करने की कोशिश करते हैं मगर इतना टॉर्चर करने के बाद बता देते हैं कि हमें रति शंकर शुक्ला ने भेजा है यह जानने के बाद उन आदमियों को उसी हाथ में छोड़कर बाहर निकल जाता है और बाकी के लोगों जिन्होंने कालीन भैया पर हमला किया था उनकी लाश को रति शंकर के यहां भिजवा देता है ताकि वह भी जान पाए कि हम लोग भी जवाब दे सकते हैं रात को फैमिली के साथ कालीन भैया डिस्कशन कर रहा था कि जोडी शंकर ने किया था वह अपने पिता से कहता है और यह भी कहता है कि जब मिर्जापुर की मीटिंग होगी तो मैं यह मुद्दा उठाऊंगा कालीन भैया के पिता सत्यानंद त्रिपाठी कहते हैं कि उस दिन गलती हो गई थी वह अधूरा काम करना नहीं चाहिए था
उसके बाद हम फ्लैशबैक की कहानी को देखते हैं जहां पर अजीत सिंह ने जो हमला सत्यानंद पर करवाया था इसमें मकबूल जख्मी हो गया था
जब बचाने के लिए सत्यानंद वहां पर गया तो राती शंकर भी आ चुका था उसे इस बात पर गुस्सा थी कि सत्यानंद ने उसे अपना बारिश क्यों नहीं चुना और मिर्जापुर की गद्दी के लिए उसका हक उसे क्यों नहीं दिया गया इसलिए वह सत्यानंद को मारने आता है मगर सत्यानंद त्रिपाठी बच जाता है और उसके कुछ आदमी मारे जाते हैं राती शंकर मकबूल की मां को गोली मारने वाला था मगर तभी सत्यानंद से बचा लेता है और डोली सत्यानंद के पैर में लग जाती है जिससे कि वह अपाहिज हो जाता है
मगर इतनी देर में वहां अखंड आनंद त्रिपाठी त्रिपाठी शंकर को पकड़ लेता है मगर सत्यानंद त्रिपाठी कहता है की रती शंकर को मारना मत उसे मिर्जापुर से धक्के देकर निकाल दो और इसे हर बार यह लगेगा कि हमने उसे मिर्जापुर से कुत्ते की तरह बाहर निकाल दिया
उसके बाद हम प्रजेंट टाइम में देखते हैं की रती शंकर अब भी उसे याद कर रहा था और वह अब इसी फिराक में था कि तब वह दिन आए जो अखंडदानंद को मार कर अपना बदला पूरा कर ले
हम देखते हैं कि मुन्ना भैया गुड्डू और बबलू को बता रहा था कि सारे कट्टे के व्यापार हेड हम हैं कालीन भैया बबलू से कहता है कि तुम्हें इस कैट के व्यापार को बढ़ाना है चाहे जैसे भी करो गुड्डू कहता है कि हो जाएगा इसके बाद कालीन भैया घर जाकर अपनी वाइफ के साथ रोमांस करने लगता है मगर उसकी सांस फूलने लगता है और वह थोड़ी देर में उसे सेटिस्फेक्शन महसूस होता है मगर उसकी वाइफ सेटिस्फाइड नहीं थी उसके बाद कालीन भैया वापस फैक्ट्री आ जाता है और कालीन भैया के जाने के बाद उसकी वाइफ किसी के साथ रोमांस कर रही थी क्योंकि वह सेटिस्फाइड नहीं हुई थी कहीं इसके पीछे मकबूल या मुन्ना भैया तो नहीं है इसका पता हमें नेक्स्ट एपिसोड में पता चलेगा
तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको एक ऐसे वेब सीरीज के बारे में बताया था जो कि आजकल काफी फैला हुआ है जहां पर हर नौजवान एक लड़की से बात करने के लिए मर जाता है और इसी में उसके साथ स्कैन हो जाता है जिसमें भारत में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी जान दे चुके हैं अगर आप भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहते हैं अपने परिवार की जिंदगी और अपने परिवार की इज्जत को खराब नहीं करना चाहते हैं तो आप वॉच कर सकते हैं और देख पाएंगे कि हमारे साथ वीडियो स्कैन कैसे हो सकता है जिससे कि आप भी सतर्क हो पाए उसे वीडियो का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तब तक के लिए आप हमारा इंतजार कीजिए नेक्स्ट वीडियो में हम कल सेम टाइम आपको मिर्जापुर एपिसोड 4 के बारे में बताएंगे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2018 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur सीजन 1 पार्ट 4 के बारे में
मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना कोई उड़ता हुआ परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सुपुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
पिछले एपिसोड में हमने देखा मुन्ना भैया गुड्डू और बबलू को बता रहा था कि सारे कट्टे के व्यापार हेड हम हैं कालीन भैया बबलू से कहता है कि तुम्हें इस कट्टे के व्यापार को बढ़ाना है चाहे जैसे भी करो गुड्डू कहता है कि हो जाएगा इसके बाद कालीन भैया घर जाकर अपनी वाइफ के साथ रोमांस करने लगता है मगर उसकी सांस फूलने लगता है और वह थोड़ी देर में उसे सेटिस्फेक्शन महसूस होता है मगर उसकी वाइफ सेटिस्फाइड नहीं थी उसके बाद कालीन भैया वापस फैक्ट्री आ जाता है और कालीन भैया के जाने के बाद उसकी वाइफ किसी के साथ रोमांस कर रही थी
फ्रेंड्स अगर पिछले वीडियो को अगर आपने नहीं देखा है तो इसका मतलब इस वेब सीरीज की स्टोरी को आप बीच से देख रहे हैं तो कोशिश कीजिए की सबसे पहले आप हमारे पिछले एपिसोड को जरूर देखें
मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 4 VIRGINITY
पिछले एपिसोड में कालीन भैया की वाइफ किसी के साथ प्रेम रोमांस कर रही थी और वह कोई नहीं बल्कि कालीन भैया का बावर्ची था जिसका नाम राजा है
उसके बाद सीन चेंज होता है मंजूमल कॉलेज के प्रिंसिपल को अपने पास बुलाकर कहता है कि मुन्ना भैया के खिलाफ प्रेसिडेंट के लिए इलेक्शन में लड़ना है तुम उसके खिलाफ लड़ोगी क्योंकि तुम ब्रिलिएंट भी हो और किसी से काम भी नहीं हो इसलिए वह प्रिंसिपल से कहती है कि मैं सोच कर बताती हूं उसके बाद गज गामिनी जिसका नाम गोलू है वह स्वीटी से इस बारे में डिस्कस कर रही थी कि वह इस वोटिंग में हिस्सा ले या नहीं तभी मुन्ना भैया आकर स्वीटी से कहता है कि चलो आज शाम हमारे डेट पर मगर स्वीटी इनकार करते हुए बोलती है कि शाम को हम किसी और के साथ डेट पर जा रहे हैं यहां पर स्वीटी मुन्ना भैया को साफ-साफ कह देती है कि तुम हमको बिल्कुल भी अच्छे नहीं लगते हो इसीलिए किसी और को देख लो मुन्ना कहता है कि इतनी आसानी से तो मैं तुम्हारा पीछा छोड़ने वाला नहीं हूं स्वीटी गुड्डू को कॉल करके आलू पराठा खिलाने के लिए बुलाती है इधर मुन्ना भैया जाकर एक थिएटर में वहां मौजूद लोगों को बाहर भगा देता है और अकेले में अपने चमचों के साथ उसे मूवी को एंजॉय करने लगता है
