क्यों फंस गए थे भगवान शिव जिसके कारण भगवान विष्णु को स्त्री रूप में आकर उनकी रक्षा करनी पड़ी थी

यूं तो हम सभी जानते हैं भगवान शिव अत्यंत भोले और तुरंत प्रसन्न होने वाले भगवान है इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है एक कथा के अनुसार एक बार अपने ही दिए हुए वरदान के कारण भगवान शंकर फंस गए थे, तब स्त्री रूप में आकर उनकी रक्षा करनी पड़ी थी भगवान विष्णु को


हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव अपने भक्तों से जब प्रसन्न होते थे तो मुंह मांगा वरदान प्रदान करते थे और जिसके कारण कई बार असुरों ने शिवजी को प्रसन्न करके खुद का मनचाहा वरदान प्राप्त किया है और असुर भगवान शंकर के दिए हुए आशीर्वाद का अनुचित उपयोग करते थे जिसके कारण देवता भी परेशान हो जाते थे और कई बार ऐसे देव और दैत्यों के बीच कई घमासान युद्ध हो चूके है इसी कारण भगवान शंकर अपने दिए हुए वरदान के कारण खुद भी एक बार फंस गए थे जिसके कारण भगवान विष्णु को उनकी रक्षा करने के लिए स्त्री रूप में आना पड़ा था

क्या आप जानते हैं कौन से भक्त को वरदान देकर फंस गए थे महादेव

भस्मासुर भगवान शिव का भक्त था और एक बार भस्मासुर नें भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए घनघोर तपस्या की कई सालों तक यह तपस्या चलने के बाद भगवान शिव भस्मासुर की तपस्या से प्रसन्न हुए और उन्हें दिव्य दर्शन दिया और भस्मासुर को वरदान मांगने को कहा तो भस्मासुर ने भगवान शंकर से कहा कि मैं इस किसी पर ही अपना हाथ रखूं वो वहीं भस्म हो जाए तो शंकर जी ने भस्मासुर के इस वरदान को पूरा कर दिया वरदान को पाकर भस्मासुर काफी प्रसन्न हुआ और उस जगह से जा रहा था तभी रास्ते में भस्मासुर की नजर माता पार्वती पर पड़ती है भस्मासुर उनकी खूबसूरती को देखकर मोहित हो गया और उनको पाने और जानने के लिए उनके पीछे चला गया कुछ दूर चलने के बाद भस्मासुर को यह ज्ञात हुआ जिसका वो पीछा कर रहा है वो भगवान शंकर की अर्धांगिनी है तो माता पार्वती को पाने की लालच में जिन्होंने उसे वरदान दिया इस वरदान को उसी पर आज़माने के लिए भगवान शंकर के पास चला गया ताकि दिए हुए वरदान के कारण भगवान शंकर भस्म हो जाए और माता पार्वती भस्मासुर की हो जाए

क्या आप जानते हैं भगवान विष्णु कब स्त्री रूप धारण किए थे

भगवान विष्णु ने भस्मासुर की इस गलत सोच को पहले ही जान लिया था और स्त्री रूप धारण कर भगवान विष्णु भस्मासुर के पास पहुँच गए भगवान विष्णु जानते थे कि भोलेनाथ को बचाने के लिए यही नाटक काम आ सकता है जैसा कि आप सभी जानते हैं भगवान विष्णु का स्त्री रूप में मोहित करने वाला होता है इसी रूप के कारण जब भस्मासुर ने उन्हें देखा तो वो सम्मोहित हो गया और भगवान विष्णु ने भस्मासुर को नृत्य करने पर विवश कर दिया और भस्मासुर नृत्य करने लगा

क्यों रखना पड़ा था भस्मासुर को अपना हाथ अपने ही सिर पर

जब भस्मासुर भगवान विष्णु के साथ नृत्य करने मेँ मग्न हो गया था और जैसे जैसे भगवान विष्णु नृत्य कर रहे थे ठीक उसी प्रकार भस्मासुर भी भगवान विष्णु के स्त्री रूप का नकल किया करता था और जैसे ही भगवान विष्णु ने अपना हाथ अपने सिर पर रखा उनको यह देख भस्मासुर ने भी अपना हाथ अपने ही सिर पर रख लिया और जैसे ही भस्मासुर ने अपना हाथ रखा वैसे ही वो वहाँ भस्म हो गया इस तरह से भगवान शंकर अपने दिए हुए वरदान में फंस गए थे जिसके कारण भगवान विष्णु को स्त्री रूप धारण करके भोलेनाथ की रक्षा करना पड़ा था

आज की ब्लॉग के कुछ मुख्य बातें जो मैं आपको बता देता हूँ

भगवान शिव भस्मासुर नाम के असुर के कठोर तप से प्रसन्न हुए थे जिसके कारण भगवान शिव ने उन्हें खुश होकर वरदान दे दिया था कि जिसके सर पे तुम हाथ रखोगे वो वही भस्म हो जाएगा उसके बाद उन्होंने माता पार्वती को देख भस्मासुर उन पर मोहित हो गया था जिसके कारण भस्मासुर ने वरदान का उल्लंघन करते हुए उन्होंने सोचा कि जब तक शिवजी रहेंगे तब तक पार्वती हमारी नहीं हो पाएगी और भस्मासुर ने शिवजी को ही भस्म करने का ठान लिया और शिवजी को बचाने के लिए भगवान विष्णु को स्त्री रूप में आना पड़ा था

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