इधर गोलू और स्वीटी गुड्डू और बबलू के पास जाते हैं गुड्डू और स्वीटी एक टेबल पर अपनी डेट का मजा ले रहे थे और बबलू और गोलू अलग टेबल पर थे गुड्डू और स्वीटी आपस में प्यार भरी बातें करते हैं और कुछ खाना पीना भी खाते हैं और फिर टाइम ओवर हो जाता है गोलू तो बबलू से बात भी नहीं कर रही थी उधर मुन्ना भैया अपने दोस्त से कहता है कि एक बार यह मिर्जापुर की गद्दी मिल जाए तो इन गुड्डू और बबलू को हम ठिकाने लगा देंगे बस गलती को मैं ढूंढ रहा हूं उसका दोस्त कम्पाउण्डर कहता है आप कहे तो जल्दी ही उन दोनों का टिकट कटवा दे आपके लिए तो हम कालीन भैया का भी काट सकते हैं या सुनकर मुन्ना भैया कम्पाउण्डर को थप्पड़ मारता है और कहता है कि ऐसा सोचना भी मत इसके बाद मुन्ना भैया गुड्डू और बबलू को वहीं पर बुला लेता है और गुड्डू से मुन्ना कहता है कि तुम्हें बॉडीबिल्डर चैंपियनशिप कंपटीशन में हिस्सा लेना है और तुम बॉडीबिल्डर बनना चाहते हो लेकिन तुम्हारी बॉडी कमजोर है कम्पाउण्डर तुम्हें एक ऐसी दवाई देगा जिससे तुम्हारा मसल एकदम स्ट्रांग हो जाएंगे उसके बाद कम्पाउण्डर फार्मेसी से वह दवाई लाकर देता है उसके बाद गुड्डू और बबलू दोनों घर जाते हैं
गुड्डू और बबलू देखते हैं कि उसके घर में वही लोग बैठे हुए थे जिन्हें की मुन्ना भैया के केस वापस लेने के लिए मजबूर किया गया था वह लोग केस वापसी लेने आए थे इन दोनों के आते ही वह दोनों बाहर निकल जाते हैं गुड्डू अंदर अपनी मां के पास चला जाता है और उन्हें वह साड़ी देता है जो वह अपनी मां के लिए खरीद कर लाया था जो कि उसकी मां को बहुत ही पसंद आई थी अब यहां पर गुड्डू और बबलू ने कालीन भैया को ज्वाइन कर लिया तो उसकी मां तो खुश थी मगर उनके पिता और बहन को यह पसंद नहीं था इसीलिए डिंपी बबलू का लाया हुआ गिफ्ट भी नहीं रखती है और यहां पर गुड्डू कंपाउंडर की दवाई लेने लगता है मगर बबलू गुड्डू को माना करता है कि यह दवाई मत लो लेकिन वह बात नहीं मानता है दूसरी तरफ मुन्ना भैया कम्पाउण्डर से पूछता है कि थिएटर में जो तुमने दिया था क्या वक्त आने पर और भी मुझे तुम दे पाओगे कम्पाउण्डर कहता है कि देंगे ना मुन्ना भैया दूसरी तरफ स्वीटी गोलू को बता रही थी कि गुड्डू और बबलू ने कालीन भैया को ज्वाइन कर लिया है वैसे ठीक किया है आखिर ताकतवर के साथ रहने में क्या बुराई है उधर गुड्डू और बबलू कालीन भैया की फैक्ट्री में थे अब उन्हें कालीन भैया के साथ काम करके मजा आ रहा था दूसरी तरफ मुन्ना भैया लाला से डील कर रहा था लाला कहता है इस बार माल तो मिलेगा लेकिन दाम ऊपर लगेंगे उसके बाद मुन्ना अपने पापा को फोन करता है और कहता है कि दम ज्यादा लग रहा है 25 तक यह सुनकर लाल मुन्ना से कहता है कि बबलू का इम्तिहान लेने का वक्त आ गया है मकबूल इन दोनों से पूछता है कि कभी किसी को जान से मारे हो यह दोनों कहते हैं कि अभी तक तो नहीं मकबूल उन दोनों को एक जगह पर ले जाता है इन्होंने राती शंकर के दोनों आदमियों को पकड़ रखा था जिन्होंने पिछले एपिसोड में कालीन भैया के पापा पर हमला किया था मकबूल उन दोनों को उन्हें शूट करने के लिए बोलता है पहले बबलू एक आदमी को गोली मारता है मगर उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी दूसरे आदमी को करने के लिए वह काफी डर रहा था इसके बाद वह उल्टियां करना शुरू कर देता है लेकिन गुड्डू दूसरे आदमी को ऊपर पहुंचा देता है अब इनको मकबूल अगला टास्क देता है इन लाश को गाड़ियों में डालकर शहर से बाहर निकाल पाते हो या नहीं और हां पड़े जाओ तो हमारा नाम मत लेना उसके बाद बबलू और गुड्डू कालीन से भरी ट्रक में इन दोनों लाशों को डाल देते हैं और वहां से निकल जाते हैं बबलू की फटी हुई थी मगर गुड्डू थोड़ा रिलैक्स था
वह गाड़ी लेकर जा ही रहे थे कि उनके पीछे पुलिस वाले आकर उन्हें रोक लेते हैं और चैकिंग करवाने के लिए कहते हैं या सुनकर इन दोनों की फटकार हाथ में आ जाती है पुलिस वाला बबलू को पीछे ले जाकर गेट खोलने को कहता है मगर बबलू बोलना भी तो कैसे क्योंकि अंदर लाश पड़ी थी जिसमें से खून निकल रहा था आखिरकार गुड्डू भी गण निकाललेता है कि कहीं कुछ गड़बड़ होती है तो वह पुलिस वाले को ठोक देगा और यहीं पर मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 4 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको एक ऐसे वेब सीरीज के बारे में बताया था जो कि आजकल काफी फैला हुआ है जहां पर हर नौजवान एक लड़की से बात करने के लिए मर जाता है और इसी में उसके साथ स्कैन हो जाता है जिसमें भारत में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी जान दे चुके हैं अगर आप भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहते हैं अपने परिवार की जिंदगी और अपने परिवार की इज्जत को खराब नहीं करना चाहते हैं तो आप वॉच कर सकते हैं और देख पाएंगे कि हमारे साथ वीडियो स्कैन कैसे हो सकता है जिससे कि आप भी सतर्क हो पाए उसे वीडियो का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तब तक के लिए आप हमारा इंतजार कीजिए नेक्स्ट वीडियो में हम कल सेम टाइम आपको मिर्जापुर एपिसोड 4 के बारे में बताएंगे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2018 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur सीजन 1 पार्ट 5 के बारे में
मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना कोई उड़ता हुआ परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सुपुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
पिछले एपिसोड में हमने देखा मकबूल इन लोगों को एक टास्क देता है जिसमें मकबूल कहता है की इन लाखों को गाड़ियों में डालकर शहर से बाहर निकाल पाते हो या नहीं और हां पड़े जाओ तो हमारा नाम मत लेना उसके बाद बबलू और गुड्डू कालीन से भरी ट्रक में इन दोनों लाशों को डाल देते हैं और वहां से निकल जाते हैं और उनके पीछे पुलिस वाले आकर उन्हें रोक लेते हैं और चैकिंग करवाने के लिए कहते हैं यह सुनकर बबलू और गुड्डू की फटकार हाथ में आ जाती है मगर गुड्डू तैयार था या अगर कुछ भी होगा तो हम पुलिस वाले को ठोक देंगे
फ्रेंड्स अगर आपने पिछले एपिसोड को नहीं देखा है तो मैंने लिंक डिस्क्रिप्शन में दे दिया है आप वॉच कर सकते हैं तभी यह कहानी आपको समझने में और भी आसानी होगी
मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 5 BHAUKAL
इस एपिसोड की शुरुआत में पुलिस वाला बबलू को पर्दा खोलना को कहता है बबलू पर्दा खोल देता है मगर गाड़ी के आगे कालीन पर खून रंग फैला हुआ था पुलिस वाला पूछता है की यह क्या है तो बबलू बताता है की कालीन पर पानी गिरने की वजह से उसका रंग उतार गया है हालांकि पानी भी बबलू ने ही गिराए था यह सुनकर पुलिसवाला कन्वेंस हो जाता है और उन्हें जाने को बोल देता है अगले दिन गुड्डू और बबलू वापस शहर आ जाते हैं जहां पर गुड्डू स्वीटी को एक गिफ्ट देता है जो उसे काफी पसंद आती है उसके बाद यह दोनों एक आदमी से मिलने जाते हैं जिसका नाम राजन मिश्रा था दर्शन राजन मिश्रा भी कबूतर बाज था यानी कि कालीन भैया के कट्टे को सप्लाई करता था लेकिन इन दोनों को यहां आकर पता चल गया था यह आदमी कालीन भैया की अच्छी गन को आगे भेज देता है और जौनपुर से रति शंकर शुक्ला की खराब कट्टे कालीन भैया को वापस कर देता है बबलू कालीन भैया को यह सारी बात बता ही रहा था मगर गुड्डू एकदम से उसे ठोक देता है
फिर उसके बाद हम देखते हैं पंडित जी होम मिनिस्टर को एक चिट्ठी लिखकर भेज रहे थे मगर उन्हें एक आदमी कहता है कि आपकी बात कोई नहीं सुनेगा और ना ही कुछ बदलने वाला है दूसरी तरफ गुड्डू और बबलू कालीन भैया के पास आ जाते हैं बबलू कालीन भैया को कहता है कि अब हमें थोड़ा हटके काम करना होगा थोड़ी अंदर की सफाई भी करनी होगी और फैक्ट्री में काम पर मर्दों के जगह औरतों को काम पर रखेंगे वह काम जल्दी होगा उसके बाद कालीन भैया मकबूल के भांजे बाबर को गुड्डू और बबलू के साथ काम पर लगा देता है मकबूल अपने भांजे से कहता है की याद रखना हमेशा वफादार रहना फिर उसके बाद बबलू के कहने पर अगले दिन तमाम कबूतर बाजू को घर पर बुलाया जाता है बबलू कुछ कबूतरों के नाम शॉर्ट लिस्ट करके उन्हें एक रूम में ले जाने को कहता है और बाकी के साथ मीटिंग शुरू हो जाती है अब इन बच्चे मौजूद कबूतरों को बताया जाता है कि आज से तुम सब हमारे से कैश पेमेंट में गण उठाओगे और तुमसे पुलिस वाले कोई एक्स्ट्रा पैसा भी नहीं लेंगे पुलिस वालों को जो भी चाहिए होगा वह हमसे आकर लेंगे जिन कबूतरों को अंदर ले गए थे गुड्डू इन सभी को ठोक देता है क्योंकि यह सभी लोग बेईमान थे बाहर पुलिस वालों से बबलू कहता है कि अब जितना भी कट्टा बाजार में बिकेगा तुम्हें इसका कमीशन मिलेगा तुम लोग कालीन भैया के बंदों से कोई भी पैसा नहीं लगे उसके बाद फैक्ट्री में बबलू क्वालिटी कंट्रोल पर अच्छी खासी क्लास देता है और कहता है आइंदा से कट्टो की क्वालिटी खराब नहीं होनी चाहिए क्योंकि अब बबलू सर अकाउंट को देख रहे हैं दूसरी तरफ पंडित मिर्जापुर में हो रहे इलीगल धंधे को रोकने के लिए शिकायत करता है मगर एक आदमी कहता है कि अब आप क्या लिखेंगे अब तो आपके बेटे पूरे शहर में बवाल मचा रहे हैं दूसरी तरफ मुन्ना भैया कंपाउंडर के साथ उसके घर पर पार्टी कर रहा था दूसरी ओर गुड्डू स्वीटी से बात करता है और कहता है कि हम गुंडे है अगर तुम चाहे हो तो मुझे छोड़ सकती हो मगर स्वीटी रहती है कि ऐसा सोचना भी मत गुड्डू और बबलू से पूरा शहर डरने लगा था मगर उसके पापा की नफरत है उनकी और बढ़ रही थी पंडित को उसके बच्चे का कालीन भैया के साथ काम करना पसंद नहीं था अगले दिन बबलू कुछ गैंगस्टर को बुलाता है जिन्हें वह फ्री में कटा देता है क्योंकि वह जितना कट्टा ज्यादा चलाएंगे उतना उनकी ज्यादा सप्लाई बढ़ेगी और अगर एक बार सप्लाई बढ़ गई तो कट्टे की प्राइस भी बढ़ जाएगी कालीन भैया को यह आइडिया अच्छा लगता है मगर मुन्ना भैया समझ रहा था कि अब उसे कोई इंपॉर्टेंट नहीं दी जा रही है इसीलिए वह कंपाउंडर के दिए हुए पाउडर को ले रहा था तभी वह बाथरूम में जाते हैं जहां एक आदमी से इनका झगड़ा हो जाता है जिन्हें कंपाउंड और मुन्ना भैया मिलकर उसे बुरी तरीके से पीटते हैं मुन्ना भैया कंपाउंड से कहते हैं कि एक बात तो है इसको लेने के बाद मजा बहुत आता है
दूसरी ओर गुड्डू और बबलू की मां घर में नई-नई चीज जैसे वाशिंग मशीन फ्रिज और भी बहुत कुछ लाने के लिए जाती है मगर दुकानदार उन्हें सही से रिस्पांस नहीं दे पता है और यह बात अपने बेटे को बताती है उसके बाद वह अपनी मां को उसे शॉप पर ले जाता है शॉप वाला गुड्डू को देखते ही कांपने लगता है और कहता है कि मुझे पता नहीं था कि यह आपकी माताजी है अब से सामान यहां से फ्री में ले जाना गुड्डू वहां पर लोगों को इकट्ठा करके बोलता है कि हम हैं गुड्डू पंडित और यह है हमारी मां अगर इस मॉल में रहना है तो हमारी इज्जत करनी पड़ेगी
उसके बाद गुड्डू और बबलू की वजह से कालीन भैया की कट्टे की कारोबार काफी बढ़ गई थी और बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो रहा था हर तरफ लूट मार मची हुई थी जब लोग fir करवाने जाते हैं तो पुलिस वाले कहते हैं कि आपका समाज है उसकी हिफाजत भी आप ही कीजिए जिसकी वजह से लोगों ने अपनी हिफाजत के लिए घर में ही कटा रखना शुरू कर दिया था और क्राइम करने के लिए भी और क्रीम से बचने के लिए भी इस्तेमाल हो रहा था
जैसे-जैसे कालीन भैया का कारोबार बढ़ रहा था और प्रॉफिट हो रहा था उस पर वह बहुत खुश था कालीन भैया अपने पिता और मकबूल को मशवरा देता है की इन दोनों ने हमें अच्छा रिजल्ट दिया है आपको लगता है इन लोगों को ड्रग्स के व्यापार में इंवॉल्व करना जरूरी होगा मगर मकबूल कहता है कि वह लोग तेजी से ऊपर आए हैं और इस वजह से मुन्ना भैया साइड लाइन महसूस कर रहे हैं मगर कालीन भैया कहता है कि ऐसा कुछ भी नहीं है आखिर यह सारा कारोबार मुन्ना का ही तो है अगर ऐसी बात है तो उसे मनाना पड़ेगा
दूसरी तरफ कमिश्नर इंस्पेक्टर मोरिया का ट्रांसफर मिर्जापुर में करवा रहा था क्योंकि उधर बहुत तबाही मची हुई थी हर तरफ लूट मार मची हुई थी अब यह देखना है कि क्या मोरिया इन सब चीज पर रोक लगा पाएगा और यह मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 5 यहीं पर खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको एक ऐसे वेब सीरीज के बारे में बताया था जो कि आजकल काफी फैला हुआ है जहां पर हर नौजवान एक लड़की से बात करने के लिए मर जाता है और इसी में उसके साथ स्कैन हो जाता है जिसमें भारत में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी जान दे चुके हैं अगर आप भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहते हैं अपने परिवार की जिंदगी और अपने परिवार की इज्जत को खराब नहीं करना चाहते हैं तो आप वॉच कर सकते हैं और देख पाएंगे कि हमारे साथ वीडियो स्कैन कैसे हो सकता है जिससे कि आप भी सतर्क हो पाए उसे वीडियो का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तब तक के लिए आप हमारा इंतजार कीजिए नेक्स्ट वीडियो में हम कल सेम टाइम आपको मिर्जापुर एपिसोड 4 के बारे में बताएंगे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
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मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना कोई उड़ता हुआ परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सुपुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
पिछले एपिसोड में हमने देखा कालीन भैया अपने पिता और मकबूल से मशवरा करता है की गुड्डू और बबलू ने हमें अच्छा रिजल्ट दिया है आपको लगता है इन लोगों को ड्रग्स के व्यापार में इंवॉल्व करना जरूरी होगा मगर मकबूल कहता है कि वह लोग तेजी से ऊपर आए हैं और इस वजह से मुन्ना भैया साइड महसूस कर रहे हैं मगर कालीन भैया कहता है कि ऐसा कुछ भी नहीं है आखिर यह सारा कारोबार मुन्ना का ही तो है अगर ऐसी बात है तो मैं उसे समझाऊंगा दूसरी तरफ कमिश्नर इंस्पेक्टर मोरिया का ट्रांसफर मिर्जापुर में करवाता है क्योंकि उधर बहुत तबाही मची हुई थी फ्रेंड्स अगर आपने पिछले पार्ट को नहीं देखा है तो हमने वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिंक दे दिया है आपको वॉच कर सकते हैं
मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 6 BARFI
इस एपिसोड की शुरुआत में मिर्जापुर के तमाम बाहुबली लोगों की मीटिंग थी जिसमें जेपी यादव रति शंकर और कालीन भैया भी थे जेपी यादव कहता है कि इलेक्शन सर पर है इसीलिए वायलेंस को थोड़ा कंट्रोल करो नहीं तो इलेक्शन में दिक्कतें आ सकती है उसके बाद कालीन भैया जेपी यादव को फंड्स के नाम पर पैसा देता है दूसरी तरफ मोरिया पहुंच चुका था मिर्जापुर के थाने में जहां आते ही उसे अंदाजा मिल चुका था की हालत बहुत ही खराब चल रही है मिर्जापुर की और इस हालत को खराब करने में पुलिस वालों का बहुत बड़ा किरदार है इधर जब राती शंकर बाथरूम में जाता है तभी वहां पर मकबूल जाकर फौरन में पढ़ रहे उसके बेटे शरद का फोटो दिखाता है और धमकता है कि चुपचाप से हमारे पीछे जो तुम खेल खेल रहे हो उसे बंद कर दो वरना इसकी जान जा सकती है यह देखकर रति शंकर कहता है जो तुम बोलोगे मैं वही करूंगा लेकिन शरद को कुछ नहीं होना चाहिए बाहर जेपी यादव ने एक डांसर जरीना खान को बुला रखा था जिसके साथ डांस करते हुए मुन्ना जब जरीना के करीब होता है तो उसका और जेपी यादव का झगड़ा हो जाता है मगर कालीन भैया व्यक्तिगत रूप से उस झगड़े को शांत करवा देते हैं मगर जेपी यादव इसको अपनी इंसल्ट समझने लगता है और जाकर रति शंकर से कहता है कि तुम हमें इलेक्शन के लिए पैसा दो बदले में हम कालीन भैया से बात करके तुम्हें मिर्जापुर दिलवाएंगे इतने में कालीन भैया आ जाता है और जेपी यादव पॉलिटिक्स करते हुए इन दोनों की फिलहाल के लिए सलाह करवा देता है सुला और कहता है कि तुम दोनों आपस में इलेक्शन तक कोई भी भाषर नहीं मचाओगे रात को कालीन भैया मुन्ना को बुलाकर समझता है कई दफा हमें कंप्रोमाइज करना पड़ता है और तुम जेपी यादव के थप्पड़ मारने पर गुस्सा नहीं करना और हां अभी हम गुड्डू और बबलू को कालीन के व्यापार में इंवॉल्व कर रहे हैं या सुनकर मुन्ना भैया गुस्से में बिना कुछ कहे वहां से चला जाता है और अपना सारा का सारा गुस्सा एक नौकरानी पर निकलता है दूसरी ओर गोलू और बबलू चाय पी रहे थे तभी बबलू गोलू से कहता है कि तुम्हें प्रेसिडेंट के लिए खड़ा होना चाहिए ताकि कॉलेज को कोई अच्छा पॉलिटिशियन मिले बोलो भी उसकी बात से एग्री करती है और ऐसा लगता है कि दोनों का लव सीन ऑन होने वाला है जिसके बाद गुड्डू और बबलू कालीन भैया के पास जाते हैं जो उन्हें अभी दिखाता है जिससे कि यह लोग बर्फी बोलते हैं
यह लोग कालीन के बीच में बर्फी रखकर कालीन को सील देते थे और आगे फिर ट्रांसपोर्ट करते थे यह देखकर गुड्डू और बबलू काफी हैरान होते हैं कालीन भैया उन्हें कहता है कि तुम लोगों ने कट्टो को कारोबार काफी बड़ा कर दिया है अब इस अफीम के कारोबार को भी बढ़ाओ और हां कुछ भी करो मगर मुझसे बिना पूछे मत करना करना उसके बाद रति शंकर चड्ढा के पास जाता है और उसे ऑफर करता है कि जल्दी हमें जेपी यादव की मदद से मिर्जापुर का कंट्रोल मिलने वाला है मिर्जापुर पर हमारा राज होने के बाद तुम अपने धंधे को वहां पर बढ़ा सकते हो मगर यह सब लेने के लिए हमें जेपी यादव को फंड देना होगा और चड्ढा फंड भी दे देता है
इधर स्वीटी गुड्डू को अपने पापा से मिलने के लिए बुलाती है स्वीटी के पापा गुप्ता गुड्डू को देखते ही हां कर देता है क्योंकि वह गुड्डू से पहले मिल चुका था यहां पर लगे हाथों गोलू और बबलू की बात चलाना चाहता था मगर गोलू कहती है की हमारे दरमियां ऐसा कुछ भी नहीं है हम बस दोस्त हैं दूसरी तरफ पंडित को अपने दोनों बेटों की टेंशन थी वह चाहते थे की गुड्डू और बबलू ने जो जुर्म किया हैं उनके बदले में उन्हें जेल में में डाल दिया जाए ताकि कोई पुलिस वाला उसका एनकाउंटर ना कर पाए
जिसके बाद गुड्डू और बबलू अपनी मां और पिता को एक फ्लैट गिफ्ट करते हैं मगर उसका पापा एक्सेप्ट नहीं करता और उल्टा इन दोनों को उनका समान देकर यहां से जान को कहता है ये दोनों भी मजबूरन कालीन भैया की फैक्ट्री में रहने के लिए ए जाते हैं दूसरी और मोरिया भी दिन रात कम कर रहा था और मिर्जापुर के बाहुबली लोगों के बड़े में जानकारी निकाल रहा था इधर गोलू भी नॉमिनेशन फॉर्म भर देती है और प्रिंसिपल उसे बेस्ट ऑफ़ लक बोलता है बबलू भी कहता है की अब बस इलेक्शन की तैयारी करो हम तुम्हारे साथ हैं दूसरी तरफ जीपी अपने भैया को कहता है की हम पार्टी के लिए फंड इकट्ठा कर रहे हैं यही पर जरीना भी जीपी यादव के साथ थी जो उसे कहती है की आप cm कब बनेंगे जीपी यादव कहता है की जल्दी बन जाएंगे बस थोड़ा पेशेंस रखो
उसके बाद हम देखते हैं मोरिया गुप्ता से बात कर रहा था गुप्ता भी हैरान था की इतने दिन हो गए इन्होंने कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया अब वह किसकी साइड पे है मतलब रिश्वत ली भी है या नहीं यह कोई नहीं जानता ये बात गुप्ता जाकर कालीन भैया से कहता है बबलू कहता है की कोई नहीं आप समझ जाएगा की वो क्या करने आए हैं जिसके बाद बबलू इस कारोबार को बढ़ाने का प्लान बना रहा था वह कुछ ट्रांसजेंडर औरतों को अपने पास बुलाता है और उनसे कहता है कि तुम तुम कितना कमाते हो वह लोग कहते हैं कुछ भी नहीं बबलू कहता है तुम सभी हमारे साथ मिलकर काम करो और अफीम का सप्लाई करो क्योंकि तुम मोहल्ले में हर किसी को जानती हो और इस तरह के काम करके तुम कुछ पैसे भी कमा लोगी
और वह लोग मान जाती है और फिर बबलू के सपोर्ट से वह पूरे मोहल्ले में बेचना शुरू कर देते हैं जिसमें उसके साथ पूरी टीम देती है और वह लोग बड़ी चालाकी के साथ अपना काम कर रहे थे जिसमें कालीन भैया को भी फायदा हो रहा था और यह लोग भी अच्छे भले पैसे छाप रहे थे उसके बाद गुड्डू और बबलू अपनी एक अलग गाड़ी खरीद लेते हैं दूसरी ओर मोरिया कुछ ऑफिसर को मीटिंग के लिए बुलाता है मौर्य साहब की रिसर्च के मुताबिक या सभी ईमानदार है मौर्य इन सभी से कहता है कि मैं तुम सबको फ्री हैंड दे रहा हूं मिर्जापुर को साफ करना है और शुरू इन दोनों से करना है यानी गुड्डू और बबलू से मोरिया साहब एक आईपीएस ऑफिसर थे इसलिए वह इस टीम को ऑर्डर दे रहे थे और यहीं पर मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 6 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको एक ऐसे वेब सीरीज के बारे में बताया था जो कि आजकल काफी फैला हुआ है जहां पर हर नौजवान एक लड़की से बात करने के लिए मर जाता है और इसी में उसके साथ स्कैन हो जाता है जिसमें भारत में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी जान दे चुके हैं अगर आप भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहते हैं अपने परिवार की जिंदगी और अपने परिवार की इज्जत को खराब नहीं करना चाहते हैं तो आप वॉच कर सकते हैं और देख पाएंगे कि हमारे साथ वीडियो स्कैन कैसे हो सकता है जिससे कि आप भी सतर्क हो पाए उसे वीडियो का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तब तक के लिए आप हमारा इंतजार कीजिए नेक्स्ट वीडियो में हम कल सेम टाइम आपको मिर्जापुर एपिसोड 4 के बारे में बताएंगे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2018 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur सीजन 1 पार्ट 7 के बारे में
मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना कोई उड़ता हुआ परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सुपुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
पिछले एपिसोड में हमने देखा मोरिया कुछ ऑफिसर को मीटिंग के लिए बुलाता है मौर्य साहब की रिसर्च के मुताबिक या सभी ईमानदार है मौर्य इन सभी से कहता है कि मैं तुम सबको फ्री हैंड दे रहा हूं मिर्जापुर को साफ करना है और शुरुआत इन दोनों से करना है यानी गुड्डू और बबलू से मोरिया साहब एक आईपीएस ऑफिसर थे इसलिए वह इस टीम को ऑर्डर दे रहे थे अगर आपने पिछले एपिसोड को नहीं देखा है तो मैंने लिंक डिस्क्रिप्शन में दे दिया है आप वॉच कर सकते हैं और इस कहानी को आसानी से समझ सकते हैं
मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 7 LIONS OF MIRZAPUR
एपिसोड की शुरुआत में गोलू और बबलू बाइक पर जा रहे थे क्योंकि गोलू ने कॉलेज प्रेसिडेंट बनने लिए नॉमिनेशन फॉर्म भर दिया था इसलिए वह स्पीच देने जा रही थी गोलू थोड़ी नर्वस थी मगर बबलू उसे हौसला देता है कॉलेज में जाकर गोलू अपनी स्पीच देना शुरू कर देती है तभी वहां पर मुन्ना भैया के चमचे आकर झगड़ना शुरू कर देते हैं यह देखकर बबलू उनकी बोलती बंद कर देता है मगर गोलू बबलू के इस रवैया से नाराज हो जाति है क्योंकि वह नहीं चाहती थी की किसी भी किस्म का वोइलेंस हो मगर बबलू उसे माना लेता है जिसके बाद गुड्डू और बबलू उस्मान के पास जाते हैं जहां पर उन्हें गुप्ता बिहार बॉर्डर के सभी लोगों की इनफॉरमेशन देता है जो इन दोनों ने मांगी थी मगर तभी वहां पर मुन्ना भैया आ जाता है जो काफी भड़का हुआ था उसे इस बात का गुस्सा था की बबलू हमारे खिलाफ सपोर्ट क्यों कर रहा है तो गुड्डू बताता है की वह इसलिए के गोलू की बहन स्वीटी हमसे लव करती है यह सुनकर तो मुन्ना भैया और भी खिसक जाती है क्योंकि वह भी तो स्वीटी से लव करता था मगर वहां पर उन दोनों को गालियां देकर ही मुन्ना भैया वहां से निकल जाता है बाहर निकाल कर वह गुड्डू और बबलू की गाड़ी को देखा है जिस पर किंग ऑफ मिर्जापुर लिखा हुआ था उसके बाद मुन्ना भैया का आता कंट्रोल से बाहर चल जाता है वह वहां से सीधा जाकर गुड्डू और बबलू की बहन डिंपी को उठा लेते हैं जो स्वीटी के साथ जा रही थी स्वीटी जब इस बारे में गुड्डू को बताती है तो गुड्डू गुस्से में वहां से निकलता है और सोचता है कि आज तो मुन्ना भैया को मार ही देंगे बबलू इस कांड की खबर कालीन भैया भी दे देता है इसीलिए कालीन भैया के कहने पर बबलू कालीन भैया और मकबूल को ले जाता है कालीन भैया मुन्ना किया हरकत पर एक चांटा दे देते हैं मुन्ना कहता है कि यह दोनों मेरे खिलाफ इलेक्शन में किसी और के सपोर्ट कर रहे हैं इसलिए मैंने ऐसा किया और फिर वह गुस्से में वहां से चला जाता है कालीन भैया भी इन दोनों को फिलहाल के लिए कुछ भी नहीं कहता है और जाने को बोल देता है लेकिन कालीन भैया जानता था इस बार सारी गलती मुन्ना की नहीं थी उसने तो बस बबलू के एक्शन का रिएक्शन दिया था दूसरी तरफ मुन्ना भैया गुस्से से पागल हो रहा था और ड्रिंक के साथ-साथ या सो रहा था कि उसके पिता ने गुड्डू और बबलू के सामने उसे थप्पड़ मार दिया जो उसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था
दूसरी तरफ गुड्डू और बबलू स्वीटी के पास जाते हैं जहां पर गोलू और बबलू को बाहर भेजकर इन दोनों का रोमांस शुरू हो जाता है यहां से वो लोग घर वापस जा ही रहे थे मगर रास्ते में ही इन पर अटैक हो जाता है और ये एक बहुत ही बड़ा तगड़ा अटैक था लेकिन गुड्डू और बबलू सरवाइव कर जाते हैं और तमाम अटैकर्स को जख्मी करके भाग जाते हैं लेकिन यहां पर गुड्डू को शक था की मैंने मुन्ना पर गन तानी थी कहीं इसीलिए तो कालीन भैया ने हम पर अटैक ना करवाया हो मगर वो कालीन भैया को फोन करते हैं तो वह कहता है की कुछ दिन के लिए मिर्जापुर से बाहर अंदर ग्राउंड हो जो ये कहकर कालीन भैया मकबूल से कहता है की मुन्ना पर नजर रखना यह मोरिया पगला गया है मकबूल यहां से चला जाता है
उसके जाने की कुछ देर बाद कालीन भैया पर एक आदमी हमला कर देता है और वह आदमी कालीन भैया को थोड़ा जख्मी तो कर देता है मगर उससे सत्यानंद बचा लेता है मगर इस टाइम गुड्डू और बबलू शहर से बाहर जा रहे थे मगर वह कंपाउंड को बार-बार कॉल कर रहे थे क्योंकि गुड्डू को गोलियां चाहिए थी बॉडीबिल्डिंग के लिए जो कंपाउंडर ने दी थी गुड्डू फार्मेसी पहुंचता है जहां पर कंपाउंड को फोन यहीं पर पड़ा था मगर वह गोलियां उठाकर चल जाता है
उसके बाद मुन्ना भैया घर आता है तो मकबूल कालीन भैया पर हमला करने वाले के पास ले जाता है जो की और कोई नहीं कंपाउंड था या देखकर मुन्ना भैया उस गुस्से में पूछता है कि ऐसा क्यों करने की कोशिश की हमारे पापा को बोलो तुम्हें बोलना पड़ेगा कंपाउंड कहता है कि मैं सिर्फ चोरी की नीयत से आया था कालीन भैया को देखा तो उन पर हमला कर दिया मगर जहां तक की मूवी को देखकर पता चलता है कि कंपाउंड को भेजने वाला मुन्ना भैया ही था मगर कंपाउंड पकड़ा गया था लेकिन उसने मुन्ना भैया का नाम तक नहीं लिया और कालीन भैया मुन्ना को मारने के लिए कहता है और मुन्ना अपने पापा की चौथी को फॉलो करता है और उसे कंपाउंडर की मौत पर काफी दुख भी हो रहा था इस वजह से वह रात में घर पर नहीं आता है मौर्य ने जो लोग बबलू को मारने के लिए भेजे थे गुड्डू उन सब को जख्मी कर दिया था मोरिया अपने ऑफिसर से कहता है की यह बात लिक मत करना की गुड्डू और बबलू का एनकाउंटर करने के दौरान हमारे पुलिस वाले जख्मी हुए बल्कि यह जाहिर करना की उनको रूटीन ट्रेनिंग के दौरान चोट आई थी
दूसरी तरफ गुड्डू और बबलू गाजीपुर जिला पहुंच जाते हैं उनके साथ बाबर भी था वहां उनको गुप्ता का एक आदमी होटल में अंडरग्राउंड होने के लिए ले जाता है बबलू का इरादा यहां पर कुछ दिन खामोशी से गुजरकर वापस जाने का था मगर गुड्डू कहता है की अगर फ्री ही बैठता है तो पैसे कहां से आएंगे उसके बाद गुप्ता का आदमी कहता है की कल मैं आपको एक पार्टी से मिलवाऊंगा जो आपसे गण खरीद लेंगे अगले दिन वो उन लोगों से मिलते हैं वह लोग गुड्डू की लाई गई सैंपल गण टेस्ट करते हैं जो उनको बहुत ही पसंद आई है और वो लोग गण खरीदने के लिए एडवांस भी दे देते हैं यह देख कर गुड्डू तो बहुत खुश था इसके अलावा बबलू नोटिस कर रहा था की जब से गुड्डू ने कंपाउंडर की दवाई खाना शुरू किया की है उसमे अलग ही बदलाव हुआ है जैसे वह इस दवाई का आदि हो गया है
वहां पर एक आदमी एक और बड़े पार्टी के बारे में बताता है जिससे डील करने के लिए बबलू और गुड्डू तैयार हो जाते हैं मगर यह पार्टी जौनपुर में थी और बबलू जाने से मना कर देता है क्योंकि वह रति शंकर का एरिया था मगर गुड्डू के ज़िद करने पर वो लोग चले जाते हैं जहां पर वो चाय ही पी रहे थे तभी रति शंकर उनके पास आ जाता है जो इन्हें कोई नुकसान पहचाने नहीं आया था वो आते ही कहता है की तुम पर मिर्जापुर में फायरिंग हुई लेकिन मिर्जापुर में अखंड आनंद त्रिपाठी के मर्जी के बिना कोई कट्टा नहीं चला सकता फिर तुम पर हमला भी उन्होंने ही कराया होगा और फिर तुम्हारी बहन को भी उन्होंने उठा लिया देखो बेटा हम भी तुम्हारी तरह ही थे उनके वफादार और हम भी पेले गए उनके हाथों तुम भी पहले जाओगे इसलिए अभी भी वक्त है हमें जॉइन कर लो यह सुनकर गुड्डू सोचता है और यही पर मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 7 खत्म हो जाता है
तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको एक ऐसे वेब सीरीज के बारे में बताया था जो कि आजकल काफी फैला हुआ है जहां पर हर नौजवान एक लड़की से बात करने के लिए मर जाता है और इसी में उसके साथ स्कैन हो जाता है जिसमें भारत में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी जान दे चुके हैं अगर आप भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहते हैं अपने परिवार की जिंदगी और अपने परिवार की इज्जत को खराब नहीं करना चाहते हैं तो आप वॉच कर सकते हैं और देख पाएंगे कि हमारे साथ वीडियो स्कैन कैसे हो सकता है जिससे कि आप भी सतर्क हो पाए उसे वीडियो का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तब तक के लिए आप हमारा इंतजार कीजिए नेक्स्ट वीडियो में हम कल सेम टाइम आपको मिर्जापुर एपिसोड 4 के बारे में बताएंगे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2018 में आई हुई ACTION CRIME और DRAMA WEB SERIES Mirzapur सीजन 1 पार्ट 8 के बारे में
मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना कोई उड़ता हुआ परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सुपुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
पिछले एपिसोड में हमने देखा एक बड़े पार्टी से जौनपुर मिलने के लिए जाता है मगर वह एरिया रती शंकर का था जहां पर वो चाय ही पी रहे थे तभी रति शंकर उनके पास आ जाता है जो इन्हें कोई नुकसान पहचाने नहीं आया था वो आते ही कहता है की तुम पर मिर्जापुर में फायरिंग हुई लेकिन मिर्जापुर में अखंड आनंद त्रिपाठी के मर्जी के बिना कोई कट्टा नहीं चला सकता फिर तुम पर हमला भी उन्होंने ही कराया होगा और फिर तुम्हारी बहन को भी उन्होंने उठा लिया देखो बेटा हम भी तुम्हारी तरह ही थे उनके वफादार और हम भी पेले गए उनके हाथों तुम भी पहले जाओगे इसलिए अभी भी वक्त है हमें जॉइन कर लो
मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 8 TANDAV
इस एपिसोड की शुरुआत में कालीन भैया मोरिया को अपने पास मिलने के लिए बुलाते हैं कालीन भैया डायरेक्टली मोरिया से कहता है की यह जो आते ही तुम शहर की सफाई करना शुरू कर दिया ना उसे थोड़ा स्लो डाउन करो मोरिया भी कालीन भैया को डायरेक्टली जब देता है की आप यह इलीगल कम बंद कर दो बाकी हम देख लेंगे दूसरे तरफ रति शंकर गुड्डू बबलू से बात कर रहा था मगर बात करते हुए वो काफी गलियां बक रहा था क्योंकि उसका ख्याल था कि से मैंने अपने साथ जोड़ लिया है यहां पर जो मैं चाहूंगा वह मैं कर सकता हूं मगर तभी एकदम से रति शंकर की खोपड़ी खोल देता है अब जब राजा की मौत हो जाति है तो उसके सिपाही भी हथियार डाल देते हैं जब इस कांड की खबर जेपी यादव को होती है तो वो गुस्से में कालीन भैया को फोन करके कहता है की तुम्हारा समझौता हुआ था ना वायलेंस ना करने का फिर तुम्हारे लड़कों ने रती शंकर को क्यों ठोक यह सुनकर कालीन जवाब देता है की उन्हें ऑर्डर दिया था हालांकि ऐसी कोई बात नहीं थी गुड्डू के रति शंकर को ठोकने से बबलू उसे पर भड़का हुआ था क्योंकि उसने यह काम कालीन भैया से ऑर्डर लिए बिना ही कर डाला था यह दोनों वापस मिर्जापुर आ जाते हैं जहां कालीन भैया इन दोनों की काफी डाट लगता है बबलू तो कालीन भैया के सामने अपनी गलती एक्सेप्ट कर लेता है मगर गुड्डू कहता है की हम माफी कहे मांगे हमने उसको ठोक तो क्या हो गया ठोक तो क्या हुआ कालीन भैया का दुश्मन ही तो था ना और हां हम कालीन भैया आपके साथ व्यापार करते हैं अगर हर काम के लिए आपसे परमिशन लेंगे तो कैसे चलेगा यह कहकर दोनों चले जाते हैं कालीन को सत्यानंद कहते हैं की कहीं केचुआ दूध पीकर सांप ना बन जाए गुड्डू ने जिस तरह से कालीन भैया से बात की बबलू को लग रहा था कि कहीं कालीन भैया उसका पता ना काट दे इसीलिए वह गुड्डू से कहता है कि मुझे घर पर छोड़ दो
दूसरी तरफ मौर्य उन सभी ट्रांसजेंडर औरतों को पकड़ लेता है क्योंकि उसे शक था कि यह लोग बर्फी को सप्लाई करते हैं इसलिए पुलिस उन लोगों को मारती भी है अपने पापा से माफी मांगता है और कहता है कि जो हमने काम शुरू किया है वह मजबूरी में किया और थोड़ा पैसा भी कमाया लेकिन अब हम डर गए हैं अब हम यह सब छोड़ना चाहते हैं या सुनकर पंडित खुश हो जाता है इधर गुड्डू जाकर स्वीटी को प्रपोज करता है वह पूछता है कि तुम मुझसे शादी करोगी और वह हां कर देती है अगले दिन वह दोनों में रजिस्टर्ड मैरिज कर लेते हैं यहां पर बबलू गोलू से इश्क लड़ाने में लगा था उसके बाद गुड्डू स्वीटी को अपने घर के तरफ ले जाता है इधर मुन्ना भैया स्वीटी की शादी को जानकर गम में नाकाम आशिक की तरह पड़ा था वीणा भी उसके पास बैठी थी उसके बाद गुड्डू स्वीटी को लेकर अपने घर पहुंच जाता है जिसका शानदार स्वागत किया जाता है उसके बाद पंडित हंसकर बहू से बात कर लेता है जिसके बाद वह गुड्डू से कहता है कि आप तो तुम्हारी शादी भी हो गई है अब तो अपना धंधा बदल लो गुड्डू कहता है कि यह वन वे रोड है जहां पर बदला नहीं जा सकता है और वापस भी नहीं जा सकते हैं आप इतनी टेंशन क्यों ले रहे हैं पंडित कहता है कि जब तुम बाप बनोगे तब तुम्हें पता चलेगा इसके बाद गुड्डू रूम के अंदर चला जाता है इधर मुन्ना भैया परेशान बैठा था बीना उसकी शेव कर रही थी रही थी और कहती है कि मुन्ना दूसरों से उल्टा अस्तुरा चलवा लिए हो वैसे आप किस वजह से परेशान हो आपका दोस्त मर गया इसीलिए या फिर तुम अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए इसीलिए यह सुनकर मुन्ना उठ जाता है तो वीना कहती है मुझे उम्मीद है कि आपका दोस्त आपकी वजह से मरा है वह मकसद आप पूरा करोगे दूसरी तरफ गुड्डू अपनी वाइफ के साथ बैठा था और काल उसका बॉडीबिल्डिंग कंपटीशन था तभी बाहर सत्यानंद त्रिपाठी आ जाता है और यह देखकर वीणा थोड़ी टेंशन में आ जाती है मगर वह बाबूजी को संभाल लेती है दूसरी तरफ मुन्ना भैया कंपाउंडर की फार्मेसी पर जाता है जहां उसकी दादी मुन्ना से पूछता है कि कंपाउंड कहां है तो वह झूठ बोल देता है कि उसे कम से बाहर भेजा है तभी कंपाउंडर की दादी मुन्ना भैया को कंपाउंड का फोन दे देती है जिसे लेकर वह घर आ जाता है और मकबूल से बात करता है कि पापा को कंपाउंड अकेले नहीं मार सकता है कोई ना कोई उसके साथ कि प्लेन में जब शामिल जरूर होगा इसलिए तुम उसके घर जाकर तलाशी लो शायद कोई सुराग मिल जाए और यह भी पता करो कि उसके फोन पर उसे रात किस-किस का फोन आया है
वहीं दूसरी ओर अगले दिन मिस्टर प्रोविजनल का कंपटीशन था जिस्म की साड़ी पहलवान अपनी बॉडी को शो कर रहे थे और इसी के टाइम मकबूल कंपाउंडर की घर की तलाशी ले रहा था जहां से उसे कंपाउंड का फोन मिल जाता है और वहां पर मुन्ना भी छुपा हुआ था जिसका मतलब यह हुआ कि मुन्ना भैया ने जानबूझकर कंपाउंड का फोन यहीं पर छोड़ दिया था और उधर गुड्डू अपनी बॉडी शो करता है जो की बहुत ही अच्छी थी और बाकी लोग पसंद भी कर रहे थे जिससे मिस्टर पूर्वांचल कौन बनेगा या डिसाइड हो चुका था मगर तभी कालीन भैया अलाउंस करने वाले को बोलते हैं कि कुछ भी हो लेकिन गुड्डू नहीं जीतना चाहिए यह कहकर वह वहां से निकाल लेते हैं गुड्डू भी यह सब देख रहा था कालीन भैया घर आ जाता है जहां मकबूल बताता है कि जब कंपाउंडर ने अपना हमला किया तो उसके 1 घंटे पहले गुड्डू का फोन कंपाउंडर के फोन पर 12 बार आई हुई थी यह सुनकर कालीन भैया को यकीन हो गया था कि मुझ पर कंपाउंडर के जरिए गुड्डू नहीं हमला करवाया होगा दूसरी तरफ गुड्डू के बदले किसी को भी मिस्टर पूर्वांचल बना दिया जाता है जिसकी वजह से गुड्डू काफी गुस्से में था और मारपीट भी कर लेता है उसे इस तरह से हार जाने का काफी दुख हो रहा था इधर कालीन भैया जाकर मुन्ना को कहता है कि वक्त आ गया है इस गुड्डू बबलू को ऊपर पहुंचाने का और जाकर ऊपर का टिकट कटवा दो मुन्ना कालीन भैया की गण ले लेता है और कहता है कि अब तांडव मिर्जापुर में होगा और हम मिर्जापुर पर राज करेंगे और यहीं पर मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 8 खत्म हो जाता है
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मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी कहानी मिर्जापुर के बादशाह अखंडानंद त्रिपाठी जिन्हें प्यार से लोग कालीन भैया बुलाते हैं और यह कहानी कालीन भैया के इर्दगिर्द बुनी गई है जिनके इशारे पर पूरा मिर्जापुर नाचता है उनकी मर्जी के बिना कोई उड़ता हुआ परिंदा भी एंट्री नहीं मार सकता है मगर कमल की बात तो यह है कि उन्हें इस बात का खतरा अपने ऑपोजिट गैंग वालों से नहीं गैंगस्टर से नहीं बल्कि घर में मौजूद खुद के सुपुत्र मुन्ना त्रिपाठी से होने वाला है जो बचपन से ही एक ही सपना देख रहे हैं कि कैसे कालीन भैया का पत्ता कट कर मिर्जापुर के किंग की कुर्सी पर कब्जा कर पाए और पूरे शहर को अपने उंगलियों पर नचा पे तो जुड़े रहें हमारे साथ मिर्जापुर वेब सीरीज की स्टोरी में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हर और इस जंग में कौन-कौन से मोहरे आने वाले
पिछले एपिसोड में हमने देखा गुड्डू पंडित मिस्टर पूर्वांचल बनने के लिए बॉडीबिल्डिंग कंपटीशन में जाता है मगर तभी कालीन भैया अलाउंस करने वाले को बोलते हैं कि कुछ भी हो जाए गुड्डू पंडित मिस्टर पूर्वांचल नहीं बनना चाहिए उसके बाद कालीन भैया घर पहुंच जाते हैं जहां मकबूल बताता है कि जब कंपाउंडर ने अपना हमला किया तो उसके 1 घंटे पहले गुड्डू का फोन कंपाउंडर के फोन पर 12 बार आई हुई थी यह सुनकर कालीन भैया को यकीन हो गया था कि मुझ पर कंपाउंडर के जरिए गुड्डू नहीं हमला करवाया होगा दूसरी तरफ गुड्डू के बदले किसी को भी मिस्टर पूर्वांचल बना दिया जाता है जिसकी वजह से गुड्डू काफी गुस्से में था और मारपीट भी कर लेता है उसे इस तरह से हार जाने का काफी दुख हो रहा था इधर कालीन भैया जाकर मुन्ना को कहता है कि वक्त आ गया है इस गुड्डू बबलू को ऊपर पहुंचाने का और जाकर ऊपर का टिकट कटवा दो मुन्ना कालीन भैया की गण ले लेता है और कहता है कि अब तांडव मिर्जापुर में होगा और हम मिर्जापुर पर राज करेंगे
मिर्जापुर सीजन 1 एपिसोड 9 YOGYA
इस एपिसोड की शुरुआत मंजू माल कॉलेज से होती है जहां पर कॉलेज प्रेसिडेंट के लिए वोट हो चुके थे और इनमें गोलू जीत चुकी थी मुन्ना भी यही था मगर उससे आज अपने हारने का अफसोस नहीं हो रहा था मुन्ना प्रिंसिपल से पूछता है की गोलू कहां है तो वो फोन करके गोलू से पूछ कर बताता है की वो गोरखपुर गई है अपनी पुरी फैमिली के साथ यह सुनकर मुन्ना भैया अपने चमचों के साथ गाड़ी लेकर निकल जाता है और कहता है कि आज जान लेनी है गुड्डू और बबलू की वह फुल तैयारी के साथ जा रहा था
दूसरी तरफ कालीन भैया मकबूल को मुन्ना भैया की मदद के लिए भेजना चाहता था मगर सत्यानंद माना कर देता है और कहता है की किसी को जाने की जरूरत नहीं है अगर तुमने उसे अपनी गन दे दी है तो उसे चलाने भी दो वह त्रिपाठियों का औलाद है वह संभाल लेगा उसके बाद यह लोग शबनम की शादी में जा रहे थे वहीं पर स्वीटी गुड्डू को न्यूज़ देता है कि मैं प्रेग्नेंट हूं उधर बाथरूम में गुड्डू उल्टियां कर रहा था क्योंकि उसने बॉडीबिल्डिंग जो दवाई खाई थी वह सब इसका नतीजा था
जिसके बाद ये अपना सफर आगे शुरू कर देते हैं रास्ते में शीशे से बबलू गोलू को झांक रहा था ये बात स्वीटी भी नोट कर लेती है मगर यहां पर गुड्डू परेशान बैठा था क्योंकि वो मिस्टर प्रोविंशियल नहीं बन सका उसके बाद मौर्य को पता लग रहा था कि यह लोग अफीम कहां से लाते हैं बाबर गुड्डू के साथ काम करता है और गुड्डू बबलू और खदान मंत्री पार्टी के साथ काम करते हैं अगर तुम यह रिकॉर्ड करवा तो तो तुम्हें छोड़ देंगे
मोरिया खन्ना पर हाथ डालने के लिए सबूत चाहता था यह बात गुप्ता अखंडानंद त्रिपाठी को बता देता है दूसरी तरफ गुड्डू और डिंपी शबनम की शादी में पहुंच जाते हैं जहां पर डीपी अंदर शबनम के पास चली जाति है और यह लोग बाहर बैठ जाते हैं और सत्यानंद राजा से कहता है की आज खाने में गाजर का हलवा बनाना
दूसरी ओर मुन्ना भैया को गोरखपुर का खबरी गुड्डू और बबलू की शबनम की शादी में आने की खबर देता है और एड्रेस बताता है की वहां पर बबलू नोटिस कर लेट है की उस पर नजर रखी जा रही है और लाला को भी अंदाज़ हो रहा था की कुछ बड़ा ना हो जाए तो वो अपने आदमियों को अलर्ट कर देता है इतने में गुड्डू बाथरूम चला जाता है और इधर कालीन भैया मकबूल से कहता है की लोगों में हमारा डर खत्म हो रहा है उसे बढ़ाना पड़ेगा और फिर मकबूल को कुछ बताता है
इधर मुन्ना भैया भी शादी में पहुंच चुका था वह अंदर आकर अपने आदमियों को फैला देता है और फिर सीधा जाकर शबनम को होस्टेस बना लेता है और डिंपी भी साथ थी उसे भी पकड़ लेता है सभी रुक जाते हैं मगर यह चाचा डांस करता जा रहा था मुन्ना भैया कहता है ओ चाचा ओ चाचा जब वह चाचा नहीं सुनता है तब मुन्ना भैया बोलते हैं ओ भोसड़ी वाले चाचा बस हो गया अब थोड़ा रेस्ट कर लो वरना रेस्टिंग पीस हो जाओगे बबलू गोलू और स्वीटी के साथ छुपा हुआ था और गुड्डू वॉशरूम से जैसे ही फ्रेश होकर बाहर आता है बाहर माहौल बदला हुआ था गुड्डू बाहर आते ही लड़ाई शुरू कर देता है
और मुन्ना भैया के कुछ आदमियों को पीट देता है मुन्ना उसकी पेट पर और एक गोली गुड्डू की टांग पर मारता है गुड्डू अपनी गन भी अंदर बाथरूम में भूल आया था शबनम का होने वाला दूल्हा जब खुद को बचाने की कोशिश करता है तो उसे भी ठोक दिया जाता है मुन्ना भैया बबलू को बाहर आने के लिए बोलते हैं जब वो नहीं आता तो वो गुड्डू को एक और गली मार देता है यह देखकर स्वीटी गुड्डू की तरफ भगति है तो उसे भी जख्मी कर दिया जाता है और तभी बबलू बौखला कर फायरिंग करता है तो मुन्ना उसे भी शूट कर देता है जिसके बाद गोलू को भी एक थप्पड़ मारता है और फिर स्वीटी के पास जाता है क्योंकि स्वीटी ने उसे रिजेक्ट किया था तो वह स्वीटी को मार देता है हालांकि स्वीटी मुन्ना से कहती है कि मुझे मत मारो मैं प्रेग्नेंट हूं
वहीं दूसरी ओर सत्यानंद त्रिपाठी वीणा के साथ सेक्स कर रहा था उधर बिना भी अपने ससुर से सेक्स करते हुए कहती है कि मैं प्रेग्नेंट हूं इसके बाद वीना कहती है कि अब तुम्हें सजा देने का टाइम आ गया है इसके बाद वीना राजा के हाथों अपने ससुर जी के लिंग को कटवा देती है
इधर कालीन भैया मकबूल के साथ एक पर जगह पर जाता है जहां पर मोरिया को पकड़ रखे थे और मोरिया के बाकी सारी टीम को कालीन भैया ने निपटा दिया था भैया मोरिया से कहते हैं कि मोरिया जी शहर में आप नौकर बनकर आए हैं हम इस शहर के मालिक हैं अब आगे से हमारे साथ सही रहना वरना ऐसे ही टपका दिए जाओगे
दूसरी तरफ बबलू को मुन्ना गुड्डू की आंखों के सामने मार देता है और गोलू के पास एक गण रखी थी और गुड्डू के कहने पर गोलू गन उठाकर मुन्ना को सूट कर देती है मगर मुन्ना बच जाता है और उसके आदमी को लग जाती है जिससे शबनम को होस्टेस बनाया हुआ था यह देखकर लाला के आदमी भी फायरिंग करना शुरू कर देते हैं और मुन्ना छुप जाता है और वहां के लोग बाहर भागना शुरू कर देते हैं इसी मौका का फायदा उठाकर भोलू गुड्डू और स्वीटी के सहारे बाहर निकल जाता है और मुन्ना भैया अंदर ही फंसा हुआ था और यहीं पर मिर्जापुर सीजन वन एपिसोड 9 खत्म हो जाता है अब हमें इंतजार है मिर्जापुर सीजन 2 का मुन्ना भैया का क्या हाल होगा गुड्डू अपना बदला कैसे लेने वाला है
तो फ्रेंड्स पिछले वीडियो में मैंने आपको एक ऐसे वेब सीरीज के बारे में बताया था जो कि आजकल काफी फैला हुआ है जहां पर हर नौजवान एक लड़की से बात करने के लिए मर जाता है और इसी में उसके साथ स्कैन हो जाता है जिसमें भारत में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी जान दे चुके हैं अगर आप भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहते हैं अपने परिवार की जिंदगी और अपने परिवार की इज्जत को खराब नहीं करना चाहते हैं तो आप वॉच कर सकते हैं और देख पाएंगे कि हमारे साथ वीडियो स्कैन कैसे हो सकता है जिससे कि आप भी सतर्क हो पाए उसे वीडियो का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तब तक के लिए आप हमारा इंतजार कीजिए नेक्स्ट वीडियो में हम कल सेम टाइम आपको मिर्जापुर एपिसोड 4 के बारे में बताएंगे तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद
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